कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना: 3 मिनट का नमूना भाषण

February 19, 2025
कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना
Quick Summary

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कार्यक्रम में आभार व्यक्त करने के लिए:

  • सबसे पहले सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद करें।
  • आयोजकों, प्रमुख अतिथियों और सहयोगियों की सराहना करें।
  • कार्यक्रम में समर्थन देने वाले व्यक्तियों का विशेष आभार व्यक्त करें।
  • उनके योगदान को महत्त्वपूर्ण और प्रेरणादायक बताएं।
  • आभार को सच्चे दिल से और विनम्रता से व्यक्त करें।

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आप में से कई सारे लोगों ने अपने जीवन में कोई ना कोई पारिवारिक अनुष्ठान या सामाजिक कार्यक्रम में भाग तो जरुर लिया होगा। अगर नहीं तो कम से कम किताब तो आप लोग पढ़ते ही होंगे। क्या आपको पता है इन दोनों चीजों में क्या समानता है? इन दोनों ही चीजों के शुरुआत या अंत में श्रोताओं या पाठकों से आभार व्यक्त किया जाता है। किसी भी कार्यक्रम में आभार अभिव्यक्ति बहुत ही सामान्य लेकिन जरूरी क्रिया है। कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना ब्लॉग में आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच, आभार स्टेटस, vote of thanks in hindi पर विस्तार से जानकारी देंगे 

इसके अतिरिक्त हम जानेंगे कि कैसे कम समय में एक अच्छी स्पीच तैयार की जाती है और आभार व्यक्त करने से हमें क्या-क्या लाभ हो सकते हैं।

आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच 

हमारे देश में अतिथि का स्थान भगवान के समान माना जाता है। यही कारण है कि दूसरे लोगों के द्वारा किया गया छोटे से छोटा उपकार भी हमें भगवान की दया की तरह माननी चाहिए और उसके प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। आभार व्यक्त करने से न सिर्फ आपके अंदर कृतज्ञता का भाव बढ़ता है बल्कि आपके सामाजिक और आपसी रिश्ते भी सुधरने लगते हैं। लेकिन लोगों को अक्सर ढंग से आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच देना आता ही नहीं। चलिए जानते हैं शुरुआत से लेकर अंत तक आभार व्यक्त कैसे की जाती है ताकि वह सुनने वाले के मन को छू जाए।

स्पीच की शुरुआत 

स्पीच की शुरुआत करने के लिए आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना जरूरी है – 

  • आप जीवन में भले ही कोई भी स्पीच दे रहे हो, आपको उसकी शुरुआत हमेशा एक मजबूत लाइन से करनी चाहिए।
  • ऐसी लाइन जो श्रोताओं का ध्यान आकर्षित करने में शुरू से ही कामयाब रहे और आगे आने वाली बातों के लिए एक माहौल तैयार कर सके।
  • आप चाहे तो अपनी स्पीच की शुरुआत किसी प्रेरणादायक कविता, गीत या शायरी के पाठ से कर सकते हैं। 

स्पीच का मुख्य भाग

स्पीच का मुख्य भाव इस प्रकार से लिखें – 

  • स्पीच का मुख्य भाग हमेशा भावनाओं से भरा होना चाहिए।
  • आप जितनी सरल भाषा में अभिव्यक्ति कर सकते हैं कीजिए।
  • कोशिश कीजिए आभार व्यक्त करने के दौरान, छोटे-छोटे किस्सों को जोड़ने का। इससे न सिर्फ आपकी बात श्रोतागण अच्छे से समझ पाएंगे बल्कि आपकी भावनाओं के साथ जुड़ भी पाएंगे।
  • आप जो भी कहानी या आभार व्यक्त कर रहे हैं, वह सच्ची होनी चाहिए। सुनकर ऐसा बिल्कुल ना लगे की आप बनावटी प्यार जता रहे हो।
  • आभार व्यक्त करने के क्रम में आप चाहे तो अपने दर्शकों को समझा सकते हैं कि कैसे उनके करुणा और उनकी मदद ने आपके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया है। कैसे इससे आपके रिश्ते सुधर गए हैं और कैसे आपके जीवन में नकारात्मक विचारों के लिए जगह काम हो गई है।
  • कार्यक्रम में आभार व्यक्त करने के दौरान आप चाहे तो अपने श्रोताओं से छुटपुट सवाल पूछ सकते हैं या उन्हें भी इस कृतज्ञता के आदान-प्रदान में शामिल होने का निवेदन दे सकते हैं। 

स्पीच का समापन 

किसी भी स्पीच का समापन और इसकी शुरुआत मजबूत होनी चाहिए जिसके लिए आपको – 

  • किसी भी स्पीच का समापन आपको प्रेरणादायक शब्दों के साथ करना चाहिए। ऐसे शब्द जो सामने वाले को एक्शन लेने के लिए प्रभावित कर सके।
  • आप चाहे तो अपने श्रोताओं से हर दिन डायरी और जर्नलिंग के माध्यम से आभार व्यक्त करने की कला सीखा सकते हैं। 
  • आप उन्हें सिर्फ कार्यक्रम के अंत में एक नोट लिखने की भी अर्जी जाता सकते हैं। 

आभार व्यक्त करने पर 3 मिनट का नमूना भाषण 

यहां उपस्थित सभी को सुप्रभात / सुमध्यान / शुभ संध्या / नमस्कार। सभी बड़ों को मेरा प्रणाम और मेरे अनुजों को मेरा प्यार। आज मैं खुद को बहुत आभारी मानता हूं, जो मुझे यह मंच मिला, अपनी कृतज्ञता आप सबके साथ व्यक्त करने के लिए। 

सबसे पहले तो मैं अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगा अपने परिवार और अपने करीबी दोस्तों के प्रति जिन्होंने मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी मेरा साथ नहीं छोड़ा और मुझे हौसला देते रहे। मैं आपको शब्दों में नहीं बता सकता कि आपका यह प्यार और विश्वास मेरे लिए कितना जरूरी बना रहा। आज शायद इसी का सुखद परिणाम है कि आज मैं यहां खड़ा होकर इस प्यार और प्रेरणा की अभिव्यक्ति कर पा रहा हूं। 

मुझे आज भी वो दिन बहुत अच्छे से याद है, मानो कल की ही बात हो जब मेरी जिंदगी में विपदा की एक लहर से उठी थी और मैं अपने आप को हारा हुआ महसूस कर रहा था। लेकिन मेरे प्रिय जनों की सहायता ने मुझे न सिर्फ जीने की ताकत दी बल्कि मेरे जीवन को सकारात्मक से भर दिया।

आप लोगों के कहे अनुसार मैंने डायरी वगैरा लिखना शुरू किया, अपने जीवन की हर एक छोटी से छोटी चीज के लिए आभार व्यक्त करने लगा। जैसे अच्छे खाने के लिए, अच्छे लोगों के लिए और इस सुखद जीवन के लिए। आज मैं अपने उस निर्णय से बहुत खुश हूं क्योंकि मेरी आदत मुझे हर दिन याद दिलाती है कि आप सब मेरे बारे में कितना निस्वार्थ तरीके से सोचते हैं।

इस आभार अभिव्यक्ति के जरिया ही मुझे समझ में आया कि मेरे पास खुश रहने के लिए कितनी सारी वजह है। जब मैंने छोटी-छोटी खुशियों में स्नेह और प्यार पाया तब मुझे समझ आया कि कैसे इन चीजों के प्रति कृतज्ञ हुआ जाता है और इन्हें दूसरों के साथ भी बांटा जाता है। 

अंत में मैं आपसे सिर्फ इतना ही कहूंगा कि जितना हो सके सकारात्मक तरीके से कृतज्ञता की अभिव्यक्ति कीजिए। दूसरों को उनकी छोटी-छोटी मदद के लिए भी आप आभार व्यक्त कीजिए ताकि आपका दिन अच्छी ऊर्जा से भरी रहे। यहां उपस्थित सभी श्रोताओं को मैं धन्यवाद कहना चाहता हूं जिन्होंने अपना कीमती समय निकालकर मुझे सुनने का धैर्य रखा। आशा करता हूं कि आपका दिन भी प्रेम और स्नेह से भरा हो और आप ऐसी आदर और सहृदयता को दूसरों तक भी पहुंचाए। 

आभार स्टेटस 

आभार स्टेटस का मतलब ही है किसी के द्वारा किए गए कार्य में मदद के लिए उसे शुक्रिया कहना या आदर भाव से आभार व्यक्त करना। कई बार परिस्थिति के अनुसार भी आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच में थोड़े बहुत बदलाव किए जाते हैं। जैसे अगर आप अपने परिवार या परिचित लोगों के बीच आभार व्यक्त कर रहे हैं तो उस वक्त आपके बात करने का लहज़ा अलग होगा और करोड़ों अनजान लोगों के बीच आभार व्यक्त करते वक्त अलग।

साधारण और प्रेरणादायक स्टेटस 

कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना, वह भी 100 – 200 लोगों के बीच में मुश्किल लग सकता है। लेकिन कृतज्ञता एक ऐसी चीज है जो बहुत साधारण और सहज भाव से ही आपके अंदर से निकलना चाहिए। इसलिए आप हर व्यक्ति करने के लिए स्पीच में ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जो आसानी से समझ में आए और जिम प्रेरणा की झलक मौजूद हो। ऐसे शब्द जो समाज को एक साथ जोड़ने का काम करें और लोगों को एक दूसरे के प्रति और सहृदय बनाएं। 

शायरी के रूप में आभार 

आभार स्टेटस का एक और अनोखा तरीका है शायरी को अपने स्पीच में जोड़ना। आजकल बड़े से बड़े लेखक या नेता भी अपने आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच में इनका धरने से प्रयोग करते हैं। ऐसी ही कुछ प्रेरणादायक और सकारात्मक शायरी जो आप अपने स्पीच में प्रयोग कर सकते हैं निम्नलिखित बिंदुओं में नीचे दिया गया है – 

  1. दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है, लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है।
  2. ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले, ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है।
  3. मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया। 
  4. कैसे आकाश में सूराख़ नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीअ’त से उछालो यारो। 

Vote of thanks in Hindi ( धन्यवाद ज्ञापन भाषण)

आपने अक्सर किसी प्रोग्राम के अंत में मंच संचालक को धन्यवाद ज्ञापन भाषण देते सुना होगा। अक्सर इन भाषणों में मंच संचालक श्रोतागण, कार्य संचालक, मुख्य अतिथि, प्रतिभागी, आदि को संबोधित कर, खुद की तरफ से या किसी संस्था की तरफ से आभार व्यक्त करता है। भारत में तो vote of thanks in Hindi में दिया जाना बहुत आम बात है।

मुख्य अंश 

Vote of thanks in Hindi में दिए जाने के दौरान आपको अपनी भाषा पर ध्यान देना पड़ेगा। भाषा एकदम क्लेश और साफ होनी चाहिए ताकि सुनने वाले तक आपका संदेश ठीक-ठाक पहुंच सके। साथ ही जब आप आभार व्यक्त कर रहे हो तब यह आपका दायित्व बनता है कि कार्यक्रम में उपस्थित सभी सहभागियों को पृथक किया एक समूह के रूप में शुक्रिया कहे। इसमें कोई छूटना नहीं चाहिए। 

विशेष अवसरों पर vote of thanks 

वैसे तो आभार अभिव्यक्ति के लिए किसी विशेष आभार स्टेटस में सम्मिलित होने की आवश्यकता नहीं है लेकिन अगर आपको यह मौका दिया जा रहा है तो आप खुद को खुशनसीब समझे। कई बार विशेष विशेष अवसरों पर या विशेष अतिथियों के सामने आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच देना आम चलन है। अगर आपको किसी विशेष अवसर से जुड़े कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना है तो आपको उसे अवसर के महत्व को सबके सामने पेश करना पड़ेगा। और अगर आप विशेष किसी अतिथि के लिए आभार व्यक्त करना है तो आपको उनकी अच्छी आदत के बारे में चर्चा करनी चाहिए।

प्रभावशाली भाषण देने के लिए टिप्स 

सबसे पहले तो कोई भी भाषण देने से पहले कुछ चुनिंदा और सबसे जरूरी नियमों का ध्यान रखना आवश्यक है। क्योंकि यही छोटी-छोटी चीज आपके स्पीच को बना और बिगाड़ सकती हैं। यह चुनिंदा बात है निम्नलिखित है – 

  • भाषा हमेशा सहज और सरल रखें। ऐसी भाषा का प्रयोग करें जो सबको ठीक-ठाक समझ में आए। 
  • आप जब भी अपना स्पीच दे रहे हो तो कोशिश करें कि आपकी दृष्टि सुनने वालों से बीच-बीच में मिल रही हो। किसी से भी आंखें नहीं चुरानी है। 
  • बात करने का भी एक तरीका होता है। आपको ना तो बहुत ज्यादा जल्दी बोलना है और ना ही बहुत धीरे-धीरे बोलना है। और अगर आपके स्पीच में कोई जरूरी शब्द या वाक्य जुड़ा हुआ है तो उसे धीरे-धीरे और जोड़ देकर पढ़िए ताकि उसका प्रभाव और अच्छे से स्पष्ट हो सके। 
  • आप जब स्पीच देने के लिए खड़े भी होते हैं तो कोशिश कीजिए कि आप रिलैक्स रहे और आपका शरीर बहुत ज्यादा चिंता की मुद्रा में ना हो। 
  • स्पीच देते वक्त डर सबको लगता है लेकिन उसे डर को लोगों के सामने व्यक्त नहीं करना है। 

धन्यवाद ज्ञापन के टिप्स 

किसी भी चीज के लिए कृतज्ञ होना बहुत आम क्रिया है लेकिन जैसे ही उसकी अभिव्यक्ति हमें करने को कहीं जाती है तो हम कभी-कभी गड़बड़ कर बैठते हैं। आपसे ऐसी गलती ना हो इसलिए कुछ बातों पर गौर करना जरूरी है जैसे आप किस तरीके से बोलते हैं या किस तरीके से श्रोताओं के साथ जुड़ पाते हैं।

स्पीच की तैयारी 

आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच की तैयारी बहुत ज्यादा जरूरी है। सबसे पहले तो आपके पास लिखित रूप में मौजूद होना चाहिए कि आप क्या खाने जा रहे हैं। इसके अलावा आपने जो लिखा है उसमें क्या-क्या सुधार किया जा सकते हैं यह भी एक बार अच्छे से देख लेना आवश्यक है। 

जब आप अपनी स्पीच से संतुष्ट हो गए तब आपका काम है उसे बार-बार पढ़ते रहना ताकि वह आपको अच्छे से याद हो जाए। हालांकि चीजों को रटना नहीं है। आप चाहे तो आईने के सामने खड़े होकर भी बोलने की प्रैक्टिस कर सकते हैं। इससे न सिर्फ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि आप खुद को रिलैक्स महसूस करेंगे। आपको चिंता या स्ट्रेस बिल्कुल नहीं लेना है। आप जितनी ज्यादा चिंता करेंगे उतना उसका प्रभाव आपके स्पीच के दौरान दिखाई देगा।

भावनात्मक और विनम्र शैली 

कई बार धन्यवाद ज्ञापन करने वाले शब्द तो बहुत अच्छे चुन लेते हैं लेकिन उनकी अभिव्यक्ति में वह भावुकता या आत्मीयता नहीं रहती। इस तरह के झूठे दिखावे से बचने के लिए हमेशा ऐसी वाणी का प्रयोग करें जो आपसे जुड़ी हुई हो और ऐसे उदाहरण का प्रयोग करें जिसके लिए आप सच में कृतज्ञ है। 

अगर आपको अपने श्रोताओं के बीच भावुकता जतानी है, तो आपको स्पीच देते वक्त एक हल्की सी मुस्कान अपने चेहरे पर पर बनाए रखनी पड़ेगी। कोशिश कीजिएगा जितना हो सके नकारात्मक शब्दों का प्रयोग कम से कम करने का। 

प्रेरणादायक समापन 

किसी भी स्पीच के अंत को प्रेरणादायक बनाने के लिए आपको अपने श्रोताओं या सुनने वालों से जोड़ना होगा। इसके लिए आप उनसे अनुरोध कर सकते हैं कि वह भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें या अपना थोड़ा सा वक्त निकाल कर सिर्फ एक नोट ही लिखें। ऐसा करने से लोगों के बीच एक दूसरे के लिए प्यार और निष्ठा बढ़ेगा। 

अगर आपको अपने स्पीच का समापन प्रेरणादायक तरीके से करना है तो कोशिश कीजिए स्पीच के अंत में कोई कविता या शायरी जोड़ने का या कोई ऐसी लाइन बोलने का जो सकारात्मकता से भरी हुई हो। ऐसी कविताओं या शब्दों को थोड़ा रुक रुक कर और वजन देते हुए कहेंगे तो उसका प्रभाव देर तक रहेगा। सही समय पर ठहरना भी एक वक्त को अच्छे से जानना चाहिए। 

आभार व्यक्त करने के महत्व 

आभार व्यक्त करना सिर्फ एक काम मात्र नहीं है। इसके कई सारे निजी और सामाजिक महत्व और भूमिका छुपी हुई है। हजारों सालों से हर एक धार्मिक ग्रंथ में आभार अभिव्यक्ति को या कृतज्ञता के भाव को व्यक्त करना देवतुल्य माना गया है। 

संबंधों को मजबूत करने की भूमिका 

आप खुद ही सोचिए। जब आपको कोई आपके छोटे से प्रयास के लिए या मदद के लिए धन्यवाद देता है तो आपको कितनी ही खुशी मिलती है। ठीक उसी तरह अगर आप भी दूसरों को करना चाहते हैं तो उनके प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद दें। इस आभार अभिव्यक्ति से न सिर्फ आपके रिश्तों में सुधार आएगा बल्कि सामने वाला अगली बार से आपकी मदद के लिए और सुचारू रहेगा। जब हम किसी के प्रयासों के लिए उसके प्रेम के लिए कृतज्ञ होंगे तभी ना वह प्रयास और प्रेम बना रहेगा।

सकारात्मक और प्रेरणा का संसार 

आभार अभिव्यक्त करने से आपके आपसी रिश्ते और सामाजिक रिश्तों में सुधार तुरंत ही देखा जा सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि आभार अभिव्यक्ति आपका खुद के साथ भी रिश्ता अच्छा बनाता है। आप जितना ज्यादा अपने जीवन को दूसरों की देन मानेंगे और उसके लिए कृतज्ञता का बोध रखेंगे उतना आपको दूसरों से प्यार होगा और आप खुद ही उनके लिए और समाज के लिए काम करना चाहेंगे। जब आप दूसरों को प्रेम की नजरों से देखेंगे तो आपके अंदर एक की अच्छाई और आत्मविश्वास खुल कर सामने अपने आप आएगी और आप अंदर से भी अच्छा महसूस करोगे। 

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निष्कर्ष 

आभार की अभिव्यक्ति भी एक कला है जिसे हमने इस ब्लॉग के माध्यम से आपके सामने पेश करने की कोशिश की है। जब तक हम दूसरों द्वारा की गई मदद और प्रेम को कृतज्ञता की नजर से नहीं देखेंगे तब तक हममें अहंकार बना रहेगा। इस पूरे निबंध में हमने 300 शब्द से लेकर 500 शब्दों में vote of thanks in Hindi में लिखना सिखाया साथ ही साथ हमने आपको ऐसी कई सारी टिप्स दे जिसके सहारे आपके लिए किसी भी कार्यक्रम में आभार व्यक्त करना आसान होगा और आप खुद भी आभार व्यक्त करने के लिए स्पीच लिख पाएंगे। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. धन्यवाद और आभार कैसे व्यक्त करें?

धन्यवाद और आभार व्यक्त करने के लिए, सच्चे दिल से अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें। आप किसी की मदद, समर्थन या प्रेरणा के लिए उनका शुक्रिया अदा करें, और यह बताएं कि उनके योगदान से आपकी सफलता या सुख में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका रही।

2. धन्यवाद भाषण शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

धन्यवाद भाषण शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका है, सबसे पहले अपनी सच्ची आभार व्यक्त करें। उस अवसर या आयोजन के महत्व को पहचानें और संबंधित व्यक्तियों का धन्यवाद करें। आप यह बता सकते हैं कि उनके समर्थन, सहयोग या प्रयासों ने इस सफलता को संभव बनाया। सकारात्मक और आभारी स्वर में शुरुआत करें, ताकि श्रोताओं को यह महसूस हो कि वे मूल्यवान हैं।

3. धन्यवाद के लिए एक अच्छा वाक्य क्या है?

“आपकी मदद और समर्थन के लिए मैं दिल से आभारी हूँ। आपकी दया और प्रेरणा ने मुझे कठिनाईयों से उबरने की शक्ति दी, इसके लिए मैं हमेशा कृतज्ञ रहूँगा।”

4. आभार में क्या लिखते हैं?

आभार में हम किसी की मदद, समर्थन या दया के लिए धन्यवाद व्यक्त करते हैं। इसे सच्चे दिल से लिखा जाता है, जिसमें हम उस व्यक्ति या समूह की सराहना करते हैं, जो हमें प्रेरित, मार्गदर्शन या सहायता प्रदान करते हैं।

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