मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ | Munshi Premchand ki kahani
ख्वाहिश नहीं मुझे, मशहूर होने की, आप मुझे पहचानते हो, बस इतना ही काफी है। अच्छे ने अच्छा और, बुरे ने बुरा जाना मुझे, जिसकी जितनी जरूरत थी, उसने उतना ही पहचाना मुझे! ये खूबसूरत पंक्तियाँ भारत के उपन्यास सम्राट धनपत राय श्रीवास्तव ने लिखी हैं। शायद आप इस महान शख्सियत को मुंशी प्रेमचंद के … Continue reading मुंशी प्रेमचंद की 5 छोटी कहानियाँ | Munshi Premchand ki kahani
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