Buddha Purnima 2025: 

तिथि, महत्व और पूजा विधि 

जानें इसकी पवित्र तिथि, गहरा महत्व और सही पूजा विधि। शांति और बुद्धत्व की ओर एक प्रेरणादायक यात्रा।

यह दिन भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण से जुड़ा है। इसे त्रिविध पुण्य दिवस भी कहते हैं। 

बुद्ध पूर्णिमा का महत्व

बुद्ध की प्रतिमा को स्नान कराकर दीप, धूप, फूल अर्पित करें। ध्यान और करुणा का अभ्यास करें। 

पूजा की विधि 

इस दिन उपवास, सत्य वचन, करुणा और अहिंसा का पालन किया जाता है। संयम का प्रतीक है यह पर्व। 

व्रत और नियम 

बुद्ध पूर्णिमा 2025 में 12 मई को मनाई जाएगी। यह वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को आती है।

कब है बुद्ध पूर्णिमा2025? 

बुद्धं शरणं गच्छामि" जैसे त्रिशरण मंत्र का जाप करें। धम्मपद का पाठ शांति प्रदान करता है। 

विशेष मंत्र और पाठ 

बुद्ध ने मध्यम मार्ग, करुणा, और अष्टांगिक मार्ग की शिक्षा दी—जो आज भी प्रासंगिक हैं। 

भगवान बुद्ध की शिक्षाएं 

भारत, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड व जापान में बुद्ध पूर्णिमा बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। 

कहां-कहां मनाई जाती है बुद्ध पूर्णिमा 

अहिंसा, सत्य और करुणा के मार्ग पर चलने का संकल्प लें। यही है सच्चा बुद्ध को नमन।

संकल्प लें इस बुद्ध पूर्णिमा पर