भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट

भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट | List of Presidents of India

Published on October 1, 2025
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भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट

Quick Summary

  • भारत के राष्ट्रपति भारत का सर्वोच्च संवैधानिक पद होता है। वे देश के प्रमुख होते हैं और संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हैं।
  • राष्ट्रपति को देश के सभी नागरिकों द्वारा समान रूप से सम्मानित किया जाता है।
  • भारत में राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है।
  • मतदातागण संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के निर्वाचित सदस्य और राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं।
  • इन सभी मतदाताओं को मिलाकर एक विशेष निर्वाचक मंडल का गठन होता है, जो राष्ट्रपति का चुनाव करता है।

Table of Contents

भारत में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद भारत देश के सर्वोच्च संवैधानिक पदों में से एक है, जिसका भारतीय संविधान और लोकतंत्र के विकास में बहुत बड़ा योगदान है। एक देश का राष्ट्रपति उस देश का मुखिया होता है और उपराष्ट्रपति उनका सहायक होता है, जो राष्ट्रपति के अभाव में उनके कार्यों का निर्वहन करता है।

आज के इस ब्लॉग में हम भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट 2025 के साथ – साथ वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति कौन है के बारे में भी जानेंगे, साथ ही भारत के राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया को भी समझेंगे|

भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति कौन है? | bharat ke rashtrapati kaun hai

भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद एक संवैधानिक पद होता है। राष्ट्रपति पद पर व्यक्ति का चुनाव संवैधानिक तरीके से होता है। राष्ट्रपति को विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की सहायता से चुना जाता है। राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्षों का होता है और वे राष्ट्र के शीर्ष संवैधानिक पदों में से एक होते हैं। राष्ट्रपति की प्रमुख कार्यों की बात की जाए तो उनका प्रमुख कार्य – राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत, विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का समर्थन, और सर्वोच्च संवैधानिक अधिकारों का पालन करना होता है।

भारत का राष्ट्रपति देश का मुखिया और भारत का प्रथम नागरिक होता है। राष्ट्रपति के पास भारतीय सशस्त्र सेना की भी सर्वोच्च कमान होती है। आइये अब जानते हैं कि वर्तमान में इस पद पर बैठे हुए राष्ट्रपति का नाम क्या है?

वर्तमान में इस पद पर बैठे हुए राष्ट्रपति का नाम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी है। द्रौपदी मुर्मू जी ने 25 जुलाई, 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इससे पहले, वह 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल थीं। उन्होंने अपना जीवन दलितों के साथ-साथ समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए समर्पित किया है।

भारत के राष्ट्रपति और उनके चुनाव की प्रक्रिया 

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव नागरिकों द्वारा नहीं बल्कि संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किया जाता है। यानी राष्‍ट्रपति का चुनाव निर्वाचिका के सदस्‍यों द्वारा किया जाता है जिसमें संसद के दोनों सदनों के चयनित सदस्‍य, समानुपातिक प्रतिनिधित्‍व प्रणाली के अनुसार राज्‍यों में विधान सभा के सदस्‍यों के द्वारा एकल अंतरणीय मत में द्वारा होता है। राज्‍यों के बीच परस्‍पर एकरूपता लाने के लिए तथा सम्‍पूर्ण रूप से राज्‍यों और केंद्र के बीच संगतता लाने के लिए प्रत्‍येक मत को उचित महत्‍व दिया जाता है। 

राष्ट्रपति पद के लिए योग्यता – 

  • भारत का नागरिक होना चाहिए। 
  • आयु कम से कम 35 साल होनी चाहिए।
  • लोकसभा का सदस्य होने की पात्रता होनी चाहिए। 
  • इलेक्टोरल कॉलेज के पचास प्रस्तावक और पचास समर्थन करने वाले होने चाहिए।

भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में निम्नलिखित लोगों का समूह शामिल नहीं होता है:

  • राज्य सभा के मनोनीत सदस्य (12)
  • राज्य विधान सभाओं के मनोनीत सदस्य
  • द्विसदनीय विधायिकाओं में विधान परिषद के सदस्य (निर्वाचित और मनोनीत दोनों)
  • दिल्ली और पुडुचेरी संघ शासित प्रदेशों के मनोनीत सदस्य

भारत के उपराष्ट्रपति कौन है? | bharat ke uprashtrapati kaun hai

बहुत बार इंटरव्यू के दौरान पूछा जाता है कि भारत के उपराष्ट्रपति कौन है? आपको बता दें कि भारत के उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के सहायक होते हैं। उपराष्ट्रपति का चयन भी राष्ट्रपति के चयन के समान प्रक्रिया के माध्यम से होता है। उपराष्ट्रपति के प्रमुख कार्यों की बात की जाए तो उनका प्रमुख कार्य – राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रपति के साथ नियमित रूप से बैठकों का संचालन करना होता है और उन्हें राज्यों और केंद्र शासन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना होता है। आइये अब जानते हैं वर्तमान में भारत के भारत के उपराष्ट्रपति कौन है?

वर्तमान में भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी है। जगदीप धनखड़ एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो भारत के निर्वाचित 14वें उपराष्ट्रपति हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया था।

भारत के राष्ट्रपति का नाम | bharat ke rashtrapati kaun hai

भारत में अभी तक 15 व्यक्तियों ने राष्ट्रपति का पदभार संभाला है – आइए भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट में सभी राष्ट्रपति का नाम और उनके कार्यकाल के बारे में जानते हैं –

क्रम संख्या कार्यकाल नाम 
113 मई 1952 – 13 मई 1962राजेन्द्र प्रसाद
213 मई 1962 – 13 मई 1967सर्वपल्ली राधाकृष्णन
33 मई 1967 – 20 जुलाई 1969जाकिर हुसैन
424 अगस्त 1969 – 24 अगस्त 1974वराहगिरि वेंकट गिरि
524 अगस्त 1974 – 11 फ़रवरी 1977फखरुद्दीन अली अहमद
625 जुलाई 1977 – 25 जुलाई 1982नीलम संजीव रेड्डी
725 जुलाई 1982 – 25 जुलाई 1987जैल सिंह
825 जुलाई 1987 – 25 जुलाई 1992रामास्वामी वेंकटरमन
925 जुलाई 1992 – 25 जुलाई 1997शंकर दयाल शर्मा
1025 जुलाई 1997 – 25 जुलाई 2002कोचेरिल रमन नारायणन
1125 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम
1225 जुलाई 2007 – 25 जुलाई 2012प्रतिभा पाटिल
1325 जुलाई – 25 जुलाई 2017प्रणब मुखर्जी
1425 जुलाई 2017 – 25 जुलाई 2022राम नाथ कोविंद
1525 जुलाई 2022 – वर्तमानद्रौपदी मुर्मू

प्रत्येक राष्ट्रपति का संक्षिप्त परिचय | Bharat ke 15 Rashtrapati ke naam

भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट जानने के बाद, आइए सभी राष्ट्रपतियों के बारे में जानते हैं –

1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद – डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे, जिन्होंने दो कार्यकाल तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। उन्हें 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

2. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

3. डॉ. जाकिर हुसैन – डॉ. जाकिर हुसैन भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने और उनकी मृत्यु उनके पद पर ही हुई। तत्कालीन उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरी को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया। 

4. वी.वी. गिरि – वी.वी. गिरि भारत के चौथे राष्ट्रपति थे। उनका पूरा नाम वराहगिरि वेंकट गिरि था। वे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुने जाने वाले एकमात्र व्यक्ति बने। 1975 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

5. फखरुद्दीन अली अहमद – फखरुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवें राष्ट्रपति थे। वे दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी मृत्यु राष्ट्रपति पद पर रहते हुए हुई। 

6. नीलम संजीव रेड्डी – नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति बने। वे आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे। वे सीधे लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए चुने गए और राष्ट्रपति भवन में आने वाले सबसे युवा राष्ट्रपति बने।

7. ज्ञानी जैल सिंह – राष्ट्रपति बनने से पहले वे पंजाब के मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री भी रहे। उन्होंने भारतीय डाकघर विधेयक पर पॉकेट वीटो का भी इस्तेमाल किया। 

8. आर. वेंकटरमन – आर. वेंकटरमण 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक भारत के राष्ट्रपति चुने गए। इससे पहले वे 1984 से 1987 तक भारत के उपराष्ट्रपति थे। 

9. डॉ. शंकर दयाल शर्मा – राष्ट्रपति बनने से पहले वे भारत के आठवें उपराष्ट्रपति थे। 1952 से 1956 तक वे भोपाल के मुख्यमंत्री और 1956 से 1967 तक कैबिनेट मंत्री रहे। 

10. के.आर. नारायणन – के.आर. नारायणन भारत के पहले दलित राष्ट्रपति और देश का सर्वोच्च पद प्राप्त करने वाले पहले मलयाली व्यक्ति थे। 

11. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम – डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को ‘भारत के मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है। वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने राष्ट्रपति का पद संभाला और भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने सबसे ज़्यादा वोट जीते। उन्हें 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

12. श्रीमती प्रतिभा सिंह पाटिल – ये भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थी। 

13. प्रणब मुखर्जी – राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले प्रणब मुखर्जी केंद्र सरकार में वित्त मंत्री थे। उन्हें 1997 में सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार और 2008 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। 

14. राम नाथ कोविंद – ये भारत के 14वें थे। ये 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति बने। ये बिहार के पूर्व राज्यपाल भी रहे हैं। राज्यपाल के रूप में उनकी उपलब्धियों में विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन करना शामिल था।

15. द्रौपदी मुर्मू(भारत के राष्ट्रपति) द्रौपदी मुर्मू 21 जुलाई, 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं। द्रौपदी मुर्मू को 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक (विधानसभा सदस्य) के लिए नीलकंठ पुरस्कार मिला था। 

भारत के राष्ट्रपति की शक्तियां और कर्तव्य | bharat ke rashtrapati kaun hai

राष्ट्रपति का प्राथमिक कर्तव्य अनुच्छेद 60 के अनुसार भारत के संविधान और कानून का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करना है। इसके लिए राष्ट्रपति के पास अनेक प्रकार की शक्तियां/अधिकार होते हैं, जो निम्न प्रकार है – 

1. राष्ट्रपति की कार्यकारी शक्तियाँ: | bharat ke rashtrapati kaun hai

  • भारत सरकार द्वारा की जाने वाली प्रत्येक कार्यकारी कार्रवाई राष्ट्रपति के नाम पर की जाएगी।
  • राष्ट्रपति केंद्र सरकार के कामकाज को सरल बनाने के लिए नियम बना सकता है/हटा भी सकता है।

2. राष्ट्रपति निम्नलिखित लोगों को नियुक्त करता है:

  • भारत के अटॉर्नी जनरल ।
  • भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी)।
  • मुख्य चुनाव आयुक्त एवं अन्य चुनाव आयुक्त।
  • संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य।
  • राज्य के राज्यपाल।
  • भारतीय वित्त आयोग के अध्यक्ष और सदस्य।

3. राष्ट्रपति निम्नलिखित राष्ट्रीय आयोगों की नियुक्ति करता है:

  • अनुसूचित जातियां ( राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग)।
  • अनुसूचित जनजातियाँ ( राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग)।
  • अन्य पिछड़ा वर्ग (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग)।
  • अंतर-राज्यीय परिषद ।
  • केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासक ।

4. राष्ट्रपति की विधायी शक्तियाँ:

  • राष्ट्रपति सांसद को बुला सकता है या स्थगित कर सकता है और लोकसभा को भंग कर सकता है।
  • गतिरोध की स्थिति में वह लोक सभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक बुला सकता है। 
  • वह प्रत्येक आम चुनाव के बाद पहले सत्र की शुरुआत में भारतीय संसद को संबोधित करता है। 
  • वह लोकसभा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति/उपसभापति की नियुक्ति करता है।
  • वह राज्य सभा के 12 सदस्यों को मनोनीत कर सकता है। 
  • वह एंग्लो-इंडियन समुदाय से लोक सभा में दो सदस्यों को मनोनीत कर सकता है।
  • वह सांसदों की अयोग्यता के प्रश्नों पर भारत के चुनाव आयोग से परामर्श करता है।
  • वह कुछ प्रकार के विधेयकों को प्रस्तुत करने की सिफारिश/अनुमति देते हैं
  • वह अध्यादेश जारी करता है।

5. राष्ट्रपति की वित्तीय शक्तियां:

  • धन विधेयक पेश करने के लिए राष्ट्रपति की पूर्व सिफारिश आवश्यक है।
  • वह संसद के समक्ष केन्द्रीय बजट प्रस्तुत करवाता है।
  • अनुदान की मांग करने के लिए उसकी सिफारिश एक पूर्व शर्त है।
  • भारत की आकस्मिकता निधि उनके नियंत्रण में है।
  • वह हर पांच साल में वित्त आयोग का गठन करते हैं।

6. राष्ट्रपति की न्यायिक शक्तियाँ:

  • मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय/उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति का अधिकार उनके पास है।
  • वह सुप्रीम कोर्ट से सलाह लेता है, हालांकि, यह सलाह उसके लिए बाध्यकारी नहीं है।
  • उसके पास क्षमादान की शक्ति है : अनुच्छेद 72 के तहत, उसे संघ कानून के विरुद्ध अपराध, मार्शल कोर्ट द्वारा दंड या मृत्युदंड के लिए क्षमादान देने की शक्ति प्रदान की गई है।

7. राष्ट्रपति की क्षमादान शक्तियाँ:

  • क्षमादान के साथ दोषियों को दोषसिद्धि और सजा दोनों से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाता है।
  • इस प्रकार के दंड में अपराधी की सजा में परिवर्तन किया जा सकता है।
  • छूट से कारावास की अवधि कम हो जाती है।
  • किसी अपराधी की विशेष स्थिति को देखते हुए मूल सजा की तुलना में कम सजा का प्रावधान है।
  • रिप्रिव (Reprieve) से दी गई सजा के क्रियान्वयन पर अस्थायी अवधि के लिए रोक लग जाती है।

8. राष्ट्रपति की कूटनीतिक शक्तियाँ:

  • संसद द्वारा अनुमोदित अंतर्राष्ट्रीय संधियों और समझौतों पर बातचीत की जाती है और उन्हें उनके नाम पर संपन्न किया जाता है।
  • वह अंतर्राष्ट्रीय मंचों और मामलों में भारत का प्रतिनिधि है।

9. राष्ट्रपति की सैन्य शक्तियाँ:

वह भारत के रक्षा बलों के कमांडर हैं। वह निम्नलिखित की नियुक्ति करते हैं:

  • सेना प्रमुख।
  • नौसेना प्रमुख।
  • वायु सेना प्रमुख।

10. राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियां:

वह भारतीय संविधान में दी गई तीन प्रकार की आपात स्थितियों से निपटते हैं:

  • राष्ट्रीय आपातकाल (अनुच्छेद 352)।
  • राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356 और 365)।
  • वित्तीय आपातकाल (अनुच्छेद 360)।

11. राष्ट्रपति की वीटो शक्ति:

जब कोई विधेयक संसद में पेश किया जाता है, तो संसद उसे पारित कर सकती है और विधेयक के अधिनियम बनने से पहले उसे भारत के राष्ट्रपति के समक्ष उनकी स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाना चाहिए। यह भारत के राष्ट्रपति पर निर्भर करता है कि वह विधेयक को अस्वीकार करें, विधेयक को वापस करें या विधेयक पर अपनी सहमति न दें। विधेयक पर राष्ट्रपति की पसंद को उसकी वीटो शक्ति कहा जाता है। भारत के राष्ट्रपति की वीटो शक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 111 द्वारा निर्देशित है। 

भारत के राष्ट्रपति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी | bharat ke rashtrapati ka list

  • देश का पहला नागरिक राष्ट्रपति होता है। 
  • प्रतिभा देवीसिंह पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थी। 
  • द्रौपदी मुर्मू देश की पहली जनजातीय महिला राष्ट्रपति तथा दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। 
  • अब तक देश के 12 राष्ट्रपतियों ने अपना पांच-वर्षीय कार्यकाल पूरा किया है। 
  • दो कार्यकाल तक पद संभालने वाले भारत के एकमात्र राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद रहें। 
  • भारत में अब तक कुल तीन कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे हैं। 
  • राष्ट्रपति के रूप में सबसे छोटा कार्यकाल(1967 से 1969) तीसरे राष्ट्रपति डॉ ज़ाकिर हुसैन का रहा था। 
  • डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। 
  • देश के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति संजीव रेड्डी थे। वह आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे।

भारत के राष्ट्रपति के बारे में रोचक तथ्य | bharat ke rashtrapati kaun hai

  • भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ही दो कार्यकाल तक इस पद पर रहे हैं।
  • 1969 में पद पर रहते हुए जाकिर हुसैन के निधन के बाद वी.वी. गिरि ने अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला।
  • वे अभी भी एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्होंने एक साथ दोनों पदों पर कार्य किया है।
  • कुल चौदह राष्ट्रपतियों के अलावा तीन कार्यवाहक राष्ट्रपतियों ने भी थोड़े समय के लिए राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है।
  • दो राष्ट्रपतियों, जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद का निधन पद पर रहते हुए हुआ।
  • भारत के राष्ट्रपति की सरकार में औपचारिक भूमिका होती है।
  • राष्ट्रपति का चुनाव नागरिकों द्वारा नहीं बल्कि संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किया जाता है।
  • डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम भारतीय इतिहास में सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति रहने का रिकॉर्ड है।
  • प्रतिभा पाटिल, जिन्हें 2007 में देश की 12वीं राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था, इस पद पर रहने वाली पहली महिला हैं।

अधिवासी (Acting) राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल

भारत के संविधान के अनुच्छेद 65 के अनुसार, यदि राष्ट्रपति का पद खाली हो जाए — चाहे मृत्यु, इस्तीफा या अन्य कारणों से — तो तब तक के लिए उपराष्ट्रपति या मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रपति के कार्यों का निर्वहन करते हैं जब तक नया राष्ट्रपति पदभार ग्रहण नहीं करता। ऐसे राष्ट्रपति को “अधिवासी (Acting) राष्ट्रपति” कहा जाता है।

अधिवासी राष्ट्रपति की भूमिका क्यों होती है इतनी महत्वपूर्ण?

  • संवैधानिक प्रक्रिया निरंतर बनी रहती है: राष्ट्रपति की मृत्यु, इस्तीफ़ा या असमर्थता की स्थिति में शासन व्यवस्था रुकती नहीं है।
  • देश के सर्वोच्च पद की जिम्मेदारियाँ बनी रहती हैं: बिलों पर हस्ताक्षर, अध्यादेश जारी करना, न्यायाधीशों की नियुक्ति जैसे कार्य समय पर पूरे होते हैं।
  • राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिरता बनी रहती है: संकट की स्थिति में अधिवासी राष्ट्रपति देश को संवैधानिक रूप से दिशा देते हैं।
  • संविधान की मजबूती का प्रमाण: यह दर्शाता है कि भारत का संविधान किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम और तैयार है।
  • जनता का भरोसा बना रहता है: अधिवासी राष्ट्रपति यह विश्वास कायम रखते हैं कि देश की बागडोर सुरक्षित हाथों में है, चाहे परिस्थिति कितनी भी असामान्य क्यों न हो।

भारत के 12 राष्ट्रपति कौन थे? | Bharat Ke Rashtrapati

भारत में 1950 से अब तक कई राष्ट्रपतियों ने देश की सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को बढ़ाया है। राष्ट्रपति को भारतीय संविधान के अनुसार राष्ट्र का प्रथम नागरिक और सर्वोच्च शासक माना जाता है। इनका कार्य केवल औपचारिक नहीं बल्कि संवैधानिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। 1950 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद से लेकर 2007 में प्रतिभा पाटिल तक, कुल 12 नेताओं ने राष्ट्रपति पद को संभाला और अपने कार्यकाल में देश के राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन पर गहरा प्रभाव डाला।

भारत के पहले 12 राष्ट्रपति (1950–2007) | Bharat Ke Rashtrapati

  1. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (1950–1962) – भारत के प्रथम राष्ट्रपति और सबसे लंबे समय तक (12 वर्ष) पद पर रहे।
  2. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1962–1967) – महान दार्शनिक और शिक्षक, 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस उनके सम्मान में मनाया जाता है।
  3. डॉ. ज़ाकिर हुसैन (1967–1969) – भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति। कार्यकाल के दौरान ही निधन हुआ।
  4. वी. वी. गिरि (1969–1974) – कार्यवाहक राष्ट्रपति और बाद में निर्वाचित राष्ट्रपति बने।
  5. फ़ख़रुद्दीन अली अहमद (1974–1977) – भारत के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति, आपातकाल (Emergency) के समय राष्ट्रपति थे।
  6. नीलम संजीव रेड्डी (1977–1982) – बिना विरोध (unopposed) चुने जाने वाले पहले राष्ट्रपति।
  7. ज्ञानी ज़ैल सिंह (1982–1987) – भारत के पहले सिख राष्ट्रपति।
  8. आर. वेंकटरमण (1987–1992) – राष्ट्रपति बनने से पहले उपराष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्री रह चुके थे।
  9. डॉ. शंकर दयाल शर्मा (1992–1997) – स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय, बाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।
  10. के. आर. नारायणन (1997–2002) – भारत के पहले दलित राष्ट्रपति।
  11. डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (2002–2007) – “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया”, सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में से एक।
  12. प्रतिभा देवीसिंह पाटिल (2007–2012) – भारत की पहली महिला राष्ट्रपति।

निष्कर्ष

इस प्रकार, आज के इस ब्लॉग भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट 2025 में हमने जाना कि भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति कौन है साथ ही यह भी जाना कि किस प्रकार भारतीय राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद देश के संवैधानिक और लोकतंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आजादी के बाद से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के योगदान के माध्यम से देश के राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक विकास में सुधार आया है और वे देश की संवैधानिक व्यवस्था के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत के किस राष्ट्रपति का कार्यकाल सबसे लंबा था?

डॉ. राजेंद्र प्रसाद का कार्यकाल सबसे लंबा था, उन्होंने 1950 से 1962 तक दो बार राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।

भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में किस प्रकार की वोटिंग प्रणाली का उपयोग किया जाता है?

राष्ट्रपति के चुनाव में एकल संक्रमणीय मत प्रणाली (Single Transferable Vote) और आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली (Proportional Representation) का उपयोग किया जाता है।

भारत के राष्ट्रपति के विशेष अधिकारों में ‘Pocket Veto’ का क्या महत्व है?

‘Pocket Veto’ राष्ट्रपति को बिना किसी समय सीमा के संसद द्वारा पारित विधेयक को रोककर रखने की शक्ति प्रदान करता है, जिसका प्रयोग राष्ट्रपति ने एक बार 1986 में किया था।

कौन सा राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के दौरान निधन हो गया?

डॉ. ज़ाकिर हुसैन राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए निधन हो गए थे। उनका निधन 3 मई 1969 को हुआ था।

भारत के किस राष्ट्रपति ने देश के पहले अंतरिक्ष मिशन का उद्घाटन किया?

राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने भारत के पहले अंतरिक्ष मिशन, ‘आज़ादीन’ (Aryabhata) के उद्घाटन का कार्य किया था।

भारतीय राष्ट्र की वर्तमान राष्ट्रपति कौन है?

भारत की वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू हैं। उन्होंने 25 जुलाई 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरी थीं और उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया।

भारतीय राष्ट्र के वर्तमान उप-राष्ट्रपति कौन है?

भारत के वर्तमान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ हैं। उन्होंने 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था, और उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 528 वोटों से हराया था।

राष्ट्रपति को दंडित करने का अधिकार किसके पास होता है?

राष्ट्रपति को दंडित करने (या हटाने) का अधिकार संसद के पास होता है, और यह प्रक्रिया “महाभियोग” के माध्यम से होती है।

भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति का नाम क्या था?

भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति का नाम श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल था।

Authored by, Aakriti Jain
Content Curator

Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.

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