कैफीन क्या होता है

कैफीन क्या होता है? फायदे, नुकसान और टैबलेट उपयोग की संपूर्ण जानकारी (2025)

Published on June 25, 2025
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कैफीन क्या होता है

Quick Summary

  • कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक है, जो ऊर्जा और एकाग्रता बढ़ाता है।

  • कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स इसके प्रमुख स्रोत हैं।

  • सीमित मात्रा में फायदेमंद, अधिक सेवन से नुकसानदायक हो सकता है।

  • वयस्कों के लिए 400mg/दिन तक सुरक्षित माना जाता है।

Table of Contents

कैफीन क्या होता है? आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में ऊर्जा बनाए रखना एक चुनौती बन चुका है, और ऐसे में कैफीन एक ऐसा तत्व है जो हमारे दिन को शुरू करने से लेकर काम में फोकस बढ़ाने तक अहम भूमिका निभाता है। कैफीन न केवल कॉफी और चाय जैसे लोकप्रिय पेयों में पाया जाता है, बल्कि यह कई दवाइयों और सप्लीमेंट्स का भी हिस्सा बन चुका है।  

जहां एक ओर यह सतर्कता, ऊर्जा और मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है, वहीं दूसरी ओर इसके अत्यधिक सेवन से नींद की समस्या, चिंता और अन्य स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैफीन क्या होता है, इसके वैज्ञानिक पक्ष, फायदे और नुकसान क्या हैं, और कैफीन टैबलेट्स का सुरक्षित उपयोग कैसे किया जाए ताकि आप इसकी शक्ति का सही और संतुलित रूप से लाभ उठा सकें। 

कैफीन क्या होता है?(What is Caffeine in Hindi) 

कैफीन क्या होता है? कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक (stimulant) है, जो मुख्य रूप से कॉफी, चाय, कोला, एनर्जी ड्रिंक्स और कुछ दवाओं में पाया जाता है। यह हमारे मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है, जिससे थकान कम होती है और सतर्कता बढ़ती है। 

कैफीन की परिभाषा और रासायनिक संरचना | कैफीन क्या होता है? 

कैफीन क्या होता है? कैफीन एक बाइटर और सफेद रंग का क्रिस्टलीय पदार्थ है, जिसका रासायनिक सूत्र C₈H₁₀N₄O₂ है। यह मेथिलक्सैंथीन वर्ग का एल्कलॉयड होता है। यह मस्तिष्क में मौजूद एडेनोसिन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करता है, जिससे नींद की भावना कम होती है और व्यक्ति खुद को अधिक जागरूक महसूस करता है। 

कैफीन का इतिहास और वैश्विक प्रयोग | कैफीन क्या होता है?

कैफीन का प्रयोग हजारों वर्षों से किया जा रहा है। इतिहासकारों के अनुसार, सबसे पहले इसका उपयोग प्राचीन चीन और इथियोपिया में हुआ था। 9वीं शताब्दी में अरब देशों में कॉफी पीने की परंपरा शुरू हुई और फिर यह पूरी दुनिया में फैल गई। 

आज के समय में कैफीन का उपयोग न केवल पेय पदार्थों में होता है, बल्कि यह विभिन्न प्रकार की दवाओं, वजन घटाने की गोलियों और प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स में भी शामिल होता है। दुनिया की लगभग 80% आबादी किसी न किसी रूप में कैफीन का सेवन करती है। 

कैफीन किसमें पाया जाता है? (Caffeine Sources in Hindi) 

कैफीन किसमें पाया जाता है? कैफीन हमारे दैनिक जीवन में कई स्रोतों के माध्यम से हमारे शरीर में पहुँचता है। यह प्राकृतिक रूप से कुछ पौधों में पाया जाता है, वहीं कई प्रोसेस्ड उत्पादों में इसे कृत्रिम रूप से मिलाया जाता है। आइए जानते हैं कैफीन के प्रमुख प्राकृतिक और प्रोसेस्ड स्रोतों के बारे में। 

प्राकृतिक स्रोत | कैफीन किसमें पाया जाता है? 

1. कॉफी बीन्स: 
कॉफी बीन्स यानी कॉफी के बीज कैफीन का सबसे प्रमुख स्रोत हैं। इन्हीं से बनने वाली कॉफी दुनिया की सबसे ज्यादा कैफीन युक्त पेय है। एक कप ब्रू की गई कॉफी में औसतन 80-100 मिलीग्राम कैफीन होता है। 

2. चाय की पत्तियाँ | कैफीन किसमें पाया जाता है?
चाय की पत्तियों में भी कैफीन प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। ग्रीन टी, ब्लैक टी और वाइट टी सभी में अलग-अलग मात्रा में कैफीन होता है। हालांकि चाय में कैफीन की मात्रा कॉफी की तुलना में थोड़ी कम होती है। 

3. कोको बीन्स | कैफीन किसमें पाया जाता है? 
चॉकलेट का मुख्य घटक कोको बीन्स भी कैफीन का स्रोत है। डार्क चॉकलेट में हल्की मात्रा में कैफीन मौजूद होता है, जो मूड बेहतर करने और सतर्कता बढ़ाने में सहायक होता है। 

4. गुआराना: 
गुआराना एक दक्षिण अमेरिकी पौधा है जिसकी बीजों में बहुत अधिक मात्रा में कैफीन होता है। यह प्रायः एनर्जी ड्रिंक्स और सप्लीमेंट्स में इस्तेमाल किया जाता है। 

प्रोसेस्ड स्रोत | कैफीन किसमें पाया जाता है? 

1. एनर्जी ड्रिंक्स | कैफीन किसमें पाया जाता है? 
रेड बुल, मॉन्स्टर और अन्य एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन मिलाया जाता है ताकि थकान को दूर किया जा सके और ऊर्जा का संचार हो। इनमें कैफीन के साथ शुगर और अन्य उत्तेजक तत्व भी होते हैं। 

2. कोल्ड ड्रिंक: 
कोका-कोला, पेप्सी जैसे कई सॉफ्ट ड्रिंक्स में भी कैफीन डाला जाता है। हालांकि इसकी मात्रा कम होती है, लेकिन नियमित सेवन से शरीर में इसकी आदत विकसित हो सकती है। 

3. दवाइयाँ: 
कुछ दर्द निवारक, सिरदर्द की गोलियाँ और वज़न घटाने वाली दवाओं में भी कैफीन मौजूद होता है। इसका उद्देश्य दवा के प्रभाव को तेज करना होता है। 

4. चॉकलेट और मिठाइयाँ: 
विशेष रूप से डार्क चॉकलेट, कैफीन का हल्का लेकिन प्रभावी स्रोत होती है। इसके अलावा कुछ मिठाइयाँ और बेकरी उत्पादों में भी यह पाया जा सकता है। 

शरीर पर कैफीन का प्रभाव (How Caffeine Affects the Body) 

कैफीन का हमारे शरीर और दिमाग पर सीधा असर पड़ता है। यह एक प्राकृतिक स्टिमुलेंट (उत्तेजक) है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous System) को सक्रिय करता है। सही मात्रा में इसका सेवन ऊर्जा, ध्यान और कार्यक्षमता को बढ़ा सकता है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में यह नींद, दिल और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं। 

मस्तिष्क पर प्रभाव | शरीर पर कैफीन का प्रभाव 

कैफीन मस्तिष्क में एडेनोसिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर को ब्लॉक करता है, जो नींद और थकान के संकेतों को बढ़ाता है। जब एडेनोसिन अवरुद्ध हो जाता है, तो व्यक्ति अधिक जागरूक, सतर्क और सक्रिय महसूस करता है। इसके प्रभाव से: 

  • थकान कम होती है 
  • मूड बेहतर होता है 
  • प्रतिक्रिया समय तेज होता है 
  • याददाश्त और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में अस्थायी सुधार होता है 

यही कारण है कि कैफीन को अक्सर पढ़ाई, ऑफिस वर्क और मानसिक सतर्कता की आवश्यकता वाले कार्यों में सहायक माना जाता है। 

ऊर्जा और सतर्कता में वृद्धि का कारण | शरीर पर कैफीन का प्रभाव 

कैफीन के सेवन से एड्रेनालिन (Adrenaline) हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे शरीर ‘फाइट या फ्लाइट’ मोड में आ जाता है। इससे व्यक्ति को: 

  • त्वरित ऊर्जा मिलती है 
  • दिल की धड़कन थोड़ी तेज होती है 
  • ब्लड फ्लो में सुधार होता है 
  • थकावट में कमी आती है 

(शरीर पर कैफीन का प्रभाव) यही वजह है कि सुबह-सुबह कॉफी पीने के बाद व्यक्ति तरोताज़ा महसूस करता है, और वर्कआउट या एथलेटिक गतिविधियों से पहले कैफीन युक्त सप्लीमेंट्स लिए जाते हैं। 

Caffeine ke Fayde (कैफीन के लाभ) | कैफीन क्या होता है?

कैफीन का सीमित और नियंत्रित मात्रा में सेवन करने से शरीर और मस्तिष्क दोनों को कई लाभ मिल सकते हैं। यह केवल एक ऊर्जा देने वाला पदार्थ नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक प्रदर्शन और कुछ रोगों से बचाव में भी सहायक सिद्ध हुआ है। आइए जानें Caffeine ke Fayde इसके प्रमुख लाभ: 

मानसिक सतर्कता और एकाग्रता में वृद्धि | Caffeine ke Fayde 

कैफीन एडेनोसिन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करता है, जिससे मस्तिष्क में जागरूकता और फोकस बढ़ता है। इसके प्रभाव से: 

  • थकान कम महसूस होती है 
  • एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है 
  • रिफ्लेक्स तेज़ होते हैं 
  • नींद आने की संभावना घटती है 

इसी कारण से विद्यार्थी, ऑफिस वर्कर्स और लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करने वाले प्रोफेशनल्स कैफीन युक्त पेयों का सेवन करते हैं। 

व्यायाम क्षमता में सुधार | Caffeine ke Fayde 

कैफीन एक प्राकृतिक परफॉर्मेंस बूस्टर माना जाता है। यह मांसपेशियों की थकान को देर से आने देता है और ऊर्जा स्तर को बनाए रखता है। इसके फायदे: 

  • सहनशक्ति (endurance) में वृद्धि 
  • व्यायाम के दौरान थकान में कमी 
  • फैट बर्निंग प्रक्रिया को तेज करता है 
  • बेहतर एथलेटिक परफॉर्मेंस 

इसीलिए वर्कआउट से पहले कैफीन युक्त प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स का उपयोग आम है। 

अवसाद और तनाव में कमी | Caffeine ke Fayde 

कुछ अध्ययन बताते हैं कि कैफीन मस्तिष्क में डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे “फील-गुड” न्यूरोट्रांसमीटर्स को सक्रिय करता है, जिससे मूड बेहतर होता है। इससे: 

  • हल्के अवसाद के लक्षणों में राहत मिलती है 
  • तनाव और चिंता में अस्थायी कमी आ सकती है 
  • सामाजिक व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आता है 

हालाँकि, अत्यधिक सेवन से उल्टा असर भी हो सकता है, इसलिए सीमित मात्रा में सेवन आवश्यक है। 

कुछ रोगों के जोखिम में कमी (जैसे अल्जाइमर) | Caffeine ke Fayde 

अनुसंधानों के अनुसार, नियमित रूप से सीमित मात्रा में कैफीन का सेवन कुछ न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों से बचाव में मदद कर सकता है: 

  • अल्जाइमर रोग: कैफीन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे अल्जाइमर के खतरे को कम किया जा सकता है। 
  • पार्किंसन रोग: कैफीन डोपामिन स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे इस बीमारी के लक्षणों में देरी हो सकती है। 
  • टाइप 2 डायबिटीज और लीवर रोग: कुछ अध्ययन बताते हैं कि कैफीन युक्त पेय इन बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। 

Caffeine Tablet Uses in Hindi | कैफीन टैबलेट का उपयोग 

कैफीन टैबलेट्स (Caffeine Tablet Uses in Hindi )आज के दौर में उन लोगों के लिए उपयोगी साबित हो रही हैं जो अत्यधिक शारीरिक या मानसिक काम करते हैं और तेजी से ऊर्जा और जागरूकता की आवश्यकता महसूस करते हैं। ये टैबलेट्स कैफीन का एक केंद्रित रूप होती हैं, जो शरीर में तेज़ असर करती हैं। हालाँकि, इनका सेवन सावधानीपूर्वक और जानकारी के साथ किया जाना चाहिए। 

थकावट और नींद से निपटने के लिए | Caffeine Tablet Uses in Hindi 

कैफीन टैबलेट्स सबसे अधिक उपयोग नींद भगाने और थकावट दूर करने के लिए की जाती हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होती हैं जो: 

  • रात में काम करते हैं (नाइट शिफ्ट वर्कर) 
  • लंबी दूरी की ड्राइविंग करते हैं 
  • परीक्षा की तैयारी में देर रात तक जागते हैं 
  • अत्यधिक मानसिक थकान महसूस करते हैं 

टैबलेट लेने के कुछ ही समय बाद व्यक्ति अधिक जागरूक और ऊर्जावान महसूस करता है। 

मानसिक सक्रियता बनाए रखने के लिए | Caffeine Tablet Uses in Hindi 

कैफीन टैबलेट्स ब्रेन फंक्शन को तेज़ करती हैं और ध्यान, एकाग्रता और फोकस को बेहतर बनाती हैं। यह खासकर: 

  • स्टूडेंट्स 
  • कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स 
  • कोडर्स और क्रिएटिव वर्कर्स 

के लिए उपयोगी होती है, जो लंबे समय तक मानसिक रूप से सक्रिय रहना चाहते हैं। 

कैफीन टैबलेट के संभावित दुष्प्रभाव | Caffeine Tablet Uses in Hindi 

हालांकि कैफीन टैबलेट्स तेज़ असर करती हैं, परंतु इनका अत्यधिक सेवन या लापरवाही से उपयोग नुकसानदायक हो सकता है: 

  • नींद न आना (Insomnia) 
  • घबराहट और चिड़चिड़ापन 
  • दिल की धड़कन तेज़ होना (Palpitations) 
  • सिरदर्द और एसिडिटी 
  • डिहाइड्रेशन 

यह टैबलेट्स हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होतीं, विशेष रूप से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या नींद से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों को इन्हें लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। 

टैबलेट का सेवन कैसे और कब करें | Caffeine Tablet Uses in Hindi 

  • सामान्य खुराक: 100mg से 200mg कैफीन एक बार में ली जा सकती है, लेकिन पूरे दिन में 400mg से अधिक न लें। 
  • समय: सुबह या दोपहर में लेना बेहतर होता है। शाम या रात को लेने से नींद में बाधा हो सकती है। 
  • खाली पेट पर न लें, क्योंकि इससे गैस्ट्रिक इरिटेशन या एसिडिटी हो सकती है। 
  • पानी के साथ लें और हाइड्रेटेड रहें, क्योंकि कैफीन मूत्रवर्धक (diuretic) होता है। 

कैफीन के नुकसान (Side Effects of Caffeine) 

जहाँ कैफीन सीमित मात्रा में ऊर्जा, फोकस और मानसिक सक्रियता को बढ़ाता है, वहीं इसका अधिक सेवन या लंबे समय तक लगातार उपयोग शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। नीचे कैफीन से होने वाले प्रमुख दुष्प्रभाव दिए गए हैं: 

नींद में बाधा | Side Effects of Caffeine

कैफीन नींद को नियंत्रित करने वाले एडेनोसिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर को ब्लॉक करता है। इसका परिणाम: 

  • देर रात तक नींद न आना (Insomnia) 
  • नींद की गुणवत्ता में गिरावट 
  • थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ना 
  • बायोलॉजिकल क्लॉक पर असर पड़ना 

यदि आप देर शाम या रात को कैफीन का सेवन करते हैं तो यह आपकी नींद की दिनचर्या को बिगाड़ सकता है। 

बेचैनी और घबराहट | Side Effects of Caffeine

अत्यधिक कैफीन मस्तिष्क में उत्तेजना को बढ़ाता है, जिससे शरीर में तनाव के लक्षण दिखाई देने लगते हैं: 

  • अचानक बेचैनी महसूस होना 
  • हृदय की तेज़ धड़कन 
  • कंपकंपी या हाथ-पैर हिलना 
  • घबराहट और पैनिक अटैक जैसी स्थिति 

जो लोग पहले से ही एंग्जायटी डिसऑर्डर से ग्रस्त हैं, उनके लिए कैफीन की अधिक मात्रा स्थिति को और बिगाड़ सकती है। 

हृदय गति और रक्तचाप में वृद्धि | Side Effects of Caffeine

कैफीन सेवन से एड्रेनालिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो शरीर को एक्टिव करता है लेकिन साथ ही: 

  • दिल की धड़कन तेज़ होती है 
  • ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है 
  • हृदय पर दबाव बढ़ सकता है 

हृदय रोग या हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को कैफीन के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है। 

गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम | Side Effects of Caffeine

गर्भावस्था में कैफीन का सेवन सीमित और नियंत्रित होना चाहिए। उच्च मात्रा में कैफीन लेने से संभावित खतरे: 

  • भ्रूण के विकास पर असर 
  • गर्भपात (miscarriage) का खतरा 
  • बच्चे के जन्म का कम वजन 
  • नींद और पोषण संबंधी समस्याएं 

विशेषज्ञों के अनुसार गर्भवती महिलाओं को दिनभर में 200mg से अधिक कैफीन नहीं लेना चाहिए, जिसमें कॉफी, चाय, चॉकलेट और दवाइयों से प्राप्त कैफीन शामिल हो। 

कितनी मात्रा सुरक्षित है? (Safe Limits of Caffeine) | कैफीन क्या होता है?

कैफीन का सेवन तभी फायदेमंद होता है जब उसकी मात्रा संतुलित हो। अलग-अलग आयु वर्ग और शारीरिक स्थिति के अनुसार इसकी सुरक्षित मात्रा अलग हो सकती है। अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइए जानते हैं वयस्कों, गर्भवती महिलाओं और किशोरों के लिए कैफीन की सुरक्षित सीमा क्या है। 

वयस्कों के लिए | कितनी मात्रा सुरक्षित है?  

स्वस्थ वयस्कों के लिए कैफीन की सामान्यतः 400 मिलीग्राम प्रतिदिन तक की मात्रा सुरक्षित मानी जाती है। 

यह मात्रा निम्नलिखित के बराबर हो सकती है: 

  • लगभग 3–4 कप फ़िल्टर कॉफी 
  • 8–10 कप ब्लैक टी 
  • 2 एनर्जी ड्रिंक्स 
  • या कैफीन टैबलेट्स और अन्य स्रोतों का मिश्रण 

नोट: यह मात्रा व्यक्ति की सहनशक्ति, वजन, और स्वास्थ्य स्थितियों पर भी निर्भर करती है। यदि कोई व्यक्ति घबराहट, तेज़ दिल की धड़कन, या अनिद्रा महसूस करता है तो उसे मात्रा कम करनी चाहिए। 

गर्भवती महिलाओं के लिए | कितनी मात्रा सुरक्षित है?

गर्भवती महिलाओं के लिए 200 मिलीग्राम प्रतिदिन से अधिक कैफीन का सेवन स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। अधिक मात्रा: 

  • भ्रूण के विकास में बाधा 
  • समय से पहले प्रसव 
  • गर्भपात (miscarriage) 
  • बच्चे के कम वजन का कारण बन सकती है 

इसलिए, गर्भवती महिलाओं को कैफीन स्रोतों जैसे कॉफी, चाय, चॉकलेट और दवाओं का कुल सेवन ध्यान से गिनना चाहिए। 

किशोरों और बच्चों के लिए | कितनी मात्रा सुरक्षित है?

बच्चों और किशोरों के लिए कैफीन की मात्रा बहुत सीमित होनी चाहिए: 

  • 12 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए अधिकतम 100 मिलीग्राम प्रतिदिन 
  • 12 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए कैफीन सेवन की अनुशंसा नहीं की जाती 

अत्यधिक कैफीन बच्चों में: 

  • नींद की समस्याएं 
  • ध्यान की कमी 
  • चिड़चिड़ापन 
  • हड्डियों की वृद्धि में बाधा 

जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है। 

कैफीन सेवन कैसे कम करें? | How to Reduce Caffeine Intake | कैफीन क्या होता है?

अगर आप अत्यधिक कैफीन के कारण नींद में बाधा, बेचैनी, या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं महसूस कर रहे हैं, तो आपको धीरे-धीरे इसकी मात्रा घटाने की आवश्यकता है। अचानक सेवन बंद करने से सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और थकावट जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसलिए सही तरीका अपनाना जरूरी है। आइए जानते हैं कैफीन की आदत को कैसे कम किया जाए: 

धीरे-धीरे मात्रा कम करना 

कैफीन सेवन को अचानक छोड़ने की बजाय धीरे-धीरे कम करना सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है: 

  • प्रतिदिन 1 कप कम करें 
  • कैफीन युक्त पेय (कॉफी, चाय) को पानी या नींबू पानी से बदलें 
  • शुरुआत में सुबह की कैफीन रखें, लेकिन शाम की छोड़ दें 
  • शरीर को धीरे-धीरे नई दिनचर्या की आदत डालने दें 

इस प्रक्रिया से विथड्रॉवल सिम्पटम्स जैसे सिरदर्द और थकान से बचा जा सकता है। 

डिकैफिनेटेड विकल्प अपनाना 

डिकैफिनेटेड पेय (Decaffeinated drinks) वही स्वाद और आदत बनाए रखते हैं, लेकिन कैफीन बहुत कम या न के बराबर होता है: 

  • डिकैफ कॉफी – कैफीन का स्वाद, बिना ज्यादा असर 
  • हर्बल टी – कैमोमाइल, पेपरमिंट जैसी चाय जो कैफीन-मुक्त होती हैं 
  • गर्म नींबू पानी या नारियल पानी – ऊर्जा देने वाले हेल्दी विकल्प 

ये विकल्प धीरे-धीरे आपके शरीर को बिना नुकसान के कैफीन से दूर करने में मदद करते हैं। 

लेबल पढ़कर जागरूक रहना 

बहुत से उत्पादों में कैफीन छुपा होता है, जिनका हम अंदाजा भी नहीं लगाते: 

  • एनर्जी ड्रिंक्स 
  • चॉकलेट और मिठाइयाँ 
  • कुछ दर्दनिवारक दवाएं 
  • सॉफ्ट ड्रिंक्स या डाइट ड्रिंक्स 

प्रत्येक पैकेज पर लेबल जरूर पढ़ें और उसमें लिखे “Caffeine content” या “Caffeinated” जैसे शब्दों को पहचानें। यह आदत आपकी कुल दैनिक कैफीन खपत को नियंत्रित करने में मदद करेगी। 

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निष्कर्ष

कैफीन क्या होता है? कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक है जो सीमित मात्रा में मानसिक सतर्कता, ऊर्जा और व्यायाम क्षमता बढ़ाता है। हालांकि, अत्यधिक सेवन से नींद में बाधा, घबराहट, हृदय गति बढ़ना और गर्भवती महिलाओं व किशोरों के लिए खतरे हो सकते हैं। वयस्कों के लिए 400mg/दिन तक कैफीन सुरक्षित माना जाता है। सेवन से पहले व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति और सहनशीलता का ध्यान ज़रूरी है। 

कैफीन में नशा होता है क्या?

हाँ, कैफीन में हल्का नशा होता है। अधिक मात्रा में लेने से इसकी आदत लग सकती है और छोड़ने पर सिरदर्द या चिड़चिड़ापन हो सकता है।

कैफीन वाली चीज कौन-कौन सी होती है?

कैफीन चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स (जैसे कोक, पेप्सी), एनर्जी ड्रिंक्स, डार्क चॉकलेट और कुछ दवाओं में पाया जाता है।

चाय में कैफीन होता है क्या?

हाँ, चाय में कैफीन होता है। हालांकि इसकी मात्रा कॉफी की तुलना में कम होती है, लेकिन यह भी शरीर को ऊर्जा और सतर्कता देने का काम करती है।

एक दिन में कितनी कैफीन की अनुमति है?

एक स्वस्थ वयस्क के लिए दिनभर में लगभग 300 से 400 मिलीग्राम कैफीन लेना सुरक्षित माना जाता है, जो लगभग 3-4 कप कॉफी के बराबर होता है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं और हृदय रोगियों को इससे भी कम मात्रा लेनी चाहिए।

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Authored by, Amay Mathur | Senior Editor

Amay Mathur is a business news reporter at Chegg.com. He previously worked for PCMag, Business Insider, The Messenger, and ZDNET as a reporter and copyeditor. His areas of coverage encompass tech, business, strategy, finance, and even space. He is a Columbia University graduate.