Quick Summary
मुंशी प्रेमचंद की सबसे छोटी कहानी की कोई सटीक जानकारी मिलना मुश्किल है। क्योंकि उन्होंने कई छोटी कहानियाँ लिखी है।
प्रमुख तौर पर:
और भी बहुत से मुंशी प्रेमचंद की छोटी कहानियाँ है।
ख्वाहिश नहीं मुझे, मशहूर होने की,
आप मुझे पहचानते हो, बस इतना ही काफी है।
अच्छे ने अच्छा और, बुरे ने बुरा जाना मुझे,
जिसकी जितनी जरूरत थी, उसने उतना ही पहचाना मुझे!
ये खूबसूरत पंक्तियाँ भारत के उपन्यास सम्राट धनपत राय श्रीवास्तव ने लिखी हैं। शायद आप इस महान शख्सियत को मुंशी प्रेमचंद के नाम से जानते हैं। वे उन खास लोगों में गिने जाते हैं, जिनकी अपनी जिंदगी में तो गरीबी और संघर्ष था, लेकिन उनके काम ने उन्हें ऐसी पहचान दि, की उनका नाम सुनहरे अक्षरों में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। प्रेमचंद ने अपने साहित्य में समाज की जटिलताओं और मानवीय संवेदनाओं को इतनी गहराई से उकेरा कि भारतीय साहित्य का रंग-रूप ही बदल गया।
इस ब्लॉग में मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ, मुंशी प्रेमचंद की सबसे छोटी कहानी,मुंशी प्रेमचंद की रचनाएँ के बारे में विस्तार से जानेंगे।
मुंशी प्रेमचंद की रचनाएँ जानने से पहले हम उनके जीवन पर कुछ रोशनी डालते है।
चूंकि उनकी शुरुवाती पढ़ाई उर्दू में हुई, सबसे उर्दू भाषा से ही उन्होंने उपन्यास लिखे। बाद में खड़ी हिंदी में लिखने लगे। अपनी लिखावट उन्होंने हमेशा साधी और सरल ही रखी। उन्हें मुहावरों ए साथ लिखना पसंद था। मुंशी प्रेमचंद की रचनाएँ 4 तरह की शैलियाँ दर्शाती है। वर्णनात्मक, व्यंगतमक, विवेचनात्मक और भावात्मक शैली।
मुंशी प्रेमचंद की रचनाएँ उनके अपने अनुभवों से भरी हुई है। उनके मन में महिलाओं के लिए बहुतउ सम्मान था। उन्होंने अपने उपन्यास और लेखों के जरिए समाज की गलत धरणाएं, कुरीतियाँ, यौन शोषण, गरीबी, कर्ज की वजह से होने वाली प्रताड़ना, इन सभी विषयों को सारी दुनिया के सामने रखा और समझने का प्रयास किया।
मुंशी प्रेमचंद की सबसे छोटी कहानी की कोई सटीक जानकारी मिलना मुश्किल है। क्योंकि उन्होंने कई छोटी कहानियाँ लिखी है। प्रमुख तौर पर ईदगाह, यह भी नशा, वह भी नशा, बंद दरवाजा, कश्मीरी सेब, कफन, और भी बहुत से मुंशी प्रेमचंद की छोटी कहानियाँ है।
मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ – मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ हैं:
आइए बात करते हैं मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ के बारे में। यूं तो उनकी हर कहानी और लेख में बहुत कुछ सीखने लायक है लेकिन यहाँ हम कुछ खास कहानियों की चर्चा करेंगे।
“गोदान“ मुंशी प्रेमचंद का एक महान उपन्यास है, जो भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे 1936 में प्रकाशित किया गया था ।
इस कहानी में मुख्य पात्र हीरो महतो एक किसान है। गांव में उसकी जमीन है जिस पर वह खेती करता है और बैल खरीदने का सपना देख रहा है। वह अपनी पूरी लगन से काम करता है लेकिन उसकी स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जाती है। उसकी पत्नी रूपा, उसकी बहुत मदद करती है लेकिन फिर भी वह लोग कर्ज में डूबते जाते हैं। एक बड़ा जमींदार हीरो की जमीन का शोषण करता है। यह कहानी एक भारतीय ग्रामीण की है जिसे जमींदारी की प्रथा के चलते बहुत परेशानियां उठानी पड़ती है।
यह कहानी है मदान और बिलकिस की जो आर्थिक तंगी के कारण अपने बीमार बच्चे का ना तो इलाज कर पाए और ना ही उसके मरने पर उसके लिए कफन खरीद पाए। हर तरफ से वह अपने बच्चे के कफन के लिए पैसे इकट्ठा करने में जुटे रहे पर उन्हें कहीं से भी सफलता नहीं मिली। हद तब हो गई जब उन्हें कहीं से पैसे तो मिले लेकिन मदान ने वह पैसे शराब में खर्च कर दिए।
यह कहानी मुंशी प्रेमचंद जी की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है जिसमें एक छोटे से लड़के की एक सोच ने सभी का दिल जीत लिया। यह कहानी है एक लड़के हामिद की जो ईद के मौके पर मेले में जाता है। वहां सभी अपनी मनपसंद चीज खरीदते हैं लेकिन वह मासूम सा बच्चा अपने सारे पैसों को सिर्फ और सिर्फ एक चिमटा खरीदने में लगाता है। वह चिमटा उसने अपनी दादी के लिए खरीद है जिससे रोटी बनाते वक्त उनके हाथ जलेंगे नहीं।
यह कहानी एक गरीब किसान रघुवीर की है उत्तर भारत के कड़ाके की सर्दी में काम कर रहा है। उनके पास ना तो गर्म कपड़े हैं और ना ही गीले कपड़े सुखाने की जगह। रघुवीर अपने खेतों की देखभाल के लिए ठंड में बाहर रहना पड़ता है जबकि उसकी पत्नी और बच्चे घर में ठंड से ठिठुर रहे हैं। ठंड के कारण उसकी स्थिति और उसकी फसल की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है जिस वजह से अब वह आर्थिक तंगी में फंस जाता है।
| क्रम संख्या | कहानी का नाम | संक्षिप्त विवरण |
|---|---|---|
| 1 | पूस की रात | किसान की गरीबी और सर्द रात की पीड़ा को दर्शाने वाली कहानी। |
| 2 | कफ़न | सामाजिक-आर्थिक अन्याय और कर्मकांड पर तीखा व्यंग्य। |
| 3 | बड़े घर की बेटी | ज़मींदारी परिवार और बहू के रिश्तों का यथार्थ चित्रण। |
| 4 | बूढ़ी काकी | बुज़ुर्गों की उपेक्षा और पारिवारिक उपेक्षा की मार्मिक कथा। |
| 5 | ईदगाह | बचपन की समझदारी, त्याग और भावनात्मक रिश्तों की कहानी। |
| 6 | सवा सेर गेहूँ | साहूकारों के शोषण से पीड़ित किसानों की दशा को दर्शाती कथा। |
| 7 | दो बैल | दो बैलों की दोस्ती, संघर्ष और वफ़ादारी की प्रतीकात्मक कहानी। |
| 8 | दुनिया का सबसे अनमोल रतन | प्रेम और सच्चे मूल्य की खोज पर आधारित प्रेरणात्मक कहानी। |
| 9 | नयी बीवी | दूसरी शादी और रिश्तों की उलझन में फंसी मनोवैज्ञानिक कथा। |
| 10 | हज-ए-अक्बर | गरीबी, प्रतिष्ठा और विवशता की यथार्थपरक कहानी। |
| 11 | नमक का दारोगा | ईमानदारी बनाम भ्रष्ट व्यवस्था पर आधारित प्रेरणादायक कथा। |
| 12 | दो बहनें | बहनों के रिश्ते में आए बदलाव और सामाजिक स्थिति का चित्रण। |
| 13 | शतरंज की बाज़ी | शासकों की लापरवाही और अंग्रेजी हुकूमत की चाल पर व्यंग्य। |
| 14 | दूध की क़ीमत | जातिवाद के कारण उपजी सामाजिक अमान्यता पर करारा प्रहार। |
| 15 | राह-ए-नजात | गाँव की रंजिश और बदले की भावना से उपजे संघर्ष की कहानी। |
मुंशी प्रेमचंद ने कुल मिलाकर 15 उपन्यास लिखे। उनकी रचनाओं में भारतीय समाज की जटिलताओं, कुरीतियाँ और गरीबों की समस्याओं को बारीकी से चित्रित किया गया है। उनके उपन्यासों ने भारतीय साहित्य को एक नई दिशा दी और समाज में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया।
यहाँ उनके उपन्यासों में शामिल है:
मुंशी प्रेमचंद ने कुल 300 से भी ज्यादा कहानियाँ लिखी हैं। उनकी कहानियाँ भारतीय समाज के के हर पहलू को छूने की कोशिश की है और उनकी सच्चाई को उजागर किया हैं। अक्सर उनकी कहानियों में गरीबों, किसानों और महिलाओं की समस्याओं पर ध्यान दीया गया है। यहाँ पर उनकी कुछ प्रमुख कहानियों के नाम दिए गए हैं:
मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियां तो जान ही चुके हैं लेकिन यह जानना भी बहुत रोचक होगा कि उन्होंने 3 नाटक और कई निबंध भी लिखे हैं। उनका हर नाटक और निबंध समाज की समस्याओं से जुड़ा हुआ है।
मुंशी प्रेमचंद जी के प्रमुख नाटक है:
मुंशी प्रेमचंद ने कई साहित्यिक पत्रिकाओं और संपादन कार्यों के जरिए भारतीय साहित्य में बहुत बड़ा योगदान दिया है उन्होंने अलग-अलग पत्रिकाएं लिखी और कई लोगों को आज भी प्रभावित करते हैं।
हिंदी साहित्य को अपने बेहतरीन दृष्टिकोण से खूबसूरती से तराशा है इसीलिए उन्हें सम्राट की उपाधि दि गई है। साहित्य प्रेमियों के लिए मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियां, मुंशी प्रेमचंद की छोटी कहानियाँ और साहित्य कार्य की मदद जरूर लेते हैं। उनमें किसानों और गरीबों के लिए बहुत सहानुभूति थी और वह अपने तरीके से समाज को सुधारना चाहते थे, और ये बात आप मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ में समझ चुके होंगे।
मुंशी प्रेमचंद की छोटी कहानियाँ, उपन्यास और साहित्यिक कार्य अद्वितीय हैं। उन्हें सरकार की तरफ से कोई पुरस्कार नहीं मिला था लेकिन 31 जुलाई सन 1980 में उनके जन्मदिन की 100वी सालगिरह पर 30 पैसे मूल्य के डाक टिकट जारी किए गए थे। सिर्फ मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ ही नहीं, 200 से भी ज्यादा मुंशी प्रेमचंद की सबसे छोटी कहानी, मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ का संकलन है जिसे ‘मानसरोवर’ के नाम से प्रकाशित किया गया।
साहित्य में उनका योगदान कभी ना भूलने वाला है। मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ और अन्य कृतियों को जरूर पढ़ें और उनमें जिस सरलता से जीवन की सच्चाई दिखाई गई है उसे समझे।
सबसे छोटी कहानी आमतौर पर “अर्नेस्ट हेमिंग्वे” द्वारा लिखी गई एक प्रसिद्ध छह शब्दों की कहानी मानी जाती है: “फॉर सेल: बेबी शूज़, नेवर यूज़्ड।” यह कहानी न केवल संक्षिप्त है, बल्कि इसमें गहराई और भावनाएं भी हैं। क्या आप और छोटी कहानियाँ सुनना चाहेंगे?
प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ रचना “गोदान” मानी जाती है। यह उपन्यास भारतीय किसान की पीड़ा और सामाजिक समस्याओं को गहराई से दर्शाता है, और मानव भावनाओं का जीवंत चित्रण करता है, जिसे आज भी सराहा जाता है।
प्रेमचंद की पहली कहानी “दो बैल” थी, जो 1910 में प्रकाशित हुई। यह कहानी ग्रामीण जीवन की सरलता और संघर्ष को दर्शाती है, और लेखक की सामाजिक चेतना की पहली झलक पेश करती है।
हिंदी की सबसे प्रसिद्ध कहानी “कफन” है, जो प्रेमचंद द्वारा लिखी गई है। यह कहानी सामाजिक असमानता और मानवता के संघर्ष को दर्शाती है, और इसकी गहरी संवेदनशीलता इसे हिंदी साहित्य में अमिट बनाती है।
हिंदी की सबसे प्रसिद्ध कहानियों में निम्नलिखित शामिल हैं:
कफन (प्रेमचंद)
ठंडा गोश्त (सaadat hasan manto)
कर्मभूमि (प्रेमचंद)
टोटा और मटका (शरत चंद्र चट्टोपाध्याय)
बुढ़िया (जगदीश चंद्र माथुर)
प्रेमचंद की सबसे प्रमुख और चर्चित कहानी है – “कफ़न”।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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