Quick Summary
विलोम शब्द, जिन्हें अंग्रेजी में ‘Antonyms’ कहा जाता है, हिंदी भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये शब्द किसी अन्य शब्द के विपरीत अर्थ को व्यक्त करते हैं, जैसे ‘अच्छा’ का विलोम ‘बुरा’ और ‘ऊपर’ का विलोम ‘नीचे’ होता है। ये न केवल भाषा को समृद्ध बनाते हैं, बल्कि हमारे विचारों और भावनाओं को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में भी मदद करते हैं। इन शब्दों का सही उपयोग लेखन और बोलचाल में गहराई और विविधता जोड़ता है।
विलोम शब्द का मतलब होता है किसी शब्द का ऐसा साथी शब्द जो उसके अर्थ के ठीक उलट होता है। ये शब्द एक-दूसरे के विरोध में अर्थ प्रकट करते हैं। जैसे, “दिन” का विलोम “रात” है। सरल भाषा में कहें तो विलोम शब्द किसी भी शब्द के विपरीत अर्थ को दर्शाने वाले शब्द होते हैं। इस लेख में, हम विभिन्न उदाहरणों और उनके उपयोग के तरीकों पर चर्चा करेंगे, जिससे पाठक न केवल इन शब्दों को समझ सकें, बल्कि उन्हें अपने दैनिक जीवन में भी प्रभावी रूप से प्रयोग कर सकें।
विलोम शब्द को Vipritarthak Shabd या प्रतिलोमार्थक शब्द भी कहा जाता है। ये वे शब्द होते हैं जो एक-दूसरे के विपरीत अर्थ प्रकट करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो, यह शब्द एक ही वस्तु या भाव के विपरीत पहलुओं को दर्शाते हैं।

विलोम शब्दों को मुख्य रूप से तीन प्रकार में वर्गीकृत किया जाता है:-
हिंदी भाषा में विलोम शब्दों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। विलोम शब्द दो ऐसे शब्द होते हैं जिनके अर्थ एक-दूसरे के विपरीत होते हैं। ये शब्द न केवल भाषा की सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि भावों को स्पष्टता से प्रकट करने में भी मदद करते हैं। नीचे 1000 विलोम शब्दों के उदाहरण दिए गए है:-
| शब्द | विलोम शब्द | शब्द | विलोम शब्द |
|---|---|---|---|
| स्थायी | अस्थायी | उत्साह | निराशा |
| ताजगी | थकावट | प्रयास | आलस्य |
| गतिशील | स्थिर | विशाल | संकीर्ण |
| समान | असमान | लोकप्रिय | अलोकप्रिय |
| लज्जित | निर्लज्ज | सजगता | असावधानी |
| प्रेरित | हतोत्साहित | नम्रता | कठोरता |
| निष्क्रिय | सक्रिय | सजीव | निर्जीव |
| स्वीकृति | अस्वीकृति | नियमित | अनियमित |
| योग्य | अयोग्य | स्पष्ट | अस्पष्ट |
| कठोरता | कोमलता | अनुभव | अज्ञान |
| क्रय | विक्रय | सरलता | जटिलता |
| रचनात्मक | विनाशकारी | तार्किक | अतार्किक |
| गंभीर | हल्का | व्यवस्थित | अव्यवस्थित |
| जागरूक | अज्ञानी | साक्षर | निरक्षर |
| नैतिक | अनैतिक | अनुशासन | अव्यवस्था |
| शब्द | विलोम शब्द | शब्द | विलोम शब्द |
|---|---|---|---|
| दिन | रात | भक्त | नास्तिक |
| अच्छा | बुरा | सजग | असावधान |
| अमृत | विष | साहसिक | डरपोक |
| ऊपर | नीचे | ऊष्मा | शीतलता |
| प्रकाश | अंधकार | विजय | पराजय |
| जीवन | मृत्यु | ध्यान | उदासीनता |
| नया | पुराना | आदर | अपमान |
| मित्र | शत्रु | सकरात्मक | नकारात्मक |
| आगमन | प्रस्थान | कठोर | कोमल |
| गर्मी | सर्दी | कार्य | निराशा |
| तेज | धीमा | निर्माण | विनाश |
| हार | जीत | नींद | जागरण |
| प्रभात | संध्या | पुरुष | स्त्री |
| सुख | दुख | प्रेम | घृणा |
| स्वर्ग | नरक | सेवा | उपेक्षा |
| धूप | छाया | स्वतंत्रता | परतंत्रता |
| आदि | अंत | न्याय | अन्याय |
| प्रवेश | निष्कासन | धर्म | अधर्म |
| आरम्भ | समाप्ति | सफलता | असफलता |
| सत्य | असत्य | न्यायप्रिय | अन्यायी |
| सुंदर | कुरूप | प्रकाशमान | अंधकारमय |
| ज्ञान | अज्ञान | राष्ट्रभक्त | देशद्रोही |
| लंबा | छोटा | हर्ष | विषाद |
| बलवान | निर्बल | दोस्ती | दुश्मनी |
| आगे | पीछे | सजावट | अस्त-व्यस्तता |
| कड़ा | नरम | आदान | प्रदान |
| भला | बुरा | सतर्क | लापरवाह |
| बड़ा | छोटा | शक्ति | दुर्बलता |
| भारी | हल्का | संपत्ति | निर्धनता |
| पवित्र | अपवित्र | सहयोग | विरोध |
| मोटा | पतला | श्रद्धा | अविश्वास |
| खाली | भरा | ईमानदारी | बेईमानी |
| सरल | कठिन | सुरक्षित | असुरक्षित |
| सज्जन | दुर्जन | धैर्य | अधैर्य |
| सक्षम | अक्षम | सत्यनिष्ठ | कपटी |
| शुद्ध | अशुद्ध | विनम्रता | घमंड |
| गर्म | ठंडा | ज्ञानवान | मूर्ख |
| मिलन | वियोग | अनुकूल | प्रतिकूल |
| लाभ | हानि | प्रेरणा | हतोत्साह |
| नीचे | ऊपर | आशा | निराशा |
| पश्चिम | पूर्व | प्रगति | अवनति |
| दक्षिण | उत्तर | उपलब्धि | विफलता |
| जल्दी | देर | उदार | कंजूस |
| महंगा | सस्ता | सत्य | झूठ |
| सही | गलत | संवेदनशील | असंवेदनशील |
| ऊँचा | नीचा | आज्ञाकारी | उद्दंड |
| जन्म | मरण | सजग | निष्क्रिय |
| सत्यवादी | झूठा | निडर | डरपोक |
| रोकना | छोड़ना | सम्मान | तिरस्कार |
| काम | आराम | सहज | जटिल |
| शब्द | विलोम शब्द | उदाहरण के लिए वाक्य |
| जीवन | मृत्यु | जीवन और मृत्यु हर किसी के जीवन का हिस्सा हैं। |
| प्रकाश | अंधकार | अंधकार में प्रकाश की अहमियत और बढ़ जाती है। |
| सुख | दुख | सुख और दुख दोनों ही जीवन के हिस्से हैं। |
| धन | निर्धन | निर्धन व्यक्ति भी मेहनत से धन कमा सकता है। |
| उन्नति | पतन | शीघ्र उन्नति का जल्द ही पतन की ओर ले जाता है। |
| सत्य | असत्य | असत्य का अंत सत्य की जीत से होता है। |
| शांति | अशांति | अशांति के बाद शांति की तलाश होती है। |
| जीत | हार | हार के बाद जीत की उम्मीद बनी रहती है। |
| प्रेम | घृणा | प्रेम और घृणा जीवन के दो पहलू हैं। |
| क्रोध | शांति | क्रोध से शांति भंग होती है। |
| सफलता | असफलता | असफलता के बाद ही सफलता मिलती है। |
| नया | पुराना | नया और पुराना दोनों का अपना महत्व है। |
| स्वास्थ्य | बीमारी | बीमारी के बाद स्वास्थ्य का महत्व और बढ़ जाता है। |
| सुंदर | कुरूप | सुंदरता और कुरूपता देखने वाले की नज़र पर निर्भर करती है। |
| सपना | हकीकत | सपने और हकीकत में अंतर होता है। |
| दोस्त | दुश्मन | दुश्मन से दोस्ती नहीं करनी चाहिए। |
| सच्चाई | झूठ | झूठ का पर्दाफाश सच्चाई से होता है। |
| सपाट | ऊबड़-खाबड़ | ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलना मुश्किल होता है, जबकि सपाट पर नहीं। |
| ऊँचा | नीचा | खुदको ऊंचा या नीचा नहीं दिखाना चाहिए। |
| बड़ा | छोटा | बड़ा और छोटा, दोनों का अपना-अपना महत्व होता है। |
| जल्दी | देर | जल्दी सही कदम नहीं उठाने से देर हो सकती है। |
| कठिन | सरल | कठिन कार्य को सरल बनाना आना चाहिए। |
| मजबूत | कमजोर | कमजोर को मजबूत बनाना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। |
| हिम्मत | डर | डर को हिम्मत से ही जीता जा सकता है। |
| सफाई | गंदगी | हमें सफाई का ध्यान रखना चाहिए और गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। |
| सत्य | असत्य | सत्य हमेशा असत्य पर विजय प्राप्त करता है। |
| उजाला | अंधेरा | अंधेरे के बाद उजाला आता है। |
| अमीर | गरीब | अमीर और गरीब दोनों समाज का हिस्सा हैं। |
| शांत | अशांत | अशांत मन को शांत करना जरूरी होता है। |
| तेज | धीमा | तेज और धीमा, दोनों का अपना महत्व होता है। |
| जागना | सोना | सोने के बाद जागना जरूरी है। |
| गर्म | ठंडा | गर्मी और ठंडक दोनों का अनुभव होना चाहिए। |
| हल्का | भारी | यह सामान हल्का नहीं बल्कि भारी है। |
| मीठा | कड़वा | मीठा और कड़वा, दोनों का स्वाद लेना चाहिए। |
| पास | दूर | पास और दूर का अपना महत्व है। |
| वृद्ध | युवा | युवा और वृद्ध दोनों समाज का हिस्सा हैं। |
| मजबूत | नाजुक | नाजुक चीजों का ख्याल रखना चाहिए। |
| शीत | उष्ण | शीत और उष्ण, दोनों का अनुभव होना चाहिए। |
| शिक्षा | अशिक्षा | अशिक्षा को शिक्षा से मिटाया जा सकता है। |
| साहस | डर | डर को साहस से जीतना चाहिए। |
| अधिक | कम | अधिक और कम, दोनों का महत्व होता है। |
| पहाड़ | समतल | पहाड़ी क्षेत्र समतल नहीं होते। |
| सुबह | रात | रात के बाद सुबह आती है। |
| संतोष | असंतोष | संतोष और असंतोष, दोनों का अनुभव होना चाहिए। |
| प्राचीन | नवीन | प्राचीन और नवीन, दोनों का अपना महत्व होता है। |
| स्वार्थ | परमार्थ | स्वार्थ और परमार्थ, दोनों का जीवन में महत्व है। |
| समृद्धि | गरीबी | गरीबी को समृद्धि से दूर किया जा सकता है। |
| प्रेम | घृणा | प्रेम और घृणा, दोनों का अनुभव होता है। |
| सपना | हकीकत | सपनों को हकीकत बनाना चाहिए। |
| जल्दी | देर | अच्छे कामों को जल्दी करने चाहिए, उनमें देर नहीं करनी चाहिए। |
| कठिनाई | सरलता | कठिनाई को सरलता से हल किया जा सकता है। |
| आरंभ | अंत | हर आरंभ का एक अंत होता है। |
| सकारात्मक | नकारात्मक | नकारात्मकता को सकारात्मकता से दूर करना चाहिए। |
| उम्मीद | निराशा | निराशा को उम्मीद से जीतना चाहिए। |
| अच्छा | बुरा | अच्छा और बुरा, दोनों का अनुभव होता है। |
| महंगा | सस्ता | महंगा और सस्ता, दोनों का अपना महत्व होता है। |
| विजय | पराजय | पराजय के डर से विजय नहीं हो सकती। |
| शीतल | उष्ण | शीतल और उष्ण, दोनों का अनुभव होता है। |
| पाप | पुण्य | पुण्य और पाप, दोनों का अनुभव होता है। |
| शक्ति | निर्बलता | निर्बलता को शक्ति से दूर किया जा सकता है। |
| संपत्ति | निर्धनता | निर्धनता को संपत्ति से दूर किया जा सकता है। |
| अन्याय | न्याय | न्याय की अन्याय पर जीत होती है। |
| प्रेरणा | निराशा | निराशा को प्रेरणा से जीतना चाहिए। |
| उल्लास | विषाद | विषाद को उल्लास से दूर किया जा सकता है। |
| महान | तुच्छ | महान लोग तुच्छ बातें नहीं करतें। |
| समृद्धि | गरीबी | गरीबी को समृद्धि से दूर किया जा सकता है। |
| प्रभात | सायंकाल | सायंकाल के बाद प्रभात आता है। |
| सफलता | असफलता | असफलता को सफलता से जीतना चाहिए। |
| दूसरा | पहला | पहला और दूसरा, दोनों का अपना महत्व होता है। |
| भूखा | तृप्त | भूखा व्यक्ति भोजन के बाद तृप्त हो जाता है। |
| धैर्य | अधैर्य | अधैर्य को धैर्य से जीतना चाहिए। |
| शत्रु | मित्र | शत्रु को मित्र बनाना सबसे बड़ा कार्य है। |
| उदय | अस्त | सूर्य का उदय और अस्त दोनों का महत्व है। |
| आदर | अपमान | आदर और अपमान, दोनों का अनुभव होता है। |
| सजीव | निर्जीव | सजीव में प्राण होते हैं, परंतु निर्जीव में नहीं। |
| उजागर | छिपा | छिपा सत्य एक दिन उजागर हो जाता है। |
| मधुर | कटु | मधुर और कटु आवाज का अपना महत्व है। |
| पूर्ण | अपूर्ण | अपूर्णता को पूर्णता से पूरा किया जा सकता है। |
| नायक | खलनायक | नायक और खलनायक दोनों ही कहानी का हिस्सा होते हैं। |
| प्रशंसा | निंदा | प्रशंसा और निंदा दोनों का अनुभव होता है। |
| सुंदरता | कुरूपता | सुंदरता और कुरूपता देखने वाले की नज़र पर निर्भर करती है। |
| प्यारा | नफरत | प्यारा और नफरत दोनों का अनुभव होता है। |
| ध्यान | लापरवाही | लापरवाही को ध्यान से दूर किया जा सकता है। |
| लाभ | हानि | लाभ और हानि दोनों का अनुभव व्यापार में होता है। |
| उदारता | कंजूसी | कंजूसी को उदारता से दूर किया जा सकता है। |
| विज्ञान | अंधविश्वास | अंधविश्वास को विज्ञान से दूर किया जा सकता है। |
| आशा | निराशा | निराशा को आशा से जीता जा सकता है। |
| कला | अकला | कला और अकला दोनों का अनुभव होता है। |
| संवेदनशील | असंवेदनशील | असंवेदनशीलता को संवेदनशीलता से दूर किया जा सकता है। |
| खुशी | दुखी | खुशी और दुखी दोनों का अनुभव जीवन में होता है। |
| विपक्ष | पक्ष | पक्ष और विपक्ष दोनों का अनुभव राजनीति में होता है। |
| श्रम | विश्राम | श्रम के बाद विश्राम जरूरी है। |
| ज्ञान | अज्ञान | अज्ञानता को ज्ञान से दूर किया जा सकता है। |
| विस्तार | संक्षेप | किसी भी विषय को विस्तार और संक्षेप दोनों में समझाया जा सकता है। |
| अनुशासन | अव्यवस्था | अव्यवस्था को अनुशासन से ठीक किया जा सकता है। |
| सत्य | मिथ्या | मिथ्या को सत्य से दूर किया जा सकता है। |
| विनम्रता | अहंकार | अहंकार को विनम्रता से जीतना चाहिए। |
| दृष्टि | अंधत्व | अंधत्व को दृष्टि से दूर किया जा सकता है। |
| अमृत | विष | समुद्र मंथन में अमृत और विष दोनों प्राप्त हुए थें। |
| हर्ष | शोक | हर्ष और शोक दोनों ही भावनाएं हैं। |
| शब्द | विलोम |
| अंदर | बाहर |
| अन्न | विष |
| अमीर | गरीब |
| अवनत | उन्नत |
| अयोग्य | योग्य |
| अंधकार | प्रकाश |
| अल्प | अधिक |
| अमर | नश्वर |
| अवसर | संकट |
| आलसी | मेहनती |
| शब्द | विलोम |
| आकाश | धरती |
| आशा | निराशा |
| आकर्षण | विकर्षण |
| आदर्श | यथार्थ |
| आगमन | विदा |
| आज्ञाकारी | अनाज्ञाकारी |
| आदान | प्रदान |
| आरोहण | अवरोहण |
| शब्द | विलोम |
| इच्छा | अनिच्छा |
| इधर | उधर |
| इतिहास | भविष्य |
| इकट्ठा | बिखरा |
| इन्कार | स्वीकार |
| इत्मीनान | बेचैनी |
| इंद्रधनुष | बादल |
| शब्द | विलोम |
| ईमानदार | बेईमान |
| ईश्वरीय | मानवीय |
| ईर्ष्यालु | उदार |
| ईमान | बेईमानी |
| ईश्वर | मनुष्य |
| ईर्ष्या | सद्भावना |
| शब्द | विलोम |
| उदास | खुश |
| उद्यम | निष्क्रियता |
| उद्घाटन | अंतिम |
| उद्देश्य | अभिप्राय |
| उद्बोधन | निद्रा |
| उद्यान | शहर |
| उद्योग | निष्फलता |
| उद्धार | नुकसान |
| उद्धृति | नीचे |
| उद्योग | निष्फलता |
| शब्द | विलोम |
| एक | अनेक |
| ऐश्वर्य | दरिद्रता |
| एकाधिक | एक |
| एकाकी | समूहीन |
| एकाग्रता | विचलन |
| एकांत | भीड़ |
| एकांश | अधिकांश |
| ऐक्य | वैमनस्य, विरोध |
| शब्द | विलोम |
| ओजस्वी | कमजोर |
| ओढ़ना | उतारना |
| ओझल | स्पष्ट |
| ओर | विरोध |
| औचित्य | अनौचित्य |
| औपचारिक | अनौपचारिक |
Vilom Shabd भाषा को अधिक स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने में मदद करते हैं। इनका उपयोग विरोधाभास, वक्रोक्ति और व्यंग्य जैसी साहित्यिक शैलियों में भी किया जाता है। इसके अलावा, विलोम शब्दों का उपयोग बच्चों को शब्दावली सीखने और भाषा कौशल विकसित करने में भी मदद किया जा सकता है।
बोलचाल में इन शब्दों का प्रयोग संवाद को स्पष्ट और अभिव्यक्ति पूर्ण बनाता है। यह हमारे विचारों को अधिक स्पष्ट और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में मदद करता है। इससे हमें यह समझने में मदद हो सकती है कि किसी शब्द का विपरीत अर्थ क्या हो सकता है, जिससे हम अपने विचारों को और भी स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, “सुख” का विलोम “दुख” होता है। जब हम कहते हैं कि “जीवन में सुख और दुख दोनों आते हैं”, तो यह वाक्य और अधिक प्रभावशाली बन जाता है।
विलोम शब्द लेखन को रोचक और प्रभावी बनाते हैं। इन्हें सही संदर्भ में प्रयोग करने से लेखन की गुणवत्ता में सुधार होता है। उदाहरण के लिए, निबंध और कहानी में विलोम शब्दों का प्रयोग किया जा सकता है।
विलोम शब्द साहित्यिक लेखन और कविता में भी बहुत उपयोगी होते हैं। वे भाषा को रंगीन और दिलचस्प बनाते हैं। साथ ही, इन शब्दों का उपयोग बच्चों को भाषा सिखाने में भी किया जाता है, जिससे उनकी शब्दावली बढ़ती है और वे भाषा को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं।
विलोम शब्दों का अध्ययन न केवल हमारी भाषा की समझ को गहरा करता है, बल्कि हमारे संप्रेषण कौशल को भी निखारता है। इन शब्दों का सही और सटीक उपयोग हमारे विचारों को स्पष्टता और प्रभावशीलता प्रदान करता है। विलोम शब्दों के माध्यम से हम अपने लेखन और बोलचाल में विविधता और गहराई जोड़ सकते हैं। इस लेख में प्रस्तुत उदाहरणों और उपयोग के तरीकों से, आशा है कि पाठक विलोम शब्दों की महत्ता को समझेंगे और उन्हें अपने दैनिक जीवन में प्रभावी रूप से प्रयोग करेंगे। भाषा की इस महत्वपूर्ण विधा को समझना और अपनाना, हमारे संप्रेषण को और भी समृद्ध और प्रभावी बना सकता है।
हाँ, विलोम शब्द का प्रयोग मुहावरे और लोकोक्तियों में भी किया जाता है, जिससे उनके अर्थ और प्रभाव को अधिक स्पष्ट किया जा सकता है, जैसे “सांप और सीढ़ी”।
विलोम शब्द की खोज का श्रेय किसी एक व्यक्ति को नहीं जाता, लेकिन प्राचीन भारतीय भाषावैज्ञानिक जैसे पाणिनि ने संस्कृत में विलोम शब्दों का अध्ययन किया।
पश्चिमी भाषाविज्ञान में सैमुअल जॉनसन ने शब्दकोश और विलोम शब्दों के अध्ययन में योगदान दिया है।
प्राचीन संस्कृत ग्रंथ जैसे पाणिनि की “अष्टाध्यायी” और “वृत्ति” विलोम शब्दों के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
हाँ, विलोम शब्दों का अध्ययन भाषाशास्त्र और सेमांटिक्स (अर्थशास्त्र) में किया जाता है, जो भाषा के अर्थ और उसके संरचनात्मक पहलुओं को समझने में मदद करता है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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