Quick Summary
धातु के नाम:
अधातु के नाम:
धातु और अधातु प्रकृति में पाए जाने वाले दो मुख्य प्रकार के तत्व हैं। इनका उपयोग मानव जीवन के हर क्षेत्र में होता है। धातुओं का उपयोग इमारतों, औद्योगिक यंत्रों और बिजली उपकरणों में होता है, जबकि अधातु चिकित्सा, खाद्य उद्योग और कृषि में अहम भूमिका निभाती हैं। इस ब्लॉग में हम धातु और अधातु के नाम, अधातु किसे कहते हैं, धातु अधातु में अंतर के बारे में विस्तार से जानेंगे।
धातु वे तत्व होते हैं जो ठोस अवस्था में होते हैं, चमकदार होते हैं, और विद्युत एवं ऊष्मा के अच्छे संवाहक होते हैं। धातुएं अपने उच्च गलनांक और तन्यता के कारण विभिन्न निर्माण कार्यों में उपयोगी होती हैं।
उदाहरण – तांबा, एल्यूमीनियम, लोहा, सोना, चांदी, टाइटेनियम, यूरेनियम आदि।
| Name (Hindi – English) | Symbol | Atomic Number |
| एल्युमिनियम (Aluminium) | Al | 13 |
| जस्ता (Zinc) | Zn | 30 |
| सीसा (Lead) | Pb | 82 |
| निकल (Nickel) | Ni | 28 |
| प्लेटिनम (Platinum) | Pt | 78 |
| पारा (Mercury) | Hg | 80 |
| सोना ( Gold ) | Au | 79 |
| चांदी ( Silver ) | Ag | 47 |
| लोहा ( Iron ) | Fe | 26 |
| तांबा (Copper) | Cu | 29 |
ये थे 10 धातुओं के नाम हिंदी और इंग्लिश में।
अधातु वे तत्व होते हैं जो ठोस, द्रव या गैस के रूप में पाए जाते हैं। ये धातुओं के विपरीत होते हैं और विद्युत एवं ऊष्मा के खराब संवाहक होते हैं।
उदाहरण – हाइड्रोजन (H2), ऑक्सीजन (O2), आयोडीन (I2), कार्बन (C), इत्यादि सभी अधातु हैं।
| Name | Symbol | Atomic Number |
| हाइड्रोजन (Hydrogen) | H | 1 |
| ऑक्सीजन (Oxygen) | O | 8 |
| नाइट्रोजन (Nitrogen) | N | 7 |
| कार्बन (Carbon) | C | 6 |
| सल्फर (Sulfur) | S | 16 |
| फॉस्फोरस (phosphorus) | P | 15 |
| क्लोरीन (Chlorine) | Cl | 17 |
| ब्रोमीन (Bromine) | Br | 35 |
| आयोडीन (Iodine) | I | 53 |
| हीलियम (Helium) | He | 2 |
ये थे 10 आधातुओं के नाम हिंदी और इंग्लिश में।
| धातु | अधातु |
| धातुओ के आक्साइड क्षारीय होते है | अधातुओ के आक्साइड अम्लीय होते है। |
| धातुएं प्रक्रति मे प्राय: ठोस अवस्था मे मिलती है पारे को छोडकर | अधातुएं ठोस ,द्रव और गैस तीनो अवस्थाओ मे पायी जाती है। |
| सभी धातुएं अपारदर्शी होती है | अधातुएं पारदर्शी ,अपारदर्शी,तथा पारभाषी भी होती है। |
| धातुएं उष्मा और विद्युत की सुचालक होती है। | अधातुएं उष्मा और विद्युत की कुचालक होती है। अपवाद ग्रेफाइट |
| धातुएं अघातवर्धनीय तथा तन्य होती है | अधातुएं भंगुर होती है |
| धातुओ के क्वथनांक और गलनांक उच्च होते है। | अधातुओ के गलनांक और क्वथनांक निम्न होते है। |
| धातुएं आपस मे मिलकर मिश्रधातु बनायी जाती है तथा यह पारे के साथ मिलकर अमलगम बनाती है | अधातुएं आापस मे मिलकर मिश्रधातु नही बनाती। |
| धातुओ मे एक विशेष चमक होती है। | अधातुओ मे विशेष चमक नही होती अपवाद हीरा ग्रेफाइट |
ये थे धातु और अधातु के नाम, 10 अधातु के नाम, 10 धातुओं के नाम, धातु अधातु में अंतर अब बात करेंगे मैटेलॉयड क्या है? पर।
मैटेलॉयड (Metalloids) वे तत्व होते हैं जिनमें धातु और अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं। ये तत्व अपनी भौतिक और रासायनिक विशेषताओं में धातुओं और अधातुओं के बीच की स्थिति में आते हैं। मैटेलॉयड का उपयोग अर्धचालक (Semiconductors) उपकरणों में होता है, जो आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए आवश्यक हैं।
धातुएं जल के साथ अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस और क्षार का निर्माण करती हैं। यह अभिक्रिया मुख्य रूप से धातु की सक्रियता (Reactivity) पर निर्भर करती है। सक्रिय धातुएं, जैसे सोडियम (Sodium) और पोटैशियम (Potassium), पानी के साथ तीव्र प्रतिक्रिया करती हैं, जबकि कम सक्रिय धातुएं, जैसे एल्युमिनियम (Aluminium) और जिंक (Zinc), धीमी गति से प्रतिक्रिया करती हैं।
सोडियम और जल–
इस प्रतिक्रिया में सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) और हाइड्रोजन गैस बनती है। प्रतिक्रिया बहुत तीव्र होती है और इसमें ऊर्जा का उत्पादन होता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया- 2Na+2H2O→2NaOH+H2
पोटैशियम और जल-
यह प्रतिक्रिया सोडियम से भी अधिक तीव्र होती है और इसमें हाइड्रोजन गैस जलने लगती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया- 2K+2H2O→2KOH+H22K + 2H
जिंक और गर्म पानी-
यह प्रतिक्रिया केवल गर्म पानी के साथ होती है और अपेक्षाकृत धीमी होती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया- Zn+H2O→ZnO+H2
अभिक्रिया पर सक्रियता का प्रभाव-
अत्यधिक सक्रिय धातुएं (Highly Reactive Metals)–
सोडियम (Sodium – Na)- पानी के साथ अत्यधिक तीव्रता से प्रतिक्रिया करता है।
पोटैशियम (Potassium – K)– पानी के साथ सोडियम से भी अधिक तीव्रता से प्रतिक्रिया करता है, और हाइड्रोजन गैस को जला देता है।
कैल्शियम (Calcium – Ca)– पानी के साथ प्रतिक्रिया करता है, लेकिन सोडियम और पोटैशियम की तुलना में कम तीव्र होता है।रासायनिक प्रतिक्रिया – Ca+2H2O→Ca(OH)2+H2
मध्यम सक्रिय धातुएं (Moderately Reactive Metals)– मैग्नीशियम (Magnesium) और एल्युमिनियम जैसी धातुएं गर्म पानी या भाप के साथ प्रतिक्रिया करती हैं।
रासायनिक प्रतिक्रिया- Mg+H2O→MgO+H2
कम सक्रिय धातुएं (Less Reactive Metals)– लोहे (Iron) और जिंक जैसी धातुएं केवल भाप के साथ प्रतिक्रिया करती हैं।रासायनिक प्रतिक्रिया- 3Fe+4H2O→Fe3O4+4H2
अक्रिय धातुएं (Non-Reactive Metals)– सोना (Gold – Au) और प्लेटिनम (Platinum – Pt) सामान्य परिस्थितियों में पानी या भाप के साथ प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। ये धातुएं अक्रिय (Non-Reactive) मानी जाती हैं, क्योंकि इनकी रासायनिक सक्रियता बहुत कम होती है। यही कारण है कि ये धातुएं पानी, हवा या अन्य साधारण रसायनों से प्रभावित नहीं होतीं और लंबे समय तक बिना जंग लगे सुरक्षित रहती हैं।
कुछ धातुएं वायु में जलने पर ऑक्साइड का निर्माण करती हैं। यह अभिक्रिया धातुओं की सक्रियता और वायु की ऑक्सीजन के साथ उनकी प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है। जब धातुएं जलती हैं, तो वे ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर धातु ऑक्साइड (Metal Oxide) का निर्माण करती हैं।
सोडियम (Sodium)-
सोडियम ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया कर सोडियम ऑक्साइड बनाता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया – 4Na+O2→2Na2O
पोटैशियम (Potassium)-
पोटैशियम भी ऑक्सीजन के साथ तेजी से प्रतिक्रिया कर पोटैशियम ऑक्साइड बनाता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया – 4K+O2→2K2O
मैग्नीशियम (Magnesium)-
जब मैग्नीशियम को जलाया जाता है, तो यह सफेद रंग की चमक के साथ जलता है और मैग्नीशियम ऑक्साइड का निर्माण करता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया – 2Mg+O2→2MgO
लोहा (Iron)-
लोहा ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया कर आयरन ऑक्साइड (Fe_3O_4) बनाता है, जिसे रस्ट (Rust) के रूप में जाना जाता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया – 3Fe+2O2→Fe3O4
एल्यूमिनियम ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर एल्यूमिनियम ऑक्साइड का निर्माण करता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया- 4Al+3O2→2Al2O3
जिंक वायु में जलने पर जिंक ऑक्साइड का निर्माण करता है।
रासायनिक प्रतिक्रिया- 2Zn+O2→2ZnO
मिश्र धातु दो या अधिक धातुओं, या धातु और अधातु के संयोजन से बने पदार्थ होते हैं। इनका निर्माण धातुओं की प्राकृतिक विशेषताओं को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, जैसे कठोरता, संक्षारण प्रतिरोध, और लचीलापन। प्रमुख मिश्र धातुओं के उदाहरण-
अधातु जैसे कार्बन, सल्फर, और सिलिकॉन का उपयोग मिश्र धातुओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए:
मिश्र धातुएं आधुनिक उद्योग के हर क्षेत्र में उपयोगी हैं। इनमें धातु और अधातु दोनों की विशेषताएं होती हैं, जो इन्हें विभिन्न उपयोगों के लिए आदर्श बनाती हैं।
धातुओं के खनन और प्रसंस्करण से पर्यावरण पर कई प्रकार के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
अधातुओं के उपयोग और प्रसंस्करण से भी पर्यावरण प्रभावित होता है।
धातुओं और अधातुओं के सतत उपयोग के लिए रीसाइक्लिंग और अपशिष्ट प्रबंधन अनिवार्य हैं।
धातु और अधातु हमारे जीवन के अनिवार्य भाग हैं। धातुएं हमें संरचना, शक्ति और प्रौद्योगिकी देती हैं, जबकि अधातुएं चिकित्सा, कृषि और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में सहायक हैं। इनके गुण, उपयोग और पर्यावरणीय प्रभावों को समझकर हम इनके सतत और प्रभावी उपयोग की दिशा में कदम उठा सकते हैं। इस लेख में धातु और अधातु के नाम, अधातु किसे कहते हैं, 10 अधातु के नाम, 10 धातुओं के नाम, धातु अधातु में अंतर पर विस्तार से बताया गया है।
10 धातुओं के नाम हैं: सोना, चाँदी, लोहा, तांबा, एल्यूमिनियम, जिंक, टिन, पारा, सोडियम और पोटेशियम।
धातु के 10 उदाहरणों में सोना, चाँदी, लोहा, तांबा, एल्यूमिनियम, सोडियम, पोटेशियम, जिंक, पारा और टिन शामिल हैं। ये धातु विभिन्न उद्योगों में उपयोगी और महत्वपूर्ण गुणों वाली होती हैं।
अधातु मुख्य रूप से 18 होते हैं, जिनमें कार्बन, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, सल्फर, फ्लोरीन, क्लोरीन, ब्रोमीन, आयोडीन, आर्गन, फास्फोरस, सीसियम, सैटर्नियम आदि शामिल हैं।
सबसे शुद्ध धातु प्लैटिनम है, जो अत्यधिक स्थिर और दुर्लभ होती है।
20 धातुओं के नाम (20 Metals Name):
लोहा (Iron – Fe)
तांबा (Copper – Cu)
एल्यूमिनियम (Aluminium – Al)
सोना (Gold – Au)
चाँदी (Silver – Ag)
जस्ता (Zinc – Zn)
टिन (Tin – Sn)
सीसा (Lead – Pb)
पारा (Mercury – Hg)
कैल्शियम (Calcium – Ca)
सोडियम (Sodium – Na)
पोटैशियम (Potassium – K)
मैग्नीशियम (Magnesium – Mg)
क्रोमियम (Chromium – Cr)
निकल (Nickel – Ni)
प्लेटिनम (Platinum – Pt)
कोबाल्ट (Cobalt – Co)
मैंगनीज (Manganese – Mn)
बेरियम (Barium – Ba)
टंग्स्टन (Tungsten – W)
10 अधातुओं के नाम (10 Non-Metals Name):
हाइड्रोजन (Hydrogen – H)
ऑक्सीजन (Oxygen – O)
नाइट्रोजन (Nitrogen – N)
कार्बन (Carbon – C)
सल्फर (Sulfur – S)
फास्फोरस (Phosphorus – P)
क्लोरीन (Chlorine – Cl)
फ्लोरीन (Fluorine – F)
आयोडीन (Iodine – I)
ब्रॉमीन (Bromine – Br)
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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