हमास क्या है

हमास क्या है: फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास की जानकारी

Published on May 7, 2025
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हमास क्या है

Quick Summary

  1. हमास एक फिलिस्तीनी इस्लामिक संगठन है।
  2. इसका पूरा नाम हरकत अल-मुक़ावमा अल-इस्लामिया (इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन) है।
  3. यह संगठन फिलिस्तीन में इजरायली कब्जे के खिलाफ लड़ रहा है और फिलिस्तीन में एक इस्लामी राज्य की स्थापना चाहता है।
  4. हमास की स्थापना 1987 में हुई थी, जब पहला इन्तिफादा (फिलिस्तीनी विद्रोह) शुरू हुआ था।
  5. हमास इजरायल के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करता है।

Table of Contents

हमास (Hamas) एक उग्रवादी और राजनीतिक संगठन है, जो फिलिस्तीन के ग़ाज़ा पट्टी (Gaza Strip) क्षेत्र पर शासन करता है। इसकी स्थापना 1987 में फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान हुई थी और इसका उद्देश्य फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र इस्लामी राज्य के रूप में स्थापित करना है। हमास का इजराइल के साथ लंबे समय से संघर्ष रहा है और इसे दुनिया के कई देशों, जैसे अमेरिका, यूरोपीय संघ, इजराइल और अन्य, द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। इस ब्लॉग में हमास क्या है, Israel Hamas ka Yuddh, हमास की राजधानी क्या है इस पर क्या विवाद हैं आदि पर पूरी जानकारी आपको देंगे।

हमास क्या है? हमास का इतिहास और स्थापना [Hamas History]

हमास की स्थापना 1987 में, प्रथम इंतिफादा के शुरू होने के तुरंत बाद, मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में की गई थी, जो पहले इसकी गाजा शाखा का हिस्सा थी। जिसके बाद ग़ज़ा शाखा ने 1988 में इज़राइल और फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के समर्थन से पुष्टि की कि हमास का उद्देश्य फिलिस्तीन को आज़ाद करना था, जिसमें आधुनिक इज़राइल भी शामिल था।

उनका लक्ष्य इज़राइल के कब्ज़े से फिलिस्तीन को मुक्त करना और इस क्षेत्र में एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना था, जो वेस्ट बैंक और ग़ज़ा पट्टी में स्थापित हो। 1994 के बाद, समूह ने बार-बार कहा कि अगर इज़राइल 1967 की सीमाओं पर लौटे और फिलिस्तीनी शरणार्थियों को वापस लौटने का अधिकार दिया जाए, तो वे इन क्षेत्रों में स्वतंत्र चुनाव की अनुमति देंगे।

हमास के सैन्य विंग ने इज़राइल के नागरिकों और सैनिकों पर हमले शुरू किए, जिन्हें अक्सर प्रतिशोधी बताया गया, खासकर उनके नेतृत्व के उच्च पदस्थ अधिकारियों की हत्याओं के जवाब में।

रणनीति में आत्मघाती बम विस्फोट और 2001 के बाद रॉकेट हमले शामिल हैं। हमास के पास रॉकेट शस्त्रागार है, जिसमें मुख्य रूप से 16 किमी तक रेंज वाले छोटे क़ासम रॉकेट होते हैं। इसके अलावा, ग्रेड प्रकार के रॉकेट (जो 2009 तक 21 किमी तक पहुंच सकते थे) और लंबे रेंज के रॉकेट (40 किमी) भी मौजूद हैं। इन रॉकेटों का इस्तेमाल इज़राइल के प्रमुख शहरों जैसे बीयर शेवा और एशदोड तक पहुंचने के लिए किया गया है, और कुछ रॉकेटों ने तेल अवीव और हाइफ़ा जैसे शहरों को भी निशाना बनाया है।

हमास के नेता कौन हैं?

हमास के पास कई नेतृत्व निकाय हैं जो विभिन्न राजनीतिक, सैन्य और सामाजिक कार्य करते हैं। सामान्य नीति एक व्यापक सलाहकार निकाय द्वारा निर्धारित की जाती है, जिसे अक्सर पोलित ब्यूरो कहा जाता है, जो निर्वासन में काम करता है। स्थानीय समितियाँ गाजा और वेस्ट बैंक में जमीनी मुद्दों का प्रबंधन करती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  • याह्या सिनवार: हमास के वर्तमान नेता याह्या सिनवार थे। उन्हें 2017 में हमास का प्रमुख चुना गया था। सिनवार को इजरायल के खिलाफ कई हमलों में शामिल होने के लिए जाना जाता है। यहया की 16 october 2024 को हत्या कर दी गयी।
  • इस्माइल हनियेह: इस्माइल हनियेह 2006 से 2017 तक हमास के नेता थे। हनियेह को हमास के अधिक उदारवादी नेता के रूप में देखा जाता है। हमास के कई अन्य नेताओं की तरह इस्माइल हनियेह की भी 30 जुलाई 2024 को हत्या कर दी गई।
  • खालिद मशाल: खालिद मशाल 1996 से 2017 तक हमास के नेता थे। मशाल को हमास के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता है।

इनके अलावा, हमास में कई अन्य नेता और सदस्य हैं जो संगठन के भीतर विभिन्न भूमिकाएँ निभाते हैं। हमास के नेता अक्सर बदलते रहते हैं, और संगठन के भीतर शक्ति का संतुलन भी बदलता रहता है।

Israel Hamas ka Yuddh | इजराइल-हमास युद्ध

हमास क्या है, जानने के उपरांत इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष के कई ऐतिहासिक और राजनीतिक कारण जानते हैं।

Israel Hamas ka Yuddh के कारण

Israel Hamas ka Yuddh के कारणों को समझने के लिए इजराइल और फिलिस्तीन के संघर्ष की बुनियाद और हमास क्या है? को जानना आवश्यक है।

  • ग़ाज़ा पट्टी पर अधिकार: हमास का गाजा पट्टी पर शासन है और इजराइल इसे अवैध मानता है। गाजा पट्टी, जो इजराइल और मिस्र के बीच स्थित है, हमास का मुख्य गढ़ है। इजराइल को मानना है कि हमास ग़ाज़ा से अपने उग्रवादी हमले करता है, जिससे इजराइल की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। इसके जवाब में, इजराइल ने गाजा पट्टी पर सख्त नियंत्रण और आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे ग़ाज़ा के नागरिक भी प्रभावित होते हैं।
  • इजराइल का निर्माण और संघर्ष: 1948 में इजराइल की स्थापना हुई, लेकिन कई अरब देशों और फिलिस्तीनी समूहों ने इसे कभी मान्यता नहीं दी। हमास का मानना है कि इजराइल का निर्माण फिलिस्तीनी भूमि पर हुआ और इसे हटाना चाहिए। इसी उद्देश्य से हमास इजराइल के खिलाफ संघर्षरत रहता है और इजराइल की वैधता को स्वीकार नहीं करता।
  • हमास के रॉकेट हमले: हमास ने गाजा पट्टी से इजराइल के नागरिक इलाकों पर कई बार रॉकेट हमले किए हैं। इन हमलों के जवाब में, इजराइल अपनी सुरक्षा के लिए गाजा पर हवाई हमले करता है। ये हमले दोनों पक्षों में तनाव को बढ़ाते हैं और निर्दोष नागरिक भी इस हिंसा में मारे जाते हैं।
  • यरूशलेम और अल-अक्सा मस्जिद विवाद: यरूशलेम का अल-अक्सा मस्जिद स्थल, जिसे मुसलमान और यहूदी दोनों पवित्र मानते हैं, अक्सर संघर्ष का कारण बनता है। अल-अक्सा मस्जिद का मुद्दा धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है और जब भी यहां पर कोई विवाद उत्पन्न होता है, तो हमास और इजराइल के बीच तनाव बढ़ जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय राजनैतिक समर्थन और विभाजन: इस संघर्ष में कई देश या तो इजराइल का समर्थन करते हैं या फिलिस्तीन का। अंतरराष्ट्रीय मंच पर इजराइल और फिलिस्तीन दोनों को विभिन्न देशों का समर्थन मिलता है, जो इस विवाद को और जटिल बनाता है। हमास को ईरान और अन्य कुछ मुस्लिम देशों से समर्थन मिलता है, जबकि इजराइल को अमेरिका और यूरोपीय देशों का समर्थन प्राप्त है।

गाज़ा पट्टी क्या है?(हमास क्या है?)

  • स्थान और क्षेत्रफल– गाजा पट्टी इज़राइल और मिस्र के बीच स्थित एक सकरी जमीनी क्षेत्र है, जो लगभग 365 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जो फिलिस्तीनी निवासियों के लिए घर है।
  • जनसंख्या और शासन– गाजा पट्टी में लगभग 20 लाख फिलिस्तीनी लोग रहते हैं। 2007 से, इस क्षेत्र पर हमास का शासन है, और यहाँ के लोग हमास के प्रशासन के अधीन रहते हैं। हमास की सरकार ने गाजा में कई राजनीतिक और सैन्य गतिविधियाँ संचालित की हैं, जिनका प्रभाव निवासियों के दैनिक जीवन पर पड़ा है।
  • सीमा प्रतिबंध और इसके प्रभाव– इज़राइल ने गाजा पट्टी पर सख्त सीमा प्रतिबंध लगा रखे हैं, जिससे यहाँ के लोगों के लिए रोजमर्रा की ज़रूरतों को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। इन प्रतिबंधों के चलते गाजा में जरूरी सामान, जैसे कि खाद्य सामग्री, दवाइयाँ, और अन्य जरुरी चीजों की आपूर्ति बाधित हो जाती है। इस कारण से गाजा के लोग आर्थिक संकट और संसाधनों की कमी का सामना करते हैं।
  • जीवन स्तर और बेरोजगारी– गाजा पट्टी में जीवन स्तर अत्यधिक निचले स्तर की है, और बेरोजगारी की दर बहुत अधिक है। रोजगार के सीमित अवसरों और व्यापार पर लगे प्रतिबंधों के कारण, अधिकतर लोग काम की तलाश में रहते हैं। इसके चलते गरीबी और सामाजिक समस्याएँ भी बढ़ती जा रही हैं।
  • बुनियादी सुविधाओं की कमी– गाजा के निवासियों को बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ता है। बिजली कटौती नियमित रूप से होती है, और पानी की आपूर्ति भी साफ और सुरक्षित नहीं है। स्वास्थ्य सेवाएँ भी सीमित हैं, जिससे लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • सुरक्षा स्थिति– गाजा पट्टी में सुरक्षा की स्थिति हमेशा तनावपूर्ण रहती है। हमास की सैन्य गतिविधियाँ और इज़राइल के हवाई हमले गाजा के लोगों को असुरक्षा में रखते हैं। यहाँ के लोगों को अक्सर हवाई हमलों, बमबारी और अन्य हिंसक घटनाओं का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी सुरक्षा पर खतरा बना रहता है।
  • शरणार्थियों की स्थिति– गाजा पट्टी में बड़ी संख्या में शरणार्थी रहते हैं, जो 1948 में इज़राइल के निर्माण के समय अपने घरों से विस्थापित हो गए थे। ये शरणार्थी पीढ़ियों से गाजा में रह रहे हैं और उनके लिए अपने मूल स्थान पर वापस जाना असंभव हो गया है। इन शरणार्थियों को पर्याप्त सुविधाएँ और संसाधन उपलब्ध नहीं होते, जिससे उनकी स्थिति और भी कठिन हो जाती है।

हमास क्या है? जानने के लिए गाजा पट्टी चुनौतियों से भरा जीवन को समझना जरूरी है। यहाँ बुनियादी सुविधाओं की कमी, असुरक्षा, बेरोजगारी और शरणार्थियों की दयनीय स्थिति ने लोगों के जीवन को जटिल बना दिया है।

हमास क्या चाहता है? | What does Hamas want?

हमास का मुख्य उद्देश्य फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र इस्लामी राज्य के रूप में स्थापित करना और इजराइल को समाप्त करना है। इसके अनुसार, फिलिस्तीन एक इस्लामी देश है और यहूदियों को यहां बसने का कोई अधिकार नहीं है। हमास फिलिस्तीन की भूमि को केवल फिलिस्तीनी मुसलमानों का अधिकार मानता है। इस संगठन का उद्देश्य इजराइल को खत्म कर के फिलिस्तीन को इस्लामी कानूनों पर आधारित राज्य बनाना है।

हमास की राजधानी क्या है?(हमास क्या है?)

हमास की कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है, क्योंकि यह एक राजनीतिक और सैन्य संगठन है, न कि एक संप्रभु राष्ट्र। हालांकि, हमास का मुख्य नियंत्रण फिलिस्तीन के गाज़ा पट्टी क्षेत्र में है। गाज़ा शहर को हमास की गतिविधियों का केंद्र कहा जा सकता है।

  • मुख्यालय और राजधानी– हमास का मुख्यालय और राजधानी गाजा पट्टी में स्थित है, जहाँ पर यह संगठन शासन करता है। हमास के प्रशासनिक और सैन्य संचालन का केंद्र गाजा में ही है, और इसी क्षेत्र से वह अपने राजनीतिक और सुरक्षा से जुड़े फैसले लेता है।
  • यरूशलेम की महत्वाकांक्षा– हमास की आकांक्षा है कि यरूशलेम (अल-कुद्स) उसकी राजधानी बने। हमास यरूशलेम को फिलिस्तीन की राजधानी बनाने का पक्ष में है और इसे एक प्रमुख लक्ष्य मानता है। इसके पीछे कारण है कि यरूशलेम का फिलिस्तीनी और इस्लामिक इतिहास में विशेष स्थान है।
  • धार्मिक और राजनीतिक महत्व– यरूशलेम का फिलिस्तीनियों के लिए गहरा धार्मिक और राजनीतिक महत्व है। यह शहर इस्लाम के तीसरे सबसे पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद का घर है, जो मुसलमानों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है। इसके अलावा, यरूशलेम को फिलिस्तीनियों की ऐतिहासिक राजधानी भी माना जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय मान्यता का अभाव– हमास की राजधानी यरूशलेम बनाने की इच्छा के बावजूद, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे मान्यता प्राप्त नहीं है। अधिकांश देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा यरूशलेम को फिलिस्तीन की राजधानी नहीं माना गया है।
  • यरूशलेम पर इज़राइल का दावा– वर्तमान में, यरूशलेम को इज़राइल की राजधानी के रूप में मान्यता प्राप्त है। इज़राइल यरूशलेम को अपनी संप्रभुता का प्रतीक मानता है और वहाँ अपने सरकारी कार्यालय और संस्थान स्थित हैं। इसीलिए, इस शहर को लेकर हमास और इज़राइल के बीच लगातार राजनीतिक तनाव बना रहता है।
  • विवादित स्थिति– यरूशलेम का सवाल फिलिस्तीन-इज़राइल विवाद का प्रमुख मुद्दा है। हमास यरूशलेम को अपनी राजधानी बनाना चाहता है, जबकि इज़राइल इसे अपनी राजधानी मानता है। इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकमत न होने के कारण यह विवाद और भी पेचीदा हो जाता है।

हमास की गतिविधियाँ और इसके परिणाम (हमास क्या है?)

हमास क्या है? जानने के लिए इसके कार्य और गतिविधियाँ उग्रवादी और सैन्य कार्यों पर एक नजर डालते हैं। इसके चरमपंथी दृष्टिकोण और हिंसक गतिविधियों के कारण यह संगठन कई बार चर्चा में रहा है। हमास का राजनीतिक और सैन्य दोनों शाखाएँ हैं। इसके कारण इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष की जटिलता बढ़ गई है।

आतंकवादी हमलों का इतिहास

हमास का आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होना इसकी पहचान का हिस्सा रहा है। इसके कुछ प्रमुख हमले और गतिविधियाँ निम्नलिखित हैं:

  • 2007– हमास ने गाजा पट्टी पर नियंत्रण किया, जिसके बाद इज़राइल ने इसे “शत्रुतापूर्ण इकाई” घोषित कर प्रतिबंध लगाए, जिनमें बिजली कटौती, सीमा बंद, और आयात पर रोक शामिल थी।
  • जून 2008– महीनों की बातचीत के बाद, इज़राइल और हमास के बीच छह महीने से चल रहे लड़ाई का विराम हुआ, लेकिन जल्द ही दोनों ने उल्लंघन के आरोप लगाए, और 19 दिसंबर को यह समझौता समाप्त हो गया।
  • दिसंबर 2008 – जनवरी 2009: इज़राइल और हमास के बीच गहरा संघर्ष छिड़ गया, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए। तीन हफ्तों की लड़ाई के बाद, दोनों ने एकतरफा संघर्ष विराम घोषित किया।
  • 14 नवंबर 2012– इज़राइल ने गाजा में हवाई हमले किए, जिसमें हमास के एक प्रमुख नेता मारे गए। इसके बाद, हमास ने इज़राइल पर रॉकेट हमले तेज कर दिए। 21 नवंबर को संघर्ष विराम पर सहमति बनी।
  • 2014– वेस्ट बैंक में तीन इज़राइली किशोरों के लापता होने के बाद, इज़राइल और हमास के बीच तनाव बढ़ गया। इसके परिणामस्वरूप, जुलाई 2014 में इज़राइल ने गाजा पट्टी पर आक्रमण किया, जिसमें कई लोग मारे गए और गहरा विनाश हुआ। अगस्त में एक संघर्ष विराम समझौता हुआ, जिसमें इज़राइल ने गाजा पर प्रतिबंधों में कुछ ढील दी।
  • 2018– गाजा सीमा पर फिलिस्तीनी विरोध प्रदर्शन के दौरान इज़राइल ने कठोर कार्रवाई की, जिसमें सैकड़ों लोग घायल और मारे गए। इसके बाद गाजा में हवाई हमले और रॉकेट हमले जारी रहे, जो अंततः नवंबर में एक युद्धविराम के साथ समाप्त हुए।
  • मई 2021– यरुशलम में बढ़ते तनाव के कारण इज़राइल और हमास के बीच 11 दिनों की गहरी हिंसा हुई। सैकड़ों लोग घायल हुए और भारी नुकसान हुआ। अंत में संघर्ष विराम पर सहमति बनी।
  • 2022– इज़राइल ने उग्रवादियों को निशाना बनाकर अभियान चलाए, लेकिन हमास ने बड़े टकराव से बचने का रुख अपनाया।
  • 7 अक्टूबर 2023– हमास ने इज़राइल पर भूमि, समुद्र, और हवाई हमला किया, जिसमें 1,200 से अधिक इज़राइली मारे गए और लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया गया, जो इज़राइल के इतिहास में सबसे घातक दिन साबित हुआ।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमास की स्थिति

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी संगठन की मान्यता– हमास को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक आतंकवादी संगठन के रूप में देखा जाता है। अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, जापान और कई अन्य देशों ने इसे आधिकारिक रूप से आतंकवादी संगठन घोषित किया है। इन देशों का मानना है कि हमास की गतिविधियाँ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर प्रभाव– हमास की उग्रवादी गतिविधियाँ इसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं। कई देशों ने हमास के साथ कूटनीतिक संबंध नहीं बनाए हैं और इसे आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा है। इसके कारण गाजा पट्टी के निवासियों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • प्रतिबंध और सीमाएँ– आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता मिलने के कारण हमास पर कई देशों ने कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों में आर्थिक सहायता रोकना, वित्तीय लेन-देन पर प्रतिबंध और संगठन के नेताओं पर यात्रा प्रतिबंध शामिल हैं। यह प्रतिबंध हमास की गतिविधियों को सीमित करने के उद्देश्य से लगाए गए हैं।
  • समर्थनकर्ता देश– हालाँकि, कुछ मुस्लिम देशों, जैसे कि ईरान, हमास का समर्थन करते हैं। ये देश हमास को एक प्रतिरोध संगठन के रूप में देखते हैं, जो फिलिस्तीनी अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है। इन समर्थक देशों से हमास को आर्थिक और सैन्य सहायता भी मिलती है, जो इसकी गतिविधियों को जारी रखने में सहायक है।
  • गाजा पट्टी के नागरिकों पर प्रभाव– हमास की गतिविधियों के कारण गाजा पट्टी के सामान्य नागरिकों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रतिबंधों और संघर्ष के कारण वहाँ आर्थिक स्थिति कमजोर है, बेरोजगारी बढ़ी है, और लोगों को सामाजिक और सुरक्षा समस्याएँ झेलनी पड़ती हैं। इसके परिणामस्वरूप, आम नागरिकों की जीवन गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ा है।
  • शांति प्रक्रिया पर प्रभाव– अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा हमास की उग्रवादी गतिविधियों की आलोचना की जाती है। इसे एक चरमपंथी संगठन के रूप में देखा जाता है जो इज़राइल-फिलिस्तीन शांति प्रक्रिया में बाधा डालता है। इसके कारण फिलिस्तीन के भविष्य पर एक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और क्षेत्र में शांति की संभावना कम हो जाती है।
  • चरमपंथी संगठन के रूप में छवि– हमास की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक चरमपंथी संगठन की है, जो अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हिंसक गतिविधियों का सहारा लेता है। इसके कारण दुनिया के कई देशों में इसे समर्थन नहीं मिलता, जिससे इसके राजनीतिक और आर्थिक संबंध सीमित हो गए हैं।

इस प्रकार, हमास की गतिविधियाँ उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विवादित और आतंकवादी संगठन के रूप में अपनी छवि बना ली है, जो स्थिरता, गाजा के नागरिकों और शांति प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।

निष्कर्ष

हमास एक उग्रवादी संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य फिलिस्तीन को एक इस्लामी राज्य के रूप में स्थापित करना और इजराइल के अस्तित्व को समाप्त करना है। इस ब्लॉग में हमास की राजधानी क्या है, हमास क्या है, Israel Hamas ka Yuddh, के बारे में विस्तार से जाना।

इसकी स्थापना और गतिविधियाँ इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष को और बढ़ा देती हैं। हमास का गाजा पट्टी पर नियंत्रण और इजराइल के साथ इसका संघर्ष इस क्षेत्र में अस्थिरता का कारण बना हुआ है।

हमास के कारण फिलिस्तीनी नागरिकों की स्थिति भी कठिन होती जा रही है, क्योंकि इजराइल के हमलों के जवाब में हमास हिंसक प्रतिक्रिया करता है, जिससे आम नागरिक भी पीड़ित होते हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमास की स्थिति कमजोर है और इसे एक आतंकवादी संगठन माना जाता है, जिससे इसके संबंध और प्रभाव सीमित हैं।

इजराइल-फिलिस्तीन विवाद और हमास की गतिविधियाँ यह साबित करती हैं कि शांति स्थापित करने के लिए अनेक चुनौतियाँ मौजूद हैं। स्थायी शांति के लिए दोनों पक्षों को आपसी मतभेदों को खत्म कर संवाद की दिशा में बढ़ना होगा और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता और समर्थन की जरूरत है।

सार्क क्या है: दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

गाजा और हमास क्या है?

हमास गाजा पट्टी में एक फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह और राजनीतिक आंदोलन है।

इजरायल और हमास क्यों लड़ रहे हैं?

इजरायल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष एक जटिल और लंबे इतिहास वाला मुद्दा है। इसकी जड़ें कई दशकों पुरानी हैं और इसमें धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक कारक शामिल हैं।

हमास का मतलब क्या होता है?

हमास शब्द अरबी भाषा के हरकत अल-मुक़वमा अल-इस्लामिया (अर्थात् इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन ) का संक्षेप है पर अरबी में हमास शब्द का मतलब “उत्साह” भी होता है।

हमास की सेना कितनी है?

अल-क़ासिम ब्रिगेड, हमास की सैन्य शाखा है और इसमें लगभग 15,000 से 40,000 तक लड़ाके हो सकते हैं। विभिन्न स्रोतों में इस संख्या के बारे में अलग-अलग अनुमान दिए गए हैं।

हमास क्या है?

हमास एक फिलिस्तीनी इस्लामिक मिलिटेंट समूह है जो गाजा पट्टी पर नियंत्रण रखता है। इसे संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और इजरायल जैसे कई देशों द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में माना गया है।

हमास के लक्ष्य क्या हैं?

हमास का उद्देश्य ऐतिहासिक फिलिस्तीन में एक इस्लामिक राज्य की स्थापना करना है, और यह इजरायल राज्य को अस्वीकार करता है। इसे हथियारों और राजनीतिक व सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से प्राप्त करने की कोशिश करता है।

हमास गाजा में सत्ता में कैसे आया?

हमास फिलिस्तीनी राजनीति में एक प्रमुख गुट है, लेकिन यह फतह-नियत फिलिस्तीनी प्राधिकरण के साथ प्रतिद्वंद्वी है, खासकर गाजा पट्टी और पश्चिमी तट पर नियंत्रण को लेकर। कुछ सुलह के प्रयासों के बावजूद, इन दोनों गुटों के बीच लगातार तनाव रहा है।

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Authored by, Amay Mathur | Senior Editor

Amay Mathur is a business news reporter at Chegg.com. He previously worked for PCMag, Business Insider, The Messenger, and ZDNET as a reporter and copyeditor. His areas of coverage encompass tech, business, strategy, finance, and even space. He is a Columbia University graduate.