Quick Summary
लिपि किसे कहते है? तो “लिपि” को अंग्रेजी में “script” या “writing system” कहते हैं। यह एक व्यक्ति या ग्रुप द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले अक्षरों का समूह होता है जिनका उपयोग भाषा के लिखने और पढ़ने के लिए किया जाता है। विभिन्न भाषाओं के लिए विभिन्न लिपियों का उपयोग होता है, जैसे देवनागरी लिपि का उपयोग हिंदी और संस्कृत के लिए, लैटिन लिपि का उपयोग अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच आदि के लिए होता है।
अगर आप भी विभिन्न प्रकार की लिपि के बारे में जानना चाहते हैं तो आज के इस ब्लॉग में आपको लिपि किसे कहते हैं हिंदी में बताया जाएगा।
लिपि एक ऐसी लेखन प्रणाली है जिसका उपयोग किसी भाषा को लिखित रूप में प्रकट करने के लिए किया जाता है।
यह अक्षरों और प्रतीकों का एक ऐसा समूह होती है, जो विचारों, शब्दों और वाक्यों को व्यक्त करने में सहायक होती है।
भाषा और लिपि दोनों अलग-अलग होती हैं — भाषा वह माध्यम है जिससे हम बोलकर संवाद करते हैं, जबकि लिपि उसे लिखने का तरीका है।
जब किसी भाषा को एक लिपि से दूसरी लिपि में लिखा जाता है, तो इस प्रक्रिया को लिप्यंतरण कहा जाता है।

हिंदी में, देवनागरी लिपि सबसे आम और प्रचलित है, जो कि संस्कृत, हिंदी, मराठी, नेपाली आदि में प्रयुक्त होती है। अंग्रेजी में, रोमन लिपि उपयुक्त होती है जो कि उनकी भाषा के लिए विशिष्ट रूप से डिज़ाइन की गई है। लिपियों का उपयोग व्यक्ति या समुदाय की भाषा को लिखने, पढ़ने, और संचालन करने के लिए किया जाता है।
लिखने की मूल इकाई के आधार पर लिपियों को निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया गया है:
| लिपि प्रणाली का नाम | लिखने की मूल ईकाई | उदाहरण |
| शब्द चिन्ह लेखन (लोगोग्राफिक) | रूपिम (मॉर्फीम) | 漢字 (हंजी; चीनी) |
| आक्षरिक (सिलैबिक) | सिलैबल | カタカナ / ひらがな (Katakana / Hiragana; सिलैबरी जापानी) |
| अबजद (Abjad) | व्यंजन | العربية (अरबी) / עברית (हिब्रू) |
| अबुगिडा (Abugida) | ब्यंजन +स्वर , स्वर | देवनागरी |
| अल्फाबेटिक | स्वन (फोनीम) | लैटिन / किरिलिक (Кирилица) / ελληνικό (यूनानी) |
| थ्रेसियन (Thracian) | थ्रेसियन फोनेटिक | 한글 (हंगुल; Coreano) |
लिपि के प्रकार? यह लिखने का तरीका या लिखाई का विशेष रूप। आइये हम इसे विस्तार से समझते हैं तो जानिए लिपि की परिभाषा (Lipi ka paribhasha) क्या है।
अगर लिपि की परिभाषा (Lipi ka paribhasha) को समझे तो “लिपि” एक भाषा या भाषाओं के लिखने के नियमों और चिह्नों का समूह होता है। इसे स्क्रिप्ट या अक्षरमाला भी कहा जाता है। विभिन्न भाषाओं में विभिन्न लिपियाँ होती हैं। जैसे कि देवनागरी, लैटिन और अन्य।
लिपि के प्रकार कई सारे होते हैं, जो भाषाओं को लिखने के लिए विकसित किए गए हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लिपि के प्रकार बताये गए हैं।
| चित्रलिपि | चीन, जापान और कोरिया में इस्तेमाल की जाने वाली लिपि। |
| ब्राह्मी लिपि | देवनागरी, दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया में इस्तेमाल की जाने वाली लिपि। |
| फोनेशियन लिपि | उत्तरी अफ्रीका, मध्य एशिया और यूरोप में इस्तेमाल की जाने वाली लिपि। |
ध्वनियों को लिखने और पढ़ने के लिए जिन संकेतों या चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें लिपि कहते हैं। विश्व की अनेक भाषाएँ अपनी-अपनी लिपि में लिखी जाती हैं, परंतु सभी भाषाओं की स्वतंत्र लिपि नहीं होती। सामान्यतः संसार में लिपियों को तीन प्रमुख वर्गों में बाँटा गया है-
भारत बहुभाषी देश है और यहाँ भाषाओं के अनुसार विभिन्न लिपियों का प्रयोग होता है। प्रमुख भारतीय लिपियाँ इस प्रकार हैं—
इस सूची में आपको विभिन्न तरह की लिपि दी गई हैं जो विविध लिपियों को परिभाषित करते हैं।
इसमें स्वर अपने पूरे अक्षर का रूप लिये व्यंजन के बाद आते हैं।
लैटिन लिपि (रोमन लिपि) — अंग्रेज़ी, फ्रांसिसी, जर्मन, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग और पश्चिमी और मध्य यूरोप की सारी भाषाएँ
यूनानी लिपि — यूनानी भाषा, कुछ गणितीय चिन्ह
अरबी लिपि — अरबी, उर्दू, फ़ारसी, कश्मीरी
इब्रानी लिपि — इब्रानी
सीरिलिक लिपि — रूसी, सोवियत संघ की अधिकांश भाषाएँ
लिपि को उदाहरण के साथ समझे तो इसे समझना ज्यादा आसान हो जाता है। तो चलिए जानते हैं लिपि किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए।
“लिपि” एक भाषा के लिखने या बोलने के विशेष ढंग को कहते हैं। इसे अक्षरों या वर्णों का समूह भी कहा जाता है, जिनका उपयोग किसी भाषा में विचारों और अभिव्यक्ति को लिखने के लिए किया जाता है। लिपि संबंधित भाषा की ध्वनियों और शब्दों को दर्शाने का एक माध्यम भी होती है। इसलिए, लिपि भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
| भाषा | लिपि | उदाहरण |
| हिंदी | देवनागरी | बच्चे खेल रहे हैं |
| संस्कृत | देवनागरी | बालकः क्रीड़न्ति |
| अंग्रेजी | रोमन | The boys are playing |
| मराठी | देवनागरी | मुळे खेळत आहेत |
| उर्दू | फ़ारसी | لڑکے کھیل رہے ہیں۔ |
| पंजाबी | गुरमुखी | ਮੁੰਡੇ ਖੇਡ ਰਹੇ ਹਨ |
| रुसी | रुसी | Мальчики играют |
लिपि किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए के अंतर्गत अब आपको समझ आ गया होगा। इस तरह लिपि को उदाहरण के साथ समझना सरल हो जाता है जिसमें प्रत्येक लिपि के उदाहरण से उसे आसानी से पढ़ा जा सकता है की यह कौन सी लिपि है।
भाषा की लिपि उस विशेष प्रणाली को कहते हैं जिसका उपयोग किसी भाषा के व्यक्त करने के लिए किया जाता है। यह लिपि उस भाषा के ध्वनियों या शब्दों को लिखने के लिए विकसित की जाती है। लिपियों की स्थिति, स्वरूप, और विकास का इतिहास विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों में अलग-अलग हो सकता है।
देवनागरी लिपि हिंदी, संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं के लिए प्रचलित है। यह लिपि वर्णमाला पर आधारित है जिसमें क्षेत्रीय और व्यांजन वर्ण होते हैं।
यह लिपि विश्वभर में बहुत अधिक प्रचलित है और अनेक भाषाओं के लिए इसका उपयोग होता है। यह सम्मिलित लेखन पद्धति होती है।
अरबी लिपि उर्दू और अरबी भाषाओं के लिए प्रचलित है। यह लिपि उच्चारण की विविधता को व्यक्त करने के लिए विशेष अक्षरों का उपयोग करती है।
चीनी भाषा के लिए चीनी लिपि का उपयोग होता है। इसमें अलग-अलग अंकों का सम्मिश्रण होता है जो शब्दों और ध्वनियों को दर्शाता है।
जापानी भाषा के लिए हिरागाना, काटाकाना और कन्जी तीन प्रमुख लिपियां हैं।
हिरागाना और काटाकाना लिपियाँ फोनेटिक हैं, जबकि कन्जी लिपि में चीनी से उद्धृत अक्षर होते हैं जिनका अर्थ होता है।
लिपि का इतिहास और विकास बहुत ही रोमांचक और महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लिपि का विकास भी मानव सोच और समाज के स्वरूप में बदलाव को दर्शाता है।

लिपि का इतिहास और विकास विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और समाजों के संबंध में गहराई से जुड़ा हुआ है और हमारे समय में भी उसका महत्व अब भी बरकरार है।
प्राचीन लिपियों का महत्व विभिन्न सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहलुओं से जुड़ा है। ये लिपियाँ विभिन्न भाषाओं और साहित्यिक परंपराओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यहां कुछ प्रमुख प्राचीन लिपियाँ और उनका महत्व दिया गया है
ये लिपियाँ संस्कृति, समाज और शैक्षिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण रही हैं और इनके माध्यम से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक ज्ञान का संचार किया गया।
| भाषा | लिपि |
| भाषा एक सांकेतिक प्रणाली है जिसमें शब्दों और ध्वनियों का उपयोग किया जाता है व्यक्तित्व, विचार, और भावनाओं को साझा करने के लिए। | लिपि एक वाणी को लिखने के लिए उपयुक्त चिन्हों का समूह होता है। |
| भाषा एक व्यक्ति या समुदाय की वाणी और लेखन का प्रणाली होती है। | यह चिन्हों का सिस्टम होता है जिससे वाक्य और शब्दों को लिखा जा सकता है। |
| यह वाक्य, शब्द, और व्याकरण के रूप में प्रकट होती है। | लिपि वाचन को संरक्षित करने, सांविधिकरण करने और साझा करने में मदद करती है। |
| भाषा ध्वन्यात्मक होती है | लिपि दृश्यात्मक होती है। |
| यह व्यक्तित्व, समाज, संस्कृति, और समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है। | विभिन्न भाषाओं के लिए विभिन्न प्रकार की लिपियां होती हैं, जो उनकी ध्वनि और व्याकरण को प्रस्तुत करने के लिए अलग-अलग तरीकों से डिजाइन की गई हैं। |
| भाषा के द्वारा मनुष्य अपने विचारों, अनुभवों और ज्ञान को दूसरों के साथ साझा करता है। | लिपि उसे लिखने और संरक्षित करने के लिए एक साधन प्रदान करती है। |
| भाषा का प्रभाव तुरंत होता है। | लिपि के प्रभाव में थोड़ा समय लगता है। |
1. ब्राह्मी लिपि
ब्राह्मी को भारत की अधिकांश लिपियों की जननी माना जाता है। सम्राट अशोक के शिलालेखों में इसी लिपि का प्रयोग हुआ था।
2. खरोष्ठी लिपि
यह लिपि उत्तर-पश्चिम भारत में प्रचलित थी और यह दाएं से बाएं लिखी जाती थी।
3. कुटिल लिपि
गुप्त लिपि से विकसित यह लिपि ‘सिद्धमातृका’ या ‘न्यूनकोणीय लिपि’ के नाम से भी जानी जाती है।
4. देवनागरी लिपि
आज भी सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली लिपियों में से एक है।
5. शारदा लिपि
कश्मीर की यह प्राचीन लिपि ‘सिद्धमातृका’ से निकली है और इसके कई अभिलेख जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल में मिले हैं।
6. गुरुमुखी लिपि
सिखों के दूसरे गुरु, गुरु अंगद देव ने इस लिपि को विकसित किया था।
7. ग्रंथ लिपि
दक्षिण भारत (तमिलनाडु) की यह लिपि पल्लव और चोल शासकों के समय में विकसित हुई।
8. तेलुगू और कन्नड़ लिपियाँ
इन दोनों का स्रोत एक ही है और इन्हें प्रारंभ में एक साथ लिखा जाता था।
9. तमिल और मलयालम लिपियाँ
ये दोनों लिपियाँ भी ग्रंथ लिपि से विकसित हुईं हैं।
10. शाहमुखी लिपि
यह लिपि फारसी और उर्दू से प्रभावित पंजाबी का संस्करण है, जो सूफियों द्वारा प्रचलित हुई थी।
11. मोडी लिपि
मराठी भाषा को पहले इसी लिपि में लिखा जाता था।
लिपि वह चिन्हों या अक्षरों की प्रणाली है, जिसके माध्यम से हम बोली जाने वाली भाषा को लिखते हैं। सरल शब्दों में, बोलने की भाषा को लिखने का तरीका लिपि कहलाता है।
इस लेख में लिपि किसे कहते हैं इसका विस्तार से वर्णन किया गया है। लिपि एक ऐसी प्रणाली होती है, जिसके माध्यम से हम अपने विचारों, भावनाओं और ज्ञान को लिखित रूप में व्यक्त करते हैं। लेख में विभिन्न लिपि के प्रकार जैसे देवनागरी, अंग्रेजी, अरबी, उर्दू आदि के बारे में जानकारी दी गई है। लिपि मानव सभ्यता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे भाषा के विकास और संस्कृति के संरक्षण में मदद मिलती है।
लिपि किसी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग है। यह ध्वनियों को लिखने के लिए उपयोग किए जाने वाले चिह्नों का समूह है। उदाहरण के लिए, हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।
लिपि किसी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग है। इसकी आवश्यकता इसलिए पड़ी ताकि ध्वनियों को लिखित रूप में व्यक्त किया जा सके और विचारों, ज्ञान और संस्कृति को संरक्षित और संप्रेषित किया जा सके। उदाहरण: हिंदी की देवनागरी लिपि।
विश्व में लगभग 100 प्रमुख लिपियां हैं, जिनमें से लगभग दो दर्जन का व्यापक रूप से उपयोग होता है। इनमें देवनागरी, रोमन, अरबी, और चीनी लिपियां प्रमुख हैं।
लिपि किसी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग होती है। लिपि ना होती तो विचारों और ज्ञान का संप्रेषण मौखिक रूप से ही होता, जिससे इतिहास, साहित्य और विज्ञान का लिखित रिकॉर्ड नहीं होता और संस्कृति का संरक्षण कठिन हो जाता।
हिंदी: की लिपि देवनागरी है.
अंग्रेजी: की लिपि रोमन है.
उर्दू: की लिपि फारसी है.
भारत की प्रमुख और आधिकारिक लिपि देवनागरी है। इसी लिपि में हिंदी भाषा, जो भारत की राजभाषा है, को लिखा जाता है। देवनागरी लिपि का उद्भव ब्राह्मी लिपि से हुआ है और इसका उपयोग संस्कृत, मराठी, नेपाली सहित कई अन्य भारतीय भाषाओं को लिखने के लिए भी किया जाता है।
भारत में कुल लगभग 86 से 88 विभिन्न लिपियों का उपयोग किया जाता है, ये भाषाएँ नहीं बल्कि लेखन की प्रणालियाँ हैं, जो वर्ष 2015 में प्रचलन में थीं।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
Editor's Recommendations
Chegg India does not ask for money to offer any opportunity with the company. We request you to be vigilant before sharing your personal and financial information with any third party. Beware of fraudulent activities claiming affiliation with our company and promising monetary rewards or benefits. Chegg India shall not be responsible for any losses resulting from such activities.
Chegg India does not ask for money to offer any opportunity with the company. We request you to be vigilant before sharing your personal and financial information with any third party. Beware of fraudulent activities claiming affiliation with our company and promising monetary rewards or benefits. Chegg India shall not be responsible for any losses resulting from such activities.