Quick Summary
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इस शताब्दी का सबसे क्रांतिकारी पहल माना जा रहा है। Statica की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 2.6 लाख से अधिक तकनीकी कर्मचारियों की नौकरियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण गई वहीं इसके कारण कई लोग काफी प्रोडक्टिव भी हुए और नई नौकरी के अवसर भी उपलब्ध हुए।
इस ब्लॉग के माध्यम से आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) या कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जिसमें कंप्यूटर और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता होती है। इसका मतलब है कि मशीनें खुद से सीख सकती हैं, समस्याओं का समाधान कर सकती हैं और कई कार्यों को स्वत: कर सकती हैं। जैसे कि चेहरे पहचानना, वस्तुओं को वर्गीकृत करना, और सवालों के जवाब देना।
AI के कुछ उदाहरण:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शुरुआत 1950 के दशक में हुई जब वैज्ञानिकों ने मशीनों को सोचने और समझने की क्षमता देने की कल्पना की। इस क्षेत्र में पहला बड़ा कदम 1956 में डार्टमाउथ सम्मेलन में हुआ, जहां जॉन मैकार्थी ने “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” शब्द का पहली बार उपयोग किया। प्रारंभिक शोध में बेसिक एल्गोरिदम और लॉजिक पर काम किया गया। 30 नवंबर 2022 को Openai द्वारा Chatgpt को लॉन्च किया गया। तब से, AI में, जिसमें मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग जैसी तकनीकों का विकास हुआ है।
| समय | विवरण |
| 1956 | वाक्यांश “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” जॉन मैककार्थी द्वारा बनाया गया था, जिन्होंने पहले एआई सम्मेलन की मेजबानी भी की थी। |
| 1969 | शकी पहला सर्व-उद्देश्यीय मोबाइल रोबोट बनाया गया था। यह अब केवल निर्देशों के एक समूह के बजाय एक उद्देश्य के साथ चीजों को पूरा कर सकता है। |
| 1997 | डीप ब्लू, एक सुपरकंप्यूटर बनाया गया था और उसने विश्व चैंपियन शतरंज खिलाड़ी को एक मैच में हरा दिया था। इस विशाल कंप्यूटर का विकास आईबीएम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। |
| 2002 | यह पहला व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य रोबोटिक वैक्यूम क्लीनर का आविष्कार किया गया था। |
| 2005 – 2019 | आज की प्रगति में आवाज की पहचान, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA), एक डांसिंग रोबोट, स्मार्ट हाउस और बहुत कुछ शामिल हैं। |
| 2020 | SARS-CoV-2 (COVID-19) महामारी के शुरुआती चरणों के दौरान, Baidu वैक्सीन पर काम कर रहे चिकित्सा और वैज्ञानिक संगठनों के लिए LinearFold AI एल्गोरिदम उपलब्ध कराता है। कार्यक्रम 27 सेकंड के भीतर वायरस के आरएनए अनुक्रम की भविष्यवाणी करता है, जो पिछले दृष्टिकोणों की तुलना में 120 गुना तेज है। |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकारों को उनकी क्षमताओं और कार्यक्षमताओं के आधार पर समझा जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जा रहा है। जिनमें से प्रमुख क्षेत्र स्वास्थ्य, वित्तीय और शिक्षा के हैं।
AI का उपयोग शिक्षा के कई पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:
कई सारी क्षेत्र की बड़ी कंपनियां ऑटोमेशन के लिए AI का उपयोग कर रहीं हैं, जिनसे उन्हें काफी बेहतर परिमाण देखने को मिल रहा है साथ ही उनके खर्चें भी कम हुए हैं। दूसरी तरफ ऑटोमेशन का असर लोगों के जॉब पर भी हुआ है। कुछ प्रमुख क्षेत्र जो AI का उपयोग कर रहे हैं उनमें कस्टमर सर्विस, कंटेंट क्रिएशन, फाइनेंस सर्विस और IT सर्विस सामिल हैं।
आज के डिजिटल युग में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) महत्वपूर्ण होता जा रहा है। इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की भारी मांग है। यदि आप AI में करियर बनाने पर विचार कर रहे हैं, तो AI कोर्स करना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स की पाठ्यक्रम में आपको इन विषयों के बारे में जानकारी मिलेगी:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स के लिए भारत में कई संस्थान हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स के लिए प्रशिक्षण देती हैं। उन संस्थानों में से कुछ प्रमुख संस्थान जो छात्रों की पहली पसंद होती हैं कुछ इस प्रकार हैं:
AI में स्किल्ड लोगों को विभिन्न उद्योगों में अच्छे वेतन वाली नौकरियां मिलती हैं। वे सॉफ्टवेयर डेवलपर, डेटा वैज्ञानिक, मशीन लर्निंग इंजीनियर, और AI आर्किटेक्ट जैसे पदों पर काम कर सकते हैं। AI विशेषज्ञों को आमतौर पर अन्य तकनीकी क्षेत्रों के पेशेवरों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है। अनुभव और विशेषज्ञता के साथ, आप अपना वेतन और भी बढ़ा सकते हैं।
| फायदे | नुकसान |
| AI आधारित ऐप्स और डिवाइस, जैसे स्मार्टफोन असिस्टेंट और स्मार्ट होम डिवाइस, स्मार्ट वॉच, हमारे जीवन को आसान बनाते हैं। | AI के कारण कई नौकरियां ऑटोमेशन की वजह से खत्म हुई हैं, जिससे बेरोजगारी का खतरा बढ़ा है। |
| AI की मदद से बीमारियों का जल्दी पता चलता है और उनका सटीक इलाज संभव होता है, जैसे कि कैंसर की शुरुआती पहचान, DNA का विश्लेषण। | AI के गलत उपयोग से किसी व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन हो सकता है, जैसे कि व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग। |
| AI ऑटोमेशन के जरिए काम की गति और गुणवत्ता बढ़ाती है, जिससे कंपनियों की उत्पादकता में सुधार होता है। | AI सिस्टम्स में त्रुटियों का खतरा रहता है, जिससे गलत निर्णय लिए जा सकते हैं। |
| AI बड़े-बड़े डाटा सेट्स का विश्लेषण करके महत्वपूर्ण जानकारी निकालता है, जो व्यापारिक निर्णयों में मदद करती है। | बीते कुछ समय में डीपफेक फ्रॉड के काफी मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें AI का इस्तेमाल किया जाता है। |
| AI आधारित सुरक्षा प्रणाली, जैसे फेस रिकग्निशन और वीडियो एनालिटिक्स, सुरक्षा में सुधार करती हैं। | कई AI सिस्टम इतने जटिल होते हैं कि हम समझ नहीं पाते कि वे किस तरह से निर्णय लेते हैं। इससे पारदर्शिता की कमी होती है और हम AI सिस्टम पर भरोसा नहीं कर पाते। |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग, ये तीनों शब्द अक्सर एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए होते हैं, लेकिन इनमें काफी अंतर है। आइए इन तीनों को विस्तार से समझते हैं:
| आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) | मशीन लर्निंग | डीप लर्निंग |
|---|---|---|
| AI एक व्यापक शब्द है जो मशीनों को मानव जैसी बुद्धि प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह मशीनों को सोचने, सीखने, समस्याओं को हल करने और निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। | मशीन लर्निंग AI का एक उपसमुच्चय है जिसमें मशीनें डेटा का विश्लेषण करके स्वयं सीखती हैं। वे पैटर्न की पहचान करते हैं और भविष्यवाणी करते हैं, बिना किसी स्पष्ट प्रोग्रामिंग के। | डीप लर्निंग मशीन लर्निंग का एक उपसमुच्चय है जो कृत्रिम न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करता है। ये नेटवर्क मानव मस्तिष्क की तरह काम करते हैं और बड़ी मात्रा में डेटा से जटिल पैटर्न सीख सकते हैं। |
| उदाहरण: चेहरा पहचान, भाषा अनुवाद, स्वायत्त वाहन | उदाहरण: स्पैम फ़िल्टरिंग, उत्पाद की सिफारिशें | उदाहरण: छवि पहचान, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण |
2025 में AI सिर्फ सुझाव नहीं देगा, बल्कि स्वतंत्र रूप से काम करने वाले एजेंट्स बन रहा है—जो जटिल कार्यों को पूरा कर सकते हैं, निर्णय ले सकते हैं और सीख भी सकते हैं।
AWS ने अपना AgentCore प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है, जो एजेंट निर्माण और प्रबंधन को आसान बनाता है—AI एजेंट्स अब अधिक जिम्मेदार, सुरक्षित और रचनात्मक रूप से काम कर सकते हैं।
कोडिंग से जुड़े कार्यों में जैसे कोड रिव्यू, निर्माण और सबमिशन AI एजेंट्स तेजी से अपनाए जा रहे हैं।
जनवरी से मई 2025 तक, कंपनियों में इन एजेंट्स का उपयोग 50% से बढ़कर 82% हो गया है।
3.लार्ज लैंग्वेज मॉडल अब यूज़र जैसा निर्णय ले सकते हैं
LLM अब सिर्फ भाषा जेनरेट नहीं करते वे कारण ढूंढ़ते, निर्णय लेते और ग्राहक की ज़रूरत समझते हुए कार्य का विभाजन भी कर सकते हैं।
ये AI एजेंट्स कार्यस्थल को एक नए स्वरूप में ढाल रहे हैं अपने उपयोगकर्ता के लिए डिजिटल असिस्टेंट की तरह काम करना शुरू कर चुके हैं।
1. भविष्य की तकनीक में करियर अवसर
पर्यावरण संरक्षण के लिए नई तकनीक।
AI के ज़रिए आप समाज में योगदान कर सकते हैं जैसे –
ग्रामीण विकास में स्मार्ट समाधान,
चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर इलाज,
कृत्रिम बुद्धिमत्ता और नैतिकता (AI Ethics)
भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का विकास
कृत्रिम बुद्धिमत्ता से जुड़ी चुनौतियाँ
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने जिस प्रकार हमारे जीवन के हर पहलू को छू लिया है, वह वास्तव में अद्वितीय है। यह न केवल हमारे दैनिक कार्यों को सरल बना रहा है, बल्कि विज्ञान, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, और मनोरंजन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में क्रांति ला रहा है। हालांकि, AI के विकास के साथ-साथ चुनौतियाँ भी उभर रही हैं, जैसे डेटा गोपनीयता, नैतिकता और रोजगार के मुद्दे।
ऐसे में, अब “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है”, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान” जानने के बाद आप इसका इस्तेमाल करके अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ा सकेंगे, साथ ही दूसरों से “जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को खतरा मानते हैं” एक कदम आगे रह सकेंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भविष्य बेहद रोमांचक और साथ ही चुनौतीपूर्ण है। आने वाले समय में AI के निम्नलिखित क्षेत्रों में विकास की उम्मीद है:
स्वास्थ्य सेवा, वित्त, स्वायत्त वाहन, शिक्षा, उत्पादन, आदि।
जॉन मैकार्थी (1927-2011), एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और संज्ञानात्मक वैज्ञानिक, जिन्हें अक्सर “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” (एआई) के जनक के रूप में जाना जाता है।
AI के कई फायदे हैं, जिनमें शामिल हैं:
AI कार्यों को तेजी से और अधिक सटीकता के साथ पूरा कर सकता है।
AI उत्पादकता में सुधार करके लागत को कम कर सकता है।
AI नए उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने में मदद कर सकता है।
AI जटिल समस्याओं को हल करने और बेहतर निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
AI को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:
नैरो AI (Narrow AI),
जनरल AI (General AI),
सुपरइंटेलिजेंस (Superintelligence)
प्रोफेसर राज रेड्डी को भारत में “एआई के जनक” के रूप में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक उन्नत तकनीक है, जो मशीनों को इंसानों जैसी सोच, सीखने और समस्या-समाधान करने की क्षमता देती है। यह तस्वीरों की पहचान करने, रचनात्मक सामग्री तैयार करने, और डेटा के आधार पर सटीक भविष्यवाणी करने जैसे कार्यों में सक्षम है। यही वजह है कि एआई व्यवसायों को बड़े स्तर पर बेहतर निर्णय लेने और कार्यप्रणाली को तेज़ बनाने में मदद करता है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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