50 रंगों के नाम: Colors Names in Hindi and English

February 21, 2025
50 रंगों के नाम
Quick Summary

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रंगों के नाम

  1. लाल
  2. नारंगी
  3. पीला
  4. हरा
  5. नीला
  6. बैंगनी
  7. गुलाबी
  8. भूरा
  9. काला
  10. सफेद
  11. ग्रे
  12. सुनहरा
  13. सिल्वर
  14. लालटेन
  15. टर्क्वॉयज़

Table of Contents

रंग वह अनुभूति है जो हमारी आंखों को किसी वस्तु से मिलती है। जब प्रकाश किसी वस्तु पर पड़ता है, तो कुछ रंग की किरणें वस्तु द्वारा सोख ली जाती हैं और कुछ परावर्तित होकर हमारी आंखों तक पहुंचती हैं। यही परावर्तित प्रकाश हमें रंग के रूप में दिखाई देता है।  लेकिन आज भी कई लोग रंगों के प्रकार, उनका महत्व, रंगों के पीछे का मनोविज्ञान और उनके उपयोगों के बारे में नहीं जानते। ऐसे में, कम से कम 50 रंगों के नाम इंग्लिश में जानना आपके लिए बेहद जरूरी हो जाता है।

इस ब्लॉग में आप 50 रंगों के नाम इंग्लिश में और हिंदी में जानेंगे साथ ही आप ये भी जानेंगे कि रंगों के कितने प्रकार होते हैं, इंद्रधनुष में कौन-कौन से रंग होते हैं, रंगों के पीछे का मनोविज्ञान क्या है, रंगों का उपयोग और रंगों का महत्व क्या है?

रंगों के प्रकार (Types of Colors)

रंगों के प्रकार तीन होते हैं- प्राथमिक रंग, द्वितीयक रंग और तृतीयक रंग। रंगों के उत्पत्ति के आधार पर उन्हें इन तीन प्रकार में बाटा जाता है।

प्राथमिक रंग (Primary Colors)

सभी रंगों की शुरुआत केवल तीन मुख्य रंगों से होती है, इन्हें प्राथमिक रंग कहा जाता है। ये रंग हैं – लाल (Red), नीला (Blue), और पीला (Yellow)।

प्राथमिक रंग वे होते हैं जिन्हें मिलाकर अन्य रंग बनाए जा सकते हैं, लेकिन इन्हें किसी और रंग को मिलाकर नहीं बनाया जा सकता। ये रंग प्रकृति में सबसे मूल और आधारभूत माने जाते हैं।

लाल (Red), नीला (Blue), और पीला (Yellow)

  • लाल रंग ऊर्जा, प्रेम और साहस को दर्शाता है।
  • नीला रंग शांति, विश्वास और स्थिरता का प्रतीक है।
  • पीला रंग खुशी, सकारात्मकता और रचनात्मकता को दर्शाता है।

अन्य रंगों को बनाने में इनका योगदान

  • सभी रंगों की नींव: लाल, नीला और पीला मिलकर द्वितीयक रंग (जैसे हरा, नारंगी और बैंगनी) बनाते हैं। इनसे ही आगे चलकर अनगिनत रंगों की दुनिया बनती है।
  • कला और डिज़ाइन में उपयोग: कलाकार और डिज़ाइनर प्राथमिक रंगों का उपयोग करके नई रचनाएँ तैयार करते हैं। ये रंग कला की दुनिया में सबसे जरूरी माने जाते हैं।

द्वितीयक रंग (Secondary Colors)

द्वितीयक रंग वे रंग होते हैं, जो दो प्राथमिक रंगों को मिलाने से बनते हैं। प्राथमिक रंगों में लाल, नीला और पीला शामिल होते हैं। जब इन रंगों को मिलाया जाता है, तो हमें द्वितीयक रंग मिलते हैं:

  • हरा (Green) – पीला और नीला मिलाने से।
  • नारंगी (Orange) – लाल और पीला मिलाने से।
  • बैंगनी (Purple) – लाल और नीला मिलाने से।

द्वितीयक रंगों का महत्व

द्वितीयक रंग न केवल कला और डिज़ाइन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि हमारे जीवन के कई पहलुओं में भी उपयोगी हैं। कलाकार और डिज़ाइनर द्वितीयक रंगों का उपयोग अपनी रचनाओं को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए करते हैं। ये रंग पिक्चर्स, ग्राफिक्स और इंटीरियर डिज़ाइन में गहराई और विविधता लाते हैं।

प्रकृति में हरे रंग का महत्व अद्वितीय है, क्योंकि यह पेड़ों और पौधों का रंग है। इसी तरह, नारंगी सूर्यास्त का और बैंगनी फूलों का रंग हमें प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कराता है।

तृतीयक रंग या विरोधी रंग 

तृतीयक रंग वे रंग होते हैं, जो एक प्राथमिक रंग और एक द्वितीयक रंग को मिलाने से बनते हैं। ये रंग रंगों की दुनिया में और अधिक विविधता और गहराई जोड़ते हैं।

जब एक प्राथमिक रंग (लाल, नीला, पीला) और एक द्वितीयक रंग (हरा, नारंगी, बैंगनी) को सही अनुपात में मिलाया जाता है, तो हमें तृतीयक रंग प्राप्त होते हैं। उदाहरण के लिए:

  • लाल + नारंगी = लाल-नारंगी (Red-Orange)
  • नीला + हरा = नीला-हरा (Blue-Green)
  • पीला + हरा = पीला-हरा (Yellow-Green)
  • लाल + बैंगनी = लाल-बैंगनी (Red-Violet)
  • नीला + बैंगनी = नीला-बैंगनी (Blue-Violet)
  • पीला + नारंगी = पीला-नारंगी (Yellow-Orange)

तृतीयक रंगों का महत्व

तृतीयक रंगों का उपयोग कला और डिज़ाइन में रंगों की विविधता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। ये रंग विशेष रूप से उन जगहों पर उपयोगी होते हैं, जहां सौंदर्य और गहराई की आवश्यकता होती है। तृतीयक रंग पेंटिंग, ग्राफिक्स, और इंटीरियर डिज़ाइन में अद्वितीय प्रभाव डालते हैं। ये रंग चित्रों को और अधिक यथार्थवादी और आकर्षक बनाते हैं।

फैशन इंडस्ट्री में तृतीयक रंगों का बड़ा महत्व है। ये रंग कपड़ों, एक्सेसरीज़ और मेकअप में स्टाइल और यूनिकनेस लाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

50 रंगों के नाम 

50 रंगों के नामों में 20 रंगों के नाम ऐसे हैं जो काफ़ी अधिक इस्तेमाल किए जाते हैं, वहीं 30 रंगों के नाम ऐसे हैं जो काफ़ी कम प्रचलित हैं जिनका इस्तेमाल भी काफी कम होता है।

20 रंगों के नाम (20 Colors Names)

20 रंगों के नाम इंग्लिश में और हिंदी में
1लाल (Red)
2नीला (Blue)
3पीला (Yellow)
4हरा (Green)
5नारंगी (Orange)
6बैंगनी (Purple)
7गुलाबी (Pink)
8सफेद (White)
9काला (Black)
10भूरा (Brown)
11ग्रे (Grey)
12सुनहरा (Golden)
13सिल्वर (Silver)
14आसमानी (Sky Blue)
15मरून (Maroon)
16जैतूनी (Olive)
17लैवेंडर (Lavender)
18खाकी (Khaki)
19मूंगा (Coral)
20मटमैला (Beige)
20 रंगों के नाम

अन्य 30 रंगों के नाम (Additional 30 Colors Names)

अन्य 30 रंगों के नाम इंग्लिश में और हिंदी में
21चमकीला हरा (Lime Green)
22गहरा नीला (Navy Blue)
23चारकोल (Charcoal)
24पुदीना (Mint Green)
25समुद्री नीला (Teal)
26खुबानी (Apricot)
27चॉकलेट (Chocolate)
28बादामी (Almond)
29सरसों (Mustard)
30आड़ू (Peach)
31फ़िरोज़ी (Turquoise)
32बेर (Plum)
33शैंपेन (Champagne)
34अंबर (Amber)
35महोगनी (Mahogany)
36एज़्योर (Azure)
37कोयला (Coal)
38मोती (Pearl)
39जैमुन (Mulberry)
40शेड (Shade)
41रोसेट (Rosette)
42इंडिगो (Indigo)
43बरगंडी (Burgundy)
44नींबू पीला (Lemon Yellow)
45लिलाक (Lilac)
46बर्फीला सफेद (Snow White)
47अंगूरी बैंगनी (Grape Purple)
48स्टील ग्रे (Steel Grey)
49क्रीम (Cream)
50टेराकोटा (Terracotta)
50 रंगों के नाम

अद्वितीय रंगों की सूची 

रंग का नाम (Name)वर्णन (Description)HEX कोड (HEX Code)
पेस्टल पिंक (Pastel Pink)हल्का गुलाबी, कोमल और शांत रंग#FFD1DC
पेरिविंकल (Periwinkle)हल्का नीला-बैंगनी रंग#CCCCFF
सीफोम ग्रीन (Seafoam Green)हल्का हरा-नीला, समुद्री झाग जैसा#93E9BE
लैवेंडर (Lavender)हल्का बैंगनी, फूल लैवेंडर से प्रेरित#E6E6FA
कोरल (Coral)हल्का नारंगी-गुलाबी, मूंगे जैसा#FF7F50
ऑलिव ग्रीन (Olive Green)जैतून जैसा गहरा हरा#808000
सियान (Cyan)चमकीला हरा-नीला रंग#00FFFF
टील (Teal)गहरा हरा-नीला रंग#008080
फ्यूशिया (Fuchsia)चमकीला गुलाबी-बैंगनी रंग#FF00FF
मैरून (Maroon)गहरा लाल-भूरा रंग#800000
अद्वितीय रंगों की सूची 

Rainbow Colours Name in Hindi 

इंद्रधनुष प्रकृति का एक अद्भुत नज़ारा है, जिसमें सात खूबसूरत रंगों का एक मेल दिखाई देता है। इंद्रधनुष तब बनता है जब सूर्य की किरणें बारिश की बूंदों से टकराती हैं और प्रकाश के सात रंगों में विभाजित हो जाती हैं। इंद्रधनुष के इन रंगों को “VIBGYOR” के नाम से भी याद किया जाता है, जो इन रंगों के पहले अक्षरों को जोड़कर बना है। आइए इन रंगों के बारे में जानते हैं: 

  1. बैंगनी (Violet): यह इंद्रधनुष का सबसे पहला और सबसे गहरा रंग होता है। यह रंग शांति और रचनात्मकता का प्रतीक है।
  2. जामुनी (Indigo): यह गहरा नीला-बैंगनी रंग होता है, जो गहराई और रहस्य को दर्शाता है।
  3. नीला (Blue): आसमान और समुद्र का रंग, जो शांति और स्थिरता का प्रतीक है।
  4. हरा (Green): यह रंग प्रकृति, ताजगी और जीवन का प्रतीक है।
  5. पीला (Yellow): सूरज की चमक जैसा यह रंग खुशी और ऊर्जा को दर्शाता है।
  6. नारंगी (Orange): यह रंग गर्मजोशी और उत्साह का प्रतीक है।
  7. लाल (Red): इंद्रधनुष का आखिरी और सबसे चमकीला रंग, जो प्यार और ऊर्जा को दर्शाता है।

कलर कॉम्बिनेशन चार्ट – रंग सिद्धांत(Colour Theory)

कलर कॉम्बिनेशन चार्ट एक ऐसा चार्ट होता है जो रंगों के बीच तालमेल और संतुलन को समझने में मदद करता है। कलर कॉम्बिनेशन चार्ट विभिन्न रंगों के संयोजन को दिखाता है। ज़्यादातर लोग कलर कॉम्बिनेशन चार्ट का इस्तेमाल पेंट के रंग को चुनने के लिए करते हैं। हालांकि इसके अलावा भी कलर कॉम्बिनेशन चार्ट का इस्तेमाल काफ़ी जगहों पर किया जाता है।

रंग संयोजन के प्रकार

कलर कॉम्बिनेशन चार्ट में आमतौर पर रंग संयोजन को 4 मुख्य प्रकारों में बांटा जाता है:

  1. समान रंग (Analogous Colors):
    • यह वे रंग होते हैं जो रंग चक्र में एक-दूसरे के पास होते हैं।
    • उदाहरण: हरा, पीला-हरा, और पीला।
    • उपयोग: शांत और सौम्य डिज़ाइन के लिए।
  2. पूरक रंग (Complementary Colors):
    • यह वे रंग होते हैं जो रंग चक्र में एक-दूसरे के विपरीत होते हैं।
    • उदाहरण: लाल और हरा, नीला और नारंगी।
    • उपयोग: आकर्षक और ऊर्जावान प्रभाव के लिए।
  3. त्रिकोणीय रंग (Triadic Colors):
    • रंग चक्र में तीन बराबर दूरी पर स्थित रंग।
    • उदाहरण: लाल, पीला, और नीला।
    • उपयोग: संतुलित और जीवंत डिज़ाइन के लिए।
  4. विभाजित पूरक (Split Complementary):
    • एक रंग के पूरक रंग के दोनों ओर के रंग।
    • उदाहरण: नीला, नारंगी-लाल, और नारंगी-पीला।
    • उपयोग: हल्के और संतुलित प्रभाव के लिए।

    रंगों का मनोविज्ञान (Psychology of Colors)

    रंग सिर्फ आंखों को ही नहीं, बल्कि हमारे मन और भावनाओं को भी प्रभावित करते हैं। हर रंग के पीछे का मनोविज्ञान अलग होता है। रंग मनोविज्ञान एक दिलचस्प क्षेत्र है जो रंगों और मानव मनोविज्ञान के बीच के संबंध का अध्ययन करता है।

    रंग और भावना

    रंगभावना
    लालऊर्जा, उत्साह, प्यार, क्रोध
    नारंगीउत्साह, रचनात्मकता, खुशी
    पीलाखुशी, आशावाद, सकारात्मकता
    हराशांति, संतुलन, प्रकृति
    नीलाशांति, विश्वास, स्थिरता
    बैंगनीरॉयल्टी, रहस्य, आध्यात्मिकता

    रंगों का प्रभाव

    रंगों का प्रभाव इंटीरियर डिजाइन, ब्रांडिंग, विज्ञापन, स्वास्थ्य और मानसिकता में कई तरह से देखने को मिलता है।

    इंटीरियर डिजाइन, ब्रांडिंग और विज्ञापन में रंगों का महत्व

    • इंटीरियर डिजाइन: घरों और कार्यालयों में सही रंगों का उपयोग मूड और प्रोडक्टिविटी को प्रभावित करने के लिए किया जाता है।
    • ब्रांडिंग: कंपनियां अपने ब्रांडों के लिए रंगों का उपयोग करती हैं ताकि वे एक विशिष्ट भावना या संदेश को व्यक्त कर सकें।
    • विज्ञापन: कंपनियों द्वारा विज्ञापन में रंगों का उपयोग उपभोक्ताओं को प्रभावित करके उत्पादों को बेचने के लिए किया जाता है।

    स्वास्थ्य और मानसिकता पर रंगों का प्रभाव

    रंग चिकित्सा एक ऐसी तकनीक है जिसमें रंगों का उपयोग भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार के लिए किया जाता है। 

    • लाल रंग दिल की धड़कन बढ़ाता है, भूख बढ़ाता है, और ऊर्जा देता है।
    • वहीं, हरा रंग तनाव कम करता है, रक्तचाप को कम करता है, और आंखों के लिए आरामदायक होता है।
    • इसके अलावा, नीला रंग नींद को बढ़ावा देता है, तनाव कम करता है, और रक्तचाप को कम करता है।

    रंगों का उपयोग और महत्व 

    रंगों का उपयोग और महत्व दैनिक जीवन, तकनीकी क्षेत्रों, कला और फैशन में अधिक देखने को मिलता है।

    दैनिक जीवन में रंगों का उपयोग

    दैनिक जीवन में हर रंग का अपना एक महत्व और उपयोग होता है, जो हमारे जीवन को और अधिक व्यवस्थित और प्रभावशाली बनाता है। 

    • घर की सजावट में: दीवारों का रंग हमारे मूड पर सीधा असर डालता है। हल्के रंग जैसे सफेद और क्रीम शांति का अनुभव कराते हैं, जबकि गहरे रंग जैसे लाल और नारंगी ऊर्जा और उत्साह बढ़ाते हैं।
    • कपड़ों में: हमारे कपड़ों का रंग हमारे व्यक्तित्व को दर्शाता है। इंटरव्यू के लिए नीला और काला रंग प्रोफेशनल लुक देता है, जबकि पार्टी में चमकीले रंग आकर्षण बढ़ाते हैं।
    • भोजन में: भोजन में रंग भूख बढ़ाने और स्वाद को प्रभावित करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, लाल और पीला रंग रेस्तरां में अधिक उपयोग किए जाते हैं क्योंकि ये भूख बढ़ाने वाले माने जाते हैं।
    • त्योहारों में: होली जैसे त्योहारों में रंगों का उपयोग और महत्व और भी बढ़ जाता है। लोग खुशी के साथ एक दूसरे को रंग लगाकर रंगों का त्योहार मनाते हैं।

    कला और फैशन में रंगों की भूमिका

    कला और फैशन में रंगों का उपयोग सिर्फ सौंदर्य बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि भावनाओं, विचारों और व्यक्तित्व को व्यक्त करने के लिए भी किया जाता है। रंग न केवल किसी रचना को जीवंत बनाते हैं, बल्कि इसे समझने और महसूस करने का एक माध्यम भी बनते हैं।

    • कला में रंगों का उपयोग:
      • कलाकार अपनी कला में रंगों के माध्यम से भावनाओं और संदेशों को व्यक्त करते हैं। उदाहरण के लिए, गर्म रंग जैसे लाल और नारंगी ऊर्जा और उत्साह को दर्शाते हैं, जबकि ठंडे रंग जैसे नीला और हरा शांति और सुकून का प्रतीक होते हैं।
      • रंगों का सही संयोजन एक साधारण चित्र को भी गहराई और स्पष्टता दे सकता है।
    • फैशन में रंगों का महत्व:
      • फैशन की दुनिया में रंगों का चयन ट्रेंड, मौसम और व्यक्ति की पसंद पर निर्भर करता है। हल्के रंग गर्मियों में ठंडक का अहसास कराते हैं, जबकि गहरे रंग सर्दियों में गर्माहट का अनुभव देते हैं। इसके अलावा, रंग व्यक्ति की पहचान और मूड को भी दर्शाते हैं। जैसे, काला रंग आत्मविश्वास और परिपक्वता का प्रतीक है, जबकि पीला खुशी और सकारात्मकता का।

    तकनीकी क्षेत्रों में रंगों का उपयोग

    तकनीकी क्षेत्रों जैसे वेबसाइट डिजाइन, डिजिटल मार्केटिंग, और प्रिंटिंग में रंगों का उपयोग उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने, संदेश देने और ब्रांड पहचान को मजबूत करने के लिए भी किया जाता है।

    1. वेबसाइट डिजाइन में रंगों का उपयोग और महत्व: वेबसाइट डिजाइन में रंग उपयोगकर्ता के अनुभव (User Experience) को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
      • प्राथमिक रंग: ब्रांड की पहचान को दर्शाते हैं। जैसे, फेसबुक का नीला रंग विश्वास और स्थिरता का प्रतीक है।
      • सहायक रंग: नेविगेशन और बटन पर ध्यान आकर्षित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
      • बैकग्राउंड रंग: उपयोगकर्ता की आंखों को आराम देने और सामग्री को पढ़ने योग्य बनाने के लिए चुने जाते हैं।
    1. डिजिटल मार्केटिंग में रंगों का उपयोग और महत्व: डिजिटल मार्केटिंग में रंगों का उपयोग ग्राहकों की भावनाओं को प्रभावित करने और ब्रांड को यादगार बनाने के लिए किया जाता है।
      • लाल और नारंगी: ध्यान खींचने और त्वरित कार्रवाई (Call to Action) के लिए।
      • हरा और नीला: विश्वास और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों को दर्शाने के लिए।
      • पीला और गुलाबी: युवाओं और महिलाओं को आकर्षित करने के लिए।
    1. प्रिंटिंग में रंगों का उपयोग और महत्व: प्रिंटिंग में सही रंगों का चयन सामग्री को पेशेवर और आकर्षक बनाता है।
      • CMYK मॉडल: प्रिंटिंग में सटीकता और गुणवत्ता के लिए उपयोग होता है। जिसमें C का मतलब है सियान, M का मैजेंटा, Y का पीला और K का काला।
      • ब्रांड गाइडलाइंस: सुनिश्चित करती हैं कि प्रिंट सामग्री ब्रांड के रंगों से मेल खाए।

    निष्कर्ष

    रंग हमारी दुनिया को खूबसूरत और जीवंत बनाते हैं। इस ब्लॉग में हमने 50 रंगों के नाम को विस्तार से समझा, जिसमें कई अनोखे और आकर्षक रंग शामिल हैं। चाहे आप रंगों के नाम इंग्लिश में सीखना चाहते हों या 20 रंगों के नाम की सूची खोज रहे हों, यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।

    50 रंगों के नाम का यह संग्रह न केवल आपकी जानकारी बढ़ाएगा, बल्कि 50 रंगों के नाम इंग्लिश में जानने से कला, फैशन, और डिज़ाइन के क्षेत्र में भी आपकी रचनात्मकता को नया आयाम मिलेगा।

    अंग्रेजी बोलना कैसे सीखें?

    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

    1. टोटल कितने रंग होते हैं?

    प्राकृतिक रूप से रंगों की कोई निश्चित संख्या नहीं होती, लेकिन सामान्यतः सात मुख्य रंग होते हैं: लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, इंडिगो और बैंगनी। इन्हें इंद्रधनुषी रंग कहा जाता है।

    2. 12 रंगों के नाम क्या हैं?

    12 रंगों के नाम में शामिल हैं: लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, बैंगनी, गुलाबी, भूरा, काला, सफेद, ग्रे और सुनहरा।

    3. झंडे में कितने रंग होते हैं?

    भारत के झंडे में तीन रंग होते हैं: केसरिया, सफेद और हरा।

    4. रंग के 24 रंगों के नाम क्या हैं?

    रंगों की एक विस्तृत सूची में 24 प्रमुख रंगों के नाम शामिल हैं। इनमें लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, बैंगनी, गुलाबी, भूरा, काला, सफेद, ग्रे, सुनहरा, सिल्वर, रॉयल ब्लू, टर्क्वॉयज़, मिंट ग्रीन, मरून, ऑलिव, क्रीम, बेज, लैवेंडर, टैन, आर्टिक ब्लू और कोरल शामिल हैं। ये रंग विभिन्न सांस्कृतिक और प्राकृतिक संदर्भों में महत्वपूर्ण होते हैं और प्रत्येक का अपना खास प्रभाव और अर्थ होता है।

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