बिज़नेस टिप्स 2025: कम निवेश में ज्यादा फायदे के लिए Business Tips

Published on June 13, 2025
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1 Min read time

Quick Summary

12 टॉप बिज़नेस टिप्स:

  1. व्यवसाय योजना बनाएं
  2. स्मार्ट लक्ष्यों का निर्धारण करें
  3. ग्राहकों की जरूरतों को समझें
  4. विपणन योजना बनाएं
  5. वित्तीय प्रबंधन पर ध्यान दें
  6. अन्य व्यवसायों से जुड़ें
  7. उत्पादकता बढ़ाएं
  8. ग्राहक सेवा पर ध्यान दें
  9. नवीनतम ट्रेंड्स पर नजर रखें
  10. निरंतर सुधार करें
  11. कानूनी आवश्यकताओं का पालन करें
  12. अपने कर्मचारियों का ध्यान रखें

Table of Contents

इस आर्टिकल में हम आपको कुछ बिज़नेस टिप्स बताएँगे जो आपको एक कामियाब बिज़नेस खड़ा करने में मदद करेंगी। एक एंटरप्रेन्योर कम निवेश वाले बिजनेस के बारे में सोचता है जो ज्यादा मुनाफा कमाने में मदद कर सके। यह बिज़नेस टिप्स, बिजनेस को बेहतर तरीके से चलाने और मुनाफा बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करता है। आज अधिकतर लोगों दूसरों के लिए काम करने के बजाय अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। ऐसे लोगों के लिए ये लेख काफी मददगार साबित हो सकता है।

सफल बिज़नेस शुरू करने के लिए बिज़नेस टिप्स | online best business ideas in hindi

अपना नया बिजनेस शुरू करने की सोचने वालों के मन में सबसे पहले ये सवाल आता है कि नए बिजनेस के लिए क्या जरूरी है, जो बिजनेस को सफल बनाने में मदद कर सके। ये बिज़नेस टिप्स आपके बिजनेस के टाइप, उससे संबंधित इंडस्ट्री और आपके बिजनेस गोल्स पर निर्भर करता है। यहां हम कुछ सामान्य बिज़नेस टिप्स के बारे में विस्तार से बता रहे हैं:

Tip 1: मार्केट रिसर्च

हमारी सबसे पहली बिज़नेस टिप्स यही होगी के अपने निर्धारित बिजनेस को शुरू करने से पहले उस बिजनेस के बारे में मार्केट रिसर्च करना जरूरी है। इससे आपको उस बिजनेस की मार्केट में कितनी डिमांड है और उसके लिए किस तरह की परेशानी आ सकती है, इसकी बेहतर जानकारी हो जाएगी।

Tip 2 : बिजनेस प्लान

बिजनेस शुरू करने के लिए बिजनेस का पूरा प्लान होना जरूरी है, जो आपके गोल्स, स्ट्रेटेजी और फाइनेंशियल स्थिति समझने में मदद कर सके। साथ ही इस प्लान में आप कहां से बिजनेस से रिलेटेड सामान लेना हैं और आपका कस्टमर कौन होगा, इसकी भी जानकारी होना चाहिए।

Tip 3: फाइनेंशियल मैनेजमेंट

बजट, अकाउंटिंग और कैश फ्लो मैनेजमेंट सहित प्रभावी फाइनेंशियल मैनेजमेंट बिजनेस को दीर्घकालिक स्थिरता के लिए जरूरी है।

Tip 4: मार्केटिंग और प्रमोशन

अच्छी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बिजनेस को टारगेट ऑडियंस तक पहुँचाने और ब्रांड के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में मदद करती हैं। इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केटिंग, सोशल मीडिया, विज्ञापन और जनसंपर्क शामिल हैं।

Tip 5: इनोवेशन

बिजनेस कॉम्पिटिशन में बने रहने के लिए अपने काम में समय-समय पर इनोवेशन करना जरूरी है। इसमें नए प्रोडक्ट या सर्विस देना, मौजूदा प्रोडक्ट में सुधार करना या बिजनेस करने के अधिक कुशल तरीके (खोजना) शामिल हो सकते हैं।

Tip 6: टैलेंट और वर्कफोर्स

अच्छे और मेहनती लोगों को काम पर रखना जरूरी है। एक अच्छी टीम बिजनेस को उसके टारगेट तक पहुँचाने और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करता है।

Tip 7: लीगल और रेगुलेटरी नियम

बिजनेस में अपने इंडस्ट्री और लोकेशन से जुड़ी लीगल और रेगुलेटरी नियम को फॉलो करें। नियम को फॉलो करने पर लीगल इश्यू से बचने में मदद मिलता है और बिजनेस की रेपुटेशन बनी रहती है।

Tip 8: टेक्नोलॉजी और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर

सही टेक्नोलॉजी का उपयोग और एक बेहतर आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर होने से किसी बिजनेस के अंदर एफिशिएंसी, डेटा का सुरक्षा और कम्यूनिकेशन में सुधार हो सकता है।

Tip 9: नेटवर्किंग और पार्टनरशिप

अन्य बिजनेस, इंडस्ट्री के लोगों और बेहतर पार्टनर के साथ संबंध बनाने से सहयोग और विकास के अवसर पैदा हो सकते हैं।

Tip 10: कस्टमर फीडबैक और उसमें सुधार

कस्टमर फीडबैक सुनना और उस फीडबैक के आधार पर अपने प्रोडक्ट या सर्विस में लगातार सुधार करना बेहतर कस्टमर संतुष्टि और लोयलटी को बढ़ावा दे सकता है।

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बिज़नेस को सफल बनाने के लिए 12 टॉप बिज़नेस टिप्स (Top 12 Business Tips)

एक बार आपका बिज़नेस शुरू हो जाये और एक स्टेबल पेस में चलने लगे उसके बाद उस बिज़नेस को सफल बनाने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना जरूरी होता है। यहां हम बिज़नेस की सफलता के लिए 12 बेस्ट बिज़नेस टिप्स बता रहे हैं, जो आपके लिए मददगार हो सकता है:

बिज़नेस टिप्स- 12 business tips
बिज़नेस टिप्स

1. ग्राहक अनुभव को प्राथमिकता दें | Customer Experience

  • ग्राहक अनुभव को प्राथमिकता दें: अपने व्यवसाय में ग्राहक अनुभव को मुख्य मूल्य बनाएं।
  • प्रतिक्रिया एकत्र करें: सर्वेक्षणों, समीक्षाओं और फीडबैक के माध्यम से ग्राहक की राय जानें।
  • परेशानियों का समाधान करें: ग्राहक के अनुभव के आधार पर उन प्रक्रियाओं और सुविधाओं को सुधारें जहां वे असंतुष्ट हैं।
  • प्रतिधारण दर बढ़ाएं: ग्राहक अनुभव में सुधार से 60% अधिक ग्राहक प्रतिधारण दर प्राप्त होती है।
  • गुणवत्ता में सुधार: ग्राहक अनुभव में सुधार से ब्रांड लॉयल्टी और स्थिर बिक्री में वृद्धि होती है।

सांख्यिकी: Endesk के अनुसार, 84% संगठनों का मानना है कि ग्राहक अनुभव आज के प्रतिस्पर्धी बाजार में मुख्य अंतर है।

2. कंटेंट मार्केटिंग की ताकत का उपयोग करें | Content Marketing

  • उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री बनाएं: ब्लॉग पोस्ट, वीडियो, इन्फोग्राफिक्स, और सोशल मीडिया सामग्री का निर्माण करें।
  • लक्षित दर्शकों को आकर्षित करें: सामग्री को प्रासंगिक, आकर्षक और जानकारीपूर्ण बनाएं।
  • बढ़ती लीड्स: डिमांड मीट्रिक के अनुसार, कंटेंट मार्केटिंग पारंपरिक आउटबाउंड मार्केटिंग से 3 गुना अधिक लीड्स उत्पन्न करती है।
  • कम लागत पर अधिक लाभ: कंटेंट मार्केटिंग की लागत पारंपरिक तरीकों से 62% कम है।
  • नियमित पोस्टिंग: जो कंपनियां 16 बार या उससे अधिक ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित करती हैं, उन्हें 4 गुना अधिक लीड्स मिलती हैं।

सांख्यिकी: प्रति माह 16 या अधिक बार ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित करने वाली कंपनियां, 0-4 बार पोस्ट करने वाली कंपनियों से 4 गुना अधिक लीड्स प्राप्त करती हैं।

3. सोशल मीडिया मार्केटिंग को अपनाएं | Use Social Media

  • सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें: अपने लक्षित दर्शकों के बीच सोशल मीडिया पर मजबूत उपस्थिति बनाएं।
  • नियमित सामग्री साझा करें: आकर्षक और प्रेरक सामग्री साझा करें, और दर्शकों के साथ बातचीत करें।
  • त्वरित प्रतिक्रिया: कमेंट्स और संदेशों का जवाब जल्दी से दें।
  • लीड जनरेशन: 90% विपणक मानते हैं कि सोशल मीडिया मार्केटिंग उन्हें लीड्स उत्पन्न करने में मदद करता है।
  • अधिक क्लोजिंग दर: सोशल मीडिया मार्केटिंग के माध्यम से लीड्स की क्लोजिंग दर पारंपरिक तरीकों से 73% अधिक होती है।

सांख्यिकी: सोशल मीडिया पर लीड्स की क्लोजिंग दर पारंपरिक लीड्स से 73% अधिक होती है।

4. डेटा-संचालित निर्णय लें | Data-Driven Decisions

  • डेटा ट्रैक करें: ग्राहक व्यवहार और मार्केटिंग परफॉरमेंस के प्रमुख मैट्रिक्स को ट्रैक करें।
  • सूचित निर्णय लें: डेटा के आधार पर निर्णय लें और अपनी रणनीतियों को अनुकूलित करें।
  • बढ़ती ग्राहक प्राप्ति: डेटा-संचालित व्यवसायों में ग्राहक प्राप्त करने की संभावना 23 गुना अधिक होती है।
  • लाभप्रदता में वृद्धि: ऐसे व्यवसाय 19 गुना अधिक लाभप्रद होते हैं।

सांख्यिकी: डेटा-संचालित निर्णय लेने वाले व्यवसायों में लाभप्रदता 19 गुना अधिक होती है।

5. मार्केटिंग पर ध्यान दें | Focus on Marketing

  • ब्रांड प्रमोशन: अपने ब्रांड के बारे में लोगों को बताने और उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए मार्केटिंग करें।
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स का उपयोग: सोशल मीडिया, कंटेंट मार्केटिंग, विज्ञापन और अन्य चैनल्स का उपयोग करें।
  • लक्षित दर्शकों तक पहुंच: प्रभावी मार्केटिंग से आप अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंच सकते हैं और अपने ब्रांड को बढ़ावा दे सकते हैं।
  • ब्रांड पहचान मजबूत करें: अच्छी मार्केटिंग रणनीति आपके ब्रांड की पहचान और ग्राहक विश्वास को मजबूत करती है।

सांख्यिकी: मार्केटिंग पर ध्यान केंद्रित करने से आप अपने प्रतिस्पर्धियों से एक कदम आगे रह सकते हैं।

भारत में सबसे सफल स्मॉल बिज़नेस आइडियाज | छोटा व्यापार कैसे शुरू करें ?

  1. ऑनलाइन व्यवसाय: ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, वेब डेवलपमेंट, फ्रीलांसिंग, ऑनलाइन शिक्षा आदि।
  2. खाद्य और पेय पदार्थ: रेस्टोरेंट, कैफे, बेकरी, स्ट्रीट फूड, खानपान सेवा।
  3. फैशन और खुदरा: कपड़े की दुकानें, जूते की दुकानें, गहने की दुकानें, ब्यूटी प्रोडक्ट्स की दूकान।
  4. शिक्षा और प्रशिक्षण: ट्यूशन क्लासेस, व्यावसायिक प्रशिक्षण, कौशल विकास कार्यक्रम।
  5. कृषि: खेती, पशुपालन, मछली पालन, डेयरी।

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डिजिटल युग में ब्रांडिंग और USP: एक अलग पहचान कैसे बनाएं?

आज का डिजिटल बाज़ार अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और तेज़ गति से बदलने वाला है। ऐसे में किसी ब्रांड के लिए सिर्फ ऑनलाइन मौजूद होना काफी नहीं है, उसे अपने USP (Unique Selling Proposition) यानी “अद्वितीय विक्रय प्रस्ताव” के ज़रिए दूसरों से अलग दिखना भी ज़रूरी है।

1. USP क्या है और क्यों ज़रूरी है?

  • USP वह विशेषता है जो आपके ब्रांड, उत्पाद या सेवा को भीड़ में अलग बनाती है।
  • यह ग्राहक को यह बताता है कि “आपके ब्रांड से क्यों खरीदे?”
  • डिजिटल युग में यह आपकी ऑनलाइन ब्रांडिंग, विज्ञापन और ग्राहक अनुभव का मूल आधार बनता है।

2. डिजिटल युग में ब्रांड पहचान कैसे बनाएं?

  • ब्रांड का स्वरूप (Visual Identity): वेबसाइट डिज़ाइन, लोगो, रंगों और फॉन्ट में एकरूपता रखें।
  • टोन और स्टोरीटेलिंग: ब्रांड की आवाज़ और नैरेटिव ऐसी हो जो भावनात्मक जुड़ाव बनाए।
  • ग्राहक अनुभव: यूजर इंटरफेस, कस्टमर सपोर्ट और डिलीवरी प्रक्रिया—हर जगह ब्रांड वैल्यू दिखनी चाहिए।

3. एक प्रभावी USP बनाने के चरण:

  • समस्या की पहचान करें: ग्राहक किन समस्याओं से जूझ रहा है?
  • अपने समाधान को स्पष्ट करें: आप किस तरह से बेहतर या तेज़ समाधान दे सकते हैं?
  • प्रतिस्पर्धा से तुलना करें: आपके पास ऐसा क्या है जो दूसरों के पास नहीं?
  • भावनात्मक मूल्य जोड़ें: “हम केवल उत्पाद नहीं, अनुभव देते हैं” जैसी सोच से ब्रांड को खास बनाएं।

4. डिजिटल प्लेटफॉर्म पर USP कैसे दिखाएं?

  • वेबसाइट होमपेज पर हाइलाइट करें: आपका यूएसपी पहले 5 सेकंड में दिखना चाहिए।
  • सोशल मीडिया कंटेंट में दोहराएं: इंस्टाग्राम बायो, लिंक्डइन हेडलाइन, और हर पोस्ट में आपका यूएसपी झलकना चाहिए।
  • Google Ads और SEO टाइटल में जोड़ें: ताकि सर्च इंजन पर भी ब्रांड का फ़र्क साफ दिखे।

5. कुछ सफल उदाहरण:

  • Zomato – तेज़ डिलीवरी + ह्यूमर से जुड़ा ब्रांडिंग स्टाइल।
  • Mamaearth – “Toxin-free and natural products” USP के ज़रिए अपनी जगह बनाई।
  • Nike – “Just Do It” का इस्तेमाल कर केवल जूते नहीं, आत्मविश्वास बेचना।

डेटा-चालित निर्णय (Data-Driven Decision Making)

डिजिटल युग में सिर्फ अनुमान के आधार पर बिज़नेस निर्णय लेना महंगा साबित हो सकता है। आज हर सफल व्यवसाय अपने निर्णयों को डेटा और मापन योग्य मेट्रिक्स के आधार पर ले रहा है। इससे न केवल प्रदर्शन में पारदर्शिता आती है, बल्कि तेजी से बदलते बाजार ट्रेंड को समझना भी आसान होता है।

क्यों ज़रूरी है डेटा-आधारित सोच?

  • उपयोगकर्ता व्यवहार की स्पष्ट समझ: ग्राहक आपकी वेबसाइट पर क्या देख रहे हैं, कितनी देर रुकते हैं, कहां क्लिक करते हैं—यह सब जानना संभव है।
  • निवेश पर बेहतर रिटर्न (ROI): सही चैनल और कंटेंट रणनीति में निवेश करके बजट की बर्बादी रोकी जा सकती है।
  • सटीक लक्ष्य निर्धारण: कौन-से उत्पाद या सेवाएं अधिक बिक रही हैं, किस शहर या उम्र समूह से ज्यादा ट्रैफिक आ रहा है—इस जानकारी से रणनीति बनाना आसान होता है।

मुख्य टूल्स और मैट्रिक्स:

  1. Google Analytics:
    • यूज़र लोकेशन, डिवाइस, ब्राउज़िंग बिहेवियर
    • पेज व्यू, बाउंस रेट, एवरेज सेशन ड्यूरेशन
    • रूपांतरण (Conversion) ट्रैकिंग: लीड जनरेशन से लेकर बिक्री तक
  2. CRM डेटा (Customer Relationship Management):
    • ग्राहक की खरीदारी आदतें
    • पुनः खरीद की संभावना
    • कस्टमर फीडबैक और शिकायतें
  3. सोशल मीडिया मैट्रिक्स:
    • इंगेजमेंट रेट (like, comment, share)
    • रिच और इम्प्रेशंस
    • Click-through rate (CTR)

डेटा को कैसे प्रयोग करें?

  • A/B टेस्टिंग:
    एक ही कंटेंट या विज्ञापन के दो वर्ज़न बनाकर देखें कि कौन-सा ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करता है।
    उदाहरण: दो अलग-अलग हेडलाइन वाले ईमेल भेजें और देखें कि किसमें ज्यादा ओपन रेट है।
  • हीटमैप्स और यूज़र रिकॉर्डिंग (Hotjar जैसे टूल्स):
    ये दिखाते हैं कि यूज़र वेबसाइट पर कहां क्लिक कर रहे हैं, किस सेक्शन को स्क्रॉल कर रहे हैं, और कहां से बाहर जा रहे हैं।
  • डैशबोर्ड सेटअप करें:
    नियमित रूप से ट्रैकिंग के लिए Google Data Studio या अन्य BI टूल्स से डैशबोर्ड बनाएं।

पार्टनरशिप, सहयोग और नेटवर्किंग (Strategic Partnerships)

सफल व्यवसाय केवल अपने दम पर नहीं खड़े होते—बल्कि वे अपने चारों ओर मजबूत सहयोगी और साझेदार बनाकर आगे बढ़ते हैं। डिजिटल युग में, जहां प्रतिस्पर्धा तीव्र है, वहाँ सही साझेदारी आपकी पहुंच, विश्वसनीयता और ग्राहक संबंधों को कई गुना बढ़ा सकती है।

1. बिज़नेस पार्टनरशिप: एक साझा विज़न

  • दो ब्रांड जब मिलकर काम करते हैं और अपने-अपने संसाधन साझा करते हैं, तो वे नई बाज़ार संभावनाओं तक पहुंच बना सकते हैं।
  • उदाहरण: Ola और SBI कार्ड का कोलैब—जहां एक ने ट्रांसपोर्ट यूज़र बेस दिया, दूसरे ने वित्तीय सेवाएं।
फायदे:
  • लागत साझा होती है (मार्केटिंग, तकनीक)
  • दोनों ब्रांड्स को एक-दूसरे के ग्राहक आधार से लाभ होता है
  • नई सेवाओं या उत्पादों की टेस्टिंग आसान हो जाती है

2. सह-ब्रांडिंग (Co-Branding): दो ब्रांड, एक शक्तिशाली छवि

  • जब दो ब्रांड एक संयुक्त उत्पाद या सेवा लॉन्च करते हैं, तो ग्राहकों को एक नया, विशेष अनुभव मिलता है।
  • उदाहरण: Nike x Apple (फिटनेस ट्रैकिंग डिवाइसेज़), Starbucks x Spotify (म्यूज़िक एक्सपीरियंस इन स्टोर्स)
फायदे:
  • ब्रांड वैल्यू में इजाफा
  • एक-दूसरे की विश्वसनीयता का लाभ
  • नवाचार के लिए नए दृष्टिकोण

3. डिजिटल इन्फ्लुएंसर से सहयोग: विश्वास का डिजिटलीकरण

  • आज ग्राहक सेलिब्रिटी से कम, लोकल या निचे-लेवल इन्फ्लुएंसर की राय पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
  • इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग केवल प्रचार नहीं, बल्कि एक बातचीत है जो ब्रांड और ग्राहक को जोड़ती है।
क्या करें?
  • अपने क्षेत्र के विश्वसनीय माइक्रो-इन्फ्लुएंसर को पहचानें।
  • दीर्घकालिक सहयोग बनाएं—केवल एक बार के प्रचार से नहीं।
  • ब्रांड स्टोरी को उनके अनुभव के माध्यम से बताएं।

4. कंटेंट को-क्रिएशन: केवल प्रचार नहीं, सहभागिता

  • अपने पार्टनर या इन्फ्लुएंसर के साथ ब्लॉग्स, वीडियो, सोशल मीडिया पोस्ट, ईबुक्स आदि का संयुक्त निर्माण करें।
  • इससे सामग्री ज्यादा प्रामाणिक, विविधतापूर्ण और वायरल होने योग्य बनती है।
उदाहरण:
  • Fintech कंपनी और मार्केटिंग कंसल्टेंट मिलकर एक ईबुक लॉन्च करें: “Small Businesses के लिए डिजिटल पेमेंट गाइड”
  • Travel blogger के साथ मिलकर होटल चेन “वर्चुअल ट्रेवल सीरीज़” बनाए

क्यों ज़रूरी है?

लाभविवरण
पहुँच बढ़ती हैआपके ब्रांड तक ऐसे लोग पहुंचते हैं जो अन्यथा आप तक न आते
विश्वसनीयता मिलती हैजब कोई भरोसेमंद इन्फ्लुएंसर या ब्रांड आपके साथ हो, तो लोग आप पर अधिक भरोसा करते हैं
नवाचार होता हैनई सोच, नया दृष्टिकोण, नया ऑडियंस

निष्कर्ष

बिजनेस की सफलता के लिए बिज़नेस टिप्स को फॉलो करना जरूरी है। साथ ही किसी बिजनेस को शुरू करने से पहले किसी एक्सपर्ट से राय ले सकते हैं और उन्हें अपना मेंटर बना सकते हैं। इससे समय-समय पर होने वाले समस्या से भी निपटा जा सकता है। ऐसे ही बिजनेस से जुड़ी जरूरी के लिए Chegg की वेबसाइट पर पब्लिश आर्टिकल को पढ़ते रहें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

सबसे जरुरी बिज़नेस टिप्स क्या है? 

सबसे जरूरी बिजनेस टिप्स में क्लियर बिजनेस स्ट्रेटेजी, कॉम्पिटिटर्स के बारे में जानें, कस्टमर सेंट्रिक अप्रोच, मार्केटिंग पर ध्यान, क्रिएटिव बनें, कंसिस्टेंट रहें आदि शामिल हैं।

ऑनलाइन बिज़नेस के लिए जरुरी बिज़नेस टिप्स क्या है?

ऑनलाइन बिज़नेस के लिए जरुरी बिज़नेस टिप्स में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी को प्रोटेक्ट करना, रिस्क और रिवॉर्ड को समझना, फोक्स रहना, कंसिस्टेंट रहना आदि शामिल है।

बिज़नेस मेंटर कैसे ढूंढे? 

अगर आपके पहचान में कोई ऐसा व्यक्ति है, जो दूसरे शहर में ऐसा बिजनेस करते हैं, जो आप करना चाहते हैं और उसका बिजनेस अच्छा चल रहा है, तो आप उसे अपना मेंटर बना सकते हैं।

बिज़नेस मेंटर की जरुरत क्यों पड़ती है?

बिज़नेस मेंटर की जरुरत अपने बिजनेस को सफल बनाने और बिजनेस से जुड़ी जरूरी सलाह लेने के लिए पड़ती है। एक मेंटर आपको आपके बिजनेस के लिए किस तरह के लीगल डॉक्यूमेंट और सेल व परचेज के लिए सही मार्केट के बारे में भी बता सकते हैं।

बिज़नेस के लिए प्लानिंग क्यों जरुरी है?

बिजनेस के लिए प्लानिंग करने से बिजनेस में फायदे हो सकते हैं और नुकसान से बचा जा सकते हैं। इस प्लानिंग में कितना पैसा कहां लगाना है और कितना कहां नहीं लगाना है, इसकी पूरी जानकारी होती है।

12 महीने चलने वाला बिजनेस कौन सा है?

महिलाओं के कपड़ों का व्यवसाय एक ऐसा स्थिर और लाभदायक क्षेत्र है जिसकी मांग साल भर बनी रहती है। महिलाएं हमेशा नए डिज़ाइन और फैशन ट्रेंड्स के अनुसार कपड़े खरीदने को उत्सुक रहती हैं, यही कारण है कि यह बिज़नेस हर मौसम, हर महीने और हर साल मुनाफा देता है।


Ghar में रहकर कौन सा बिजनेस करें?

घर बैठे शुरू किए जा सकने वाले कुछ बेहतरीन बिज़नेस विकल्प:
ब्लॉगिंग: अपनी रुचि के विषय पर ब्लॉग बनाएं और विज्ञापन या एफिलिएट मार्केटिंग के ज़रिए कमाई करें।
ऑनलाइन ट्यूटरिंग: छात्रों को घर से ही वर्चुअल माध्यम से पढ़ाकर आय अर्जित करें।
टिफिन सर्विस: घर का बना ताज़ा खाना उन लोगों तक पहुँचाएं जो बाहर रहकर स्वाद और सेहत चाहते हैं।
कंटेंट राइटिंग: वेबसाइट्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए लेख, ब्लॉग, स्क्रिप्ट आदि लिखकर पैसा कमाएं।
होममेड फूड बिज़नेस: पारंपरिक या खास व्यंजन बनाकर लोकल डिलीवरी या ऑनलाइन ऑर्डर के माध्यम से बेचें।

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Authored by, Amay Mathur | Senior Editor

Amay Mathur is a business news reporter at Chegg.com. He previously worked for PCMag, Business Insider, The Messenger, and ZDNET as a reporter and copyeditor. His areas of coverage encompass tech, business, strategy, finance, and even space. He is a Columbia University graduate.