राष्ट्रीय उद्यान

राष्ट्रीय उद्यान | भारतीय राष्ट्रीय उद्यानों की विस्तृत सूची

Published on September 11, 2025
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राष्ट्रीय उद्यान

Quick Summary

  • राष्ट्रीय उद्यान एक ऐसा क्षेत्र होता है जिसे राष्ट्रीय सरकार द्वारा प्राकृतिक पर्यावरण के संरक्षण के उद्देश्य से अलग किया गया है।
  • इन उद्यानों में अधिकांश पौधे और जीव-जंतु अपनी स्वाभाविक स्थिति में पाए जाते हैं।
  • इसके अलावा, राष्ट्रीय उद्यानों का निर्माण सार्वजनिक मनोरंजन और आनंद के लिए भी किया जाता है, ताकि लोग प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकें और वहां की जैव विविधता का संरक्षण किया जा सके।
  • ये उद्यान न केवल पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव भी प्रदान करते हैं।

Table of Contents

भारत के राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव संरक्षण के महत्वपूर्ण केंद्र होने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के अद्वितीय उदाहरण भी हैं। 1936 में स्थापित जिम कॉर्बेट, भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान था, और तब से अब तक देश में 100 से अधिक उद्यान स्थापित हो चुके हैं।

ये उद्यान विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों, जैसे बाघ, हाथी, गैंडा और कई दुर्लभ पक्षियों के लिए सुरक्षित आवास प्रदान करते हैं। राष्ट्रीय उद्यानों का उद्देश्य न केवल वन्यजीवों की सुरक्षा करना है, बल्कि पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाना और पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देना भी है। इन उद्यानों में घूमना एक रोमांचक अनुभव होता है, जो हमें प्रकृति की अद्भुत विविधता और सुंदरता से रूबरू कराता है।

भारत में राष्ट्रीय उद्यान वे संरक्षित क्षेत्र हैं जिन्हें राज्य और केंद्र सरकार द्वारा वन्यजीव, वनों, वनस्पतियों और जैव विविधता की सुरक्षा के लिए स्थापित किया गया है। इन उद्यानों में किसी भी प्रकार की मानव गतिविधि जैसे शिकार, खेती या औद्योगिक कार्य सख्त रूप से वर्जित होते हैं। यहां प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण पूरी सख्ती से किया जाता है ताकि पर्यावरण और वन्यजीव सुरक्षित रहें। भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान हैली नेशनल पार्क था, जिसकी स्थापना 1936 में हुई थी।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि राष्ट्रीय उद्यान किसे कहते हैं, भारत में उनकी गिनती कितनी है और उनके नाम।

राष्ट्रीय उद्यान किसे कहते हैं? | National Park in Hindi

राष्ट्रीय उद्यान (National Park) एक ऐसा संरक्षित क्षेत्र होता है जिसे सरकार द्वारा वन्यजीवों और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से अधिसूचित किया जाता है। यह स्थान प्राकृतिक संसाधनों और जैव विविधता के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण होता है, और इसमें मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम रखा जाता है। इन उद्यानों में पेड़-पौधे, जानवर, पक्षी, और अन्य जीवों की सुरक्षा की जाती है। राष्ट्रीय उद्यानों में वनस्पति और वन्यजीवों का संरक्षण करने के उद्देश्य से शिकार, वनों की कटाई, और अन्य विनाशकारी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाता है। ये क्षेत्र पर्यटन के लिए भी खोले जाते हैं, जिससे लोग प्रकृति की सुंदरता और जैव विविधता का अनुभव कर सकते हैं।

भारत में कितने नेशनल पार्क हैं?

भारत में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो देश के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 5% हिस्सा कवर करते हैं। ये उद्यान वन्यजीवों की सुरक्षा और जैव विविधता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

भारत में कितने राष्ट्रीय उद्यान है?

भारत में वर्तमान में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो देश के विभिन्न भागों में फैले हुए हैं। ये उद्यान लगभग 1,71,921 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं| हर साल हजारों पर्यटक इन उद्यानों में वन्यजीवों और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आते हैं।

राष्ट्रीय उद्यान की विशेषताएं

  • संरक्षण का केंद्र:
    राष्ट्रीय उद्यानों का मुख्य मकसद वन्य जीवों, पेड़-पौधों और पूरे प्राकृतिक वातावरण को सुरक्षित रखना होता है ताकि जैव विविधता बनी रहे।
  • प्राकृतिक पर्यटन का अवसर:
    ये उद्यान आम लोगों के लिए खुले होते हैं, जहाँ वे प्रकृति का आनंद ले सकते हैं और पर्यावरण के महत्व को समझ सकते हैं।
  • शिक्षा और शोध के लिए उपयोगी:
    राष्ट्रीय उद्यान विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमियों के लिए अध्ययन और वैज्ञानिक अनुसंधान का एक बेहतरीन माध्यम हैं।
  • कड़े नियम और नियंत्रण:
    इन क्षेत्रों में शिकार, पेड़ों की कटाई और प्रदूषण जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक होती है ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे।

भारत के राष्ट्रीय उद्यान के नाम | Bharat Ke Rashtriya Udhyaan ke Naam

  • जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क: यह उत्तराखंड में स्थित है और भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है।
  • रणथंभौर नेशनल पार्क: राजस्थान में स्थित यह उद्यान बाघों के लिए प्रसिद्ध है।
  • काजीरंगा नेशनल पार्क: असम में स्थित इस उद्यान में एक सींग वाले गैंडों की बड़ी संख्या पाई जाती है।
  • कान्हा नेशनल पार्क: मध्य प्रदेश में स्थित यह उद्यान बाघों और बारहसिंगा के लिए प्रसिद्ध है।
  • सुंदरबन नेशनल पार्क: पश्चिम बंगाल में स्थित यह उद्यान विश्व का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और बाघों के लिए प्रसिद्ध है।

भारत के राष्ट्रीय उद्यानों की सूची | राष्ट्रीय उद्यान कितने हैं?

राज्यराष्ट्रीय उद्यानराज्यराष्ट्रीय उद्यान
राजस्थान1. केवला देवी राष्ट्रीय उद्यान 
2. रणथंभौर राष्ट्रीय पार्क 
3. सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान 
4. डेजर्ट राष्ट्रीय पार्क 
5. दर्रा राष्ट्रीय पार्क 
6. घना पक्षी राष्ट्रीय पार्क 
7. केवला देवी राष्ट्रीय पार्क 
8. ताल छापर अभयारण्य 
9. माउंट आबू वाइल्ड लाइफ सैंचुरी
असम1. मानस राष्ट्रीय पार्क 
2. काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क 
3. नामेरी राष्ट्रीय पार्क 
4. ओरांग पार्क 
5. डिब्रूगढ़ शेखोवाल राष्ट्रीय पार्क 
6. दिहांग पटकई राष्ट्रीय पार्क 
7. रायमोना राष्ट्रीय पार्क
मध्य प्रदेश1. कान्हा राष्ट्रीय पार्क 
2. पेंच राष्ट्रीय पार्क 
3. पन्ना राष्ट्रीय पार्क 
4. सतपुड़ा राष्ट्रीय पार्क 
5. वन विहार पार्क 
6. रुद्र सागर झील राष्ट्रीय पार्क 
7. बांधवगढ़ राष्ट्रीय पार्क 
8. संजय राष्ट्रीय पार्क 
9. माधव राष्ट्रीय पार्क 
10. कुनो राष्ट्रीय पार्क 
11. मंडला प्लांट फॉसिल राष्ट्रीय पार्क
आंध्र प्रदेश1. कसरू ब्रह्मानंदा रेड्डी राष्ट्रीय पार्क 
2. इंदिरा गांधी प्राणी विज्ञान पार्क 
3. मरूगवामी राष्ट्रीय पार्क
4. श्री वेंकटेश्वरम राष्ट्रीय पार्क 
5. कावला राष्ट्रीय पार्क 
6. नागार्जुन सागर राष्ट्रीय पार्क 
7. नेलापत्तू पक्षी राष्ट्रीय पार्क
अरुणाचल प्रदेश1. नामदफा राष्ट्रीय पार्कमहाराष्ट्र1. बोरीवली (संजय गांधी) राष्ट्रीय पार्क 
2. चांदोली राष्ट्रीय पार्क 
3. तबोड़ा राष्ट्रीय पार्क 
4. गुग्गामल राष्ट्रीय पार्क 
5. नवागांव राष्ट्रीय पार्क 
6. तन्सा राष्ट्रीय पार्क, थाणे 
7. मेलघाट राष्ट्रीय अभयारण्य
हरियाणा1. सुलतानपुर राष्ट्रीय पार्क
2. कलेशर राष्ट्रीय पार्क
अंडमान-निकोबार1. सैडिल पीक राष्ट्रीय उद्यान 
2. महात्मा गांधी मैरीन (वंदूर) राष्ट्रीय उद्यान 
3. माउंट हैरिट राष्ट्रीय पार्क 
4. रानी झांसी मैरीन राष्ट्रीय पार्क 
5. साउथ बटन राष्ट्रीय पार्क (सबसे छोटा)
उत्तर प्रदेश1. दुधवा राष्ट्रीय पार्क
2. चंद्रप्रभा वन्यजीव विहार
हिमाचल प्रदेश1. पिन वैली पार्क 
2. ग्रेट हिमालय राष्ट्रीय पार्क 
3. रोहल्ला राष्ट्रीय पार्क 
4. खीरगंगा राष्ट्रीय पार्क 
5. सीमलबरा राष्ट्रीय पार्क
झारखंड1. बेतला राष्ट्रीय पार्क
2. हजारीबाग राष्ट्रीय पार्क 
3. धीमा राष्ट्रीय पार्क
गुजरात1. गिर राष्ट्रीय पार्क 
2. मरीन राष्ट्रीय पार्क 
3. ब्लेक बुक राष्ट्रीय पार्क 
4. गल्फ ऑफ कच्छ
मणिपुर1. कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय पार्क 
2. सिरोही राष्ट्रीय पार्क
उत्तराखंड1. जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क 
2. फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क 
3. नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क 
4. राजाजी राष्ट्रीय पार्क 
5. गोविंद पासू विहार राष्ट्रीय पार्क 
6. गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क
सिक्किम1. कंचनजंगा राष्ट्रीय पार्कछत्तीसगढ़1. कांगेर घाटी (कांगेर वैली) राष्ट्रीय पार्क
2. इंद्रावती राष्ट्रीय पार्क 
3. गुरु घासीदास (संजय) राष्ट्रीय उद्यान
त्रिपुरा1. क्लाउडेड राष्ट्रीय पार्ककेरल1. साइलेंट वैली राष्ट्रीय पार्क 
2. पेरियार राष्ट्रीय पार्क 
3. मैथीकेटन राष्ट्रीय पार्क 
4. अन्नामुदाई राष्ट्रीय पार्क 
5. एर्नाकुलम राष्ट्रीय पार्क
तमिलनाडु1. गल्फ ऑफ मनार राष्ट्रीय पार्क 
2. इंदिरा गांधी (अन्नामलाई) राष्ट्रीय पार्क 
3. प्लनी हिल्स राष्ट्रीय पार्क 
4. मुकुरूथी राष्ट्रीय पार्क 
5. गुनीडे राष्ट्रीय पार्क
कर्नाटक1. बांदीपुर राष्ट्रीय पार्क 
2. नागरहोल (राजीव गांधी) राष्ट्रीय उद्यान
3. अंसी राष्ट्रीय पार्क 
4. बनेरघाटला राष्ट्रीय पार्क 
5. कुडूरमुख राष्ट्रीय पार्क 
6. तुंगभद्रा राष्ट्रीय पार्क
ओडिशा1. भीतरगनिका राष्ट्रीय पार्क 
2. सिंमली राष्ट्रीय पार्क 
3. नंदनकानन राष्ट्रीय चिड़ियाघर 
4. चिल्का झील अभयारण्य
पंजाब1. हरिके वेटलैंड राष्ट्रीय पार्क
मिजोरम1. माउंटेन राष्ट्रीय पार्क 
2. मुरलेन राष्ट्रीय पार्क 
3. फांगपुई राष्ट्रीय पार्क
4. डाम्फा अभयारण्य
तेलंगाना1. महावीर हरिणा वनस्थली राष्ट्रीय पार्क
2. किन्नरसानी अभयारण्य
जम्मू-कश्मीर1. दाचीग्राम राष्ट्रीय पार्क 
2. सलीम अली राष्ट्रीय पार्क 
3. किस्तवाड़ राष्ट्रीय पार्क 
4. जैव मंडल रिजर्व, श्रीनगर
गोवा1. सलीम अली बर्ड सैंचुरी 
2. नेत्रावली वन्यजीव पार्क 
3. चौरा राष्ट्रीय पार्क 
4. भगवान महावीर राष्ट्रीय पार्क
लद्दाख1. हेमिस राष्ट्रीय पार्क (सबसे बड़ा)बिहार1. वाल्मीकि राष्ट्रीय पार्क 
2. विक्रमसिला गंगटिक डॉल्फिन सैंचुरी
3. कंवर लेक बर्ड सैंचुरी
पश्चिम बंगाल1. सुंदरवन राष्ट्रीय पार्क 
2. बुक्सा राष्ट्रीय पार्क 
3. जलधापारा राष्ट्रीय पार्क 
4. गोरूवारा राष्ट्रीय पार्क 
5. सिंघालिला राष्ट्रीय पार्क 
6. नियोरा वैली राष्ट्रीय पार्क
भारत के राष्ट्रीय उद्यानों की सूची | national parks in india

राजस्थान में राष्ट्रीय उद्यान

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (सवाई माधोपुर)

प्रसिद्ध: बाघों (टाइगर) के लिए
आकर्षण: रणथंभौर किला, जंगल सफारी

डेजर्ट नेशनल पार्क (जैसलमेर)

प्रसिद्ध: रेगिस्तानी जीव-जंतु और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
आकर्षण: रेत के टीले, ऊँट सफारी

सरिस्का टाइगर रिज़र्व (अलवर)

प्रसिद्ध: बाघों और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए
विशेषता: किला कांकल, पांडुपोल हनुमान मंदिर

केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (भरतपुर)

प्रसिद्ध: पक्षी विहार और प्रवासी पक्षियों का बसेरा
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल

  • गढ़)
    • नया टाइगर रिज़र्व
    • आकर्षण: हरे-भरे पहाड़ी इलाके, बाघों का आवास

मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिज़र्व (कोटा)

  • नया टाइगर रिज़र्व
  • आकर्षण: हरे-भरे पहाड़ी इलाके, बाघों का आवास

सेंचुरी ऑफ टैल छपर (चूरू)

  • प्रसिद्ध: काले हिरण (ब्लैकबक) और सुंदर घास के मैदान
  • फोटोग्राफरों और बर्ड वॉचर्स के लिए स्वर्ग

सीता माता वन्यजीव अभयारण्य (प्रतापगढ़)

  • विशेषता: दुर्लभ उड़ने वाली गिलहरी
  • सांस्कृतिक महत्व भी (सीता माता से जुड़ा इतिहास)

दाराह राष्ट्रीय उद्यान (अब मुकुंदरा का हिस्सा)

  • ऐतिहासिक और पारिस्थितिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
  • प्राचीन वन्यजीवों और प्रजातियों का घर

भैंसरोड़गढ़ वन्यजीव अभयारण्य (चित्तौड़

शांत और भीड़-भाड़ से दूर प्राकृतिक स्थान

छोटा लेकिन जैव विविधता से भरपूर

राष्ट्रीय उद्यान का क्या महत्व है? | Rashtariya uthaan ka mahtav

ये उद्यान न केवल जैव विविधता को संरक्षित करते हैं, बल्कि वे पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

पर्यावरण संरक्षण:

  • यह उद्यान पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं। यहाँ पर पेड़-पौधे, जल स्रोत और मिट्टी की सुरक्षा की जाती है, जिससे जैव विविधता बनी रहती है।

जीव संरक्षण:

  • Rashtriya Udyan विलुप्तप्राय और संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। यहाँ पर वन्यजीवों को शिकार और अवैध गतिविधियों से बचाया जाता है।
  • विभिन्न जीवों के आवास को संरक्षित करके उनकी संख्या को बनाए रखा जाता है।

शोध और शिक्षा:

  • राष्ट्रीय उद्यान शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल होते हैं। यहाँ पर वन्यजीवों और वनस्पतियों पर अध्ययन और शोध किए जाते हैं।
  • पर्यावरण शिक्षा के लिए यह एक आदर्श स्थल है, जहां लोग प्रकृति के बारे में जान सकते हैं और पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकते हैं।

पर्यटन और रोजगार:

  • यह उद्यान पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होते हैं, जो आर्थिक विकास और स्थानीय रोजगार में योगदान करते हैं।
  • पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

सांस्कृतिक और नैतिक मूल्य:

  • Rashtriya Udyan का सांस्कृतिक और नैतिक महत्व भी होता है। कई उद्यान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित रखते हैं।
  • यह हमारे नैतिक मूल्यों को भी बढ़ावा देता है, जैसे कि जीवों के प्रति करुणा और प्रकृति के प्रति सम्मान।

राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव संरक्षण

राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव संरक्षण के मुख्य केंद्र होते हैं। इन उद्यानों में वन्यजीवों के लिए सुरक्षित और अनुकूल आवास प्रदान किया जाता है। वन्यजीव संरक्षण के तहत, शिकार, अवैध कटाई, और भूमि अतिक्रमण जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाती है। इसके अलावा, यह उद्यान वन्यजीवों के लिए प्राकृतिक प्रजनन स्थल भी होते हैं, जो उनकी संख्या को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद करते हैं।

यहाँ इंसानों के हस्तक्षेप पर सरकार द्वारा नियुक्त वन-विभाग के कर्मचारियो द्वारा नज़र रखी जाती है। इन उद्यानों में घूमने के लिए विज़िटर की संख्या और समय निर्धारित रहता है, जिससे वन्यजीवों को कोई परेशानी न हो। 

राष्ट्रीय उद्यान संरक्षण की चुनौतियाँ

इन उद्यानों को अवैध शिकार, वन्यजीवों की तस्करी, और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ये समस्याएँ वन्यजीवों के जीवन और उनके प्राकृतिक आवासों को खतरे में डालती हैं।

अवैध शिकार और वन्यजीवों की तस्करी

इन उद्यानों के संरक्षण में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक अवैध शिकार और वन्यजीवों की तस्करी है। वन्यजीवों की खाल, दांत, सींग, और अन्य अंगों की अवैध बिक्री और तस्करी के कारण कई प्रजातियाँ लुप्तप्राय हो गई हैं। इसके अलावा, वन्यजीवों के अवैध व्यापार से उनके आवास भी खतरे में पड़ जाते हैं। सरकारें और गैर-सरकारी संगठन इन गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं, लेकिन यह समस्या अभी भी बनी हुई है।

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव इन उद्यानों और उनके वन्यजीवों पर भी देखा जा सकता है। तापमान में वृद्धि, मौसम की पैटर्न में बदलाव, और प्राकृतिक आपदाओं की आवृत्ति में वृद्धि से वन्यजीवों के आवास प्रभावित हो रहे हैं। उदाहरण के लिए, ग्लेशियरों के पिघलने से हिमालयी क्षेत्रों में स्थित राष्ट्रीय उद्यानों में जलवायु परिवर्तन का सीधा प्रभाव देखा जा सकता है। इससे वन्यजीवों के जीवन चक्र और प्रजातियों की विविधता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

राष्ट्रीय उद्यान संरक्षण के उपाय

राष्ट्रीय उद्यान संरक्षण के लिए सरकारी नीतियाँ, जैसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान और संरक्षण कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। ये उपाय वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके आवासों को संरक्षित रखने में मदद करते हैं।

सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ

भारत सरकार ने राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कई नीतियाँ और योजनाएँ लागू की हैं। इनमें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972, और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 शामिल हैं। इसके अलावा, सरकार ने बाघ संरक्षण परियोजना, हाथी संरक्षण परियोजना, और अन्य योजनाओं के माध्यम से विशेष संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना की है। इन नीतियों का उद्देश्य वन्यजीवों की सुरक्षा, उनके आवासों का संरक्षण, और वन्यजीवों के साथ मानव संघर्ष को कम करना है।

गैर-सरकारी संगठनों का योगदान

गैर-सरकारी संगठन (NGOs) भी राष्ट्रीय उद्यान संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये संगठन जन जागरूकता अभियान चलाते हैं, वन्यजीव संरक्षण के लिए धन जुटाते हैं, और सरकार को नीतिगत सलाह देते हैं। इसके अलावा, NGOs वन्यजीवों के पुनर्वास, अवैध शिकार विरोधी गतिविधियों, और अनुसंधान परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इन संगठनों के सहयोग से कई लुप्तप्राय प्रजातियों की संख्या में वृद्धि हुई है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।

राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य में अंतर

  1. परिभाषा और उद्देश्य का अंतर:
    • राष्ट्रीय उद्यान (National Park) एक ऐसा संरक्षित क्षेत्र होता है जहाँ वन्यजीव, वनस्पति, और प्राकृतिक पर्यावरण को पूरी तरह संरक्षित किया जाता है। इसका उद्देश्य न केवल जानवरों को, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र (ecosystem) को बचाना होता है।
    • वन्यजीव अभयारण्य (Wildlife Sanctuary) मुख्य रूप से वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बनाया गया क्षेत्र होता है, जहाँ जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखा जाता है। हालांकि, यह क्षेत्र राष्ट्रीय उद्यान की तुलना में अधिक लचीलापन रखता है।
  1. क्षेत्र और नियंत्रण का स्तर:
    • राष्ट्रीय उद्यान आमतौर पर विशाल क्षेत्रफल में फैले होते हैं और वहाँ किसी भी तरह की मानवीय गतिविधियाँ जैसे – खेती, चराई, पेड़ों की कटाई, और निवास – पूरी तरह प्रतिबंधित होती हैं।
    • वन्यजीव अभयारण्य अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र में होते हैं और वहाँ कुछ सीमित मानवीय गतिविधियाँ, जैसे – स्थानीय लोगों की चराई या जंगल से लकड़ी लेना – कुछ शर्तों के साथ संभव हो सकती हैं।
  1. कानूनी संरक्षण और नियम:
    • राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना और नियंत्रण भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत होता है और वहाँ सख्त निगरानी होती है। यहाँ किसी भी गतिविधि के लिए सरकार की अनुमति आवश्यक होती है।
  1. प्रशासनिक नियंत्रण और विकास:
    • राष्ट्रीय उद्यानों को केंद्रीय या राज्य सरकार द्वारा अधिक कठोर नियमन के अंतर्गत चलाया जाता है, और इन्हें इको-टूरिज़्म और रिसर्च के लिए विशेष रूप से विकसित किया जाता है।
    • वन्यजीव अभयारण्यों में स्थानीय समुदायों की भागीदारी कुछ मामलों में अधिक देखने को मिलती है और पर्यावरण-संवेदनशील गतिविधियाँ कभी-कभी स्वीकृत हो सकती हैं।
वर्गराष्ट्रीय उद्यानवन्यजीव अभयारण्य
उद्देश्यपूरे पारिस्थितिकी तंत्र और वन्यजीवों को सुरक्षित करना।विशिष्ट प्रजातियों और उनके आवासों की सुरक्षा।
आकारसामान्यतः बड़ा होता है।आकार में छोटा होता है।
प्रबंधनमानव गतिविधियों पर कड़ी पाबंदी होती है।मानव गतिविधियों को ज्यादा अनुमति दी जाती है।
प्रजातियों की विविधताअधिक प्रजातियों का संरक्षण होता है।एक या कुछ प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित होता है।
सीमाएंस्पष्ट और निर्धारित सीमाएं होती हैं।सीमाएं हमेशा स्पष्ट नहीं होतीं।
स्वामित्वसरकार का पूर्ण अधिकार होता है।सरकार या निजी संस्थाओं का स्वामित्व हो सकता है।
श्रेणीराष्ट्रीय उद्यानवन्यजीव अभयारण्य
प्रमुख उदाहरणजिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड)पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी (केरल)
मानवीय गतिविधिपूरी तरह निषेधसीमित रूप से अनुमत
स्थापना की प्रक्रियाकेंद्र/राज्य सरकार द्वारा अधिसूचितराज्य सरकार द्वारा अधिक लचीलापन
उद्देश्यपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षणमुख्यतः वन्य जीवों की रक्षा

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने राष्ट्रीय उद्यान किसे कहते हैं, भारत के राष्ट्रीय उद्यान के नाम और इन उद्यानों और अभयारण्य में क्या होता है, ये समझने की कोशिश की है। 

संक्षेप में, भारत के राष्ट्रीय उद्यान न केवल वन्यजीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि वे पर्यटकों को प्रकृति की अद्वितीय सुंदरता और जैव विविधता का अनुभव करने का अवसर भी प्रदान करते हैं। ये उद्यान वन्यजीवों के लिए सुरक्षित आवास हैं और पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देते हैं, जिससे लोगों में प्रकृति के प्रति जागरूकता और सम्मान बढ़ता है। राष्ट्रीय उद्यानों का दौरा करना एक रोमांचक और शिक्षाप्रद अनुभव होता है, जो हमें प्रकृति की अद्भुत विविधता से रूबरू कराता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत में कुल कितने राष्ट्रीय उद्यान हैं 2025 में?

2025 में, भारत में कुल 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं। ये उद्यान देश के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं और वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरण शिक्षा, और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

यह राष्ट्रीय उद्यान क्या है?

राष्ट्रीय उद्यान एक संरक्षित क्षेत्र होता है जिसे वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा के लिए स्थापित किया जाता है। इन उद्यानों का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों को शिकार, अवैध कटाई, और अन्य खतरों से बचाना है। इसके अलावा, पर्यावरण शिक्षा, अनुसंधान, और पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं।

पहला राष्ट्रीय उद्यान कौन सा था?

भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान जिम कॉर्बेट Rashtriya Udyan है, जिसे 1936 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित किया गया था। इसे पहले हैली नेशनल पार्क के नाम से जाना जाता था, जो उस समय के यूनाइटेड प्रोविंसेस के गवर्नर विलियम मैल्कम हैली के नाम पर रखा गया था। 1956 में, भारत की स्वतंत्रता के बाद, इसका नाम बदलकर जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया, जो प्रसिद्ध शिकारी और प्रकृतिवादी जिम कॉर्बेट के सम्मान में रखा गया था।

वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?

भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान हेमिस राष्ट्रीय उद्यान है, जो लद्दाख में स्थित है और लगभग 3350 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसके बाद डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान आता है, जो 3162 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य में क्या अंतर है?

राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीवों के संरक्षण के साथ-साथ किसी भी प्रकार की मानव गतिविधि बहुत सीमित होती है, जबकि अभयारण्य में कुछ मानवीय गतिविधियाँ जैसे चराई या लकड़ी बीनना नियंत्रित रूप से अनुमति प्राप्त कर सकती हैं।

राष्ट्रीय उद्यानों का मुख्य उद्देश्य क्या है?

जैव विविधता का संरक्षण करना, वन्य जीवों को सुरक्षित आवास देना और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना।

Authored by, Aakriti Jain
Content Curator

Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.

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