डिजिटल मार्केटिंग क्या है

2025 में डिजिटल मार्केटिंग क्या है? जानिए करियर, कमाई और ऑनलाइन सफलता के नए रास्ते!

Published on August 5, 2025
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डिजिटल मार्केटिंग क्या है

Quick Summary

  • डिजिटल मार्केटिंग ऑनलाइन माध्यमों के जरिए उत्पादों और सेवाओं का प्रचार करने की प्रक्रिया है।
  • इसमें वेबसाइट, सोशल मीडिया, ईमेल, और सर्च इंजन जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग किया जाता है।
  • इसका उद्देश्य ग्राहकों तक पहुंच बनाना और बिक्री बढ़ाना होता है।
  • यह रणनीतिक योजनाओं, विज्ञापनों और कंटेंट मार्केटिंग पर आधारित होता है।

Table of Contents

समय के साथ हमारे जीवन में काफी कुछ बदलाव देखने को मिला, डिजिटल मार्केटिंग भी उसी बदलाव का एक हिस्सा है। जहां पुराने समय के मार्केटिंग के लिए बोर्ड बनवाना, पैंफलेट बांटना और अखबार में विज्ञापन देने जैसी तरीकों का इस्तेमाल कि जाती थी। वहीं, आज के समय में अपने प्रोडक्ट का सर्विस को प्रमोट करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल किया जाता है, जो काफी सस्ता और बेहतर है। डिजिटल मार्केटिंग से सिर्फ बिजनेस ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र में करियर बनने वाले लोग भी काफी पैसे कमा रहे हैं। ऐसे में आपको “डिजिटल मार्केटिंग क्या है” जानना बेहद जरूरी हो जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग, जिसे ऑनलाइन या इंटरनेट मार्केटिंग भी कहते हैं, एक ऐसी मार्केटिंग रणनीति है जिसमें वेबसाइट, सोशल मीडिया और ईमेल जैसे डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करके संभावित ग्राहकों तक पहुँचा जाता है और उनसे संपर्क साधा जाता है। इस ब्लॉग में आप डिजिटल मार्केटिंग क्या है, इसके प्रकार, इसका क्या उद्देश्य है, डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस, डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं और इसके फायदों के बारे में जानेंगे।

डिजिटल मार्केटिंग क्या है? | Digital Marketing kya Hai?

डिजिटल मार्केटिंग क्या है? डिजिटल मार्केटिंग अपने सामान को ऑनलाइन बेचने के लिए प्रचार किए जाने का एक तरीका है। कल्पना कीजिए आपके पास एक दुकान है और आप चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके दुकान के बारे में जानें और आपके उत्पाद खरीदें। 

आज के समय में ज्यादातर लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। डिजिटल मार्केटिंग इसी इंटरनेट का इस्तेमाल करके अपनी दुकान या प्रोडक्ट के बारे में लोगों को बताने का तरीका है। यह एक ऐसा तरीका है जिससे आप अपनी दुकान को ऑनलाइन दुनिया में ले जा सकते हैं और लाखों लोगों तक पहुंच सकते हैं।

इंटरनेट, सोशल मीडिया, और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग

डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट, सोशल मीडिया, और अन्य कई डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जा सकता है।

  • वेबसाइट: ये एक ऑनलाइन दुकान होता है। यहां आपको अपने प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में सारी जानकारी देनी होती है।
  • ब्लॉग: आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए एक ब्लॉग बना सकते हैं और उस ब्लॉग के माध्यम से कस्टमर जुटा सकते हैं।
  • सोशल मीडिया: फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में लोगों को बता सकते हैं, उनके साथ बातचीत कर सकते हैं और नए ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार में SEO, SEM, कंटेंट मार्केटिंग, SMM, ईमेल मार्केटिंग, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग और एफिलिएट मार्केटिंग शामिल हैं।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)

SEO डिजिटल मार्केटिंग का एक बेहतरीन और ट्रेंडिंग तरीका है, जिसमें वेबसाइट को गूगल जैसे सर्च इंजन पर टॉप पर लाने की कोशिश की जाती है। जब लोग किसी चीज़ को गूगल पर सर्च करते हैं, तो आपकी वेबसाइट पहले पेज पर दिखे, यह SEO का मकसद है। SEO फ्री में ट्रैफिक बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है। इसमें समय लगता है, लेकिन लंबे समय तक फायदा देता है।

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) | SEM in Digital Marketing

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) डिजिटल मार्केटिंग का ही एक तरीका है जिसमें गूगल जैसे सर्च इंजन पर पैसे देकर अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट किया जाता है। जब लोग सर्च इंजन पर किसी कीवर्ड को सर्च करते हैं, तो वो प्रोडक्ट उन्हें ऊपर दिखाई देता है। 

SEM के फायदे:

  • जल्दी रिजल्ट मिलता है।
  • टारगेटेड ऑडियंस तक पहुंचता है।

कंटेंट मार्केटिंग

कंटेंट मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक तरीका है, जिसमें लोगों को उपयोगी और जानकारीपूर्ण सामग्री (जैसे ब्लॉग, आर्टिकल, वीडियो, इन्फोग्राफिक्स) के जरिए आकर्षित किया जाता है। इसका मकसद सिर्फ प्रमोशन करना नहीं, बल्कि यूजर्स को वैल्यू देना होता है। यह डिजिटल मार्केटिंग के सबसे असरदार और किफायती तरीकों में से एक है।

कंटेंट मार्केटिंग के फायदे:

  • लोगों का भरोसा जीतता है।
  • ब्रांड की पहचान मजबूत होती है।
  • लंबे समय तक यूजर्स को जोड़े रखता है।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)

सोशल मीडिया मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का वह तरीका है जिसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, और लिंक्डइन जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने प्रोडक्ट या सर्विस का प्रमोशन किया जाता है। यह सबसे आसान और पॉपुलर तरीका है, खासकर छोटे बिजनेस के लिए।

इसमें आप पोस्ट, वीडियो, या ऐड्स के जरिए अपने ब्रांड को प्रमोट करते हैं। सही ऑडियंस तक पहुंचने के लिए आप पेड ऐड्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

फायदे:

  • ब्रांड की पहचान बढ़ती है।
  • सीधे ग्राहकों से जुड़ने का मौका मिलता है।

ईमेल मार्केटिंग

ईमेल मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक तरीका है जिसमें ईमेल के जरिए लोगों तक जानकारी, ऑफर, या नए प्रोडक्ट की खबर पहुंचाई जाती है। कभी न कभी आपको किसी ब्रांड से छूट (डिस्काउंट) या सेल के बारे में ईमेल जरूर आई होगी, वह ईमेल मार्केटिंग है। यह बिज़नेस को नए और पुराने दोनों ग्राहकों से जुड़े रहने में मदद करता है। इससे ब्रांड का ग्राहकों से सीधा संपर्क हो पाता है साथ ही ये कम लागत में ज्यादा लोगों तक पहुंचने का एक तरीका है।

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का वह तरीका है, जिसमें ब्रांड अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए सोशल मीडिया पर पॉपुलर लोगों (इन्फ्लुएंसर) का सहारा लेता है। ये इन्फ्लुएंसर इंस्टाग्राम, यूट्यूब या ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर अपने फॉलोअर्स को आपके ब्रांड के बारे में बताते हैं। इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग नए ग्राहकों को जोड़ने का एक महंगा, आसान और ट्रेंडी तरीका है।

एफिलिएट मार्केटिंग

एफिलिएट मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक तरीका है, जिसमें आप किसी कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करते हैं और जब कोई व्यक्ति आपकी दी गई लिंक से उसे खरीदता है, तो आपको कमीशन मिलता है। कई लोग एफिलिएट मार्केटिंग का इस्तेमाल करके भी बिजनेस चला रहे हैं। इसके लिए आपको:

  • सबसे पहले, किसी कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़ना होता है।
  • अपनी यूनिक लिंक के जरिए प्रोडक्ट को प्रमोट करना होता है।
  • हर खरीदारी पर आपको पैसे मिलते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग बनाम पारंपरिक मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग और पारंपरिक मार्केटिंग दो अलग-अलग रणनीतियाँ हैं जिनका उपयोग व्यवसायों द्वारा अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंचने और अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करने के लिए किया जाता है। दोनों ही तरीकों के अपने फायदे और नुकसान हैं, और व्यवसायों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं और लक्ष्यों के लिए सबसे उपयुक्त दृष्टिकोण का चयन करें।

पहलूडिजिटल मार्केटिंगपारंपरिक मार्केटिंग
पहुँचवैश्विक, व्यापक दर्शकों तक आसान पहुँचस्थानीय या सीमित पहुँच
लागतआम तौर पर कम लागत प्रभावीअपेक्षाकृत अधिक महंगा
लक्ष्यीकरणविशिष्ट जनसांख्यिकी, रुचियों आदि के आधार पर सटीक लक्ष्यीकरणव्यापक दर्शकों पर केंद्रित, सटीक लक्ष्यीकरण मुश्किल
मापनीयतापरिणामों को आसानी से ट्रैक और मापा जा सकता हैपरिणामों को मापना मुश्किल
बातचीतग्राहकों के साथ सीधा और दोतरफा संवाद संभव हैज्यादातर एकतरफा संचार
अनुकूलनअभियानों को वास्तविक समय में बदला और अनुकूलित किया जा सकता हैबदलाव करना मुश्किल और महंगा हो सकता है
प्रकारवेबसाइट, सोशल मीडिया, ईमेल, एसईओ, एसईएम, कंटेंट मार्केटिंग आदिप्रिंट (समाचार पत्र, पत्रिकाएं), टीवी, रेडियो, बिलबोर्ड आदि
समयत्वरित परिणाम संभवब्रांड बनाने में अधिक समय लगता है
व्यक्तिगतकरणग्राहकों की ज़रूरतों के अनुसार व्यक्तिगत संदेश संभव हैंसभी ग्राहकों के लिए एक जैसा संदेश
उदाहरणसोशल मीडिया विज्ञापन, ईमेल न्यूज़लेटर, ब्लॉग पोस्ट आदिटीवी विज्ञापन, अखबार विज्ञापन, रेडियो स्पॉट आदि
डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं

डिजिटल मार्केटिंग और पारंपरिक मार्केटिंग दो अलग-अलग रणनीतियाँ हैं जिनका उपयोग व्यवसायों द्वारा अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंचने और अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करने के लिए किया जाता है। दोनों ही तरीकों के अपने फायदे और नुकसान हैं, और व्यवसायों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं और लक्ष्यों के लिए सबसे उपयुक्त दृष्टिकोण का चयन करें।

संक्षेप में:

  • डिजिटल मार्केटिंग– ऑनलाइन चैनलों का उपयोग करता है, अधिक लक्षित, मापने योग्य और अक्सर लागत प्रभावी होता है। यह ग्राहकों के साथ सीधा संवाद और त्वरित प्रतिक्रिया की अनुमति देता है।
  • पारंपरिक मार्केटिंग– ऑफलाइन चैनलों पर निर्भर करता है, व्यापक दर्शकों तक पहुँच सकता है और कुछ मामलों में अधिक विश्वसनीयता प्रदान कर सकता है। हालांकि, यह आम तौर पर कम लक्षित, मापने में कठिन और अधिक महंगा होता है।

आजकल, कई व्यवसाय अपनी मार्केटिंग रणनीति के हिस्से के रूप में डिजिटल और पारंपरिक मार्केटिंग दोनों के संयोजन का उपयोग करते हैं ताकि अधिकतम प्रभाव प्राप्त किया जा सके।

B2B बनाम B2C डिजिटल मार्केटिंग

B2B (Business to Business) डिजिटल मार्केटिंग क्या है? B2B में एक कंपनी दूसरी कंपनी को अपने प्रोडक्ट या सर्विस बेचती है। इसका फोकस ज्यादा जानकारी और प्रोफेशनल तरीके से होता है, जैसे- लिंक्डइन पर प्रमोशन या ईमेल मार्केटिंग।

B2C (Business to Consumer) डिजिटल मार्केटिंग में एक कंपनी सीधे ग्राहकों (उपभोक्ताओं) को प्रोडक्ट बेचती है। इसमें सोशल मीडिया, कूपन, डिस्काउंट्स और आकर्षक विज्ञापन शामिल होते हैं।

पहलूB2B B2C
लक्ष्यअन्य व्यवसायों को उत्पाद या सेवाएं बेचनाआम उपभोक्ताओं को उत्पाद या सेवाएं बेचना
ग्राहकअन्य कंपनियां, संगठनव्यक्तिगत उपभोक्ता
फोकसलंबे समय तक चलने वाले रिश्ते बनाना, विश्वास स्थापित करनाब्रांड जागरूकता बढ़ाना, उत्पाद की विशेषताएं हाइलाइट करना
मार्केटिंग रणनीतियांकंटेंट मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग (LinkedIn), SEO, PPC विज्ञापनसोशल मीडिया मार्केटिंग (Instagram, Facebook), इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग, वीडियो मार्केटिंग, SEO, PPC विज्ञापन
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार

डिजिटल मार्केटिंग का उद्देश्य

डिजिटल मार्केटिंग का उद्देश्य ग्राहकों तक तेजी से पहुंचना, ब्रांड जागरूकता बढ़ाना, व्यवसाय की वृद्धि सुनिश्चित करना प्रमुख हैं।

1. ग्राहकों तक तेजी से पहुंचना

ग्राहकों तक तेजी से पहुंचना डिजिटल मार्केटिंग का एक मुख्य उद्देश्य है। इसमें सोशल मीडिया, ईमेल, और गूगल ऐड्स जैसे टूल्स का इस्तेमाल करके ब्रांड या प्रोडक्ट की जानकारी बहुत ही कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंचाई जाती है।

उदाहरण के लिए, एक इंस्टाग्राम पोस्ट या यूट्यूब ऐड तुरंत लाखों लोगों को दिख सकता है। इससे समय और पैसा दोनों की बचत होती है और बिज़नेस तेजी से बढ़ता है।

2. ब्रांड जागरूकता बढ़ाना

डिजिटल मार्केटिंग का उद्देश्य ब्रांड जागरूकता बढ़ाना है, यानी ज्यादा से ज्यादा लोगों को आपके ब्रांड के बारे में जानकारी देना। सोशल मीडिया, गूगल ऐड्स, और ईमेल जैसे टूल्स की मदद से आपके प्रोडक्ट और सर्विस को सही ऑडियंस तक पहुंचाया जाता है। 

3. व्यवसाय की वृद्धि सुनिश्चित करना

यह आपके प्रोडक्ट या सर्विस को सही समय पर, सही ग्राहकों तक पहुंचाता है। डिजिटल टूल्स जैसे सोशल मीडिया, गूगल ऐड्स और ईमेल मार्केटिंग का उपयोग करके व्यवसाय अपनी पहुंच बढ़ा सकते हैं। यह व्यवसाय की बिक्री और मुनाफे को बढ़ाता है। जिससे डिजिटल मार्केटिंग छोटे से बड़े हर व्यवसाय के लिए किफायती और प्रभावी तरीका है।

4. ग्राहक संबंधों को मजबूत करना

डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न उपकरणों और रणनीतियों का उपयोग करके ग्राहकों के साथ मजबूत और स्थायी संबंध बनाने में मदद करता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्यवसायों को सीधे ग्राहकों के साथ जुड़ने, उनकी प्रतिक्रिया सुनने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का अवसर प्रदान करते हैं। ईमेल मार्केटिंग के माध्यम से व्यक्तिगत संदेश और विशेष ऑफ़र भेजकर ग्राहक वफादारी बढ़ाई जा सकती है। उच्च-गुणवत्ता वाली और उपयोगी सामग्री प्रदान करके, व्यवसाय ग्राहकों के बीच विश्वास और विश्वसनीयता स्थापित कर सकते हैं। मजबूत ग्राहक संबंध न केवल वर्तमान ग्राहकों को बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें ब्रांड के समर्थक बनने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।

5. ब्रांड की छवि में सुधार करना

एक सुसंगत और प्रभावी डिजिटल मार्केटिंग रणनीति ब्रांड की सकारात्मक छवि बनाने और उसे बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऑनलाइन उपस्थिति को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करके, व्यवसाय अपनी मूल्यों, मिशन और व्यक्तित्व को प्रभावी ढंग से संप्रेषित कर सकते हैं। उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री, आकर्षक दृश्य और सक्रिय सोशल मीडिया उपस्थिति ब्रांड को अधिक पेशेवर, विश्वसनीय और आकर्षक बना सकती है। ग्राहकों की सकारात्मक समीक्षाओं और प्रशंसापत्रों को प्रदर्शित करना भी ब्रांड की प्रतिष्ठा को बढ़ाने में मदद करता है।

6. बेच-विक्रेता उत्पन्न करना (Lead Generation)

डिजिटल मार्केटिंग का उद्देश्य सोशल मीडिया विज्ञापन और कंटेंट मार्केटिंग लक्षित दर्शकों तक पहुँचने और उन्हें अपनी वेबसाइट या लैंडिंग पृष्ठों पर लाने में मदद करते हैं, जहाँ वे अपनी संपर्क जानकारी प्रदान कर सकते हैं। ईमेल मार्केटिंग का उपयोग उन लीड्स को पोषित करने और उन्हें ग्राहकों में बदलने के लिए किया जा सकता है। प्रभावी लीड जनरेशन रणनीतियाँ व्यवसायों को अपनी बिक्री पाइपलाइन को भरने और विकास को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।

7. बिक्री बढ़ाना:

अंततः, डिजिटल मार्केटिंग का मुख्य लक्ष्य बिक्री बढ़ाना है। ऊपर वर्णित सभी घटक – मजबूत ग्राहक संबंध, बेहतर ब्रांड छवि और प्रभावी लीड जनरेशन – सभी बिक्री बढ़ाने में योगदान करते हैं। एक मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति और लक्षित मार्केटिंग अभियानों के माध्यम से, व्यवसाय अधिक संभावित ग्राहकों तक पहुँच सकते हैं और उन्हें खरीदारी करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। ई-कॉमर्स वेबसाइटें ग्राहकों को सीधे ऑनलाइन उत्पाद खरीदने की सुविधा प्रदान करती हैं। प्रभावी डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ व्यवसायों को अपनी बिक्री चक्र को छोटा करने, रूपांतरण दरों में सुधार करने और अंततः अपने राजस्व को बढ़ाने में मदद करती हैं।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस 

औसत डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे आप किस प्लेटफॉर्म से कोर्स ले रहे हैं और आप ऑनलाइन कोर्स ले रहे हैं या ऑफलाइन।

कोर्स फीस की औसत सीमा

ज़्यादातर ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस की तुलना में महंगे होते हैं। अगर आप दिल्ली, मुंबई या बैंगलोर जैसे बड़े शहरों के रहते हैं तो ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स में आपको 35000-50000 रुपए तक देने पड़ सकते हैं। वहीं ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स 500 रुपए से भी शुरू होते हैं।

प्रमुख डिजिटल मार्केटिंग संस्थान

प्रमुख ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स संस्थान में Coursera और Udemy का नाम सबसे ऊपर आता है। ये आपको काफी कम फीस में डिजिटल मार्केटिंग कोर्स ऑफर करते हैं। वहीं, प्रमुख ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स संस्थान में NIIT, Manipal ProLearn का नाम सबसे ऊपर आता है, जो स्टूडेंट्स को ज्यादा फीस लेकर काफी अच्छी सुविधा देते हैं।

Coursera, Udemy, UpGrad (ऑनलाइन) | Digital Marketing Courses

संस्थानकोर्स फीस समयप्रशिक्षक
Coursera₹589/month कुल ₹3,533 (6 महीने में)6 महीनेगूगल
Udemy₹60022.5 घंटारोब पर्सीवल, दाराघ वाल्श और कोडस्टार्स
UpGrad₹100000+4 महीनेMICA
Digital Marketing Courses

NIIT, Manipal ProLearn (ऑफलाइन) | Digital Marketing Courses

संस्थानकोर्स फीस समय
NIIT₹ 65,00023 सप्ताह
Manipal ProLearn₹94,4006 महीने
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस | Digital Marketing Courses

डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए यूनिवर्सिटीज (Indian and Foreign)

विश्वविद्यालय (भारत)कोर्स के प्रकारविश्वविद्यालय (विदेश)कोर्स के प्रकार
दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi)सर्टिफिकेट, डिप्लोमाकिंग्सटन यूनिवर्सिटी (यूके)अंडरग्रेजुएट
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)सर्टिफिकेट, डिप्लोमा (दूरस्थ शिक्षा)यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (यूके)डिजिटल मार्केटिंग में कोर्स
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIPU)बीबीए में डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञतामैक्वेरी यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया)अंडरग्रेजुएट
एमिटी यूनिवर्सिटी (Amity University), नोएडाबीबीए में डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञताडबलिन सिटी यूनिवर्सिटी (आयरलैंड)अंडरग्रेजुएट
न्यू दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (NDIM), दिल्लीपीजीडीएम इन मार्केटिंग मैनेजमेंट विथ डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञताकोवेंट्री यूनिवर्सिटी (यूके)एमबीए डिजिटल मार्केटिंग
Digital Marketing Courses | डिजिटल मार्केटिंग क्या है

मार्केटिंग कोर्स की अवधि एक दिन से लेकर 6 महीने तक की हो सकती है। अगर आप Best Digital Marketing कोर्स किसी जॉब को पाने के उद्देश्य से कर रहे हैं, तो आपको कम-से-कम 4 महीने से अधिक का कोर्स लेना चाहिए। जिससे आपके जॉब पाने की संभावना बढ़ जाए।

डिजिटल मार्केटिंग की नौकरी देने वाली टॉप कंपनियां | Digital Marketing Jobs Providing Companies

क्रमांककंपनी का नाम
1Chegg
2Google
3Amazon
4Flipkart
5Infosys
6TCS (Tata Consultancy Services)
7Accenture
8Wipro
9Zoho
10BYJU’S
11Vedantu
12WhiteHat Jr.
13Razorpay
14Nykaa
15Swiggy
16Zomato
17UpGrad
18Urban Company
19Paytm
20Times Internet
21Practo
22Dream11
23Meesho
24HCL Technologies
25Cognizant
digital marketing kya hai

डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं | Digital Marketing ki Visheshtaen

डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं में प्रमुख रूप से सही ऑडियंस तक कम खर्च में पहुंचना, रियल-टाइम एनालिटिक्स, ग्लोबल और लोकल पहुंच और इंटरैक्टिव रणनीति शामिल हैं।

सही ऑडियंस तक कम खर्च में पहुंचें

डिजिटल मार्केटिंग की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह कम खर्च में सही ऑडियंस तक पहुंचने में मदद करती है। आप सोशल मीडिया, गूगल ऐड्स या ईमेल मार्केटिंग के जरिए सिर्फ उन लोगों को टारगेट कर सकते हैं, जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस में रुचि रखते हैं। साथ ही, यह पारंपरिक मार्केटिंग से सस्ता और ज्यादा प्रभावी तरीका है, जिससे समय और पैसा दोनों की बचत होती है।

रियल-टाइम एनालिटिक्स 

डिजिटल मार्केटिंग की रियल-टाइम एनालिटिक्स एक शानदार विशेषता है। इसके जरिए आप अपने विज्ञापन, वेबसाइट, या सोशल मीडिया पोस्ट का परफॉर्मेंस तुरंत ट्रैक कर सकते हैं। आप देख सकते हैं कि कितने लोग आपकी वेबसाइट पर आए, कितनों ने प्रोडक्ट खरीदा, और किसने विज्ञापन पर क्लिक किया। इससे आप यह समझ पाते हैं कि क्या काम कर रहा है और क्या सुधारने की जरूरत है।

ग्लोबल और लोकल पहुंच

डिजिटल मार्केटिंग की खूबी यह है कि यह आपको ग्लोबल और लोकल दोनों स्तर पर पहुंचने का मौका देती है। आप अपने प्रोडक्ट को न सिर्फ अपने शहर या देश में बल्कि पूरी दुनिया में प्रमोट कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, एक लोकल रेस्टोरेंट गूगल मैप्स पर अपने पास के ग्राहकों को टारगेट कर सकता है, वहीं एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पूरी दुनिया में अपने प्रोडक्ट्स बेच सकती है। इससे छोटे और बड़े सभी बिज़नेस को अपनी पहुंच बढ़ाने का मौका मिलता है।

इंटरैक्टिव और व्यस्त रणनीति 

डिजिटल मार्केटिंग ग्राहकों से सीधा जुड़ने का मौका देती है। सोशल मीडिया, लाइव चैट, और कमेंट्स के जरिए कंपनियां ग्राहकों से फीडबैक ले सकती हैं और उनकी जरूरतों को समझ सकती हैं।

उदाहरण के लिए, जब कोई ग्राहक इंस्टाग्राम पोस्ट पर सवाल पूछता है और ब्रांड तुरंत जवाब दे, तो इससे विश्वास बढ़ता है। इस तरह की रणनीति ग्राहकों को ब्रांड से जोड़े रखती है और उन्हें विशेष महसूस कराती है।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे 

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे अनेक हैं, जिसमें ब्रांड जागरूकता में वृद्धि, ऑनलाइन बिक्री और ट्रैफिक में सुधार, ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध बनाना और डेटा के आधार पर मार्केटिंग रणनीति तैयार करना कुछ मुख्य फायदें हैं।

ब्रांड जागरूकता में वृद्धि

डिजिटल मार्केटिंग से ब्रांड जागरूकता बढ़ाना आसान और प्रभावी होता है। उदाहरण के लिए, इंस्टाग्राम पर नियमित पोस्ट और क्रिएटिव विज्ञापनों से ब्रांड की पहचान तेजी से बढ़ती है। जब लोग बार-बार आपके प्रोडक्ट या नाम को देखते हैं, तो वे उसे याद रखने लगते हैं।

यह कम खर्च में बड़े ऑडियंस तक पहुंचने और मार्केट में ब्रांड को मजबूत करने का बेहतरीन तरीका है। इससे ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ता है।

ऑनलाइन बिक्री और ट्रैफिक में सुधार

डिजिटल मार्केटिंग से वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ता है और ऑनलाइन बिक्री में सुधार होता है। गूगल ऐड्स, सोशल मीडिया प्रमोशन, और ईमेल कैंपेन जैसे टूल्स का उपयोग करके आप उन ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं, जो वास्तव में आपके प्रोडक्ट में रुचि रखते हैं। डिजिटल मार्केटिंग का फ़ायदा उठाकर सही रणनीति से आपका ट्रैफिक और बिक्री दोनों तेजी से बढ़ते हैं।

ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध बनाना

डिजिटल मार्केटिंग से ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध बनाना काफी आसान हो गया है। चैटबॉट और वर्चुअल असिस्टेंस का इस्तेमाल करके ब्रैंड ग्राहकों को तुरंत जवाब दे पा रहें हैं। जिससे ग्राहकों के अंदर विशेष होने की भावना आ रही है और उनका संबंध ब्रांड के साथ और मजबूत होता जा रहा है।

डेटा के आधार पर मार्केटिंग रणनीति तैयार करना

कंपनियां अब बड़े डेटा को एनालाइज करके अपने प्रोडक्ट के मार्केटिंग रणनीति को तैयार और बेहतर कर पा रहे हैं। जिसमें किस लोकेशन पर कौन सा प्रोडक्ट ज्यादा बिकता है, किस उम्र सीमा के लोग प्रोडक्ट को खरीद रहे हैं और कौन सा ट्रेंड मार्केट में चल रहा है? जैसी चीजों का विश्लेषण किया जाता है।

2025 में फ्रेशर्स के लिए डिजिटल मार्केटिंग जॉब्स

क्रमांकजॉब रोलकार्य विवरण
1SEO Executiveवेबसाइट की Google ranking बढ़ाना
2Social Media Executiveसोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट बनाना और पोस्ट करना
3Content Writerब्लॉग, आर्टिकल, वेबसाइट कंटेंट लिखना
4PPC Executive (Paid Ads)Google Ads या Facebook Ads जैसी पेड मार्केटिंग चलाना
5Email Marketing Executiveब्रांड प्रमोशन के लिए ईमेल कैम्पेन तैयार करना
6Digital Marketing Assistantविभिन्न डिजिटल टूल्स के साथ क्लाइंट्स और इंटरनल टीम को सपोर्ट करना
7Influencer Marketing Internइन्फ्लुएंसर्स से संपर्क करना और कैंपेन मैनेज करना
8Affiliate Marketing Executiveब्रांड के लिए एफिलिएट नेटवर्क और पार्टनरशिप्स बनाना
9Web Analytics Assistantवेबसाइट ट्रैफिक और डेटा को ट्रैक और रिपोर्ट करना
10Video Marketing Executiveवीडियो स्क्रिप्टिंग, एडिटिंग और यूट्यूब चैनल मैनेज करना
Digital Marketing Jobs for Freshers

डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसी तकनीकों से डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य काफी बेहतर और ग्राहकों के लिए अधिक पर्सनलाइज्ड होने वाला है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का उपयोग

भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का डिजिटल मार्केटिंग में महत्वपूर्ण उपयोग होगा। AI और ML ग्राहकों के व्यवहार को समझने, व्यक्तिगत विज्ञापन बनाने और ट्रेंड्स को सही तरीके से पहचानने में मदद करेंगे।

उदाहरण के लिए, AI के द्वारा ग्राहकों को उनकी पसंद के अनुसार कस्टमाइज्ड कंटेंट दिखाया जाएगा। ML से मार्केटिंग रणनीतियाँ समय के साथ बेहतर होंगी, क्योंकि यह डेटा का विश्लेषण करके ज्यादा प्रभावी निर्णय लेने में मदद करेगा। इससे कंपनियां ग्राहकों के साथ और भी बेहतर संबंध बना सकेंगी।

वॉयस सर्च और स्मार्ट डिवाइस आधारित मार्केटिंग

भविष्य में डिजिटल मार्केटिंग में वॉयस सर्च और स्मार्ट डिवाइस का इस्तेमाल बढ़ेगा। लोग स्मार्टफोन, स्मार्ट स्पीकर्स (जैसे Alexa, Google Assistant) का और अधिक उपयोग करके आवाज़ से सर्च करेंगे। इससे ब्रांड्स को ऑडियंस तक पहुंचने के नए तरीके मिलेंगे।

वीडियो मार्केटिंग और शॉर्ट फॉर्म कंटेंट का बढ़ता उपयोग

भविष्य में डिजिटल मार्केटिंग में वीडियो मार्केटिंग और शॉर्ट फॉर्म कंटेंट का उपयोग और अधिक तेजी से बढ़ेगा। वीडियो कंटेंट अधिक आकर्षक और प्रभावी होते हैं, जो लोगों को बेहतर तरीके से जानकारी देते हैं। शॉर्ट फॉर्म वीडियो, जैसे इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स, तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। इससे ब्रांड्स को ग्राहकों के साथ तुरंत और प्रभावी तरीके से जुड़ने का मौका मिलेगा। ग्राहकों को छोटे और दिलचस्प कंटेंट के जरिए अधिक आकर्षित किया जा सकेगा, जिससे ब्रांड की पहुंच और एंगेजमेंट बढ़ेगी।

ग्राहकों के लिए और अधिक पर्सनलाइज्ड अनुभव

भविष्य में डिजिटल मार्केटिंग से ग्राहकों को और भी पर्सनलाइज्ड अनुभव मिलने की उम्मीद है। कंपनियां ग्राहकों की प्राथमिकताओं और आदतों को और अच्छे से समझकर उन्हें व्यक्तिगत विज्ञापन, ऑफर्स और कंटेंट दिखा सकती हैं। इस पर्सनलाइज्ड अनुभव से ग्राहक ज्यादा संतुष्ट होते हैं और ब्रांड से जुड़ाव बढ़ता है। इससे कंपनियां ग्राहकों के साथ मजबूत रिश्ता बना सकती हैं।

निष्कर्ष

आज के डिजिटल युग में डिजिटल मार्केटिंग न केवल व्यवसायों के लिए बल्कि हर छोटे और बड़े ब्रांड के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति बन चुका है। चाहे आप डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार को समझें, या डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं जानें, यह आपको अपने उत्पाद को सही तरीके से प्रमोट करने में मदद करता है। अगर आप इस क्षेत्र में करियर बनाने का सोच रहे हैं, तो डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस और उपलब्ध विकल्पों को देखकर अपने कदम बढ़ा सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आप तेजी से सफलता हासिल कर सकते हैं और अपनी मार्केटिंग रणनीतियों को और भी प्रभावी बना सकते हैं।

इस ब्लॉग में आपने डिजिटल मार्केटिंग क्या है, डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार, इसका क्या उद्देश्य है, डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस, डिजिटल मार्केटिंग की विशेषताएं और इसके फायदों के बारे में विस्तार से जाना।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

डिजिटल मार्केटिंग का काम क्या होता है?

डिजिटल मार्केटिंग का काम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उत्पादों और सेवाओं का प्रचार करना, ग्राहक आकर्षित करना, ब्रांडिंग करना, और बिक्री बढ़ाने के लिए रणनीतियाँ विकसित करना होता है।

डिजिटल मार्केटिंग के 4 प्रकार क्या हैं?

डिजिटल मार्केटिंग के 4 प्रमुख प्रकार हैं:
1. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)
2. सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM)
3. सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)
4. ईमेल मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग सैलरी कितनी होती है?

डिजिटल मार्केटिंग की सैलरी अनुभव और भूमिका पर निर्भर करती है। शुरुआत में ₹20,000 से ₹35,000 प्रति माह होती है, जबकि मध्य स्तर पर ₹40,000 से ₹80,000 और वरिष्ठ स्तर पर ₹1,00,000 से ₹2,50,000 तक हो सकती है।

मार्केटिंग का काम क्या होता है?

मार्केटिंग का काम उत्पादों या सेवाओं को बाजार में पहचान दिलाना, उनकी बिक्री बढ़ाना और उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करना होता है। इसमें बाजार अनुसंधान, प्रचार, विज्ञापन, ब्रांडिंग और ग्राहक संबंध प्रबंधन शामिल हैं।

बिना पैसे खर्च किए डिजिटल मार्केटिंग कैसे सीखें?

बिना पैसे खर्च किए डिजिटल मार्केटिंग सीखने के कई बेहतरीन तरीके हैं:
मुफ्त ऑनलाइन कोर्सेज (जैसे गूगल डिजिटल गैराज, हबस्पॉट एकेडमी)
उद्योग के ब्लॉग
सोशल मीडिया विशेषज्ञों को फॉलो करना,
अपनी वेबसाइट/ब्लॉग बनाकर
एसईओ
कंटेंट मार्कटिंग का अभ्यास करना
सोशल मीडिया मार्केटिंग में शामिल होना,
मुफ्त ईमेल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करना, केस स्टडीज और श्वेत पत्र पढ़ना, और ऑनलाइन समुदायों में भाग लेना। धैर्य और अभ्यास महत्वपूर्ण हैं।

भारत में डिजिटल मार्केटिंग कर्मचारियों की भर्ती करने वाली कंपनियां कौन सी हैं?

Google
Amazon
Meta (Facebook, Instagram)
IBM
Infosys
TCS
Flipkart
Myntra
Zomato
Swiggy
Paytm

Authored by, Aakriti Jain
Content Curator

Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.

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