नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार 2024 | इतिहास, महत्व और भारतीय विजेताओं की सूची

Published on August 14, 2025
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नोबेल पुरस्कार

Quick Summary

  • नोबेल पुरस्कार 1895 में अल्फ्रेड नोबेल द्वारा स्थापित किया गया था।
  • यह पुरस्कार विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया जाता है।
  • नोबेल पुरस्कार स्वीडन और नॉर्वे द्वारा दिया जाता है।
  • पुरस्कार में स्वर्ण पदक, डिप्लोमा, और आर्थिक राशि शामिल होती है।

Table of Contents

नोबेल पुरस्कार, जिसे अल्फ्रेड नोबेल पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है, विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की 1895 की वसीयत के अनुसार, यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने मानवता के लिए सबसे बड़ा लाभ प्रदान किया है। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और 10 मिलियन स्वीडिश क्रूना की नकद राशि दी जाती है। नोबेल पुरस्कार समारोह प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को नोबेल की पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हर वर्ष अक्तूबर माह के पहले सोमवार से शुरू होने वाले सप्ताह में की जाती है। इनमें शांति का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे के ओस्लो में प्रदान किया जाता है, जबकि अन्य सभी पुरस्कार स्वीडन के स्टॉकहोम में दिए जाते हैं।

नोबेल पुरस्कार विजेताओं के चयन की जिम्मेदारी चार अलग-अलग संस्थाओं पर होती है—

  • द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज – भौतिकी, रसायन विज्ञान और आर्थिक विज्ञान
  • द नोबेल असेंबली एट करोलिंस्का इंस्टिट्यूट – चिकित्सा विज्ञान
  • द स्वीडिश एकेडमी – साहित्य
  • द नॉर्वेजियन नोबेल कमिटी – शांति पुरस्कार

ये पुरस्कार हर वर्ष 10 दिसंबर को, जो अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है, प्रदान किए जाते हैं।

नोबेल पुरस्कार क्या है? | Alfred Nobel Puraskar

नोबेल पुरस्कार एक वार्षिक सम्मान है जिसकी शुरुआत 1901 में स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में की गई थी। यह पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा या शरीर विज्ञान, साहित्य और शांति जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। बाद में, 1969 में अर्थशास्त्र को भी इसमें एक अतिरिक्त श्रेणी के रूप में शामिल किया गया।

दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण पुरस्कारों में से एक है, जो उन व्यक्तियों और संगठनों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया है। 

नोबेल पुरस्कार की आधारशिला | Nobel Award

स्वीडिश आविष्कारक और उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल ने 1895 में अपनी वसीयत के माध्यम से इन पुरस्कारों की स्थापना की थी।

नोबेल पुरस्कार की शुरुआत कैसे हुई?

नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार Alfred Nobel की वसीयत के अनुसार दिए जाते हैं, जो एक स्वीडिश वैज्ञानिक, इंजीनियर, और आविष्कारक थे। अल्फ्रेड नोबेल ने 1895 में अपनी वसीयत में अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एक कोष में रखने का निर्देश दिया। जिससे बाद में नोबेल पुरुस्कार की स्थापना की गई।

सबसे पहले नोबेल पुरस्कार किसे मिला? | First Nobel Prize Winner

कौन थे अल्फ्रेड नोबेल?

अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल का जन्म 1833 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुआ था। 9 वर्ष की आयु में वह अपने परिवार के साथ रूस चले गए। नोबेल जब 18 साल के थे तो उन्हें रसायन की पढ़ाई के लिए अमेरिका भेजा गया। अल्फ्रेड नोबेल ने 1867 में डाइनामाइट की खोज की। नोबेल ने अपनी पूरी जिंदगी में कुल 355 आविष्कार किए थे। लेकिन सबसे ज़्यादा नाम और पैसा उन्होंने 1867 में डायनामाइट के आविष्कार से कमाया।

अपनी जिंदगी में नोबेल ने शादी नहीं की। 10 दिसंबर 1896 नोबेल का दिल का दौरा पड़ने से इटली में निधन हो गया।

नोबेल पुरस्कार का इतिहास

नोबेल पुरुस्कार के इतिहास को निम्न बिंदुओं के आधार पर जाना और समझा जा सकता है-

  • 27 नवंबर 1895 को पेरिस के स्वीडिश-नॉर्वेजियन क्लब में, नोबेल ने अपनी अंतिम वसीयत पर हस्ताक्षर किए। इसमें उन्होंने अपनी संपत्ति को पाँच श्रेणियों में बाँटने का निर्देश दिया: भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, और शांति।
  • अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु 10 दिसंबर 1896 को हुई। 29 जून 1900 को नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की गई, जो पुरस्कार वितरण की जिम्मेदारी संभालती है।

यह एक निजी संस्था है जो पुरस्कार के वित्तीय प्रबंधन और संचालन की देखरेख करती है।

  • पहला समारोह 10 दिसंबर 1901 को स्टॉकहोम, स्वीडन और ओस्लो, नॉर्वे में आयोजित हुआ।
  • 1968 में, स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने अपनी 300वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अर्थशास्त्र के लिए इस पुरस्कार की स्थापना की। इसे नोबेल मेमोरियल प्राइज़ इन इकोनॉमिक साइंसेज कहा जाता है।

नोबेल पुरस्कार का महत्व

नोबेल पुरस्कार का महत्व निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है:

  1. वैश्विक मान्यता: नोबेल पुरस्कार विजेता को उनके योगदान के लिए वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलती है। यह उन्हें और उनके कार्यों को व्यापक रूप से पहचान दिलाता है।
  2. उत्कृष्टता की पहचान: यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार का प्रदर्शन किया है। यह उनके अनुसंधान, विचारों और योगदानों को सम्मानित करता है।
  3. प्रेरणा का स्रोत: विजेता की कहानियाँ और उनके योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होते हैं, इसके कई उदाहरण है जैसे मदर टेरेसा। यह युवा वैज्ञानिकों, लेखकों, और शांति समर्थकों को प्रेरित करता है।
  4. शांति और सहयोग को बढ़ावा: शांति के लिए नोबेल पुरस्कार शांति और सहयोग के महत्व को बढ़ावा देता है। यह उन प्रयासों को मान्यता देता है जो वैश्विक शांति और स्थिरता की दिशा में किए गए हैं।
  5. अर्थशास्त्र और मानवता के लाभ: नोबेल पुरस्कार विजेताओं द्वारा किए गए अनुसंधान और नवाचार मानवता के लाभ के लिए होते हैं। यह समाज के विकास और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  6. सांस्कृतिक और साहित्यिक योगदान: साहित्य में नोबेल पुरस्कार लेखकों और कवियों को सम्मानित करता है जिन्होंने साहित्य के माध्यम से महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संदेश दिए हैं।

यह पुरस्कार न केवल एक व्यक्ति को बढ़ावा देता हैं बल्कि यह वैश्विक शांति, विज्ञान, साहित्य और मानवता के विकास को भी प्रोत्साहित करता है। यह पुरस्कार दुनिया भर में सकारात्मक और अच्छे बदलाव लाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के प्रयासों को सराहता है और उन्हें प्रेरित करता है।

सबसे पहले नोबेल पुरस्कार किसे मिला?

पहला नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन थे। अब आपसे कोई पूछें कि सबसे पहले पुरस्कार किसे मिला तो आप उसका जवाब आसानी से दे सकते है। तथा उनके साथ उसी दिन जिन्हें यह पुरस्कार मिला वह इस प्रकार है-

  • भौतिकी: विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन को एक्स-किरणों की खोज के लिए।
  • रसायन: जैकबस हेनरिकस वैंट हॉफ को रासायनिक गतिकी और समस्थानिक दबाव के नियम पर उनके कार्य के लिए।
  • चिकित्सा: एमिल एडोल्फ वॉन बेहरिंग को सीरम थेरेपी, विशेष रूप से डिप्थीरिया के इलाज में उनके योगदान के लिए।
  • साहित्य: सुली प्रुधोम को उनके काव्यात्मक कार्यों के लिए।
  • शांति: हेनरी ड्यूनेन्ट और फ्रेड्रिक पस्सी को शांति और अंतर्राष्ट्रीय मित्रता को बढ़ावा देने के लिए।

2024 Nobel Prize Winners | शांति पुरस्कार

श्रेणीविजेता(विजेताओं) के नामप्रमुख योगदान / कारण
भौतिकी (Physics)John J. Hopfield, Geoffrey E. Hintonमशीन लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क के विकास में अग्रणी योगदान
रसायन विज्ञान (Chemistry)David Baker, Demis Hassabis, John M. JumperAI की मदद से प्रोटीन संरचना की भविष्यवाणी और नए प्रोटीन डिजाइन करना
चिकित्सा / शरीर विज्ञान (Medicine)Victor Ambros, Gary RuvkunmicroRNA की खोज और उसके माध्यम से जीन नियंत्रण की प्रक्रिया को समझना
साहित्य (Literature)Han Kang (दक्षिण कोरिया)ऐतिहासिक त्रासदियों और मानव अनुभव को दर्शाने वाला भावनात्मक लेखन
शांति (Peace)Nihon Hidankyo (Japan Hibakusha Survivors Organization)परमाणु हथियारों के खिलाफ अभियान और परमाणु पीड़ितों की गवाही को उजागर करना
अर्थशास्त्र (Economics)Daron Acemoglu, Simon Johnson, James A. Robinsonसंस्थाओं और आर्थिक समृद्धि के बीच संबंधों पर आधारित शोध
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भारत में नोबेल पुरस्कार विजेता | Indian Nobel Prize Winners

नामवर्षकार्य क्षेत्रकार्य
रवींद्रनाथ ठाकुर (टैगोर)1913साहित्यरवींद्रनाथ ठाकुर (टैगोर) को उनकी उत्कृष्ट काव्य रचनाओं के लिए 1913 में साहित्य का प्राप्त हुआ। उनकी प्रसिद्ध रचना “गीतांजलि” ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई।
सी. वी. रमन1930भौतिकीसर चंद्रशेखर वेंकटरमन को उनके ‘रमन प्रभाव’ की खोज के लिए 1930 में भौतिकी का मिला। इस प्रभाव ने प्रकाश के प्रकीर्णन (scattering) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मदर टेरेसा1979शांतिमदर टेरेसा को 1979 में शांति का मिला। उन्होंने कोलकाता में गरीबों, बीमारों और बेसहारा लोगों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
अमर्त्य सेन1998आर्थिक विज्ञानअमर्त्य सेन को 1998 में आर्थिक विज्ञान में मिला। उनके कार्य ने कल्याण अर्थशास्त्र और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया।
कैलाश सत्यार्थी2014शांतिकैलाश सत्यार्थी को 2014 में शांति का यह पुरस्कार मिला। उन्होंने बच्चों के अधिकारों और बाल श्रम के खिलाफ अपने अभियान के लिए यह पुरस्कार प्राप्त हुआ।
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नोबेल पुरस्कार की श्रेणियाँ

इस पुरस्कार को बौद्धिक क्षेत्रों के अनुसार मुख्यतः चार श्रेणीयों में बाँटा जाता है, विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र। हालाँकि विज्ञान में इसकी तीन श्रेणियाँ है भौतिकी, रसायन और चिकित्सा विज्ञान। इन श्रेणियों का परिचय विस्तार में इस प्रकार से हैं-

  1. विज्ञान- विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोज और आविष्कार के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है, विज्ञान के अंदर तीन क्षेत्रों, भौतिकी, रसायन और चिकित्सा विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
  2. साहित्य- साहित्य के क्षेत्र में रचनात्मक, मानवीय उत्कृष्ट योगदान कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाता है।
  3. शांति – यह पुरस्कार नॉर्वे के ओस्लो में एक समिति द्वारा दिया जाता है, जबकि बाकी पुरस्कार स्वीडन के स्टॉकहोम में दिए जाते हैं।
  4. आर्थिक विज्ञान (जिसे आधिकारिक तौर पर ‘स्वीडिश राष्ट्रीय बैंक पुरस्कार’ कहा जाता है)अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता हैं। इस पुरस्कार की स्थापना 1968 में स्वीडिश सेंट्रल बैंक द्वारा अल्फ़्रेद नोबेल के सम्मान में की गई थी और यह मूल नोबेल पुरस्कारों का हिस्सा नहीं होते हुए भी उनके बराबर ही प्रतिष्ठित है।

नोबेल पुरस्कार 2023

हर वर्ष की तरह नोबेल पुरस्कार 2023 का समारोह 10 दिसंबर 2023 को आयोजित किया गया। नोबेल पुरस्कार 2023 के समारोह में भौतिकी, रसायन, चिकित्सा और साहित्य के पुरस्कार स्टॉकहोम, स्वीडन में और शांति पुरस्कार ओस्लो, नॉर्वे में दिया गया।

भौतिकी में नोबेल पुरस्कार 2023

  • पियरे अगोस्तीनी, फेरेंक क्राउज़, और एनी ल’हुइलियर को उनके उन प्रयोगात्मक तरीकों के लिए सम्मानित किया गया जो पदार्थ में इलेक्ट्रॉन गतिशीलता के अध्ययन के लिए एटोसकंड पल्सेस का उत्पादन करते हैं। उनके कार्य ने भौतिकी, रसायन, और जीवविज्ञान में नए शोध और प्रयोगों के क्षेत्र खोले हैं।

रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 2023

  • मूंगी जी. बावेंडी, लुइस ई. ब्रस, और एलेक्सी आई. एकिमोव को क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए पुरस्कार मिला। ये छोटे कण अनोखे गुणधर्म रखते हैं और चिकित्सा इमेजिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, और क्वांटम कंप्यूटिंग में महत्वपूर्ण अनुप्रयोग हैं।

चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार 2023

  • काटलिन कारिको और ड्रू वीस्मैन को न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों के संबंध में उनकी खोजों के लिए सम्मानित किया गया, जिसने COVID-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास को सक्षम बनाया। उनके कार्य ने महामारी के दौरान टीकों के तेजी से विकास में बुनियादी भूमिका निभाई है, जिससे अनगिनत जानें बचाई गई हैं।

साहित्य में नोबेल पुरस्कार 2023

  • जॉन फॉसे, एक नॉर्वेजियन लेखक और नाटककार, को उनकी अभिनव नाट्य और गद्य रचनाओं के लिए नोबेल पुरस्कार मिला, जो अव्यक्त बातों को आवाज़ देते हैं और अद्वितीय कथा शैली के साथ अस्तित्व पर प्रश्नों का अन्वेषण करते हैं। उनके कार्यों ने समकालीन साहित्य पर गहरा प्रभाव डाला है।

शांति में नोबेल पुरस्कार 2023

  • नरगेस मोहम्मदी, एक ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता, को ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ उनकी लड़ाई और मानवाधिकारों और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। उनकी साहसी सक्रियता ने कई लोगों को प्रेरित किया है और ईरान में महिलाओं के सामने आने वाले संघर्षों पर ध्यान आकर्षित किया है।

आर्थिक विज्ञान में नोबेल स्मृति पुरस्कार 2023

  • क्लाउडिया गोल्डिन को महिलाओं के श्रम बाजार परिणामों पर उनके शोध के लिए मान्यता मिली। उनके कार्य ने श्रम शक्ति भागीदारी और आय में लिंग अंतर को प्रभावित करने वाले कारकों पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की है, जिससे आर्थिक विकास में लैंगिक समानता के महत्व को रेखांकित किया गया है।

अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार क्यों मिला?

अमर्त्य सेन को 1998 में आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार मिला। उन्होंने गरीबी, भूख, और असमानता के कारणों का गहन अध्ययन किया और इसके समाधान के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांत प्रस्तुत किए इसीलिए उनका नाम भी नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय सूची में शामिल हो गया।

अमर्त्य सेन के प्रमुख योगदान

  • गरीबी और अकाल:
    • नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने अपनी पुस्तक “Poverty and Famines: An Essay on Entitlement and Deprivation” में अकाल और भूख के आर्थिक और सामाजिक कारणों का विश्लेषण किया। उन्होंने बताया कि अकाल का मुख्य कारण भोजन की कमी नहीं, बल्कि वितरण प्रणाली की विफलता है। उन्होंने बताया कि अकाल तब होता है जब लोगों को अपनी आजीविका कमाने या बनाए रखने के साधनों में कमी होती है, चाहे भोजन की आपूर्ति पर्याप्त हो।
  • क्षमताओं का दृष्टिकोण (Capability Approach):
    • अमर्त्य सेन का सबसे महत्वपूर्ण योगदान “Capability Approach” है। इस दृष्टिकोण में, उन्होंने तर्क दिया कि विकास और सामाजिक प्रगति का मूल्यांकन केवल आर्थिक समृद्धि से नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि लोगों की क्षमताओं और अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। यह दृष्टिकोण व्यक्तिगत स्वतंत्रता, शिक्षा, स्वास्थ्य, और जीवन की गुणवत्ता पर जोर देता है।
  • विकास की अवधारणा (Development as Freedom):
    • अमर्त्य सेन की पुस्तक “Development as Freedom” में उन्होंने तर्क दिया कि विकास का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनकी स्वतंत्रता और क्षमताओं का विस्तार करने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास तभी सार्थक है जब वह लोगों की स्वतंत्रता और सामाजिक अवसरों को बढ़ाता है।
  • सामाजिक न्याय (Social Justice):
    • सेन ने सामाजिक न्याय के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। उनकी पुस्तक “The Idea of Justice” में उन्होंने तर्क दिया कि सामाजिक न्याय का मूल्यांकन संस्थानों की तुलना में लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव से किया जाना चाहिए।
  • कल्याण अर्थशास्त्र (Welfare Economics):
    • सेन ने कल्याण अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने व्यक्तियों के कल्याण और उनकी भलाई के मापन के नए तरीके प्रस्तुत किए।

नोबेल पुरस्कार से जुड़ी रोचक जानकारियाँ

  • नोबेल पदक और डिप्लोमा: प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और एक नगद राशि प्रदान की जाती है। पदक पर अल्फ्रेड नोबेल की छवि बनी होती है।
  • सबसे युवा विजेता: मलाला यूसुफजई सबसे युवा पुरस्कार विजेता हैं, जिन्होंने 2014 में केवल 17 वर्ष की आयु में शांति का नोबेल पुरस्कार जीता था।
  • महिलाओं की भागीदारी: इस पुरस्कार के इतिहास में कई महिलाओं ने भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीता है, लेकिन पुरुष विजेताओं की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। पहले महिला विजेता, मैरी क्यूरी, ने दो बार नोबेल पुरस्कार जीता- पहला 1903 में भौतिकी में और दूसरा 1911 में रसायन विज्ञान में।
  • नोबेल परिवार के सदस्य: अल्फ्रेड नोबेल के परिवार का कोई सदस्य कभी यह पुरस्कार नहीं जीत सका।
  • पुरस्कार अस्वीकृति: कुछ व्यक्तियों और संगठनों ने विभिन्न कारणों से इस पुरस्कार को अस्वीकार भी किया है। जैसे, वियतनाम के नेता ले डुक थो ने 1973 में शांति का नोबेल पुरस्कार अस्वीकार कर दिया था।फ़्रांस के महान लेखक जीन पॉल सात्र ने भी यह पुरस्कार अस्वीकार कर दिया।

1. नोबेल फाउंडेशन की भूमिका

  • Alfred Nobel की वसीयत के अनुसार 1895 में स्थापित नोबेल पुरस्कारों के लिए कोष स्थापन और प्रबंधन का काम 1900 में स्थापित Nobel Foundation द्वारा किया जाता है। यह एक निजी संस्था है, जिसका मुख्य कार्य धन का प्रबंधन और पुरस्कार-संबंधी संस्थाओं की वित्तीय स्वतंत्रता बनाए रखना है।

2. नामांकन और चयन प्रक्रिया का विवरण

  • आपके लेख में चयन संस्थाओं का उल्लेख है, लेकिन विस्तृत प्रक्रियाओं का उल्लेख नहीं है:
    • नोबेल पुरस्कारों (भौतिकी, रसायन, चिकित्सा/जीवविज्ञान, साहित्य, अर्थशास्त्र) के लिए नामांकन आमतौर पर केवल न्योता प्राप्त योग्य व्यक्तियों/संस्थानों से होते हैं, और प्रक्रिया गोपनीय (50 वर्ष बाद खुले) रखी जाती है।
    • शांति पुरस्कार की प्रक्रिया कुछ अलग है—कोई भी पात्र व्यक्ति (पंजीकृत) बिना निमंत्रण के नामांकन कर सकता है; लेकिन नामांकन पर गोपनीयता लागू है और निर्णय में केवल नॉर्वेजियन नोबेल समिति शामिल होती है।
    • सामान्यतः नामांकन की शुरुआत सितंबर में होती है और अंतिम निर्णय नवंबर तक हो जाता है, विजेताओं की घोषणा अक्टूबर में और पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को होता है—जो Alfred Nobel की पुण्यतिथि है।

3. अतिरिक्त रोचक तथ्य और सांख्यिकी

  • श्रेणियाँ और संख्या:
    • 1901–2024 के बीच कुल 627 बार नोबेल पुरस्कार और अर्थशास्त्र स्मृति पुरस्कार (Sveriges Riksbank Prize) दिया गया है, जिन्हें 1,012 लोगों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया—976 व्यक्ति और 28 संगठन।
  • वर्षों में छूट:
    • कुछ वर्षों (विशेषकर प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान) नोबेल पुरस्कार नहीं दिए गए—कुल 49 बार ऐसा हुआ है।
  • विभाजित पुरस्कार नियम:
    • एक नोबेल पुरस्कार एक श्रेणी में अधिकतम तीन व्यक्तियों को साझा किया जा सकता है; शांति पुरस्कार संस्थानों को भी दिया जा सकता है (उदाहरण: रेड क्रॉस)।
  • युवा और उम्रदराज़ विजेता:
    • सबसे कम उम्र की नोबेल विजेता पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई हैं; कई अन्य युवा विजेता भी जुड़े हैं (संस्कृती IAS का संदर्भ)।
  • दो बार पुरस्कार:
    • मॅडम क्यूरी, लिनस पॉलिंग, जीन बार्डिन, फ्रेडरिक सेंगर जैसे वैज्ञानिकों ने दो बार नोबेल पुरस्कार जीता।
  • किसी ने पुरस्कार लेने से इनकार किया:
    • जीन-पाल सार्त्र (साहित्य, 1964) और ले दक थो (शांति, 1973) ने पुरस्कार लेना स्वीकार नहीं किया।

निष्कर्ष

नोबेल पुरस्कार मानवता के लिए उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है। यह पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में असाधारण कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है। अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने मानवता के लिए सबसे बड़ा लाभ प्रदान किया है। प्रत्येक विजेता को स्वर्ण पदक, डिप्लोमा और नकद राशि से सम्मानित किया जाता है। यह समारोह 10 दिसंबर को आयोजित किया जाता है, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

नोबेल पुरस्कार कौन सा देश देता है?

नोबेल पुरस्कार स्वीडन द्वारा दिया जाता है।

दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार कौन सा है?

दुनिया का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित पुरस्कार नोबेल पुरस्कार है। यह पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, यह पुरस्कार 1901 में स्थापित किया गया था।

विश्व में प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता कौन थे?

पहला नोबेल पुरस्कार 1901 में विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन (भौतिकी), जैकबस हेनरिकस वैन ‘ट हॉफ (रसायन विज्ञान), एमिल वॉन बेहरिंग (चिकित्सा), सुले प्रुधोम (साहित्य), और हेनरी ड्यूनेंट व फ्रेडरिक पासी (शांति) को मिला था।

1 साल में कितने नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं?

हर साल कुल मिलाकर छह नोबेल पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिए जाते हैं।

नोबेल पुरस्कार के जनक कौन थे?

नोबेल पुरस्कार के जनक स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल थे। उन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया और अपनी वसीयत में अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा नोबेल पुरस्कार स्थापित करने के लिए दान कर दिया।

First Nobel Prize Winners in India

रविंद्रनाथ टैगोर भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे। उन्हें यह सम्मान वर्ष 1913 में साहित्य के क्षेत्र में प्रदान किया गया था। टैगोर को उनकी प्रसिद्ध काव्य रचना “गीतांजलि” के लिए यह पुरस्कार मिला, जिसमें उनके आध्यात्मिक विचार और मानवीय भावना झलकती है।

Authored by, Aakriti Jain
Content Curator

Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.

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