Quick Summary
शिक्षक दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन को दिशा देने वाले गुरुजनों के प्रति सम्मान और आभार का पर्व है। हर साल 5 सितंबर को हम इस दिन को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाते हैं, जिन्होंने शिक्षा और शिक्षक की भूमिका को समाज में सबसे ऊँचा दर्जा दिया। 2025 के इस शिक्षक दिवस पर यदि आप अपने स्कूल, कॉलेज या किसी विशेष कार्यक्रम में भाषण देने जा रहे हैं, तो यहाँ आपको मिलेंगे प्रेरणादायक और आकर्षक भाषण के नमूने। ये भाषण न सिर्फ आपके विचारों को सशक्त बनाएंगे, बल्कि आपके गुरुजनों के हृदय को भी छू लेंगे।
“शिक्षक दिवस बच्चों को यह सिखाता है कि अपने गुरुओं के प्रति आभार और सम्मान कैसे जताएँ। शिक्षक हमारे जीवन के निर्माता होते हैं। माता-पिता हमें जन्म देते हैं, लेकिन जीवन को सही दिशा देने का काम हमारे गुरु ही करते हैं।”
“शिक्षक वह दीपक हैं जो स्वयं जलकर दूसरों के जीवन को रोशन करते हैं, और शिक्षक दिवस वह अवसर है जब हम उनके महत्व और योगदान को याद करते हुए उन्हें सम्मान देते हैं।”
भारत में शिक्षक दिवस का आयोजन प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को किया जाता है। यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति, महान शिक्षक और दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है।
जब उनके कुछ शिष्यों और मित्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई, तो डॉ. राधाकृष्णन ने कहा कि यदि वास्तव में उन्हें सम्मान देना है तो यह दिन “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाया जाए। तभी से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
“शिक्षक दिवस हमारे जीवन में शिक्षकों के योगदान को याद करने का दिन है। नीचे शिक्षक दिवस का महत्व और इसका इतिहास विस्तार से बताया गया है।”
शिक्षक दिवस का इतिहास
भारत में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन महान दार्शनिक, विद्वान और देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है। जब उनके शिष्यों और मित्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई, तो उन्होंने कहा कि यदि आप मुझे सच में सम्मान देना चाहते हैं, तो इस दिन को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाएँ। तभी से यह परंपरा शुरू हुई और आज पूरे देश में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस का महत्व
देशभर में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति, महान शिक्षक और दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। डॉ. राधाकृष्णन का मानना था कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र की प्रगति का आधार है।
“नीचे शिक्षक दिवस पर विभिन्न अवसरों के लिए तैयार किए गए भाषण के नमूने दिए गए हैं, जिन्हें छात्र, शिक्षक या कोई भी वक्ता आसानी से उपयोग कर सकता है।”
सम्मानित प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों, आप सभी को मेरा नमस्कार।
आज मैं इस मंच पर खड़ा होकर अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व, हमारे शिक्षकों- के बारे में कुछ शब्द कहना चाहता हूँ।
हम सब जानते हैं कि हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति और महान दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है। उनका मानना था कि शिक्षा ही इंसान के जीवन को रोशनी देती है और शिक्षक उस दीपक की तरह होते हैं जो अज्ञानता का अंधकार दूर कर ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं।
एक शिक्षक केवल पढ़ाई ही नहीं कराता, बल्कि हमें अनुशासन, ईमानदारी, मेहनत और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। हमारी हर सफलता के पीछे हमारे माता-पिता और शिक्षकों की मेहनत छुपी होती है।
शिक्षक समाज के सच्चे निर्माता होते हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक या नेता- हर किसी की नींव एक शिक्षक ही रखता है। सच कहें तो, शिक्षक वह शक्ति हैं जो कच्ची मिट्टी को आकार देकर एक मजबूत और सुंदर प्रतिमा बनाते हैं।
आज के इस अवसर पर मैं दिल से अपने सभी शिक्षकों का धन्यवाद करना चाहता हूँ। आपने हमें सिर्फ किताबों का ज्ञान ही नहीं दिया, बल्कि हमें जीवन जीने का सही तरीका भी सिखाया है।
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा कि “एक अच्छा शिक्षक सिर्फ एक छात्र का ही नहीं, बल्कि पूरे समाज का भविष्य बदल सकता है।”
धन्यवाद।
प्रिय साथियों, आदरणीय शिक्षकों और प्यारे विद्यार्थियों, आप सभी को मेरा नमस्कार।
आज का दिन हम सबके लिए बेहद खास है क्योंकि हम यहाँ शिक्षक दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। हर साल 5 सितंबर को हम यह दिवस मनाते हैं। यह दिन महान दार्शनिक, विद्वान और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जाता है। उनका मानना था कि यदि समाज को सही दिशा देनी है, तो शिक्षा और शिक्षकों का सम्मान करना अनिवार्य है।
शिक्षक हमारे जीवन की वह शक्ति हैं, जो हमें न केवल शिक्षा देते हैं, बल्कि अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा भी देते हैं। वे हमारे व्यक्तित्व को निखारते हैं, हमारे विचारों को संवारते हैं और हमें जीवन में सही राह दिखाते हैं। एक शिक्षक ही है, जो साधारण विद्यार्थी को असाधारण बना सकता है।
आज मैं इस अवसर पर अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों को हृदय से धन्यवाद देना चाहता हूँ। आपने कठिन परिश्रम, धैर्य और समर्पण से हमारे बच्चों को सही दिशा दी है। आप ही के प्रयासों से हमारे विद्यार्थी हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रिय विद्यार्थियों, मैं आप सबसे यही कहूँगा कि अपने शिक्षकों का सम्मान करें। उनकी मेहनत और मार्गदर्शन ही आपकी सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है।
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा कि “शिक्षक केवल कक्षा का मार्गदर्शक नहीं होता, बल्कि वह पूरे जीवन का प्रकाशस्तंभ होता है।” आइए, आज के दिन हम सब मिलकर अपने शिक्षकों को हृदय से धन्यवाद दें और उनके योगदान को याद करें।
धन्यवाद।
माननीय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, सहपाठियों और सभी उपस्थित अतिथिगण को मेरा सादर प्रणाम।
आज हम सब यहाँ शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एकत्र हुए हैं। जैसा कि हम जानते हैं, हर वर्ष 5 सितंबर को यह दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति और महान दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन का मानना था कि शिक्षा केवल ज्ञान का साधन नहीं है, बल्कि यह व्यक्तित्व निर्माण और समाज सुधार का सबसे सशक्त माध्यम है।
शिक्षक हमारे जीवन के ऐसे मार्गदर्शक होते हैं, जो कठिनाइयों में हमारा हाथ पकड़ते हैं और सफलता की ओर ले जाते हैं। वे हमें केवल पुस्तकीय ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि अनुशासन, नैतिकता और मानवता का पाठ भी पढ़ाते हैं। वास्तव में, शिक्षक समाज के निर्माणकर्ता और राष्ट्र के सच्चे स्तंभ हैं।
आज का दिन हमें यह स्मरण कराता है कि हमें अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। वे बिना थके हमें सिखाते हैं, प्रेरित करते हैं और हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देते हैं।
इस अवसर पर, मैं विद्यालय/कॉलेज की ओर से सभी शिक्षकों को हृदय से धन्यवाद और सम्मान अर्पित करता हूँ। आपके प्रयासों से ही हमारे विद्यार्थी भविष्य में देश का गौरव बनते हैं।
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा कि “एक अच्छा शिक्षक केवल वर्तमान को नहीं, बल्कि आने वाले भविष्य को भी संवारता है।”
धन्यवाद।
माननीय प्रधानाचार्य महोदय, मेरे सहकर्मी शिक्षकों और प्रिय विद्यार्थियों, आप सभी को मेरा सादर अभिवादन।
आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत विशेष है, क्योंकि हम शिक्षक दिवस मना रहे हैं। यह दिवस हमारे लिए केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और आभार व्यक्त करने का अवसर है। हर वर्ष 5 सितंबर को हम यह दिवस भारत के महान दार्शनिक, विद्वान और राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
शिक्षण केवल एक पेशा नहीं, बल्कि यह समाज सेवा का सबसे श्रेष्ठ माध्यम है। एक शिक्षक के रूप में हमारी भूमिका सिर्फ ज्ञान बाँटना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के भीतर छिपी प्रतिभा को पहचानना, उन्हें सही दिशा देना और जीवन के मूल्यों से परिचित कराना भी है। हम केवल किताबें नहीं पढ़ाते, बल्कि चरित्र, संस्कार और आत्मविश्वास का निर्माण भी करते हैं।
प्रिय विद्यार्थियों, आप ही हमारे सपनों और उम्मीदों का भविष्य हैं। आपकी सफलता ही हमारे परिश्रम का सबसे बड़ा पुरस्कार है। जब हम आपको आगे बढ़ते और जीवन में सफल होते देखते हैं, तो हमें सबसे अधिक गर्व और संतोष मिलता है।
इस अवसर पर मैं अपने सभी सहकर्मी शिक्षकों का भी धन्यवाद करना चाहूँगा, जो पूरे समर्पण और ईमानदारी से इस पवित्र कार्य को निभा रहे हैं।
अंत में, मैं इतना ही कहना चाहूँगा कि “एक शिक्षक की असली उपलब्धि वही है, जब उसका विद्यार्थी समाज और राष्ट्र की सेवा में योगदान दे।”
धन्यवाद।
माननीय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों, आप सभी को मेरा नमस्कार।
आज का दिन हम सभी विद्यार्थियों के लिए बेहद खास है, क्योंकि हम शिक्षक दिवस मना रहे हैं। एक छात्र प्रतिनिधि के रूप में, मुझे यह अवसर पाकर गर्व हो रहा है कि मैं अपने शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट कर सकूँ।
हम सब जानते हैं कि हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन महान दार्शनिक, शिक्षक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है। उन्होंने हमेशा कहा कि समाज की प्रगति केवल तभी संभव है जब शिक्षक और शिक्षा को उचित सम्मान दिया जाए।
शिक्षक केवल किताबों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि हमें जीवन की सच्चाइयाँ सिखाते हैं। वे हमें अनुशासन, मेहनत, ईमानदारी और जिम्मेदारी का महत्व समझाते हैं। सच में, एक अच्छा शिक्षक हमें केवल परीक्षाओं के लिए तैयार नहीं करता, बल्कि पूरे जीवन के लिए तैयार करता है।
आज इस अवसर पर, मैं अपने सभी शिक्षकों की ओर से कहना चाहता हूँ कि हम विद्यार्थी आपकी मेहनत, आपके त्याग और आपके मार्गदर्शन को हमेशा याद रखेंगे। आप ही की वजह से हम अपने सपनों को पूरा करने और समाज में अपनी पहचान बनाने में सक्षम हो पाते हैं।
प्रिय साथियों, आइए इस दिन हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम अपने शिक्षकों की शिक्षा और मूल्यों को अपने जीवन में अपनाएँगे और उनके सपनों को सच करेंगे।
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा कि “शिक्षक दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवनभर का मार्गदर्शन है।”
धन्यवाद।
माननीय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों, आप सभी को मेरा सादर प्रणाम।
आज हम सभी यहाँ एक बहुत ही विशेष अवसर (शिक्षक दिवस) – को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिन हर वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है, जो महान दार्शनिक, शिक्षक और भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है। उन्होंने कहा था कि “यदि आप मेरा सम्मान करना चाहते हैं तो मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएँ।” तभी से यह दिन हमारे देशभर में शिक्षकों को समर्पित किया जाता है।
शिक्षक केवल ज्ञान देने वाले नहीं होते, बल्कि वे हमारे जीवन को सही दिशा दिखाने वाले मार्गदर्शक होते हैं। वे हमें कठिनाइयों से लड़ना, चुनौतियों का सामना करना और जिम्मेदार नागरिक बनना सिखाते हैं। सच कहा जाए तो शिक्षक वह दीपक हैं, जो स्वयं जलकर भी दूसरों के जीवन को प्रकाशमय बनाते हैं।
आज के इस अवसर पर, मैं कार्यक्रम आयोजक होने के नाते सभी शिक्षकों को हृदय से नमन करता हूँ। हम विद्यार्थियों के जीवन में आपकी भूमिका अपार है। आप ही हमें अच्छे-बुरे में भेद करना सिखाते हैं और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की प्रेरणा देते हैं।
प्रिय साथियों, आज के इस दिन हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने शिक्षकों द्वारा बताए गए मार्ग पर चलें और उनके प्रयासों को सार्थक बनाएँ। यही उनके प्रति हमारा सच्चा सम्मान होगा।
अंत में, मैं विद्यालय/कॉलेज की ओर से सभी शिक्षकों का आभार प्रकट करता हूँ और इस विशेष दिन को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी साथियों को धन्यवाद देता हूँ।
धन्यवाद।
शिक्षक दिवस पर प्रेरणादायक कोट्स और उद्धरण हमें यह याद दिलाते हैं कि शिक्षक हमारे जीवन के असली मार्गदर्शक और प्रेरणा के स्रोत होते हैं।
| क्रमांक | हिंदी उद्धरण | English Quote |
| 1 | “शिक्षक वह दीपक हैं जो खुद जलकर हमें रोशनी देते हैं।” | “A teacher is like a lamp, who burns himself to light the way for others.” |
| 2 | “एक अच्छा शिक्षक उम्मीद जगाता है, कल्पना को प्रज्वलित करता है और सीखने का प्रेम पैदा करता है।” | “A good teacher inspires hope, ignites imagination, and instills a love of learning.” |
| 3 | “शिक्षक सिर्फ किताबों का ज्ञान नहीं देते, वे जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं।” | “Teachers don’t just teach lessons from books, they teach the art of living.” |
| 4 | “गुरु बिना ज्ञान अधूरा है और जीवन दिशाहीन है।” | “Without a teacher, knowledge is incomplete and life is directionless.” |
| 5 | “शिक्षक वह कलाकार हैं जो भविष्य की नींव तैयार करते हैं।” | “Teachers are the artists who shape the foundation of the future.” |
| 6 | “विद्यार्थी का वास्तविक मित्र उसका शिक्षक होता है।” | “A true friend of a student is his teacher.” |
| 7 | “शिक्षक समाज की आत्मा होते हैं।” | “Teachers are the soul of the society.” |
| 8 | “अच्छे शिक्षक का प्रभाव कभी मिटाया नहीं जा सकता।” | “The influence of a good teacher can never be erased.” |
| 9 | “गुरु वही है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए।” | “A teacher is one who takes us from darkness to light.” |
| 10 | “शिक्षक हमारे जीवन के वास्तविक मार्गदर्शक होते हैं।” | “Teachers are the true guides of our lives.” |
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
“शिक्षक एक राष्ट्र की रीढ़ होते हैं। यदि शिक्षक सही दिशा दिखाएँ, तो विद्यार्थी देश को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं।”स्वामी विवेकानंद
“गुरु ही सच्चा मार्गदर्शक होता है। वह न केवल ज्ञान देता है बल्कि आत्मा को जागृत करता है।”डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
“शिक्षक का असली कार्य छात्रों के भीतर नैतिकता, मूल्यों और मानवीय संवेदनाओं का विकास करना है।”महात्मा गांधी
“सच्चा शिक्षक वही है जो अपने जीवन से विद्यार्थियों को शिक्षा देता है, न कि केवल शब्दों से।”रवीन्द्रनाथ टैगोर
“शिक्षक केवल ज्ञान नहीं बाँटते, वे छात्रों में जिज्ञासा और रचनात्मकता की लौ जलाते हैं।”
“शिक्षक दिवस पर आसान और प्रभावी निबंध यहाँ दिए गए हैं। आप इन्हें 100, 200 और 300 शब्दों में अपनी ज़रूरत के अनुसार चुन सकते हैं।”
भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के सम्मान में मनाया जाता है, जो एक महान शिक्षक और राष्ट्रपति थे। शिक्षक हमारे जीवन को दिशा देने वाले दीपक की तरह होते हैं। वे केवल किताबों का ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि हमें अच्छे संस्कार, अनुशासन और जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं। शिक्षक दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें और उनके योगदान को याद करें। सच्चा विद्यार्थी वही है जो अपने शिक्षक का सम्मान करता है और उनकी सीख को जीवन में अपनाता है।
शिक्षक दिवस भारत में हर वर्ष 5 सितंबर को पूरे सम्मान और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है, जो एक महान दार्शनिक, शिक्षक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने हमेशा कहा था कि “शिक्षक ही समाज के सच्चे निर्माता होते हैं।”
शिक्षक हमारे जीवन के पथप्रदर्शक होते हैं। वे हमें केवल किताबों का ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि सही और गलत के बीच अंतर करना भी सिखाते हैं। उनका मार्गदर्शन हमें आत्मनिर्भर, अनुशासित और जिम्मेदार नागरिक बनाता है। शिक्षक वह दीपक हैं, जो स्वयं जलकर दूसरों का जीवन प्रकाशमय करते हैं।
इस दिन विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भाषण, नृत्य, कविताएँ और नाटक शामिल होते हैं। यह दिन हमें यह अवसर देता है कि हम अपने शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त कर सकें।
शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि जीवन में चाहे हम कितनी भी ऊँचाई क्यों न छू लें, अपने गुरुओं का सम्मान और आदर करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
भारत में शिक्षक दिवस हर वर्ष 5 सितंबर को बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जो एक महान शिक्षक, दार्शनिक और भारत के द्वितीय राष्ट्रपति थे। जब उनके छात्रों और मित्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा व्यक्त की, तो उन्होंने सुझाव दिया कि इस दिन को उनके व्यक्तिगत जन्मदिन के बजाय शिक्षकों के सम्मान के रूप में मनाया जाए। तभी से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई।
शिक्षक का स्थान हमारे जीवन में माता-पिता के समान ही महत्वपूर्ण होता है। वे हमें केवल पाठ्यपुस्तकों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि अच्छे संस्कार, अनुशासन, नैतिकता और जीवन मूल्यों की शिक्षा भी प्रदान करते हैं। शिक्षक हमें जीवन की कठिनाइयों से जूझने और सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। वे हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं और हमें योग्य नागरिक बनने में मदद करते हैं।
इस दिन विद्यालयों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। छात्र अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए भाषण, कविताएँ, नाटक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ प्रस्तुत करते हैं। कई जगहों पर छात्रों द्वारा अध्यापक की भूमिका निभाकर “टीचर्स डे” को और भी खास बनाया जाता है।
शिक्षक दिवस हमें यह सिखाता है कि जीवन में चाहे हम कितनी भी सफलता हासिल करें, अपने शिक्षकों का आदर और कृतज्ञता व्यक्त करना हमारी जिम्मेदारी है। शिक्षक समाज की नींव होते हैं और उनका योगदान सदैव अमूल्य रहेगा।
“शिक्षक दिवस पर शायरी और कविता हमारे सम्मानित गुरुओं के प्रति कृतज्ञता और प्रेम व्यक्त करने का सबसे सुंदर माध्यम है। आइए कुछ खास पंक्तियों और रचनाओं के ज़रिए अपने शिक्षकों को सम्मान अर्पित करें।”
| क्रमांक | शायरी |
| 1 | गुरु बिना जीवन अधूरा लगता है, उनके बिना हर सपना अधूरा लगता है। ज्ञान से जो रोशन कर दें ज़िंदगी हमारी,वही शिक्षक सच्चा सितारा लगता है। |
| 2 | दीपक बनकर जो अंधकार मिटाते हैं,ज्ञान का सागर हमें सौंप जाते हैं। सलाम है उन शिक्षकों को दिल से,जो जीवन को सही राह दिखाते हैं। |
| 3 | गुरु वो है जो गिरकर उठना सिखाते हैं, मुश्किलों में भी मुस्कुराना सिखाते हैं। उनकी छाया में मिलता है जीवन का सार,शिक्षक ही हैं असली उपकार। |
| 4 | शिक्षक ही हैं जीवन का आधार, उनसे ही सजे भविष्य का द्वार। हर कदम पर मिलती है उनकी शिक्षा, उनके बिना अधूरी है हर दिशा। |
| 5 | गुरु वो हैं जिनसे रोशन जहाँ है,उनके बिना जीवन वीरान सा है। दिल से उनका आदर करना सीखो, क्योंकि शिक्षक ही भगवान सा है। |
| 6 | ज्ञान का दीप जलाकर राह दिखाते हैं, सपनों को सच करने की शक्ति जगाते हैं। शिक्षक का दर्जा है सबसे महान, वो ही बदलते हैं जीवन का मान। |
| 7 | शिक्षक हैं ज्ञान के सच्चे रक्षक, वे हमें बनाते हैं समाज का उज्ज्वल भविष्य। उनका आशीर्वाद है सबसे अनमोल,जिससे जीवन बनता है सफल और गोल। |
| 8 | गुरु वो है जो हमें गिरकर संभालते हैं, अंधेरों में भी रोशनी दिखाते हैं। उनकी शिक्षा से मिलता है जीवन का सार, शिक्षक ही करते हैं सच्चा उपकार। |
| 9 | शिक्षा का प्रकाश देने वाले गुरु, जीवन में भरते हैं सच्चा स्वरूप। उनके मार्गदर्शन से सजता है भविष्य, गुरु का स्थान है सबसे अनुपम और विशुद्ध। |
| 10 | शिक्षक वो हैं जो जीवन सँवारते हैं,ज्ञान से हमें अमूल्य बनाते हैं। दिल से उनका सम्मान करो हर बार, क्योंकि गुरु ही हैं सच्चे मार्गदर्शक और आधार। |
“गुरु का दर्जा सबसे महान“
गुरु ही हैं जो राह दिखाते,
अज्ञान का अंधेरा मिटाते।
सपनों को देते उड़ान,
गुरु का दर्जा सबसे महान।
ज्ञान का सागर वो बहाते,
जीवन जीना हमें सिखाते।
हर मुश्किल को आसान बनाते,
सच्चे मार्ग पर हमें चलाते।
सम्मान करें हम हर पल उनका,
आभारी रहें हम दिल से उनका।
शिक्षक ही हैं समाज की शान,
गुरु का दर्जा सबसे महान।
“शिक्षक दिवस पर अपने गुरुओं को शुभकामनाएँ और ग्रीटिंग कार्ड संदेश भेजना आभार व्यक्त करने का सबसे प्यारा तरीका है। ये प्रेरणादायक पंक्तियाँ आपके सम्मान और कृतज्ञता को शब्दों में ढालकर आपके शिक्षकों के दिल को छू जाएँगी।”
1. “प्रिय शिक्षक, आपने हमें केवल किताबों का ज्ञान ही नहीं दिया, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाई। आपकी वजह से हम सपनों को सच करने का साहस रखते हैं। इस विशेष दिन पर दिल से आभार और शुभकामनाएँ। हैप्पी टीचर्स डे।”
2.“एक सच्चे शिक्षक की पहचान वही है, जो अपने छात्रों की कमियों को ताक़त में बदल दे। आपने हमें वही मार्ग दिखाया। आपका हर शब्द हमारे लिए अनमोल है। शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।”
3.“आपकी शिक्षा सिर्फ कक्षा तक सीमित नहीं रही, बल्कि हमारे जीवन का हिस्सा बन गई। आपने हमें आत्मविश्वास, ईमानदारी और मेहनत की असली परिभाषा समझाई। आप हमारे जीवन के सच्चे हीरो हैं। हैप्पी टीचर्स डे।”
4.“गुरु का स्थान जीवन में सबसे ऊँचा होता है, क्योंकि वही हमें जीवन की कठिन राहों पर चलना सिखाता है। आपकी शिक्षा हमारे लिए एक ऐसी ज्योति है, जो कभी बुझ नहीं सकती। इस दिन पर आपको शत-शत नमन।”
5.“शिक्षक वह होते हैं, जो हमें सिर्फ आगे बढ़ने के लिए नहीं कहते, बल्कि हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं। आपने हमारी हर गलती को सुधारकर हमें बेहतर बनाया। आपको दिल से धन्यवाद और शुभकामनाएँ।”
6.“आपके बिना हमारी पहचान अधूरी है। आप ही वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करना सिखाया। इस शिक्षक दिवस पर आपके प्रति हमारी ओर से अनंत आभार और प्रेम।”
7.“आपकी शिक्षा किताबों तक सीमित नहीं रही, बल्कि हमारे दिल और आत्मा तक पहुँची है। आपने हमें इंसानियत, कर्तव्य और सच्चाई की राह दिखाई। हम गर्व करते हैं कि आप हमारे गुरु हैं।”
8.“शिक्षक दिवस पर हम कहना चाहते हैं कि आप केवल एक शिक्षक नहीं, बल्कि प्रेरणा, मार्गदर्शक और हमारे सपनों को पंख देने वाले सच्चे साथी हैं। आपका स्थान हमारे दिलों में सदा अमर रहेगा।”
9.“यदि माता-पिता हमें जीवन देते हैं, तो शिक्षक हमें जीने की राह दिखाते हैं। आपने हमें सिर्फ पढ़ाया ही नहीं, बल्कि अच्छे इंसान बनने की सीख दी। इस दिन पर आपका दिल से सम्मान। हैप्पी टीचर्स डे।”
10.“आपके मार्गदर्शन और आशीर्वाद ने हमें हर कठिनाई से लड़ना और कभी हार न मानना सिखाया है। आप हमारे लिए सिर्फ गुरु ही नहीं, बल्कि जीवन के सच्चे पथप्रदर्शक हैं। आपको शिक्षक दिवस की अनंत शुभकामनाएँ।”
प्रश्न 1:
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन किस पेशे से जुड़े थे?
a) वैज्ञानिक
b) शिक्षक और दार्शनिक
c) खिलाड़ी
d) डॉक्टर
सही उत्तर: b) शिक्षक और दार्शनिक
प्रश्न 2:
अगर कोई बच्चा होमवर्क करना भूल जाए, तो क्लास में सबसे आम बहाना क्या होता है?
a) कुत्ता कॉपी खा गया
b) बिजली चली गई थी
c) सर, कल तो रविवार था
d) सबके सब सही हो सकते हैं
सही उत्तर: d) सबके सब सही हो सकते हैं
प्रश्न 3:
“चॉक और डस्टर” किसका प्रतीक है?
a) स्कूल लाइफ का
b) क्रिकेट मैच का
c) शेफ की रसोई का
d) डॉक्टर की क्लिनिक का
सही उत्तर: a) स्कूल लाइफ का
प्रश्न 4:
शिक्षक दिवस पर सबसे ज्यादा कौन सा गिफ्ट मिलता है?
a) किताबें
b) फूल और ग्रीटिंग कार्ड
c) चॉकलेट
d) स्टूडेंट्स की स्माइल
सही उत्तर: b) फूल और ग्रीटिंग कार्ड
प्रश्न 5:
अगर कोई बच्चा क्लास में सो रहा हो, तो टीचर क्या कहेंगे?
a) उठो बेटा, पढ़ाई करो
b) थक गए हो क्या?
c) सोने का टाइम घर पे होता है
d) सब सही जवाब हो सकते हैं
सही उत्तर: d) सब सही जवाब हो सकते हैं।
शिक्षक दिवस हमें यह सिखाता है कि जीवन में सफलता पाने के लिए केवल किताबों का ज्ञान ही नहीं, बल्कि सही मार्गदर्शन और मूल्यों की भी ज़रूरत होती है। शिक्षक हमारे जीवन को संवारते हैं, हमें सही दिशा दिखाते हैं और कठिनाइयों में हमारा सहारा बनते हैं।
इस लेख को लिखने का मेरा उद्देश्य यही है कि हम सब अपने शिक्षकों के योगदान को याद करें और उनके प्रति सच्ची कृतज्ञता व्यक्त करें। शिक्षक समाज की वह नींव हैं जिन पर आने वाली पीढ़ियाँ खड़ी होती हैं।
आशा है कि यह लेख पाठकों को प्रेरित करेगा और हमें यह याद दिलाएगा कि सच्चा सम्मान शिक्षक को उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारकर ही दिया जा सकता है।
– आकृति जैन
शिक्षक दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह उस अमूल्य योगदान की सराहना है जो शिक्षक हमारे जीवन और समाज को दिशा देने में करते हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि ज्ञान और संस्कार ही वह रोशनी है जो अंधकार को मिटाती है, और उस रोशनी का स्रोत हमारे गुरु ही होते हैं।
इसलिए, सच्चा शिक्षक सम्मान यही है कि हम उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएँ और उनके मार्गदर्शन से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएँ।
यह भी पढ़ें:
Retirement Speech in Hindi 2025
भारत में पहला शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया, जब डॉ. राधाकृष्णन राष्ट्रपति बने। तभी से यह परंपरा जारी है।
नहीं। भारत में यह 5 सितम्बर को मनाया जाता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व शिक्षक दिवस (World Teachers’ Day) हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।
गुरु पूर्णिमा पारंपरिक और धार्मिक रूप से आचार्यों व आध्यात्मिक गुरुओं को समर्पित होती है और यह हर साल जुलाई महीने में आती है। जबकि शिक्षक दिवस आधुनिक शिक्षा जगत के अध्यापकों को सम्मानित करने के लिए 5 सितम्बर को मनाया जाता है।
नहीं , इस दिन स्कूल खुलते हैं लेकिन पढ़ाई की जगह मस्ती और कार्यक्रम होते हैं।
ज्यादातर बच्चे साफ-सुथरी यूनिफॉर्म या ट्रेडिशनल ड्रेस पहनते हैं। कुछ तो टीचर बनकर भी आते हैं।
सबसे अच्छा गिफ्ट है – एक प्यारी मुस्कान और धन्यवाद कहना। कार्ड या फूल भी अच्छे होते हैं।
नहीं, भारत में यह 5 सितम्बर को और पूरी दुनिया में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस (World Teachers’ Day) मनाया जाता है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
Editor's Recommendations
Chegg India does not ask for money to offer any opportunity with the company. We request you to be vigilant before sharing your personal and financial information with any third party. Beware of fraudulent activities claiming affiliation with our company and promising monetary rewards or benefits. Chegg India shall not be responsible for any losses resulting from such activities.
Chegg India does not ask for money to offer any opportunity with the company. We request you to be vigilant before sharing your personal and financial information with any third party. Beware of fraudulent activities claiming affiliation with our company and promising monetary rewards or benefits. Chegg India shall not be responsible for any losses resulting from such activities.