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संज्ञा के 10 उदाहरण
संज्ञा भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम बताती है। संज्ञा के माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्टता से व्यक्त कर सकते हैं। हिंदी भाषा में संज्ञा को विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है, जैसे व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, और भाववाचक संज्ञाएँ। संज्ञा के 10 उदाहरणों में “राज” एक व्यक्तिवाचक संज्ञा है, जबकि “किताब” एक जातिवाचक संज्ञा है। इसके अतिरिक्त, “खुशी” एक भाववाचक संज्ञा है। संज्ञाएँ न केवल वाक्यों की संरचना को मजबूत करती हैं, बल्कि संवाद को भी जीवंत बनाती हैं। इन उदाहरणों से संज्ञा की विविधता और उपयोगिता का ज्ञान बढ़ता है।
संज्ञा एक ऐसा शब्द है, जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम बताता है। नीचे 10 Sangya ka Udaharan हैं:
1. राम (व्यक्ति)
2. दिल्ली (स्थान)
3. किताब (वस्तु)
4. प्रेम (भाव)
5. गाड़ी (वस्तु)
6. सूर्य (वस्तु)
7. बगीचा (स्थान)
8. खुशी (भाव)
9. स्कूल (स्थान)
10. आम (वस्तु)
यहां हम व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण, जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण और भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण के बारे में आगे विस्तार से बता रहे हैं।

संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार या गुण का नाम बताता है। वाक्यों में, संज्ञा सामान्यत: कारक, परिपूरक के रूप में कार्य करता है और यह एकवचन या बहुवचन में हो सकता है। उदाहरण के रूप में, कुत्ता, दिल्ली, खुशी, और मेज़ संज्ञा के उदाहरण हो सकते हैं। संज्ञाएँ भाषा में व्यवहार को प्रतिष्ठित करने के लिए जरूरी होती हैं जो नामकरण और विवरण में भूमिका निभाती हैं।
संज्ञा उस शब्द को कहते हैं जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, जीव-जंतु, भाव, गुण या पदार्थ के नाम को प्रकट करता है।
संज्ञा को अंग्रेज़ी में Noun कहा जाता है।
सीधे शब्दों में कहें तो — जिस शब्द से किसी चीज़ का नाम मालूम चले, वह संज्ञा कहलाता है।
व्याकरण में संज्ञाओं को विभिन्न मानदंडों के आधार पर विभिन्न (Sangya Ke Prakar)प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है। संज्ञाओं के मुख्य प्रकार इस तरह हैं।
| संज्ञा का प्रकार | परिभाषा | उदाहरण(Sangya ka Udaharan) |
|---|---|---|
| व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) | किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु का नाम | राम, दिल्ली, भारत, ताजमहल |
| जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) | किसी जाति, वर्ग या समूह का सामान्य नाम | लड़का, शहर, नदी, फल |
| द्रव्यमानवाचक संज्ञा (Material Noun) | किसी पदार्थ या तत्व का नाम जिससे अन्य वस्तुएँ बनती हैं | जल, सोना, लकड़ी, दूध |
| भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun) | किसी भाव, गुण, अवस्था या कार्य का नाम जिसे अनुभव किया जा सकता है | प्रेम, दुःख, क्रोध, बुद्धि |
| समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun) | किसी समूह, झुंड या टोली का नाम | टीम, झुंड, सेना, वर्ग |
व्यक्तिवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी व्यक्ति या व्यक्तित्व को संदर्भित करती है। इसका उपयोग व्यक्ति के नाम, खासियतें, योग्यताएँ, स्थिति, गुण, आदि को दर्शाने के लिए होता है। ये संज्ञाएँ व्यक्ति की पहचान और व्यक्तिगत परिचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा
व्यक्तिवाचक संज्ञा व्यक्ति, स्थान, वस्तु या देवता के विशिष्ट नाम को संदर्भित करती है। यह संज्ञा सामान्य रूप से प्रारंभिक अक्षर से लिखी नहीं जाती। वह संज्ञा होती है जो किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, वस्तु या संस्था का नाम बताती है। यह संज्ञा किसी एक को पहचान दिलाती है, जैसे कि “राम”, “दिल्ली”, “गंगा”, “भारत” आदि। व्यक्तिवाचक संज्ञा हमेशा किसी एक निश्चित नाम को दर्शाती है और इसे वाक्य में विशेष पहचान देने के लिए प्रयोग किया जाता है।
व्यक्तिवाचक संज्ञा के अनेक उदाहरण है, जिसे अलग अलग जगहों के हिसाब से इस्तेमाल किया जा सकता है। यहां हम सबसे आम व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण दे रहे हैं।
जातिवाचक संज्ञा किसी जाति, वर्ग, समूह, या प्रकार को संदर्भित करती है। यह संज्ञा उस समूह को बताने के लिए प्रयुक्त होती है जिसमें वस्तु, प्राणी, व्यक्ति, या कोई अन्य वस्तु शामिल होती है।
जातिवाचक संज्ञा सामान्य नाम होते हैं जो किसी जाति, प्रजाति, वर्ग या प्रकार को संदर्भित करते हैं। जातिवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या जीव की पूरी जाति, वर्ग या प्रकार को सामान्य रूप में दर्शाती है। जैसे– लड़का, लड़की, शहर, पक्षी, फल आदि। यह किसी एक विशेष नाम को नहीं, बल्कि एक पूरी श्रेणी को दर्शाती है।
जातिवाचक संज्ञा के कई उदाहरण है। हम यहां जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण बता रहे हैं।
जातिवाचक संज्ञा के बहुविकल्पीय प्रश्न:
प्रश्न 1: निम्न में से कौन-सा शब्द जातिवाचक संज्ञा का उदाहरण है?
a) राम
b) बच्चा
c) भारत
d) गंगा
उत्तर: b) बच्चा
प्रश्न 2: ‘शहर’ शब्द किस प्रकार की संज्ञा है?
a) व्यक्तिवाचक संज्ञा
b) समूहवाचक संज्ञा
c) जातिवाचक संज्ञा
d) भाववाचक संज्ञा
उत्तर: c) जातिवाचक संज्ञा
भाववाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी भावना, भावना की स्थिति, या भावात्मक स्थिति को व्यक्त करती है। ये संज्ञाएँ किसी व्यक्ति, स्थान, या वस्तु की विशेषता को दर्शाती हैं, जो अनुभवात्मक या मानसिक अवस्था को व्यक्त करती हैं। भाववाचक संज्ञाएँ अमूर्त होती हैं और इन्हें सीधे तौर पर इंद्रियों से नहीं देखा जा सकता है।
भाववाचक संज्ञा अव्यक्त, निराकार या अदृश्य भावों, गुणों या प्रक्रियाओं को संदर्भित करती है। भाववाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी भाव, गुण, अवस्था या स्थिति का बोध कराती है, जिसे हम देख या छू नहीं सकते, केवल अनुभव कर सकते हैं। यह अमूर्त (abstract) होती है।
उदाहरण: प्रेम, घृणा, दुःख, सुंदरता, साहस, ईमानदारी, क्रोध आदि। यह संज्ञा किसी व्यक्ति या वस्तु का नाम न होकर, उसके गुण या भाव को व्यक्त करती है।
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण कुछ इस प्रकार से हो सकता है।
संज्ञा, क्रिया, विशेषण, सर्वनाम, क्रिया विशेषण, और अव्यय से भाववाचक संज्ञा और विशेषण बनाने के तरीकों को समझाना महत्वपूर्ण है। यहाँ पर दिए गए उदाहरण भाववाचक संज्ञा और विशेषण बनाने के तरीके को स्पष्ट करते हैं।
भाववाचक संज्ञा के बहुविकल्पीय प्रश्न:
प्रश्न 1: ‘ईमानदारी’ किस प्रकार की संज्ञा है?
a) जातिवाचक संज्ञा
b) व्यक्तिवाचक संज्ञा
c) भाववाचक संज्ञा
d) समूहवाचक संज्ञा
उत्तर: c) भाववाचक संज्ञा
प्रश्न 2: निम्न में से कौन-सा शब्द भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है?
a) मेज़
b) दौड़
c) सुंदरता
d) दिल्ली
उत्तर: c) सुंदरता
समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun) वह संज्ञा होती है जो एक समूह, श्रेणी, या संग्रह को एकल इकाई के रूप में संदर्भित करती है। यह एक ऐसे समूह का नाम होती है जो कई व्यक्तियों, प्राणियों, या वस्तुओं का एक समग्र रूप में विचार करती है।
समूहवाचक संज्ञा समूह या समग्रता को संदर्भित करती है, जैसे एक समूह के सदस्यों, वस्तुओं, या जीवों के लिए।
समूहवाचक संज्ञा के अनेक उदाहरण है, जिसमें हम दौनिक जीवन में इस्तेमाल करते हैं। समूहवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण में ये शामिल है।
समूहवाचक संज्ञा के बहुविकल्पीय प्रश्न:
प्रश्न 1: ‘झुंड’ किस प्रकार की संज्ञा है?
a) जातिवाचक
b) समूहवाचक
c) भाववाचक
d) द्रव्यमानवाचक
उत्तर: b) समूहवाचक
प्रश्न 2: निम्न में से कौन-सा शब्द समूहवाचक संज्ञा का उदाहरण है?
a) टीम
b) गुस्सा
c) राजा
d) दूध
उत्तर: a) टीम
द्रव्यवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है जो किसी पदार्थ, सामग्री, या भौतिक वस्तु को दर्शाती है। ये संज्ञाएँ किसी विशिष्ट द्रव्यमान या भौतिक गुण को इंडिकेट करती हैं और इन्हें छूकर, देख कर, या महसूस कर के अनुभव किया जा सकता है। द्रव्यवाचक संज्ञाएँ आमतौर पर उन वस्तुओं को संदर्भित करती हैं जो भौतिक रूप में मौजूद होती हैं।
द्रव्यवाचक संज्ञा वस्तुओं के तत्व, भौतिक विशेषताओं या पदार्थों को संदर्भित करती है।
द्रव्यवाचक संज्ञा लगभग हर कोई रोजाना उपयोग करते हैं। द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण कुछ इस प्रकार है।
द्रव्यमानवाचक संज्ञा के बहुविकल्पीय प्रश्न:
प्रश्न 1: ‘दूध’ किस प्रकार की संज्ञा है?
a) व्यक्तिवाचक
b) द्रव्यमानवाचक
c) समूहवाचक
d) जातिवाचक
उत्तर: b) द्रव्यमानवाचक
प्रश्न 2: निम्न में से कौन-सा शब्द द्रव्यमानवाचक संज्ञा का उदाहरण है?
a) छात्र
b) जल
c) शहर
d) दौड़
उत्तर: b) जल
संज्ञा पदबंध वह वाक्यांश या संयोजन होता है जिसमें एक संज्ञा (noun) के साथ अन्य शब्द मिलकर एक विशेष अर्थ उत्पन्न करते हैं। इस संयोजन में एक संज्ञा (मुख्य संज्ञा) और उसके साथ जुड़े अन्य शब्द (विशेषण, सर्वनाम, या अन्य वर्णक शब्द) मिलकर एक पूरा अर्थ प्रदान करते हैं।
हिंदी में “संज्ञा पदबंध” का अर्थ होता है किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव या स्थिति का नाम। इसे संज्ञा के दो या दो से अधिक पदों का जोड़ना कहा जा सकता है। यह पदबंध हिंदी वाक्यों में विशेषता और विविधता लाता है।
यहां पर हम संज्ञा पदबंध के 10 उदाहरण बता रहे हैं, जो इस संज्ञा की समझ को आसान बना सकता है।
संज्ञा वह शब्द होता है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, गुण या भाव का नाम बताता है।
यह एक शब्द होता है।
उदाहरण:
राम, पुस्तक, पानी, ईमानदारी, दिल्ली, पेड़
ये सभी एक-एक शब्द हैं और किसी का नाम बता रहे हैं।
संज्ञा पदबंध दो या दो से अधिक शब्दों का समूह होता है, जो मिलकर एक साथ किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का बोध कराता है।
यह एक पद समूह होता है, जिसमें संज्ञा मुख्य (मुख्य पद) होती है और बाकी शब्द उसकी विशेषता बताते हैं।
उदाहरण:
ये सब संज्ञा पदबंध हैं, क्योंकि इनमें “किताब”, “आदमी”, “शहर” संज्ञा हैं, और उनके आगे लगे शब्द (नीले रंग की, लंबा, सुंदर) उस संज्ञा को और स्पष्ट कर रहे हैं।
| बिंदु | संज्ञा | संज्ञा पदबंध |
|---|---|---|
| परिभाषा | किसी वस्तु, व्यक्ति, भाव का नाम | संज्ञा + अन्य शब्दों का समूह जो नाम को विस्तार दे |
| शब्दों की संख्या | एक शब्द | दो या अधिक शब्दों का समूह |
| उदाहरण | पुस्तक, दिल्ली, ईमानदारी | मोटी किताब, सुंदर शहर, अच्छा लड़का |
संज्ञा उस शब्द को कहते हैं जिससे किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भावना या गुण का बोध होता है। किसी भी वाक्य में जब हम पूछते हैं “यह कौन?” या “यह क्या?”, और उसका उत्तर मिलता है, तो वह शब्द संज्ञा कहलाता है।
परिचय देने का क्रम (Format) | Sangya ka pad parichay
किसी भी शब्द का पद परिचय (पद परिचय = शब्द का व्याकरणिक विवरण) निम्न बिंदुओं पर दिया जाता है:
राम स्कूल जाता है।
मोहन ने दूध पिया।
ईमानदारी सबसे बड़ी पूँजी है।
उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण
इस लेख में Sangya के 10 उदाहरणों का विस्तार से अध्ययन किया गया है, जो हिंदी भाषा की संरचना को समझने में मदद करते हैं। संज्ञा किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम बताती है, और इसे विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। उदाहरणों के माध्यम से, हमने व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ (जैसे “मोहन”), जातिवाचक संज्ञाएँ (जैसे “किताब”), और भाववाचक संज्ञाएँ (जैसे “खुशी”) की पहचान की है।
इस आर्टिकल में हमने सीखे संज्ञा के व्यक्तिवाचक 10 उदाहरण, जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण और भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण के बारे में आगे विस्तार से बता रहे हैं। इसे ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए Chegg की वेबसाइट पर पब्लिश अन्य लेख को पढ़ सकते हैं। संज्ञाओं का सही उपयोग संवाद को स्पष्ट और प्रभावी बनाता है, और यह लेखन तथा बोलने की क्षमता में सुधार करता है।
संज्ञा एक ऐसा शब्द है, जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम बताता है। इसके 10 उदाहरण हैं:
1. राम (व्यक्ति)
2. दिल्ली (स्थान)
3. किताब (वस्तु)
4. प्रेम (भाव)
5. गाड़ी (वस्तु)
6. सूर्य (वस्तु)
7. बगीचा (स्थान)
8. खुशी (भाव)
9. स्कूल (स्थान)
10. आम (वस्तु)
व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ विशेष नाम होती हैं, जो किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु को दर्शाती हैं। 20 उदाहरण हैं: “मोहन,” “सीता,” “दिल्ली,” “ताजमहल,” “गंगा,” “राधिका,” “राज,” “सूरज,” “नीता,” “अमित,” “कश्मीर,” “रविवार,” “नैनीताल,” “शिव,” “अंजलि,” “कुमार,” “पारुल,” “गौरव,” “हिमालय,” “जयपुर।”
संज्ञाएँ मुख्यतः चार प्रकार की होती हैं:
व्यक्तिवाचक संज्ञा: किसी विशेष व्यक्ति या वस्तु का नाम (जैसे “मोहन”)।
जातिवाचक संज्ञा: समान वस्तुओं का समूह (जैसे “किताब”)।
भाववाचक संज्ञा: भावनाओं या अवस्थाओं का नाम (जैसे “खुशी”)।
स्थानवाचक संज्ञा: किसी स्थान का नाम (जैसे “दिल्ली”)।
संज्ञा के लिए पाँच वाक्य इस प्रकार हैं:
सीता स्कूल जा रही है।
दिल्ली भारत की राजधानी है।
मोहन ने एक किताब पढ़ी।
गंगा भारत की प्रमुख नदी है।
खुशी सबके चेहरे पर थी।
इन वाक्यों में संज्ञाएँ विभिन्न व्यक्तियों, स्थानों और भावनाओं को दर्शाती हैं।
संज्ञा नाम बताता है (जैसे– राम), जबकि सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होता है (जैसे– वह)। संज्ञा के बिना वाक्य का मुख्य विषय नहीं बनता।
बच्चों को संज्ञा सिखाने के लिए रोज़मर्रा की चीज़ों के नाम (जैसे– स्कूल, मम्मी, किताब) से शुरुआत करें और उन्हें पहचानने का अभ्यास कराएं। चित्र और खेल के माध्यम से संज्ञा को मज़ेदार तरीके से सिखाया जा सकता है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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