सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश List (1950-2025)

Published on June 6, 2025
|
1 Min read time
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list

Quick Summary

भारत के सर्वोच्च न्यायालय के शीर्ष न्यायाधीशों की सूची निम्नलिखित है:

  1. मुख्य न्यायाधीश: न्यायमूर्ति संजीव खन्ना
  2. न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई
  3. न्यायमूर्ति सूर्यकान्त
  4. न्यायमूर्ति अभय एस. ओका
  5. न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय
  6. न्यायमूर्ति विक्रम नाथ
  7. न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया

Table of Contents

भारतीय लोकतंत्र के तीन स्तंभों में न्यायालय एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इनमें सर्वोच्च न्यायालय का स्थान सबसे ऊपर है। सर्वोच्च न्यायालय को उच्चतम न्यायालय या फिर अंग्रेजी में सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। सर्वोच्च न्यायालय देश में लोकतंत्र को बहाल रखने और सरकार की भूमिका को सही रखने में भी एक अमूल्य योगदान देता है।

आज के ब्लॉग में हम सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list के साथ वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ के बारे में जानेंगे और देखेंगे कि सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कि कैसे नियुक्ति होती है तथा भारत में मुख्य न्यायधीश का क्या महत्व है।

वर्तमान में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में कुल 32 न्यायाधीश कार्यरत हैं, जिनमें भारत के मुख्य न्यायाधीश भी शामिल हैं। जबकि संविधान द्वारा निर्धारित अधिकतम सीमा 34 न्यायाधीशों की है। भारतीय संविधान के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष निर्धारित की गई है।

भारत के मुख्य न्यायाधीश | Chief Justice of India

मुख्य न्यायाधीश का परिचय

  • उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भारतीय न्यायपालिका के प्रमुख होते हैं। इनके ऊपर न्यायपालिका की स्वतंत्रता और अखंडता को बनाए रखने तथा महत्वपूर्ण मामलों में अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर भारतीय लोकतंत्र से होने वाले खिलवाड़ को भी रोकने की अहम जिम्मेदारी होती है।
  • उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद देश के सबसे प्रतिष्ठित और जिम्मेदारी से भरे पदों में से एक है।
  • वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट इंडिया में मुख्य न्यायाधीश के अलावा 31 अन्य न्यायाधीश कार्यरत हैं और मुख्य न्यायधीश के रूप में श्री धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ कार्य कर रहे हैं।
  • सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख के रूप में, भारत के मुख्य न्यायाधीश मामलों के आवंटन और संवैधानिक पीठों की नियुक्ति के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही मुख्य न्यायाधीश, न्यायालय की सभी न्यायिक और प्रशासनिक गतिविधियों के संचालन के जिम्मेदार भी होते हैं।
  • इनके ऊपर न्यायिक कार्य, प्रशासनिक कार्य, नेतृत्व और मार्गदर्शन, संवैधानिक कर्तव्य और सार्वजनिक प्रतिनिधित्व समेत कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी होती हैं।

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कैसे होती है? | Appointment of Chief Justice

  • सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में मुख्य न्यायाधीश का चयन आमतौर पर वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर किया जाता है। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत, राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
  • भारत के सर्वोच्च न्यायालय में पहले मुख्य न्यायाधीश के साथ 31 न्यायधीशों की नियुक्ति की जाती थी, लेकिन अब इस संख्या को बढ़ाकर 34 कर दिया गया है।
  • सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए कोलेजियम प्रणाली का उपयोग किया जाता है। इसमें मुख्य न्यायाधीश समेत सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल होते हैं।
  • मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए कोलेजियम की सिफारिश के बाद, केंद्रीय कानून मंत्रालय राष्ट्रपति के पास सिफारिश भेजता है और राष्ट्रपति उस सिफारिश को मंजूरी देते हैं। इसके बाद उस शख्स को भारत का मुख्य न्यायाधीश घोषित किया जाता है।
  • राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद शपथ समारोह का आयोजन होता है, जिसमें भारत के राष्ट्रपति द्वारा मुख्य न्यायाधीश को शपथ दिलाई जाती है।
  • सुप्रीम कोर्ट के ऑफ इंडिया के मुख्य न्यायाधीश बनने के आमतौर पर वही योग्यताएं चाहिए होती हैं, जो सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में न्यायाधीश बनने के लिए चाहिए होती हैं। गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को कॉलेजियम की सिफारिश के बाद भारत का मुख्य न्यायाधीश घोषित किया जाता है।

भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची | Chief Justices of India List in Hindi

28 जनवरी 1950 को भारत के उच्चतम न्यायालय के रूप स्थापित इस न्यायालय में अब तक 50 मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किये जा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट जज लिस्ट(cji list in hindi) आप आगे देख सकते हैं और उनके कार्यकाल के भी बारे में जानकारी हासिल कर सकत्व हैं।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश List और उनका कार्यकाल | सुप्रीम कोर्ट जज लिस्ट 2025

क्रममुख्य न्यायाधीशकार्यकाल शुरूकार्यकाल ख़तम
1एचजे कनिया26 जनवरी 19506 नवंबर 1951
2एम. पतंजलि शास्त्री7 नवंबर 19513 जनवरी 1954
3मेहर चंद महाजन4 जनवरी 195422 दिसंबर 1954
4बिजन कुमार मुखर्जी23 दिसंबर 195431 जनवरी 1956
5सुधी रंजन दास1 फरवरी 195630 सितंबर 1959
6भुवनेश्वर प्रसाद सिन्हा1 अक्टूबर 195931 जनवरी 1964
7पीबी गजेन्द्रगडकर1 फरवरी 196415 मार्च 1966
8अमल कुमार सरकार16 मार्च 196629 जून 1966
9कोका सुब्बा राव30 जून 196611 अप्रैल 1967
10कैलाश नाथ वांचू12 अप्रैल 196724 फ़रवरी 1968
11मोहम्मद हिदायतुल्लाह25 फ़रवरी 196816 दिसंबर 1970
12जयंतीलाल छोटेलाल शाह17 दिसंबर 197021 जनवरी 1971
13सर्व मित्र सीकरी22 जनवरी 197125 अप्रैल 1973
14ए.एन. रे26 अप्रैल 197328 जनवरी 1977
15मिर्ज़ा हमीदुल्लाह बेग29 जनवरी 197721 फ़रवरी 1978
16वाई.वी. चंद्रचूड़22 फ़रवरी 197811 जुलाई 1985
17पीएन भगवती12 जुलाई 198520 दिसंबर 1986
18रघुनंदन स्वरूप पाठक21 दिसंबर 198618 जून 1989
19एंग्लागुप्पे सीतारामैया वेंकटरामैया19 जून 198917 दिसंबर 1989
20सब्यसाची मुखर्जी18 दिसंबर 198925 सितंबर 1990
21रंगनाथ मिश्रा26 सितंबर 199024 नवंबर 1991
22कमल नारायण सिंह25 नवंबर 199112 दिसंबर 1991
23मधुकर हीरालाल कनिया13 दिसंबर 199117 नवंबर 1992
24ललित मोहन शर्मा18 नवंबर 199211 फरवरी 1993
25एमएन वेंकटचलैया12 फ़रवरी 199324 अक्टूबर 1994
26अज़ीज़ मुशब्बर अहमदी25 अक्टूबर 199424 मार्च 1997
27जे.एस. वर्मा25 मार्च 199717 जनवरी 1998
28मदन मोहन पुंछी18 जनवरी 19989 अक्टूबर 1998
29आदर्श सेन आनंद10 अक्टूबर 199831 अक्टूबर 2001
30सैम पिरोज भरुचा1 नवंबर 20015 मई 2002
31भूपिंदर नाथ किरपाल6 मई 20027 नवंबर 2002
32गोपाल बल्लव पटनायक8 नवंबर 200218 दिसंबर 2002
33वी.एन. खरे19 दिसंबर 20021 मई 2004
34एस. राजेंद्र बाबू2 मई 200431 मई 2004
35रमेश चंद्र लाहोटी1 जून 200431 अक्टूबर 2005
36योगेश कुमार सभरवाल1 नवंबर 200513 जनवरी 2007
37के.जी. बालकृष्णन14 जनवरी 200711 मई 2010
38एस.एच. कपाड़िया12 मई 201028 सितंबर 2012
39अल्तमस कबीर29 सितंबर 201218 जुलाई 2013
40पी. सदाशिवम19 जुलाई 201326 अप्रैल 2014
41राजेंद्र मल लोढ़ा27 अप्रैल 201427 सितंबर 2014
42एच.एल. दत्तू28 सितंबर 20142 दिसंबर 2015
43टीएस ठाकुर3 दिसंबर 20153 जनवरी 2017
44जगदीश सिंह खेहर4 जनवरी 201727 अगस्त 2017
45दीपक मिश्रा28 अगस्त 20172 अक्टूबर 2018
46रंजन गोगोई3 अक्टूबर 201817 नवंबर 2019
47शरद अरविंद बोबडे18 नवंबर 201923 अप्रैल 2021
48एनवी रमण24 अप्रैल 202126 अगस्त 2022
49यूयू ललित27 अगस्त 20228 नवंबर 2022
50डी.वाई. चंद्रचूड़9 नवंबर 202210 नवंबर 2024
51संजीव खन्ना11 नवंबर 202413 मई 2025
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list 2025 | सुप्रीम कोर्ट जज लिस्ट 2025

क्र.सं.नामलिंगनियुक्ति की तिथिमुख्य न्यायाधीश बनने की तिथिसेवानिवृत्ति तिथिअदालत
1शरद अरविंद बोबडेपुरुष12 अप्रैल 201318 नवम्बर 201923 अप्रैल 2021बॉम्बे
2एन. वी. रमणपुरुष17 फरवरी 201424 अप्रैल 202126 अगस्त 2022आंध्र प्रदेश
3रोहिंटन फली नरीमनपुरुष7 जुलाई 201412 अगस्त 2021भारतीय विधिज्ञ परिषद
4उदय उमेश ललितपुरुष13 अगस्त 201427 अगस्त 20228 नवम्बर 2022भारतीय विधिज्ञ परिषद
5अजय माणिकराव खानविलकरपुरुष13 मई 201629 जुलाई 2022बॉम्बे
6धनञ्जय यशवंत चंद्रचूड़पुरुष13 मई 20169 नवम्बर 202210 नवम्बर 2024बॉम्बे
7अशोक भूषणपुरुष13 मई 20164 जुलाई 2021इलाहाबाद
8एल. नागेश्वर रावपुरुष13 मई 20167 जून 2022भारतीय विधिज्ञ परिषद
9संजय किशन कौलपुरुष17 फरवरी 201725 दिसम्बर 2023दिल्ली
10मोहन शांतनगौड़रपुरुष17 फरवरी 20174 मई 2023कर्नाटक
11एस. अब्दुल नज़ीरपुरुष17 फरवरी 20174 जनवरी 2023कर्नाटक
12नवीन सिन्हापुरुष17 फरवरी 201718 अगस्त 2021पटना
13इंदु मल्होत्रामहिला27 अप्रैल 201813 मार्च 2021भारतीय विधिज्ञ परिषद
14इंदिरा बनर्जीमहिला7 अगस्त 201823 सितम्बर 2022कोलकाता
15विनीत शरणपुरुष7 अगस्त 201810 मई 2022इलाहाबाद
16के. एम. जोसेफपुरुष7 अगस्त 201816 जून 2023केरल
17हेमंत गुप्तापुरुष2 नवम्बर 201816 अक्टूबर 2022पंजाब एवं हरियाणा
18आर. सुबाष रेड्डीपुरुष2 नवम्बर 20184 जनवरी 2022तेलंगाना
19मुकेश शाहपुरुष2 नवम्बर 201815 मई 2023गुजरात
20अजय रस्तोगीपुरुष2 नवम्बर 201817 जून 2023राजस्थान
21दिनेश महेश्वरीपुरुष18 जनवरी 201914 मई 2023राजस्थान
22संजीव खन्नापुरुष18 जनवरी 201911 नवम्बर 202413 मई 2025दिल्ली
23भूषण रामकृष्ण गवईपुरुष24 मई 201914 मई 202523 नवम्बर 2025बॉम्बे
24सूर्यकांतपुरुष24 मई 201924 नवम्बर 20259 फरवरी 2027पंजाब एवं हरियाणा
25अनिरुद्ध बोसपुरुष24 मई 201910 अप्रैल 2024कोलकाता
26ए. एस. बोपन्नापुरुष24 मई 201919 मई 2024कर्नाटक
27कृष्ण मुरारीपुरुष23 सितम्बर 20198 जुलाई 2023इलाहाबाद
28एस. रविन्द्र भट्टपुरुष23 सितम्बर 201920 अक्टूबर 2023दिल्ली
29वी. रामसुब्रमण्यनपुरुष23 सितम्बर 201929 जून 2023मद्रास
30हृषिकेश रॉयपुरुष23 सितम्बर 201931 जनवरी 2025गुवाहाटी

भारत का प्रथम मुख्य न्यायाधीश कौन था? | Who was the first Chief Justice of India?

भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश हरिलाल जेकिसुंदस कानिया थे, जिन्होंने 26 जनवरी, 1950 से 6 नवंबर, 1951 को अपनी मृत्यु तक सेवा की। भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के बाद उन्हें उद्घाटन CJI के रूप में नियुक्त किया गया था, जिसने भारत के संघीय न्यायालय की जगह ली थी। न्यायमूर्ति कानिया ने स्वतंत्रता के बाद के युग में भारतीय न्यायपालिका की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

न्यायमूर्ति कानिया का कार्यकाल न्यायिक स्वतंत्रता स्थापित करने और भारत के नए अपनाए गए संविधान की व्याख्या करने की शुरुआती चुनौतियों से चिह्नित था। उनके नेतृत्व ने सर्वोच्च न्यायालय के कामकाज के लिए महत्वपूर्ण मिसाल कायम की।

वर्तमान मुख्य न्यायाधीश: न्यायमूर्ति संजीव खन्ना | CJI Sanjiv Khanna

संजीव खन्ना ने वर्ष 1977 में मॉडर्न स्कूल (नई दिल्ली) से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। वर्ष 1980 में सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से स्नातक करने के बाद, उन्होंने न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा ​​के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय के कैंपस लॉ सेंटर में कानून की पढ़ाई की। उनके पिता न्यायमूर्ति देव राज खन्ना 1985 में दिल्ली उच्च न्यायालय से न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हुए और उनकी माँ सरोज खन्ना दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज में हिंदी व्याख्याता के रूप में कार्यरत थीं। खन्ना के चाचा हंस राज खन्ना भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश थे।

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का परिचय

संजीव खन्ना भारत के सर्वोच्च न्यायालय के 51वें मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्हें 18 जनवरी, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत किया गया था और वर्तमान में वे राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के मुख्य संरक्षक और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल (NJA) के अध्यक्ष हैं।

वे 17 जून, 2023 से 25 दिसंबर, 2023 तक सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति (SCLSC) के अध्यक्ष और 26 दिसंबर, 2023 से 10 नवंबर, 2024 तक NALSA के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे हैं।

योगदान और उपलब्धियाँ

  • प्रैक्टिस के दौरान, संजीव खन्ना ने संवैधानिक कानून, प्रत्यक्ष कराधान, मध्यस्थता, वाणिज्यिक कानून, कंपनी कानून, भूमि कानून, पर्यावरण संरक्षण कानून और चिकित्सा लापरवाही से संबंधित विविध विषयों और मामलों को निपटाया।
  • वे सात साल तक आयकर विभाग के वरिष्ठ स्थायी वकील रहे और बाद में, दिल्ली उच्च न्यायालय में पदोन्नत होने तक कुछ महीनों के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के वरिष्ठ स्थायी वकील (सिविल) रहे।
  • एमिकस क्यूरी के रूप में, उन्होंने कई आपराधिक मामलों और सार्वजनिक महत्व के मुद्दों से जुड़े मामलों में दिल्ली उच्च न्यायालय की सहायता की।

भारत के मुख्य न्यायाधीश की चुनौतियाँ | Challenges Faced by the Chief Justice of India

भारत के मुख्य न्यायाधीश को न्यायपालिका की स्वतंत्रता और अखंडता सुनिश्चित करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कुछ प्रमुख चुनौतियों में शामिल हैं:

  • समय पर न्याय सुनिश्चित करना।
  • न्यायालयों में लंबित मामलों को कम करना।
  • कानून के शासन को बनाए रखना और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना।
  • न्यायपालिका की निष्पक्षता और अखंडता को बनाए रखना।
  • न्यायपालिका में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के मुद्दों को संबोधित करना।

मुख्य न्यायाधीश के अधिकार और कर्तव्य | Powers and duties of the Chief Justice

भारत के मुख्य न्यायाधीश को न्यायिक प्रशासन ने नेतृत्व, पीठ के गठन, प्रशासनिक कार्य तथा महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई समेत कई अहम अधिकार प्राप्त हैं। इसके अलावा न्यायिक प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संचालित करने, न्यायाधीशों को मार्गदर्शन और आवश्यक निर्देश देने तथा संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता जैसे अहम कर्तव्य इनके कंधे पर होते हैं।

न्यायिक प्रशासन

  1. सर्वोच्च न्यायालय के मुखिया के रूप में मुख्य न्यायधीश के ऊपर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायिक प्रशासन की भी जिम्मेदारी होती है।
  2. CJI के ऊपर मामलों के आवंटन और संवैधानिक पीठों की नियुक्ति से जुड़ी जिम्मेदार होती है। मुख्य न्यायाधीश अन्य न्यायाधीशों को सभी कार्य भी आवंटित करते हैं।
  3. मुख्य न्यायाधीश के ऊपर रोस्टर के रखरखाव, सर्वोच्च अदालत के अधिकारियों की नियुक्ति और सर्वोच्च न्यायालय के पर्यवेक्षण और कामकाज से संबंधित सामान्य और विविध मामलों को देखने की भी जिम्मेदारी होती है।

मुख्य न्यायाधीश का महत्व

  1. भारतीय लोकतंत्र चेक एंड बैलेंस के सिद्धांत पर काम करता है और ऐसे में इसे चलाने में कार्यपालिका, विधयिका और न्यायपालिका, तीनों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए भारतीय लोकतंत्र को सही तरीके से चलाने में मुख्य न्यायाधीश का काफी महत्व होता है।
  2. मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट का नेतृत्व करते हैं और प्रमुख मामलों की सुनवाई करते हैं। वे संवैधानिक बेंच का नेतृत्व करते हैं जो महत्वपूर्ण संवैधानिक मुद्दों पर निर्णय देती है। साथ ही ये न्यायालयों और अधीनस्थ न्यायालयों के बीच समन्वय का भी कार्य करते हैं। इससे हमें इस पद की अहमियत पता चलती है।
  3. साथ ही मुख्य न्यायाधीश की सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्य न्यायाधीश न्यायिक सुधारों और नीतियों को लागू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इससे पता चलता है कि सिर्फ न्यायिक निर्णयों ही नहीं, बल्कि न्यायिक प्रणाली की प्रभावशीलता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने में भी मुख्य न्यायाधीश का काफी महत्व है।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल

भारत के सभी मुख्य न्यायाधीशों का औसत कार्यकाल लगभग 1.5 वर्ष (यानी 18.1 महीने) रहा है। 22वें मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति के.एन. सिंह, ने केवल 17 दिनों तक यह पद संभाला, जो अब तक का सबसे कम कार्यकाल रहा है। इसके विपरीत, न्यायमूर्ति वाई.वी. चंद्रचूड़ ने 7.3 वर्षों (लगभग 88.63 महीने) तक सेवा देकर सबसे लंबा कार्यकाल निभाया है। पूर्व मुख्य न्यायाधीश एस.ए. बोबडे का कार्यकाल औसत से थोड़ा कम, यानी 1.4 वर्ष (17.17 महीने) रहा, जबकि उनके उत्तराधिकारी न्यायमूर्ति एन.वी. रमना का कार्यकाल और भी कम, 1.3 वर्ष (16 महीने) रहा।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का वेतन

वेतन, भत्ता और पेंशन

पदवेतनउपदान (ग्रेच्युटी)
भारत के मुख्य न्यायाधीश2,80,000/- रुपए प्रति माह20,00,000/- रुपए
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश2,50,000/- रुपए प्रति माह20,00,000/- रुपए
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश2,50,000/- रुपए प्रति माह20,00,000/- रुपए
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश2,25,000/- रुपए प्रति माह20,00,000/- रुपए

भारत के गवर्नर जनरल की सूची

संवैधानिक उपचारों का अधिकार

निष्कर्ष

आज के इस सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश list के ब्लॉग से हमें पता चलता है कि भारतीय न्यायव्यवस्था में मुख्य न्यायाधीश का क्या महत्व है तथा संविधान और लोकतंत्र को जीवंत रखने में वो कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हम ये भी कह सकते हैं कि भारतीय न्यायपालिका के मुखिया के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वहन करके लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं और ये आमलोगों के लिए न्याय की आखिरी उम्मीद भी हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अनुपस्थिति की स्थिति में कौन कार्यभार संभालता है?

मुख्य न्यायाधीश की अनुपस्थिति या छुट्टी के दौरान, सुप्रीम कोर्ट का वरिष्ठतम न्यायाधीश या एक विशेष न्यायाधीश उनकी जिम्मेदारियाँ संभालता है।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में किस प्रकार की विशेष समितियाँ कार्य करती हैं?

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में विभिन्न विशेष समितियाँ कार्य करती हैं, जैसे कि न्यायिक सुधार समिति और कानूनी शिक्षा समिति। ये समितियाँ न्यायिक प्रणाली के सुधार, केस प्रबंधन, और कानूनी शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर विचार करती हैं और सिफारिशें प्रस्तुत करती हैं।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए क्या कोई विशेष नैतिक कोड होता है जिसे उन्हें पालन करना होता है?

हाँ, मुख्य न्यायाधीश को एक उच्च नैतिक मानक का पालन करना होता है, जिसमें न्याय की स्वतंत्रता, निष्पक्षता, और पारदर्शिता शामिल है, जो उनकी न्यायिक भूमिका का मूल आधार हैं।

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के फैसलों को कानूनी भाषाओं के अलावा अन्य भाषाओं में कैसे अनुवादित किया जाता है?

मुख्य न्यायाधीश के फैसलों का अनुवाद विभिन्न भाषाओं में कानूनी अनुवादकों द्वारा किया जाता है, ताकि फैसले का व्यापक प्रसार और समझ सुनिश्चित की जा सके।

क्या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए कोई विशिष्ट पोशाक या ड्रेस कोड होता है?

हाँ, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए न्यायिक पोशाक का एक विशिष्ट कोड होता है, जिसमें गहरे रंग की जॉज और गाउन शामिल होते हैं, जो अदालत की औपचारिकता और गरिमा को बनाए रखते हैं।

वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के 52वें मुख्य न्यायाधीश कौन हैं?

न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई भारत के सर्वोच्च न्यायालय के 52वें मुख्य न्यायाधीश हैं। 14 मई, 2025 को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ली। न्यायमूर्ति गवई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति बीआर गवई सीजेआई संजीव खन्ना के सेवानिवृत्त होने के बाद सीजेआई बने।

सुप्रीम कोर्ट में कुल कितने जज हैं?

देश के उच्चतम न्यायालय में मुख्य न्यायधीश को मिलाकर कुल 33 न्यायाधीश होते हैं।

भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश कौन थे?

पतंजलि शास्त्री, श्री मेहर चंद महाजन, श्री बिजन कुमार मुखर्जी और श्री एस. आर. दास, इलाहाबाद, बॉम्बे, मद्रास, उड़ीसा, असम, नागपुर, पंजाब, सौराष्ट्र, पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ, मैसूर, हैदराबाद, मध्य भारत और त्रावणकोर-कोचीन के उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायधीशों ने भाग लिया।

सुप्रीम कोर्ट में कितने न्यायाधीश हैं?

सुप्रीम कोर्ट में अधिकतम 34 न्यायाधीश (1 मुख्य न्यायाधीश + 33 अन्य न्यायाधीश) हैं।

भारत का उच्चतम न्यायालय कहां स्थित है?

भारत का उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली में स्थित है। यह भारत की राजधानी में टिलक मार्ग पर स्थित है।

Editor's Recommendations

Authored by, Amay Mathur | Senior Editor

Amay Mathur is a business news reporter at Chegg.com. He previously worked for PCMag, Business Insider, The Messenger, and ZDNET as a reporter and copyeditor. His areas of coverage encompass tech, business, strategy, finance, and even space. He is a Columbia University graduate.