Quick Summary
वर्षा ऋतु के बाद आने वाली शरद ऋतु सितंबर से शुरू होकर नवंबर तक रहती है। इस ऋतु में प्रकृति में अनेकों बदलाव होते है, इसे परिवर्तन का प्रतीक भी कहा गया है। शरद ऋतु एक “लैटिन” शब्द है जो पहली बार 14वी शताब्दी में सामने आया था। शरद ऋतु के बारे मे पूरी जानकारी हमें आज के इस ब्लॉग में मिलेगी। शरद ऋतु पर निबंध ब्लॉग में शरद ऋतु पर 10 वाक्य, शरद ऋतु पर निबंध 100 शब्द, शरद ऋतु पर निबंध 300 शब्द, शरद ऋतु पर कविता, छह ऋतु के नाम और जानकारी, शरद ऋतु का महत्व इन सब के बारे में हम विस्तार से जानेंगे।

शरद ऋतु भारत की छः ऋतुओं में से एक है। यह वर्षा ऋतु और हेमंत ऋतु के बीच आती है। शरद ऋतु का समय सामान्यतः सितंबर के अंत से लेकर नवंबर के मध्य तक माना जाता है।
यह ऋतु न केवल मौसम की दृष्टि से सुखद होती है, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी विशेष महत्व रखती है।
ये थे शरद ऋतु पर 10 वाक्य शरद ऋतु केवल भारत में ही नहीं बल्कि अलग अलग देशों में भी इस ऋतु में वातावरण खूबसूरत होता है।
शरद ऋतु पर 10 वाक्य/शरद ऋतु पर निबंध 100 शब्द में कैसे लिखे वो भी सिर्फ जरूरी जानकारियों से आइए जानते है।
शरद ऋतु के आगमन पर वातावरण में ठंडी हवाएं चलने लगती है और तापमान गिर जाता है। इस ऋतु में प्रकृति अनेकों रंग में दिखने लगती है और पेड़ों से पत्ते झड़ने लगते है जिसकी वजह से इसे पतझड़ ऋतु भी कहा जाता है। शरद ऋतु के कारण हमे बारिश से छुटकारा मिलता है। इस ऋतु में किसान सरसों, गेहूं जैसी कई फसलों कि बुवाई करते है और बाजरा, मूंग, धान जैसी फसलों कि कटाई होती है।
शरद ऋतु को धार्मिक रूप से भी बहुत शुभ माना गया है, इस ऋतु में कई शुभ काम किए जाते है। शरद ऋतु हमें परिवर्तन का महत्व सिखाती है, इस ऋतु के खत्म होने के बाद ही शीत ऋतु आती है।
इस तरह हम बड़ी आसानी से शरद ऋतु पर निबंध 100 शब्दों में लिख सकते है।
शरद ऋतु पर निबंध 200 शब्द में कैसे लिखा जाता है इसके बारे में जानने के लिए पढिए।
शरद ऋतु: एक मनमोहक अनुभव
शरद ऋतु, गर्मी के बाद और सर्दी से पहले आने वाली एक खूबसूरत और सुखद ऋतु है। इस मौसम में वातावरण शांत, शुद्ध और ठंडक भरा होता है। पेड़ों से पत्ते झड़ने लगते हैं और धरती लाल-पीले पत्तों की चादर ओढ़ लेती है। यह दृश्य न केवल मन को आनंदित करता है बल्कि प्रकृति की अद्भुत सुंदरता का अनुभव भी कराता है। लोग इस समय पिकनिक और घूमने-फिरने का आनंद लेते हैं।
जब हम यह महसूस करते हैं कि जब रातें छोटी होने लगी हैं और तापमान ठंडा होने लगा है, तो शरद ऋतु का आगमन शुरू हो चुका होता है। मौसम विज्ञान कैलेंडर के अनुसार, शरद ऋतु का पहला दिन हमेशा 1 सितंबर होता है; जो 30 नवंबर को समाप्त होता है।
यह ऋतु त्योहारों की ऋतु भी मानी जाती है। शरद ऋतु में कई प्रमुख त्योहार, जैसे- दिवाली, दुर्गा पूजा और छठ पूजा मनाए जाते हैं। इन त्योहारों के कारण यह समय खुशियों और उमंग से भर जाता है। इसके अलावा, यह समय नई सब्जियों और फलों का भी होता है। बाजार ताजी सब्जियों से भर जाते हैं, जिनसे स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन बनाए जाते हैं।
शरद ऋतु में पक्षी और जानवर भी अपनी तैयारियों में व्यस्त रहते हैं। पक्षी गर्म क्षेत्रों की ओर पलायन करते हैं, जबकि चींटियां और अन्य छोटे जीव अपने भोजन को जमा करना शुरू कर देते हैं। इस ऋतु में त्वचा रूखी हो जाती है, जिससे इसे नमी देने के लिए खास देखभाल की जरूरत होती है।
शरद ऋतु खेल-कूद और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए भी उपयुक्त है। स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जो बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। सुबह की हल्की धूप शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होती है, क्योंकि यह हड्डियों को मजबूत बनाती है।
हालांकि, इस समय ठंडी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सर्दी-जुकाम होने का खतरा रहता है। शरद ऋतु न केवल प्रकृति की सुंदरता दिखाती है, बल्कि यह हमें स्वास्थ्य, संतुलन और जीवन में उमंग का महत्व भी सिखाती है।
इस तरह आप शरद ऋतु पर 10 वाक्य/शरद ऋतु पर निबंध 300 शब्दों में लिख सकते है जिसमे शरद ऋतु का महत्व समझा जा सकता है। शरद ऋतु के बारे में समझने के लिए ये सबसे अच्छा तरीका होता है।
शरद ऋतु में प्रकृति अपना अनोखा और अद्भुत रूप प्रदर्शित करती है।

शरद ऋतु में जीवन में रंगों के साथ त्योहारों का आगमन होता है, जो परिवारों में खुशियों का माहौल बनाता है।
शरद ऋतु का कृषि क्षेत्र में विशेष महत्व है, क्योंकि इस समय फसलों की कटाई और नई फसलों की बुआई की जाती है।

शरद ऋतु पर कविता बहुत सारे प्रसिद्ध कवियों ने भी लिखी है जिनमें शरद ऋतु की विशेषता और उसके रूप का वर्णन किया गया है। शरद ऋतु पर की किताबें भी लिखी गई है।
भारत में कुल छह ऋतुएं होती है। सभी ऋतु का अलग महत्व होता है। उन छह ऋतु के नाम और जानकारी सरल भाषा में नीचे लिखी गई है:-

सभी ऋतु का समय 2-2 महीनों का ही होता है जिसमे बसंत ऋतु फ़रवरी से मार्च तक रहती है बसतं ऋतु को ऋतुओं का राजा माना जाता है। इस ऋतु में पेड़- पौधो पर नए पत्ते आते है और फूल खिलते है। बसंत ऋतु में प्रकृति नये जीवन का संदेश देती है और इसमे होली, रामनवमी जैसे कई त्योहार मनाए जाते है। बसंत ऋतु प्रेम, उत्साह कि ऋतु होती है। बसंत ऋतु में लोग पीले कपड़े पहनते है।

मई से जून तक रहने वाली इस ऋतु में मौसम सबसे गर्म रहता है ग्रीष्म ऋतु में जहां गर्मी बढ़ती है वहीं उसे कम करने के लिए अनेको फल भी आने लगते है जो काफी लाभदायी भी होते है। ग्रीष्म ऋतु में गर्मी के कारण अक्सर चक्कर, जलन आदि समस्याए ज्यादा होती है। ग्रीष्म ऋतु कि भीषण गर्मी में स्कूलो में गर्मियों कि छुट्टियाँ कि जाती है। वही कृषि में तेज गर्मी के कारण फसलें पकती है और विषैले किटाणु भी नष्ट हो जाते है।

इस ऋतु को मानसून भी कहते है जो जुलाई से सितम्बर तक रहती है। वर्षा ऋतु में आसमान में काले बदल छाए रहते है और भारी बारिश होती है। इस ऋतु में बहुत सारी फसले बोई जाती है। इस ऋतु में बारिश के कारण वातावरण भी साफ हो जाता है। वर्ष ऋतु भीषण गर्मी राहत दिलाती है। वर्षा ऋतु को ऋतुओं कि रानी भी कहा जाता है। जिसमे बच्चे बारिश में नाचते हुए मस्ती करते है।

जिसे पतझड़ ऋतु भी कहते है शरद ऋतु अक्टूबर से नवंबर तक रहती है। ये ऋतु हमे जाने देने और ठहराव के बारे मे सिखाती है। इस ऋतु मे वातावरण में बहुत सारे परिवर्तन आते है, जिनमे से एक बाद परिवर्तन पेड़ों कि पत्तियों का गिरना और उनका रंग बदलन होता है, जो काफी खूबसूरत लगती है। शरद ऋतु आने वाली ठंड के बारे में बताती है जिसे देख जानवर आने वाली ठंड कि तैयारी करने में झुट जाते है।

दिसम्बर से 15 जनवरी में आने वाली ये ऋतु ठंडी ऋतु है जो पहाड़ी इलाकों को बर्फ कि सफेद परत ढक देती है। इस ऋतु में ठंडी हवाओ और कोहरे का राज होता है इस ऋतु में लोग भारी गर्म ऊनी कपड़े पहन शुरू कर देते है ताकि कंपकंपाती सर्दी से बच सके। हेमंत ऋतु में लोग गर्म चीजों का सेवन करते है जिसे उनके शरीर को गर्मी मिलती है। हेमंत ऋतु में कई फासले भी उगाई जाती है। इस ऋतु में सूरज बड़ी मुश्किल से दिखाई देता है।

16 जनवरी से फ़रवरी तक शीत ऋतु रहती है इसमे आसमान साफ रहता है और धीमी हवाये चलती है। इस ऋतु में दिन और रात के तापमान में अलग परिवर्तन रहता है। इस ऋतु में कई इलाकों में हल्की वर्षा भी होती है। शीत ऋतु में रबी कि फसल बहुत अच्छी होती है। शीत ऋतु के बाद ही बसंत ऋतु कि शुरुवात होती है।
शरद ऋतु का महत्व हर दृष्टिकोण से अनोखा है, यह न केवल मौसम में बदलाव लाती है बल्कि जीवन को भी प्रभावित करती है।
| विशेषता | शरद ऋतु(Sharad Ritu) | बसंत ऋतु |
| समय अवधि | शरद ऋतु मुख्यतः सितंबर से नवंबर तक रहती है। | बसंत ऋतु मुख्यतः फरवरी से अप्रैल तक रहती है। |
| मौसम का तापमान | शरद ऋतु में मौसम ठंडा और शुष्क हो जाता है। | बसंत ऋतु में मौसम सुहावना और थोड़ा गर्म रहता है। |
| प्राकृतिक परिवर्तन | पेड़ों के पत्ते झड़ने लगते हैं, और पेड़ नंगे दिखते हैं। | पेड़ों पर नए पत्ते और फूल खिलने लगते हैं। |
| फसलों पर प्रभाव | खरीफ की फसल की कटाई होती है। | रबी की फसल की बुवाई और शुरुआती वृद्धि होती है। |
| उत्सव और त्योहार | शरद ऋतु में दशहरा, दीपावली जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। | बसंत ऋतु में वसंत पंचमी, होली जैसे त्योहार आते हैं। |
| सांस्कृतिक महत्व | शरद ऋतु को त्याग और तपस्या का प्रतीक माना जाता है। | बसंत ऋतु को नई शुरुआत और खुशी का प्रतीक माना जाता है। |
| प्राकृतिक सौंदर्य | शरद ऋतु में धुंध और शांत वातावरण होता है। | बसंत ऋतु में हरियाली और रंग-बिरंगे फूलों का नज़ारा होता है। |
शरद ऋतु पर 10 वाक्य- शरद ऋतु का लुभावना रूप एक उम्मीद कि तरह है। शरद ऋतु में लोग त्योहारों का आनंद लेने के साथ अपने परिवार के साथ वक्त गुजारते है। शरद ऋतु में हर तरफ एक अलग ही उल्लास रहता है जो मन को सुकून प्रदान करता है। शरद ऋतु कि ठंडी लंबी रातें और गर्म दिन एक साथ 2 ऋतुओं का एहसास करवाते है। शरद ऋतु में खिलने वाले अलग-अलग प्रकार के फूल प्रकृति कि सुंदरता और ज्यादा बढ़ा देते है। इस ऋतु में शरीर चुस्त और मन खुश रहता है।
शरद ऋतु (sharad ritu) के बारे में कई बार कक्षाओ में प्रश्न किए जाते है शरद ऋतु का महत्व, शरद ऋतु पर निबंध 100 शब्द, शरद ऋतु पर कविता, छह ऋतु के नाम और जानकारी होना बेहद जरूरी है। शरद ऋतु पर 10 वाक्य ब्लॉग में आपको शरद ऋतु से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान कि गई है।
शरद ऋतु (sharad ritu) की विशेषता है ठंडी हवा, साफ नीला आकाश और हल्की धूप। यह मौसम कृषि के लिए उपयुक्त होता है, साथ ही प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अहसास कराता है। यह उत्सवों का समय भी है।
शरद ऋतु का प्रतीक समृद्धि और खुशहाली है। यह मौसम संतुलन, सुख और समृद्धि का प्रतीक होता है, क्योंकि यह फसल के पकने और प्राकृतिक सुंदरता के बढ़ने का समय है, साथ ही यह उत्सवों का मौसम भी है।
शरद ऋतु (sharad ritu) का मौसम ठंडा और सुखद होता है, जिसमें आकाश साफ और नीला रहता है। यह मौसम फसल के पकने का समय होता है, जिससे प्राकृतिक सुंदरता बढ़ती है और कृषि में समृद्धि आती है।
शरद ऋतु (sharad ritu) का दूसरा नाम “शरद काल” या “शरत ऋतु” है। यह भारतीय पंचांग के अनुसार आश्विन और कार्तिक माह में आती है और इसे “स्वर्णिम ऋतु” भी कहा जाता है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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