क्रिप्टो करेंसी क्या है? 5 Easy Steps में करे निवेश!

Published on August 25, 2025
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Quick Summary

  • क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है।
  • इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है।
  • यह विकेन्द्रीकृत होती है।
  • क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होती है।
  • ब्लॉकचेन तकनीक से लेन-देन सुरक्षित और पारदर्शी होते हैं।

Table of Contents

क्रिप्टो करेंसी क्या है? क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है। यह एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम का उपयोग करके बनाया गया पेमेंट का एक अल्टरनेट रूप है। यह ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है। माना जाता है कि बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी है मगर आज के समय में और भी क्रिप्टो करेंसी है जिनका उपयोग लोग करते है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे के क्रिप्टो करेंसी क्या है, कितने प्रकार की है और इसमें निवेश कैसे करना चाहिए।

क्रिप्टो करेंसी क्या है? | What is Crypto Currency?

क्रिप्टो करेंसी (क्रिप्टो मुद्रा) एक तरह की डिजिटल मुद्रा है। यह कागज के रुपये या सिक्कों की तरह वास्तविक रूप से मौजूद नहीं होती बल्कि इंटरनेट पर मौजूद डाटा का एक खास सेट होता है। पारंपरिक मुद्राओं को सरकारें जारी करती हैं और लेन-देन के लिए केंद्रीय बैंक इनको नियंत्रित करते हैं। वहीं, क्रिप्टोकरेंसी किसी भी केंद्रीय बैंक या सरकार के नियंत्रण में नहीं होती।

क्रिप्टो करेंसी ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर काम करती है। इसे एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल लेजर के रूप में समझा जा सकता है, जो सभी क्रिप्टो करेंसी लेन-देन का सुरक्षित रिकॉर्ड रखता है। यह रिकॉर्ड कंप्यूटरों के एक विशाल नेटवर्क पर वितरित होता है, जिससे इसे छेड़छाड़ करना लगभग असंभव हो जाता है।

क्रिप्टो करेंसी बनाने की प्रक्रिया को माइनिंग कहा जाता है। ये काम हाई- पॉवर वाले कंप्यूटरों द्वारा किया जाता है जो मुश्किल कम्प्यूटेशनल मैथ्स प्रॉब्लम्स को हल करते हैं, जिससे इसे हैक करना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए इंटरनेट की जरूरत होती है क्योंकि यह लोगों को ऑनलाइन सिस्टम के जरिए एक-दूसरे से सीधे ट्रांसेक्शन करने की सुविधा देता है।

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क्रिप्टो करेंसी क्या है: क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन पारंपरिक मुद्रा से काफी अलग है। इसमें किसी भी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान की जरूरत नहीं होती। सीधे किसी दूसरे व्यक्ति को क्रिप्टोकरेंसी भेज सकते हैं, जिसे पीयर-टू-पीयर (दो व्यक्ति के बीच सीधा) लेन-देन कहते हैं। क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने के लिए, आपको एक क्रिप्टो करेंसी वॉलेट की आवश्यकता होती है, जो आपके फोन या कंप्यूटर पर एक तरह का डिजिटल बटुआ होता है। क्रिप्टो वॉलेट में पासवर्ड जैसी की (key) होती है, जो आपकी डिजिटल करेंसी सेफ रखती हैं। यह आपको आसानी से क्रिप्टो करेंसी भेजने और रिसीव करने की सुविधा भी देता है। क्रिप्टो वॉलेट तीन तरह के होते हैं:

  • हार्डवेयर वॉलेट- जो USB स्टिक की तरह दिखता है जैसे ledger।
  • सॉफ्टवेयर वॉलेट- जैसे मोबाइल वॉलेट ऐप्स, डेस्कटॉप वॉलेट ऐप्स।
  • पेपर वॉलेट- पेपर पर आपकी प्राइवेट की (key) प्रिंट करके मिलती हैं।

ब्लॉकचेन क्या है?

  • ब्लॉकचेन एक प्रकार का डिजिटल सार्वजनिक “बही -खाता” होता है। इसी डिजिटल बही खाते के जरिए क्रिप्टो करेंसी का क्रय- विक्रय व संचालन होता है। क्रिप्टो करेंसी के प्रत्येक लेन -देन को इस सार्वजनिक बही खाते में रिकॉर्ड किया जाता है।
  • ब्लॉकचेन तकनीक की यह विशेषता है कि यहां पर एक बार कोई लेन-देन दर्ज हो जाने के बाद इसे न तो यहां से हटाया जा सकता है और न ही इसमें कोई बदलाव किया जा सकता है।
  • ब्लॉकचेन तकनीक को सॉफ़्टवेयर के ज़रिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • ब्लॉकचेन विनिमय की संपूर्ण जानकारी को एक स्थान पर सुरक्षित करने के बजाय कई कंप्यूटरों में एक साथ संरक्षित किया जाता है जिस तक किसी को भी पहुँच मिल सकती है। इसके माध्यम से लेन- देन में प्रयुक्त की गई डिजिटल मुद्रा इनक्रिप्टेड यानी कोडेड होती हैं जिसे एक डिसेंट्रेलाइज्ड (विकेंद्रीकृत) सिस्टम के जरिए मैनेज किया जाता है, अर्थात इसपर किसी सरकार या संस्था का नहीं बल्कि बाज़ार का नियंत्रण होता है।
  • इसके जरिए की गई मुद्रा की खरीद- बिक्री को क्रिप्टो माइनिंग (Crypto- Mining) कहा जाता है क्योंकि हर जानकारी का एक डिजिटल डेटाबेस तैयार करना पड़ता है। जिनके द्वारा यह माइनिंग की जाती है, उन्हें ‘माइनर्स’ कहा जाता है।
  • आज क्रिप्टो करेंसी का क्रय- विक्रय करना बहुत ही आसान हो गया है। कई ऐसे ऐप्प (applications) हैं जिनके जरीय क्रिप्टो करेंसी का क्रय- विक्रय किया जा सकता है।

क्रिप्टो करेंसी रेट: Cryptocurrency prices

बिटकॉइन, इथेरियम, रिपल, डॉजकॉइन आदि क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरण हैं. 
नीचे हमने कुक क्रिप्टो कर्रेंइस और उनकी कीमत बताई है पर ध्यान रखें कि क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें अत्यधिक अस्थिर होती हैं और पूरे दिन में काफी उतार-चढ़ाव हो सकता है। ये सिर्फ़ कुछ उदाहरण हैं, और हज़ारों अन्य क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं।

क्रमांकCryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी)Symbol (प्रतीक)एक क्रिप्टो करेंसी की कीमत (INR)
1.BitcoinBTC₹71,88,822.30
2.EthereumETH₹1,35,582.71
3.TetherUSDT₹85.65 (approx.)
4.Binance CoinBNB₹612
5.CardanoADA₹0.48
6.SolanaSOL₹153
7.DogecoinDOGE₹10.20
8.XRPXRPNot widely available in India
9.Shiba InuSHIBNot widely available in India
क्रिप्टो करेंसी क्या है?

क्रिप्टो करेंसी मार्केट क्या है? | crypto currency kya hai

क्रिप्टो एक्सचेंज, डिजिटल दुनिया के स्टॉक एक्सचेंज की तरह है। क्रिप्टो एक्सचेंज डिजिटल करेंसीज को खरीदना, बेचना और स्वैप करना संभव बनाते हैं। पूर्ण रूप से, ये करेंसी क्रिप्टो मार्केट का निर्माण करती हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज आपके लेनदेन की मात्रा के आधार पर या आपके द्वारा किए गए बिजनेस के प्रकार के आधार पर आपके लेनदेन के लिए कुछ फीस लेते हैं।

भारत में क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें?

क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें
क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें

Step 1 – निवेश करने के लिए एक क्रिप्टो करेंसी चुनें

  • चूंकि अब विभिन्न प्रकार की क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं इसलिए भरोसेमंद क्रिप्टो करेंसी चुनना महत्वपूर्ण है। ज्यादा से ज्यादा रिसर्च करें और अक्लमंदी से चुनें।

Step 2 – क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज चुनें

  • एक भरोसेमंद एक्सचेंज या निवेश प्लेटफॉर्म का चयन करना भी इंपोर्टेंट है। एक्सचेंज का चयन करते समय सुरक्षा, प्रोसेसिंग और ट्रांजैक्शन फीस, ट्रेडिंग की मात्रा, कम से कम निवेश के लिए जरूरतें और किसी दिए गए एक्सचेंज पर खरीदने के लिए मौजूद क्रिप्टो करेंसी के तरीके को ध्यान में रखा जाना चाहिए। एक अकाउंट बनाएं और उसे वेरिफाई करें।

Step 3 – स्टोरेज और डिजिटल वॉलेट

  • अपनी पसंद और पहुंच के अनुसार चुनें। सभी विकल्पों की जांच करें और सही वॉलेट का सिलेक्शन करें।

Step 4 – निवेश के लिए अपना बजट जानें

  • अपने खाते या क्रिप्टो वॉलेट में धनराशि डालें। वह क्रिप्टो करेंसी चुनें, जिसे आप खरीदना चाहते हैं और कितनी कीमत पर। किसी भी निवेश की तरह, हमेशा बजट और रिस्क पर सोच-विचार करें।

Step 5 – अपने निवेश को मैनेज करें

  • आप अपने क्रिप्टो का मैनेजमेंट कैसे करते हैं, यह आपकी निवेश स्ट्रेटजी और गोल्स पर डिपेंड करता है।

क्रिप्टो करेंसी कहां से खरीदें? | Digital currency

क्रिप्टो एक्सचेंज और कई वेबसाइटें हैं, जो बिटकॉइन और ऑल्टकॉइन्स जैसी क्रिप्टो करेंसी पेश करती हैं, लेकिन केवल कुछ ही एक्सचेंज ऐसे हैं जो लीगली लिस्टेड, उपयोग में आसान और पॉपुलैरिटी के मामले में सबसे भरोसेमंद कैटेगरी में हैं। क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज शेयर बाजार के समान ही काम करते हैं, जहां एक निवेशक क्रिप्टो करेंसी खरीद, बेच या रख सकता है। आपको बस अपने लिए एक साइट या एक्सचेंज ढूंढना है। ध्यान में रखने के लिए कुछ पॉइंट्स-

  • आप जिस ऐप या साइट से खरीदारी करते हैं, उसका बैकग्राउंड चेक करें।
  • वे डेटा सिक्योरिटी देते हैं या नहीं।
  • आपके investment का कोई बीमा है या नहीं।
  • खरीदने और बेचने की प्रक्रिया आसान है या मुश्किल।
  • प्राइसिंग प्रॉसेज और फीस।
  • ट्रेडिंग वॉल्यूम और लिक्विडिटी।

कुछ साइट्स जो काफी पॉपुलर हैं –

  1. CoinDCX
  2. WazirX
  3. CoinSwitch
  4. Zebpay
  5. Bitmarkets
  6. Coinbase

क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी है?

भारत में क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति जटिल और विकासशील है। हालांके क्रिप्टो करेंसी पर भारत में रोक नहीं है पर वर्तमान में देश में क्रिप्टोकरेंसी को वैध मुद्रा के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। यहां मुख्य बिंदुओं का विवरण दिया गया है:

  • क्रिप्टोकरेंसी को वर्तमान में भारत में कानूनी निविदा के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। सरकार अभी भी नियमों पर विचार कर रही है, और जनवरी 2025 तक कोई स्पष्ट रूपरेखा मौजूद नहीं है।
  • कड़े नियम लागू करने या निजी क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के बारे में भी चर्चा हुई है।
  • क्रिप्टो लाभ पर 30% कर और लेनदेन पर 1% टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) कुछ निवेशकों को हतोत्साहित करता है।

क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है?

क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है
क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है

आप यह तो समझ गए होंगे कि क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है। अब आपको जान लेना चाहिए कि उसका भविष्य क्या है ताकि आप उसी हिसाब से अपने पैसो का निवेश कर सके। क्रिप्टो करेंसी में हमारे पैसे के उपयोग के तरीके को बदलने की ताकत है। इसके विकेंद्रीकरण, ट्रांसपेरेंसी, सस्ती ट्रांजैक्शन फी, तेज़ ट्रांसेक्शन और ग्लोबल पहुंच के कारण इसकी डिमांड काफी ज्यादा है।

सामान्य रूप से बैंक से ट्रांजेक्शन को निपटाने में कई दिन तक का समय लग सकता है, एथेरियम, स्टेलर और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी कुछ सेकंड में लेनदेन की कंप्लीट करती हैं। इस बढ़ी हुई गति से न केवल बिजनेस की फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार होता है बल्कि कैश फ्लो में भी तेज होता है।

लेकिन क्रिप्टो करेंसी की विकेंद्रीकृत स्ट्रक्चर के कारण, इसे रेगूलेट करना मुश्किल है, और बाजार में बहुत उतार चढ़ाव हो सकते हैं। इसलिए इसे अपनाने से देश में मॉनेटरी सप्लाई में कुछ बाधाएं पैदा होंगे। कई रेगुलेटरी अथॉरिटी इन जोखिमों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

अलग अलग देशों में क्रिप्टो करेंसी के हालात

El Salvador:

राष्ट्रपति बुकेले द्वारा 2021 में बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में अपनाने वाला अल साल्वाडोर दुनिया का पहला देश है।

The Central African Republic:

केवल दो देशों ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में स्वीकार किया है, उनमें से एक मध्य अफ्रीकी गणराज्य है। उन्होंने वर्ष 2022 में इसे अपना लिया था।

Canada:

कनाडा एक बिटकॉइन-फ्रेंडली देश बन रहा है। टैक्स के लिए Canada Revenue Agency (CRA) द्वारा बिटकॉइन को एक कमॉडिटी के रूप में देखा जाता है। बिटकॉइन का उपयोग करके लेनदेन से होने वाली इनकम को बिजनेस इनकम या कैपिटल गेन माना जाता है और इसे उसी रूप में रिपोर्ट किया जाना चाहिए। यह अब अवैध नहीं है लेकिन इसे ऑफिशियल दर्जा भी नहीं मिला है।

Australia:

ऑस्ट्रेलिया भी बिटकॉइन को फाइनेंशियल एसेट के रूप में देखता है। Australian taxation office ने टैक्स उद्देश्यों के लिए इनकम या कैपिटल गेन की रिपोर्ट और लेनदेन के रिकॉर्ड रखने का ऑर्डर दिया है।

Ukraine:

यूक्रेन में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मंत्रालय भी है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान कई लोगों ने क्रिप्टो के जरिए उन्हें खूब पैसे दान किए। इस बात की पूरी पोसिबिलिटी है कि यूक्रेन जल्द ही क्रिप्टो को लीगल टेंडर के रूप में अपनाएगा।

USA:

क्रिप्टो करेंसी क्या है? अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी को लेकर कोई सख्त मनाई नहीं है। अमेरिकी राजकोष ने बिटकॉइन को एक कन्वर्टिबल करेंसी के रूप में पेश किया है जिसे लोग अमेरिकी डॉलर की जगह उपयोग कर सकते हैं। देश के कानून के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी में 10,000 डॉलर से अधिक के लेनदेन की जानकारी दी जानी चाहिए।

चीन, मिस्र (Egypt), कतर, ओमान, ट्यूनीशिया, मोरक्को, अल्जीरिया, बांग्लादेश, इराक, यूएई (UAE) जैसे देशों ने क्रिप्टो करेंसी पर रोक लगा दी है। क्रिप्टो पर रोक लगाने वाली सरकारों ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी का उपयोग गैरकानूनी जगह तक धन पहुंचाने के लिए किया जा रहा है और तर्क दिया कि क्रिप्टो उनकी फाइनेंशियल सिस्टम को अस्थिर कर सकता है।

क्रिप्टो करेंसी कैसे शुरू हुई?

क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक एक गुमनाम व्यक्ति या समूह द्वारा की गई थी, जिसने बिटकॉइन को एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया। इसका उद्देश्य एक ऐसी मुद्रा बनाना था जो सरकारी नियंत्रण, बैंकिंग सिस्टम और लेन-देन की पारंपरिक बाधाओं से मुक्त हो।

बिटकॉइन के बाद कई अन्य क्रिप्टो करेंसी सामने आईं, जिन्हें “Altcoins” (Alternative Coins) कहा जाता है। जैसे:

  • Litecoin (LTC): तेज़ ट्रांजैक्शन स्पीड
  • Ethereum (ETH): स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और DApps के लिए लोकप्रिय
  • Ripple (XRP): बैंकिंग ट्रांजैक्शन के लिए अनुकूल

क्रिप्टो करेंसी के फायदे व नुकसान

क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह केंद्रीकृत बैंकों या वित्तीय संस्थाओं से स्वतंत्र होती है। लेकिन इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण फायदे और नुकसान दिए गए हैं:

क्रिप्टो करेंसी के फायदे:

  1. वित्तीय स्वतंत्रता:
    • क्रिप्टो करेंसी केंद्रीय बैंकों या सरकारों के नियंत्रण से मुक्त होती है। इसका मतलब है कि इसमें मुद्रास्फीति या अन्य आर्थिक संकटों का कम प्रभाव होता है।
  2. विलंबित भुगतान और ट्रांजेक्शन लागत:
    • पारंपरिक बैंकों की तुलना में, क्रिप्टो करेंसी के द्वारा भुगतान या ट्रांजेक्शन बहुत तेजी से होते हैं। इसके अलावा, इसमें ट्रांजेक्शन शुल्क भी कम होता है, जो अन्य वित्तीय माध्यमों के मुकाबले अपेक्षाकृत सस्ता होता है।
  3. सुरक्षा और गोपनीयता:
    • क्रिप्टो करेंसी में ट्रांजेक्शन ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होते हैं, जो एक सुरक्षित और पारदर्शी प्रणाली है। हर लेन-देन की रिकॉर्डिंग सार्वजनिक होती है और उसे बदलना या धोखाधड़ी करना बहुत मुश्किल होता है।
  4. वैश्विक पहुंच:
    • क्रिप्टो करेंसी का उपयोग किसी भी देश में किया जा सकता है, बशर्ते वहां इंटरनेट की सुविधा हो। इससे लोग जो पारंपरिक वित्तीय सेवाओं से बाहर हैं, वे भी वैश्विक स्तर पर लेन-देन कर सकते हैं।
  5. नवीन निवेश विकल्प:
    • क्रिप्टो करेंसी निवेशकों को एक नया, उभरता हुआ निवेश बाजार प्रदान करती है, जो पारंपरिक शेयर बाजार से अलग है। इसमें निवेशकों को उच्च लाभ की संभावना हो सकती है, खासकर लंबे समय तक होल्डिंग करने पर।

क्रिप्टो करेंसी के नुकसान:

  1. उच्च जोखिम और अस्थिरता:
    • क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखा जाता है। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी की कीमतें कभी बहुत तेजी से बढ़ती हैं और कभी अचानक गिर जाती हैं, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।
  2. विधिक और नियामक अनिश्चितता:
    • कई देशों में क्रिप्टो करेंसी का नियमन स्पष्ट नहीं है। कुछ देशों में यह पूरी तरह से प्रतिबंधित है, जबकि अन्य देशों में इसके उपयोग पर कड़े नियम लागू हैं। इस प्रकार के अनिश्चित माहौल में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
  3. धोखाधड़ी और साइबर हमले:
    • क्रिप्टो करेंसी में धोखाधड़ी और हैकिंग के मामलों की संभावना रहती है। यदि आपकी डिजिटल वॉलेट हैक हो जाती है या यदि आपने सुरक्षित पासवर्ड का पालन नहीं किया, तो आपके क्रिप्टो करेंसी के निवेश की चोरी हो सकती है।
  4. उपयोगकर्ता के लिए जटिलता:
    • क्रिप्टो करेंसी का उपयोग सामान्य व्यक्तियों के लिए कुछ जटिल हो सकता है, खासकर यदि वे तकनीकी रूप से सक्षम नहीं हैं। इसके अलावा, ट्रांजेक्शन को पलटने का कोई तरीका नहीं होता, यदि गलती से कोई त्रुटि होती है तो धन खो सकता है।
  5. गैर-नियंत्रित और गैर-केन्द्रीयकरण:
    • चूंकि क्रिप्टो करेंसी एक विकेंद्रीकृत प्रणाली है, तो इसमें कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं होता जो इसे नियंत्रित या मॉनिटर करे। इससे धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद वित्तपोषण, आदि।
  6. ऊर्जा खपत:
    • क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग (जैसे बिटकॉइन) में बहुत अधिक ऊर्जा की खपत होती है, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। माइनिंग प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर कंप्यूटरों का उपयोग किया जाता है, जो बहुत सारी बिजली खपत करते हैं।

क्रिप्टो पर भारत में टैक्स, TDS और कंप्लायंस (2025 अपडेट)

भारत में क्रिप्टो/VDAs से होने वाले लाभ पर 30% टैक्स लागू है। साथ ही, कुछ ट्रांज़ैक्शंस पर 1% TDS (धारा 194S) कटता है। VDA सेवा प्रदाताओं के लिए PMLA के तहत FIU-IND रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। निवेश करने से पहले प्लेटफ़ॉर्म की FIU-IND स्थिति और KYC/AML नीतियाँ ज़रूर जांचें। यह नियम बदलते रहते हैं—नवीनतम निर्देशों को हमेशा देखें।

क्विक चेकलिस्ट

  • FIU-IND रजिस्टर्ड एक्सचेंज?
  • KYC पूरा? 2FA ऑन?
  • TDS/टैक्स इम्पैक्ट समझा? रेकॉर्ड्स सुरक्षित?

डिजिटल रुपया (e₹) बनाम क्रिप्टो करेंसी बनाम UPI | Digital currency

पहलूक्रिप्टो करेंसीडिजिटल रुपया (e₹ – RBI CBDC)UPI
जारीकर्ताविकेंद्रीकृत, किसी सरकार का नियंत्रण नहींRBI (केंद्रीय बैंक)बैंक + NPCI
वैध मुद्रा नहीं हाँ हाँ
वॉलेटहॉट/कोल्ड वॉलेटe₹ वॉलेटबैंक अकाउंट लिंक्ड ऐप
स्थिरताबहुत उतार-चढ़ाव (Volatility)स्थिर (₹ से जुड़ा)स्थिर (₹ से जुड़ा)
उपयोगनिवेश, वेब3, DeFiभुगतान, वित्तीय समावेशनरोज़मर्रा का भुगतान

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्रिप्टो करेंसी क्या है?

क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है। यह एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम का उपयोग करके बनाया गया पेमेंट का एक अल्टरनेट रूप है। यह ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है।

क्या क्रिप्टो करेंसी सुरक्षित है?

क्रिप्टो करेंसी में ट्रांजेक्शन एन्क्रिप्टेड हैं. ब्लॉक चेन सिस्टम के होने से इसे हैक करना कठिन हो जाता है। वे अच्छे रिटर्न, आसान और तेज़ ट्रांजेक्शन भी करते हैं। फिर भी क्रिप्टो करेंसी रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट नहीं है। इसका विकेंद्रीकरण बड़ा चैलेंज है। बाजार रिस्क और साइबर रिस्क हमेशा रहेगा। इसका सरकार द्वारा बीमा नहीं किया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी से क्या खतरा है?

रेगुलेटरी अथॉरिटी का अभाव ही सबसे बड़ा ख़तरा है। यह घोटालों और धोखाधड़ी को बढ़ावा देगा। कीमतें बहुत अनस्टेबल हैं। अगर क्रिप्टो कंपनी डूब जाती है तो निवेश की गई रकम वापस मिलने की कोई गारंटी नहीं है। यह एक हाई रिस्क वाला इन्वेस्टमेंट है, इसलिए कीमतें जल्दी गिर भी सकती हैं।

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी क्या है?

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी Bitcoin, Ethereum, Dogecoin, Binance Coin, Bitcoin Cash, Solana, Terra और Litecoin हैं।

क्रिप्टो करेंसी से क्या फायदा है?

क्रिप्टो करेंसी को समझदारी से चुनने से आपको जबरदस्त फायदा मिलेगा। उपयोग किए गए ब्लॉक चेन सिस्टम को हैक करना कठिन है। ट्रांजेक्शन तेज और मिनिमम फीस में और बढ़िया रिटर्नस सबसे आकर्षक ऑफर हैं। अगर आप कुछ रिस्क संभाल सकते हैं तो बैंकों के मुकाबले इसमें पैसा रखना ज्यादा फायदेमंद होगा। क्रिप्टो करेंसी अपनाने वाले बिजनेस वाकई अपनी लिक्विड फाइनेंस में सुधार कर सकते हैं, नए ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं, ट्रांजेक्शन ट्रांपेरेंसी सुनिश्चित कर सकते हैं, धोखाधड़ी को कम कर सकते हैं।

क्या क्रिप्टो करेंसी भारत में होगी बैन?

क्रिप्टो करेंसी स्थिर नहीं है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक सभी क्रिप्टो पर रोक लगाई जानी चाहिए। हालाँकि, ब्लॉकचेन की तकनीक को समर्थन की जरूरत है क्योंकि इस सिक्योर सिस्टम के बहुत एप्लीकेशंस हैं। उन्होंने क्रिप्टो ट्रेडिंग की तुलना “gambling” से भी की। क्रिप्टो करेंसी को लीगल बनाने से पहले ये पूरी तरह से समझने की जरूरत है कि कितना और कैसा रिस्क हैं। फिलहाल क्रिप्टो के कैपिटल गेन पर 30% टैक्स लगाया गया है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल भुगतान प्रणाली है जो लेन-देन की सत्यापन के लिए बैंकों पर निर्भर नहीं होती। यह एक पीयर-टू-पीयर सिस्टम है, जो किसी भी व्यक्ति को कहीं भी भुगतान भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।

क्रिप्टो को असली पैसे में कैसे बदला जा सकता है?

यदि आप अपनी क्रिप्टो को कैश में बदलना चाहते हैं, तो इसके लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। आप क्रिप्टो एक्सचेंज, ब्रोकरेज अकाउंट, पीयर-टू-पीयर ऐप, या यहां तक कि बिटकॉइन एटीएम का उपयोग कर सकते हैं। कुछ मामलों में, आपको डिजिटल एसेट को डॉलर में बदलने से पहले उसे किसी अन्य क्रिप्टो करेंसी में ट्रांसफर या कन्वर्ट करना पड़ सकता है।

क्रिप्टो करेंसी में निवेश शुरू करने के लिए न्यूनतम राशि कितनी होनी चाहिए?

कोई फिक्स्ड न्यूनतम राशि नहीं है। आप ₹100 या उससे भी कम में निवेश शुरू कर सकते हैं। लेकिन निवेश से पहले रिसर्च करना जरूरी है।

Authored by, Aakriti Jain
Content Curator

Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.

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